भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने गंगा की रक्षा के लिए वृक्षारोपण रूपी चुनरी औडाने का निर्णय लिया है|
१९ सितम्बर से ४ अक्टूबर तक पित्र पक्ष में गंगा के किनारों पर गंगोत्री से गंगा सागर तक व्रक्षारोपण किया जाएगा|
भाजपा के मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया|गंगा प्रकोष्ठ की श्री मति अनीता सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में नितिन गडकरी+राम लाल+महेंद्र पाण्डेय+ने भी भाग लिया|
कार्यालय मंत्री और मंच संचालक शैलेन्द्र पाण्डेय ने बताया के उतराखंड की त्रासदी में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और स्मृति में वृक्षारोपण किया जायेगा|
Category: Unrest Strikes
भाजपा ने गंगा की रक्षा के लिए वृक्षारोपण रूपी चुनरी औडाने का निर्णय लिया
मुजफ्फर नगर के तीन थाना छेत्रों में एहतियातन कर्फ्यू और उ.प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित
मुजफ्फर नगर के तीन थाना छेत्रों में एहतियातन कर्फ्यू और उ.प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित
मुजफ्फर नगर में हिंसक घटनाओं पर दुःख व्यक्त करते हुए यूं पी के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने साम्प्रदाईक सदभाव और सौहार्द बनाये रखने के आदेश दिए एवं मृतकों के परिजनों को ५-५ लाख रुपये +घायलों को ५०-५० हज़ार और सामान्य घायलों को २०-२० हज़ार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की|
मृतक पत्रकार राजेश वर्मा के परिजनों को कुल १० लाख राशि की सहायता का एलान किया|
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है|२८ कम्पनी अतिरिक्त पोलिस बल की तैनाती के निर्देश जारी कर दिए गए है|
गौरतलब है केमुजफ्फर नगर में आज की इस घटना में पत्रकार सहित कुल छह व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जबकि ३४ घायल हुए हैं|एहतियातन सिविल लाईन्स+कोतवाली+नई मंडी में कर्फ्यू लगाया गया है|आई जी कानून व्यवस्था को मुजफ्फर नगर में कैम्प करने के निर्देश दियेगये हैं|
नरेन्द्र मोदी उवाचे :में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक भाजपाई
ओये झल्लेया देखा हसाडे नरेन्द्र मोदी के पीछे एवईं लोगी पड़े हुए हैं भाई कई बार कहा है और अब फिर कह दिया है कि प्रधान मंत्री बनने की उनकी कोई इच्छा ही नहीं है |२०१७ तक गुजरात की सेवा करके गुजरातियों के मैंडेट का सम्मान करेंगे |ये मीडिया +कांग्रेस और यहाँ तक की हसाडी अपनी पार्टी के लोग भी महंगाई+भ्रष्टाचार +बेरोजगारी आदि जैसे मुद्दों को छोड़ कर मोदी को ही निशाना बनाये जा रहे है|ऐसे तो बन चुकी २०१४ में हमारी सरकार
झल्ला
ओ सेठ जी दरअसल आये दिन बेचारे मोदी पर राजनितिक सांप और बिच्छू छोड़े जा रहे हैं|अब जेल से आई पी एस बंजारा को भी मोदी पर छोड़ दिया गया है|यहाँ तक कि गवर्नर कमला बेन भी लोकायुक्त के प्रस्ताव को वापिस भेज रही हैं| और तो और नरेंदर के धोके में तड़ी पार ललित मोदी को भी नहीं छोड़ा जा रहा ऐसे में बेचारे मोदी के पास कोई और चारा ही नहीं बचता इसीलिए उन्होंने थक हार कर कह दिया होगा कि में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो
मौका है !रुपये में गिरावट का फायदा उठाओ,महंगी हो रही हजयात्रा के लिए सब्सिडी बढाओ और चुनावी वैतरणी पार कर लो
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक दुखी आम नागरिक
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?ओये भारतीय रुपये में आई गिरावट का असर दिखने लग गया है |जेट एयरवेज और स्पाईस जेट जैसी हवाई कंपनियों में हवाई यात्रा का किराया बढाने की प्रतियोगिता शुरू हो गई हैइसके अलावा |हज यात्रा का खर्च १५ हज़ार से भी ज्यादा बढ़ गया है। कई श्र्धालू मुसलमानों को पवित्र हज यात्रा तक टालने को बाध्य होना पड़ रहा है|
