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Category: Crime

अब तो भापा दिमाग हुआ हसाडा चक्कर घिन्नी है एक वोट उसी को देणा जो दिखेगा सच्ची गिन्नी है

जित्थे वेखो हमाम है जिनमे सभी हैं नंगे।
दूरबीन लगा कर भी नहीं विखे बन्दे चंगे ।।
राहुल गांधी आये और नई परिभाषाएंलाये ।
नरेंदर मोदी गुजरात की नई बोलियां सुनाएं ॥
मुख्य चुनाव आयोग ने कर दिया सब बंटा धार ।
एक को थमाया नोटिस तो दूसरे को फटकार ॥
“आप” पार्टी ने भी दिल्ली में घुमाया लंगर नया ।
कांग्रेस ने झाड़ू में दिखा दी विदेशी सीकें अपार||
अब तो भापा दिमाग हुआ हसाडा चक्कर घिन्नी है|
एक वोट उसी को देणा जो दिखेगा सच्ची गिन्नी है||

कांग्रेस ने लता मंगेशकर को दिए गए सम्मान वापिस लेने की मांग की

कांग्रेस ने स्वर कोकिला के विरुद्ध मोर्चा खोल ही दिया| अब मुम्बई के अध्यक्ष जनार्दन चान्दूरकर ने लता मंगेशकर को दिए गए सम्मान वापिस ले लेने की मांग कर दी है जनार्दन ने यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया है कि उन लोगों से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस ले लिया जाना चाहिए जो ‘‘सांप्रदायिक ताकतों’’ की तारीफ करते हैं। लता मंगेशकर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित की जा चुकी हैं।
चान्दूरकर ने हालांकि सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का नाम नहीं लिया लेकिन साफ तौर पर जाहिर होता है कि उन्होंने यह बात लता को लक्ष्य कर कही है।
अभी हाल ही में लता ने अपने अस्पताल के उद्घाटन समारोह में नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा था कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती हैं।
मोदी ने लता के दिवंगत पिता दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर एक नए अस्पताल परिसर का उद्घाटन किया था, जिसके बाद लता ने कहा, नरेंद्र भाई मेरे भाई की तरह हैं। हम सभी उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। दीपावली के शुभ अवसर पर मैं आशा करती हूं कि हमारी इच्छाएं पूरी होंगी।
शिवसेना और भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की इस मांग पर कड़ी आपत्ति जताई है। शिवसेना ने कांग्रेस अध्यक्ष पर तीखा वार करते हुए कहा कि उन्हें किसी से भी ये सम्मान वापस मांगने का हक नहीं है।

सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने रेप को आनंद से जोड़ने वाले ब्यान पर अफ़सोस का इजहार किया

[New Delhi] सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने बलात्कार को आनंद से जोड़ने वाले ब्यान पर अफ़सोस[ regret ] का इजहार किया है|उन्होंने अपने एक ब्यान में कहा है कि वोह महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं और उनके पूर्व के बयान से यदि लोगों की भावनाए आहत हुई हैं तो उसके लिए उन्हें अफ़सोस है ऐसी उनकी भावना नहीं थी|गौरतलब है कि रंजीत सिन्हा ने सी बी आई के अंतराष्ट्रीय सम्मलेन में अनियंत्रित सट्टे बाजी को कानूनी जामा पहनाये जाने की वकालत करते हुए इसकी तुलना रेप से कर दीउन्होंने कहा था कि यदि सट्टे बाजी की तरह रेप को रोकपाना सम्भव नहीं हो तो रेप का आनंद उठाना चाहिए |

सीबीआई डायरेक्टर रंजीत सिन्हा के श्री मुख से “रेप का आनंद लेने का गुरु मंत्र” गलती से निकल गया होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आक्रोशित महिला उत्थान कार्यकर्ता

