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Category: Glamour

समोसे में आलू तो रहेगा मगर लोक सभा में कम से कम दस सालों के लिए बेचारा “लालू” नहीं रहेगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडी सरकार ने रशीद मसूद के बाद अपने ही सहयोगी दल आर जे डी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की लोक सभा में सदस्यता दस साल के लिए समाप्त करवा दी ओये अब मानता है न कि हम लोग लोक तंत्र के लिए अपने गुनाह गारों को भी नहीं बक्शते |

झल्ला

चतुर सुजान जी जब रात घटने लगती है तो खैरात भी खुद बखुद ही बंटने लगती है | नहीं समझे अपने राजा को बचाने के लिए अपने वजीर तक को मरवा दिया जाता है इसीलिए वजीर तो बेचारा गया पांच साल के लिए जेल में | |अब समोसे में आलू तो रहेगा मगर लोक सभा में कम से कम दस सालों के लिए बेचारा लालू नहीं रहेगा

एल के अडवाणी ने २ साल पहले इमरजेंसी पर फिल्मो की आवश्यकता बताई वोह अब शोधपरक धारावाहिक “प्रधानमंत्री” ने पूरी की

भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पत्रकार एल के अडवाणी ने १९७५ की इमरजेंसी पर फिल्म नहीं बनने पर , दो वर्ष पूर्व , फिल्म निर्माण में जो व्याप्त शून्य की तरफ इंगित किया था वोह शून्य अब शोधपरक धारावाहिक प्रधानमंत्री के माध्यम से भरा जा सका है| इसके लिए अडवाणी ने टी वी चैनल और निर्माताओं को बधाई दी है और इस धारावाहिक की प्रशंसा भी की है| प्रस्तुत है सीधे एल के अडवाणी के ब्लॉग से:
1जनवरी, 2011 के अपने एक ब्लॉग में, मैंने ब्रिटिश शासन के विरुध्द चटगांव विद्रोह से जुड़ी प्रसिध्द फिल्म निर्माता आशुतोष गॉवरीकर द्वारा निर्मित हिन्दी फिल्म के बारे में लिखा था। फिल्म का नाम था खेलें हम जी जान से और यह दि टेलीग्राफ की मानिनी चटर्जी द्वारा लिखी गई अत्यन्त शोधपरक पुस्तक पर आधारित थी।
गॉवरीकर की दो पूर्व देशभक्तिपूर्ण फिल्में लगान और स्वदेश काफी लोकप्रिय रहीं। हालांकि इस ब्लॉग विशेष का जोर इस पर था कि ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्ति के भारतीय संघर्ष पर तो कुछ फिल्में बनी हैं परन्तु हमारी अपनी भारत सरकार द्वारा 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटने और कैसे लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में लोगों ने आपातकाल के विरुध्द लड़ाई लड़ी तथा लोकतंत्र को समाप्त करने के शासकों के मसूबों पर पानी फेरा-को लेकर एक भी फिल्म नहीं बनी है।
आज के मेरे ब्लॉग का उद्देश्य एबीपी[ABP ] न्यूज को बधाई देना है कि न केवल उन्होंने उस शून्य को भरा है जो मैंने 2011 के ब्लॉग में इंगित किया था अपितु एक अत्यन्त शोधपरक धारावाहिक प्रधानमंत्री के माध्यम से आजादी के बाद से सभी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में दर्शकों को शिक्षित भी किया है।
अभी तक मैं लगभग आधा दर्जन एपिसोड-[१]ऑपरेशन ब्लू स्टार, [२]श्रीमती गांधी की हत्या,[३] भारत-पाक युध्द में लालबहादुर शास्त्री की विजय, [४]ताशकंद शिखर वार्ता और[६] ताशकंद में शास्त्रीजी की मृत्यु,
श्रीमती गांधी का आपातकाल, और 1977 के चुनावों में मोरारजी देसाई की विजय-से सम्बन्धित देख पाया हूं। मुझे ज्ञात हुआ कि इसका शोध, स्क्रिप्ट, सम्पादन, निर्देशन इत्यादि सभी चैनल के भीतर ही किया गया है। मैं अवश्य ही कहूंगा कि इसके प्रस्तोता शेखर कपूर के साथ यह धारावाहिक दिलचस्प और शिक्षित भी कर रहा है।
अभी तक इस धारावाहिक की 14 या 15 कड़ियां प्रसारित हो चुकी हैं। रात्रि (19 अक्तूबर) को दिखाई गई कड़ी में शाहबानो प्रकरण और न्यायालय द्वारा अयोध्या में रामजन्म भूमि के द्वार खोलने सम्बन्धी घटनाक्रम दिखाया गया।
धारावाहिक में कार्यक्रम प्रस्ताता ने प्रस्तुत किया कि कैसे सरकार ने बारी-बारी, पहले मुस्लिम वोट बैंक और फिर हिन्दू वोट बैंक को लुभाने की योजना रची।
इस धारावाहिक के निर्माताओं ने इसे यूटयूब पर डालकर बुध्दिमानी का काम किया है। मैंने व्यक्तिगत रुप से कोलकाता में अविक बाबू और दिल्ली में एमसीसी के ग्रुप एडीटर (जिसमें एबीपी न्यूज भी शामिल है) शाजी जमां को इस शानदार कार्यक्रम के लिए बधाई दी है।