केंद्रीय हज समिति द्वारा घोषित की गई लिस्ट में शामिल होने के बावजूद लोग अपना नाम वापिस ले रहे हैं|
झल्ला
वाकई रुपये में आई गिरावट का असर चहुँ और पड़ना स्वाभाविक ही है|एयर लाइन्स का तो राम जाने लेकिन हुकुमरानों को सबाब [पुण्य] कमाने का मौका जरूर मिल जाएगा| क्या कहा कैसे अरे भाई इस साल सवा लाख से ज्यादा भारतीय मुसलमानों ने हज यात्रा करने की नियत की है और सर्व विदित है कि ज्यादातर भारतीय केंद्रीय हज समिति के जरिए हज की यात्रा करते हैं,
, एयर इंडिया ने हज यात्रियों से पिछले साल के 20,000 रुपये के मुकाबिले 28,000 रुपए किराया वसूलने की ठानी हैं |एयर इंडिया तो वैसे ही सरकारी इमदाद पर टिकी है हज यात्रियों के लिए किराया कम करने से एयर इंडिया को थोड़ी और इमदाद मिल ही जायेगी| इस यौजना को लोक लुभावन बता कर रुपये को थोड़ा और नीचे धकेल जा सकता है मगर वित्त मंत्री ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबिले भारतीय रुपये में ७२/= तक की गिरावट की भविष्य वाणी पहले ही की हुई है सो ऐसे में हज की जियारत पर जाने वाले सवा लाख धार्मिक लोगों की मदद के लिए महज आठ हज़ार प्रति की सब्सिडी देकर चुनावी वैतरणी को पार जरूर किया जा सकता है|क्यों ठीक है ना ठीक ???
छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी के पक्षधर महाविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध छात्रों ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को ज्ञापन दिया
[अलीगढ़]छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी के पक्षधर महाविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध छात्रों ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को ज्ञापन दिया |
टीकाराम कन्या महाविद्यालय के छात्रा से छेड़ छाड़ के आरोपी सहायक लेखाकार एलबी गुप्ता के निलंबन की घोषणा करने के बावजूद कालेज प्रशासन द्वारा आरोपी श्री गुप्ता का पक्ष लिया जा रहा है| समस्या निवारण समिति ने ये आरोप लगाते हुए मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक से आरोपी के निलंबन की पुष्ठी और जांच की मांग की |संयोजक प्रवीर सक्सेना ने कहा के इस कदम से दुष्कर्मियों को सबक मिलेगा|
.इससे पूर्व २-९-१३ को समस्या निवारण समिति+ट्रैप ग्रुप + छात्र रालोद ने प्राचार्या अनुराधा वत्स को भी घेर कर आरोपी बाबू के निलंबन का आश्वासन लिया था|
कॉलेज प्रशासन पर आरोपी बाबू का पक्ष लेने का आरोप लगाया गया है,
समस्या निवारण समिति द्वारा जल्द ही अलीगढ जिलाधिकारी से मिलकर प्रत्येक कालेज में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कन्या महाविद्यालयों में महिला स्टाफ की नियुक्ति के सम्बन्ध में भी मांग पर जोर दिया जायेगा।
गौरतलब है के टीकाराम कन्या महाविद्यालय के सहायक लेखाकार एलबी गुप्ता पर छात्रा से अपने ही घर में छेड़छाड़ करने का आरोप है |प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षिका ने छात्राओं से जब कहा कि यह सब तुम्हारे साथ तो नहीं हुआ, तुम क्यों इतना शोर मचा रहे हो। इस पर स्थिति ज्यादा बिगड़ गई| शिक्षिका के माफी मांगने पर स्थिति संभली|
इस दौरान सीओ और इंस्पेक्टर से भी छात्र-छात्राओं की तीखी नोकझोंक हुई। इस मौके पर एनएसयूआई नेता अजय शर्मा+ कांग्रेस नेता संजय शर्मा+रालोद छात्र नेता जियाउर्रहमान+ अमित गोस्वामी+ विवेक कश्यप+ चंद्रकिशोर+ पंकज अग्रवाल+केके शर्मा,+ विकास चेतन+ सागर सिंह तोमर+ सोनू कुमार+ विनय कनौतिया+ देवेंद्र सूर्यवंशी+ प्रशांत गौतम+ प्रशांत तोमर+, टीना शेखावत+ रोहित कपूर आदि उपस्थित थे|
Raghuram Rajan has taken over charge of Reserve Bank Of India With Many Economic Problems
Raghuram Rajan has taken over charge of Reserve Bank Of India as 23rd Governor
Raghuram Rajan and D Subbarao shook hands warmly & hugged after Rajan signed papers taking over as 23rd Governor of central bank.