ओये झल्लेया मुल्क में महिलाओं के साथ ये क्या मखौल हो रहा है?पहले बापू नामक असाराम ने रेपिस्ट को भाई बता करउसके पावं पकड़ कर बच निकलने का भजन सुनाया अब सीबीआई डायरेक्टर रंजीत सिन्हा ने एक कार्यक्रम में रेप पर विवादित बयान दे दिया ओये जनाब रंजीत सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुर मंत्र दिया है कि अगर रेप को रोका नहीं जा सकता है, तो उसका आनंद लेना चाहिए।लो करलो बात |अली कुली ही सों बिध्यों तो आगे कौन हवाल ?
आदरणीय सिन्हा ने सट्टेबाजी की तुलना रेप से कर दी और उवाचा कि रेप पर रोक नहीं लगा सकते तो इसे ‘इंज्वॉय’ करते हैं। यार अब देश में अपराधों की रोकथाम के लिए स्थापित सबसे बड़े अधिकारी के श्री मुख से ऐसे सुविचार निकलेंगे तो मुल्क का क्या होगा ?

झल्ला

बाउ जी साहब ये झल्ले विचारानुसार आदरणीय सिन्हा साहब झौंक में ये गुरु मंत्र दे गए होंगे क्योंकि प्रधान मंत्री+वित्त मंत्री से लगातार डांट खा कर विपक्ष से अपमानित होकर भी प्रसन्नचित+पफुल्लित+आनंद उठाने का गुरु मंत्र का पालन करना उनका अति गोपनीय मंत्र है उसे जग जाहिर करने की गलती वोह जान बूझ कर तो करने से रहे |और उन्हें मालूम है कि आसाराम का बेड़ा ही गर्क हो चूका है इसीलिए अपनी जान को अपनी जान को बवाल पैदा करने का जोखिम जान बूझ कर तो कोई उठाने से रहा

साइबर क्राइम कि रोक थाम के लिए चार लाख नौकरियों के अवसर है

इनफार्मेशन सिक्यूरिटी एंड एथिकल हैकिंग के क्षेत्र में जागरूकता के लिए एन ऐ एस इंटर कालेज में सेमिनार क आयोजन किया गया |
डकारा इंफो सोलुशंस [ Ducara Info Solutions ] मेरठ के द्वारा, एन ऐ एस इंटर कालेज में इनफार्मेशन सिक्यूरिटी एंड एथिकल हैकिंग के क्षेत्र में जागरूकता के लिए सेमिनार आयोजित किया गया । इसमें कक्षा 10 के बाद से इस क्षेत्र मे अपना भविष्य बनाने की जानकारी दीगई ।जिला विज्ञानं संस्था के दीपक शर्मा ने बताया कि Ducara Info Solutions, U.P. का प्रथम सरकारी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान है जो EC-COUNCIL,U.S से इस क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय सर्टिफि केट कोर्स करा रहा है जिसमे कंपनी के C.E.O मनीष शर्मा द्वारा साइबर क्राइम, सिस्टम हैकिंग, वायरस, सोशल नेटवर्किंग की जानकारी दी गयी| और बताया कि इस क्षेत्र में आने वाले समय में चार लाख नौकिरयों के अवसर है Ducara टीम के सदस्य ज्योत्स्ना सिंह , अपर्णा अग्रवाल , विकास रमोला , प्रशांत शर्मा ने भी छात्रो को वायरस से बचने के तरीके और कंप्यूटर सिक्यूरिटी के बारे में जानकारी दी जिसमे सभी छात्रो ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रैस और पुस्‍तक पंजीकरण अधिनियम,में संशोधनों पर सुझाव मांगे

भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रैस और पुस्‍तक पंजीकरण अधिनियम,में संशोधनों पर सुझाव मांगे
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने प्रैस और पुस्‍तक पंजीकरण अधिनियम, 1867 में संशोधनों पर सुझाव आमंत्रित किए प्रैस और पुस्‍तक पंजीकरण अधिनियम (पीआरबी अधिनियम), 1867 को प्रिटिंग प्रैस और अखबारों के विनियमन के माध्‍यम से प्रकाशनों के रिकॉर्ड रखने के लिए एक प्रणाली बनाने के लिए सम्‍पादित किया गया था। मूल अधिनियम में समय-समय पर अनेक छोटे संशोधन किए गए हैं।
मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमानअधिनियमको परिदृश्‍य के अनुरूप सार्थक बनाने के क्रम में पत्र मीडिया, प्रेस और पुस्‍तकों के पंजीकरण और प्रकाशन (पीआरबीपी) विधेयक-2011 को 16 दिसम्‍बर 2011 को संसद में पेश किया गया और मूल्‍यांकन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी की स्‍थाई समिति को भेज दिया गया है। स्‍थाई समिति ने 20 दिसम्‍बर 2012 को संसद को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
निर्धारित समय के भीतर कोई भी सुझाव न मिलने के मामले में, यह माना जाएगा कि हितधारक विधेयक में किए गए संशोधनों से सहमत हैं।