वन्य जीव अगर किसी की फसल को नुकसान पहुंचाएंगे तो प्रदेश सरकार एक माह में मुआवजा देगी

[लखनऊ ]वन्य जीव अगर किसी की फसल को नुकसान पहुंचाएंगे तो प्रदेश सरकार एक माह में मुआवजा देने पर विचार कर रही है|उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आयोजित राज्य वन जीव बोर्ड की चौथी बैठक में यह निर्णय लिया गया|
इस बैठक में अवैतनिक वन्य जीव प्रतिपालकों की न्युक्ति के साथ ही वन्य जीवों द्वारा जन हानि की दशा में कृषक दुर्घटना बीमा यौजना के अनुरूप मुआवजा दिए जाने पर भी विचार करने का निर्णय लिया गया |बैठक में राज्य मंत्री जंतु उद्धान डॉ शिव प्रताप यादव+प्रमुख सचिव राकेश गर्ग+वी एन गर्ग+आदि की उपस्थिति में १५ प्रस्तावों पर संतुति प्रदान की गई|

पुलि‍स स्‍मृति‍ दि‍वस पर ,शहीद हुए पुलि‍स वालों को ,आज पुलि‍स स्‍मारक पर भाव पूर्ण श्रद्धांजलि‍ अर्पि‍त की गई

[नई दिल्ली] पुलि‍स स्‍मृति‍ दि‍वस पर शहीद हुए पुलि‍स वालों को आज भाव पूर्ण श्रद्धांजलि‍ अर्पि‍त की गई
पुलि‍स स्‍मारक, चाणक्‍यपुरी, नई दि‍ल्‍ली में पुलि‍स का स्‍मृति‍ दि‍वस मनाया गया।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इस भावुक आयोजन में भाग लि‍या और शहीद हुए पुलि‍स वालों को श्रद्धांजलि‍ अर्पि‍त की। उनके साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष ति‍वारी+गृह मंत्रालय में राज्‍य मंत्री श्री आर.पी.एन. सिंह+ वि‍त्‍त मंत्रालय में राज्‍य मंत्री श्री नमो नारायण मीना+ केंद्रीय मंत्रि‍मंडल के सचि‍व, गृह सचि‍व, प्रधानमंत्री कार्यालय में सुरक्षा सचि‍व, खुफि‍या ब्‍यूरो के नि‍देशक तथा वि‍भि‍न्‍न पुलि‍स तथा अर्धसैनि‍क बलों के प्रमुख दि‍ल्‍ली के पुलि‍स कमि‍श्‍नर के साथ उपस्‍थि‍त थे।

Police Commemoration Day

Police Commemoration Day


‘ वतन की राह पर वतन के नौ जवान शहीद हों ‘ की धुन पर धीमी गति‍से मार्च करते हुए पुलि‍स वाले शहीद पुस्‍ति‍का स्‍मारक तक लाए। नि‍देशक, खुफि‍या ब्‍यूरो ने 579 शहीदों के नाम पढ़े जि‍न्‍होंने 01 अक्‍टूबर, 2012 से 31 अगस्‍त, 2013 के बीच देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्‍योछावर कि‍ए। जि‍स समय गणमान्‍य व्‍यक्‍ति‍यों ने शहीदों को सम्‍मान देते हुए माल्‍यार्पण कि‍या, उस समय बैंड द्वारा ‘हथरोई’ धुन बजायी जा रही थी। ‘सलामी शस्‍त्र’ दि‍या गया, तुरही बजाई गई और सभी बलों ने अपने झंडे अर्धनत कि‍ए। दो मि‍नट का मौन रखने के बाद बैंड पर ‘अबाइड वि‍थ मी’ की धुन बजाया गया। ‘सलामी शस्‍त्र’ के अंति‍म पल पर बलों ने अपने झंडे पूर्ण मस्‍तूल पर लहराए और बैंड ने ‘ ऐ मेरे वतन के लोगों ‘ की धुन बजाया जि‍सके साथ ही आयोजन सम्‍पन्‍न हुआ।
फोटो कैप्शन
[१]The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari laying wreath at the Police Memorial, on the occasion of the Police Commemoration Day Parade, in New Delhi on October 21, 2013.
[२]The Union Home Minister, Shri Sushilkumar Shinde, the Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari, the Minister of State for Home, Shri R.P.N. Singh, the Minister of State for Finance, Shri Namo Narain Meena and other dignitaries, at the Police Commemoration Day Parade, in New Delhi on October 21, 2013