Raghuram Rajan, is a former International Monetary Fund chief economist
He takes charge Of many economical problems also.[1] central bank grapples with a weakening rupee,
[2]widening current account deficit and
[3] slowdown in economic growth.
[4]India’s currency has declined 20% against the US dollar since May
भाजपा ने सुन्दर गढ़ में कोयला दुर्घटना की जांच और पीड़ितों को मुआवजे की मांग राज्य सभा में उठाई
भाजपा के राष्ट्रीय महा सचिव और राज्य सभा सदस्य धर्मेन्द्र प्रधान ने सुन्दर गढ़ में कोयला दुर्घटना की जांच और पीड़ितों को मुआवजे की मांग राज्य सभा में उठाई | इस दुर्घटना में १२ शव बरामद हो चुके हैं| ये सभी ट्राईबल जाति के हैं | मलबे में अभी और शव बरामद होने की संभावना जताई जा रही है|सांसद प्रधान ने कोयला मंत्री और श्रम विभाग के साथ ही राज्य सरकार को ११ अगस्त को घटी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया| भाजपा नेता ने राज्य सभा में बताया कि उन्होंने स्वयम कोयला मंत्री को घटना कि सूचना देते हुए जाँच की मांग की लेकिन कोयला मंत्री ने साफ इनकार करते हुए अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर लिया|उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्घटना की ऍफ़ आई आर दर्ज़ कराई जा चुकी है मगर अभी तक इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हुई है|
सिर्फ भगवान ही हमारी अर्थव्यवस्था की सहायता कर सकता है; सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
एन डी ऐ के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण आडवाणी ने अपने नए ब्लॉग में भारत की बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर नेताओं की अकर्मण्यता पर निशाना साधा और अर्थ व्यवस्था को बहग्वान के भरोसे बताया | ब्लागर अडवाणी ने स्तम्भकार तवलीन सिंह के लेख (आइए, सोनिया के बारे में बात करें) का हवाला दिया और यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी को असली प्रधान मंत्री बताते हुए समृध्द भारत के सपने के धवस्तीकरण के लिए श्रीमती गाँधी को जिम्मेदार ठहराया|
”निराशा के इतने घने बादल छाए हुए हैं इन दिनों दिल्ली के राजनीतिक आकाश में कि याद करना मुश्किल है कि सोनिया गांधी की सरकार जब बनी थी एक दशक पहले तो मौसम बहारों का था….