उ प्र. की चीनी मिलों में १५ नवम्बर से गन्ना पिराई शुरू होगी

चीनी मिलों में १५ नवम्बर से गन्ना पिराई शुरू हो जायेगी ,यह घोषणा आज उत्तर प्रदेश सरकार ने की है |
पेराई सत्र २०१३-१४ के लिए सहकारी छेत्र की पश्चिमी उ.प्र.में स्थित चीनी मिलों को चलाने के लिए १५ नवम्बर से २५ नवम्बर और प्रदेश की अन्य सहकारी मिलों के लिए ३० नवम्बर की तारिख सुनिश्चित की गई है|
चीनी उद्योग+गन्ना विकास प्रमुख सचिव राहुल भटनागर ने बताया कि प्रदेश में २२ मिलें १५ नवम्बर से शुरू कर दी जाएंगी |

High Courts Of Karnataka & Jharkhand Will Have New Judges And Chief Justice

[1] Appointment of Judges in the High Court of Karnataka
(i) Shri Justice Bijoor Manohar,
(ii) Shri Justice Hosahalli Sheshadri Kempanna, and
(iii) Smt. Justice Bangalore Shamachar Indrakala, Additional Judges of the High Court of Karnataka, to be Judges of that High Court with effect from the date they assume charge of their office
[ 2 ] Smt. Justice R. Banumathi Appointed as the Chief Justice of the Jharkhand High Court
In exercise of the powers conferred by clause (1) of Article 217 of the Constitution of India, the President has appointed Smt. Justice R. Banumathi, Judge of the Madras High Court, as the Chief Justice of the Jharkhand High Court with effect from the date she assumes charge of her office.
[3] Aprt Form the above Tenure for Additional Judges of the High Court of Chahattisgarhhas also been extended
In the High Court of Chhattisgarh, the tenure of Additional Judges Shri Prashant Kumar Mishra and Shri Manindra Mohan Shrivastava has been extended from 10th December 2013 for a period of 2 more years.
The President has issued a Notification to this effect in exercise of the powers conferred by clause (1) of Article 2224 of the Constitution of India.

Kejriwal Hooked bouncer from Shinde and welcomed Inquiries Starting from AAP Party’s Funds

[New Delhi]Aam Aadmi Party (AAP) Nationl convener Arvind Kejriwal ,Today, Hooked the bouncer from Home minister Sushil kumar Shinde and welcomed any inquiry Of Political Funds Of Parties Starting from AAP Party’s Funds.He made It clear that As far as the question of foreign funding is concerned, all the funds that AAP has got from foreign are from people who hold Indian passport. By receiving funds from Indians, who are holding Indian passports, even if they are abroad, is not illegal under any law of the country.
Quoting ADR’s analysis it is stated that Congress and BJP had got funding from a foreign company – Vedanta – something which is not allowed under the Sections 3 and 4 of the Foreign Contributions (Regulation) Act 1976.
It Is Questioned “Thus the question is whether the other political parties follow what they preach about transparency? Are they ready to share the source of their funding?”
AAP Party Spokes person A Murlidharan said “We instead welcome any kind of impartial inquiry. But the question that AAP asks is that whether any other political party can claim similar transparency? When AAP was formed, we announced it clearly that we are coming not to do politics but to change the dirty politics. We feel there cannot be anything better for political system in India than investigation into sources of political funding. Because of this, AAP welcomes union home minister’s statement regarding prove into AAP funds. We feel that alongwith AAP, there should be a probe into funds of all political parties of the country and if corruption is found in any of them than their leaders should be sent to jail”
It Is said that Inquiry into funding of political parties should start from AAP and AAP Party has no problem with it.
However, if the union home minister doesn’t order inquiry into funding of all political parties than it would be clear that BJP, Congress and all other political parties are securing funds for themselves through corruption.
spokes person said AAP is unlike those political parties and has name of all donors unlike those political parties who don’t reveal sources of donations which are of less than Rs 20,000 – because at present they are not required to reveal the name of the individuals or organisations who contribute less than Rs 20,000.
A recent study by the Association for Democratic Reforms showed that 2/3rd (75 %) of the funding of our political parties like BJP, Congress, BSP comes from unknown sources.
As per ADRs analysis, the total income of the six national political parties – [1]Congress[2] Bharatiya Janata Party[3] Bahujan Samaj Party (BSP)[4] Nationalist Congress Party (NCP)[5] Communist Party of India (CPI) [6]Communist Party of India (Marxist) (CPI-M) –between 2004-05 and 2011-12 – was Rs 4,895.96 crores.
It Is Alleged that Of the total of Rs 4895.96 crores, 2/3rd (around 75 %) of their income (Rs 3,674.50 crores) came from unknown sources. These figures were based on analyses of income tax returns and statements filed with the Election Commission by the political parties during 2004-05 to 2011-12.