उस समृध्द भारत के सपने को सोनिया गांधी की आर्थिक नीतियों ने खत्म कर दिया है, प्रधानमंत्री को दोष देना बेकार है क्योंकि पिछले दशक से इस देश का असली प्रधानमंत्री कौन रहा है, हम सब जानते हैं।”इसी समाचारपत्र के उसी पृष्ठ पर एक और अन्य स्तम्भकार मेघनाद देसाई की टिपण्णी का उल्लेख किया जिसमे कहा गया है के” गरीबी और भ्रष्टाचार भारतीय लोकतंत्र के दो स्तम्भ हैं। ये पवित्र हैं। यदि इन्हें धन्यवाद दिया जाए तो अर्थव्यवस्था ठप्प होती है, कठिन भविष्य कठिनाइयों है।
प्रस्तुत है सीधे एल के अडवाणी के ब्लॉग से :
संसद और मीडिया में पिछले एक महीने से देश के सम्मुख मौजूद गंभीर आर्थिक संकट की चर्चा मुख्य रुप से हो रही है। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत भयावह गति से नीचे जा रही है! इन दिनों टिप्पणीकार बार-बार सन् 1991 के उस संकट की तुलना वर्तमान स्थिति से कर रहे हैं जब पी.वी. नरसिम्हा राव सरकार को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भारत को 67 टन सोना गिरवी रख 2.2 बिलियन डॉलर का आपात कर्जा लेने को बाध्य होना पड़ा था।
दो दिन पूर्व दि इक्नॉमोक्सि टाइम्स (31 अगस्त) ने प्रकाशित किया है: ”सभी प्रयासों के बावजूद रुपए की गिरावट को रोकने में असफल रहने के बाद, अब नीतिनिर्माताओं ने मंदिरों के द्वार खटखटाने की योजना बनाई है।
आंध्र का तिरुपति मंदिर, महाराष्ट्र में शिरडी मंदिर, मुंबई में सिध्दिविनायक और केरल में पद्मानाभास्वामी मंदिर, देश के उन सर्वाधिक अमीर मंदिरों में से हैंजिनके पास सोने का अकूत भण्डार है, से केंद्रीय रिजर्व बैंक उनसे उनके सोने को नकद में परिवर्तित करने को कहेंगे।
arun-jaitleysushma-swarajदोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं सहित संसद में भाजपा के दस नेताओं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष 30 अगस्त को राष्ट्रपति से मिले और उन्हें, वर्तमान आर्थिक संकट के बारे में एक ज्ञापन सौंपा जिसमें हमने कहा है:
”सदैव की भांति भारत सरकार सच्चाई से मुंह मोड़ रही है। इतने भर से वह संतुष्ट नहीं है और वर्तमान संकट के लिए खुद को छोड़कर बाकी सभी पर आरोप लगा रही है। यह विपक्ष, राज्य सरकारों, भारत के रिजर्व बैंक और वैश्विक कारणों पर दोषारोपण कर रही है। गैर-जिम्मेदारी की हद तब पार हो गई जब वित्त मंत्री ने इसका ठीकरा अपने पूर्ववर्ती (वित्त मंत्री) पर थोप दिया और प्रधानमंत्री मौन साधे रहे। महोदय, अर्थव्यवस्था और देश पर छाया वर्तमान संकट मुख्य रुप से विश्वास का संकट है। यहां एक ऐसी सरकार है जो निर्णय लेने, नेतृत्व प्रदान करने या भविष्य के लिए आशा की एक किरण दिखाने में अक्षम है। यह भयंकर भ्रष्टाचार में फंसी है। यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय को भी अब संदेह है कि सरकार महत्वपूर्ण फाइलों को गायब कर साक्ष्यों को नष्ट करने का प्रयास कर रही है।
rajnath_singसंकट के इस मौके पर एक लकवाग्रस्त सरकार है, जो कभी नहीं बोलने वाले प्रधानमंत्री, एक ऐसा वित्त मंत्री जो गलत तरीके से अपने उस पूर्ववर्ती पर दोषारोपण करता है जो अपना बचाव नहीं कर सकता, एक ऐसी सर्र्वोच्च नेता जिसे इसकी चिंता नहीं है कि पैसा कहां से आएगा और एक जड़वत नौकरशाही जो अक्षम है, को देश वहन नहीं कर सकता। इस सरकार के मंत्री बेलगाम हैं और परस्पर विरोधी उद्देश्यों के लिए काम कर रहे हैं। भारत सरकार का राज्य सरकारों, विशेष रुप से गैर-यूपीए शासित राज्यों तथा विपक्षी दलों वाले राज्यों से सम्बन्ध निचले स्तर पर है। इसलिए, हम आप से अनुरोध करने आए हैं कि इस अनिश्चितता को समाप्त करने के लिए इस सरकार को शीघ्रातिशीघ्र नया जनादेश लेने की सलाह दें और अगामी तीन महीनों में होने वाले राज्य विधानसभाई चुनावों के सा
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