लता ने पुरुस्कारों के लिए मांगे जाने पर हर साल की तरह सर्व गुण संपन्न कलाकारों के नाम भेजे :अब कोई सुझाव नहीं देंगी

पद्म पुरुस्कारों के लिए सिफारिश करने वालों में स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम को घसीटे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए लता ने रोमन इंग्लिश में ट्वीट किया है कि हर साल पुरुस्कारों के लिए गठित समिति के पत्र आते रहते हैं और मुझसे पुरुस्कारों के लिए सुपात्रों के नाम पूछे जाते हैं[ ye puraskaar ki jo samitee hai unka letter aata hai aur usme likha hota hai ki aap jo naam uchit samajhti hai’n unke naam aur bio data wo mujhse mangwaate ] उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पद्म पुरुस्कार के लिए अपनी बहन उषा मंगेशकर और सुरेश वाडेकर के नाम सुझाये थे उषा पिछले ५० सालों से पार्श्व गायन में हैंउषा ने असम +गुजराती+हिंदी+मराठी+राजस्थानी भाषाओं में लोक प्रिय गाने गाए हैं|इसी प्रकार सुरेश भी पिछले ४० सालों से अनेक भाषाओं में गा रहे हैं| इसके अलावा आज तक मैंने हर साल कई लोगों के नाम भेजे हैंइनके संगीत विद्यालय हैं और शिष्य विश्व भर में हैं अब ऐसे सर्व गुण संपन्न प्रतिभाओं के नाम नहीं देती तो किनके नाम देती |लेकिन आगे से में ऐसे कोई सुझाव नहीं दूंगी .[ Par aainda se main unhe koi sujhao nahi dungi ] पिछले बीते दिन लता मंगेशकर को बदनाम करने की नियत से यह खबर लीक की गई कि उन्होंने पद्म पुरस्कारों के लिए अपनी छोटी बहन उषा मंगेशकर और गायक सुरेश वाडेकर के नाम की सिफ़ारिश की थी इसे कही न कहीं लता के नरेंद्र मोदी को समर्थन से भी जोड़ कर देखा जा रहा है .| इस बात का मीडिया में जिस तरह से प्रसारण हुआ उससे वो नाराज़ हैं और इसीलिए उन्होंने ट्विटर पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं.
इस महीने के पहले शुक्रवार को नरेंद्र मोदी लता मंगेशकर की ओर से बनाए गए अस्पताल का उद्घाटन करने पुणे में थे।यह अस्पताल लता मंगेशकर के पिता स्वर्गीय दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर है।इस मौके पर लता ने कहा, ‘नरेंद्रभाई मेरे भाई की तरह हैं। हम सभी उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इस दीपावली के मौके पर मैं उम्मीद करती हूं कि हमारी इच्छा पूरी होगी।यदपि मोदी को उद्घाटन के लिए उस वक्त निमंत्रण दिया गया था, जब वह प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं हुए थे लेकिन उसके बाद से ही कांग्रेस और उसके समर्थक दलों द्वारा लता की आलोचना की जाने लगी |पद्म पुरुस्कारों के लिए आर टी आई के माध्यम से लता की सिफारिशी चिट्ठी को लीक किया जाने लगा|इसी कारण लता मंगेशकर को यह स्प्ष्टीकरण देना पड़ा