पुलिस दिवस पर आज शहीदों की कुर्बानियों को भावपूर्ण याद किया गया

[मेरठ]पोलिस दिवस पर आज शहीदों की कुर्बानियों को भावपूर्ण याद किया गया|
पोलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजली अर्पित की गई|

Police Day In Meerut

Police Day In Meerut


|आई जी जोन बृज भूषण+डी आई जी के. सत्यानारायण +एस एस पी ओंकार सिंह+ दो एस पी+ सी ओ+इन्स्पेक्टर आदि ने पुष्प चक्र चड़ा कर शहीदों को श्रधान्जली अर्पित की |इस अवसर पर शहीद हुए साथियों की स्मृति में हथियार उलटे किये गए इस अवसर पर शहीदों के परिजनों को शाल और बैंक चेक प्रदान करके सम्मानित किया गया |

लो जी नवाज शरीफ ने फिर देहाती ओरतों की तरह कश्मीर का रंडी रौना अमेरिका के सामने शुरू किया


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

पत्रकार

ओये झल्लेया ये पाकिस्तानी हुकुमरानो को कौन सी बीमारी है |देख तो हसाड़े सवर्ग कश्मीर को हथियाने के लिए कोई मौका नहीं चूकते | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जनाब नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने बुधवार को हाजरी भरनी है लेकिन आज रविवार के अवकाश पर फुर्सत से लन्दन में मीडिया के सामने कह दिया कि अमेरिका को कश्मीर के मुद्दे को हल करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए|मिडिल ईस्ट में जितना समय दिया जा रहा है उसका यदि १०% समय भी निकाला जाये तो कश्मीर की समस्या हल हो सकती है| ओये आपसी समस्यायों के लिए तीसरे पक्ष को लाना तो सरासर शिमला समझौते का उलंघन है|

झल्ला

ओ हो सर जी पहले नवाज शरीफ साहब ने अमेरिका में ही फ़रमाया था कि हसाड़े सोणे ते मन मोहणे प्रधान मंत्री बराक ओबामा के सामने देहाती महिलाओं की तरह कश्मीर के लिए रोते रहते हैं और १९९९ के बाद अब फिर खुद ही कश्मीर का रंडी रौना लेकर बैठे हुए हैं |झल्ले विचारानुसार डॉ मन मोहन सिंह चीन और रूस कि यात्रा पर निकले हैं ऐसे में उन पर दबाब बनाने के लिए ही यह रंडी रौना शुरू किया गया है|

डाक्टरों को हिप्पोक्रेटिक ओथ [HIPPOCRATIC OATH ]की याद दिलानी पड़ गई डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम को


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

उत्साही एलोपेथी डाक्टर

ओये झल्लेया हमें मुबारक तो दे दे यारा देख हसाडी मेरठ की आई एम् ऐ ने १०० साल पूरे कर लिए | हमने संस्था के भवन की स्थापना पर पंडित जवाहर लाल नेहरु को बुलवाया था तो अब संस्था की सेन्चुअरी[शतक] पूरी होने पर डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम साहब को मुख्य अतिथि बनाया है | हम केवल ओ टी या ओ पी डी में बंद होकर नहीं रह रहे हैं | हमारी डाक्टरों की यह संस्था दिन दूनी रात चौगिनी तरक्की कर रही है ओये अब तो मानता है ना हमारी संस्था की धाक और सम्प्रदाइक सौहार्द |

झल्ला

डाक्टर साहब आप जी को अपनी सेञ्चुअरी पूरी करने पर बधाई लेकिन आप जी के मुख्य अतिथि डॉ कलाम साहब ने आपको मरीज की जेब से नजरें हटा कर सहानुभूति के साथ जरुरत मंदों का इलाज करने का जो उपदेश दिया है उससे तो लगता है कि देश भर में अधिकांश डाक्टर अपने पवित्र पेशे में परोपकार कम और पैसा ज्यादा देख रहे हैं हम जी को बताया गया है कि जो साठा सो पाठा मगर आप लोग तो १०० पूरे कर चुके हो और अपने पेशे के लिए स्थापित यह १०० टकों वाली हिप्पोक्रेटिक ओथ [HIPPOCRATIC OATH ]को भूले बैठे हो

श्री विजय लखीचंद अचलिया को मुंबई हाई कोर्ट नविता सिंह को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया

मुम्बई एवं पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालयों में अतिरिक्त न्यायाधीश की नियुक्ति की गई है| श्री विजय लखीचंद अचलिया को मुंबई हाई कोर्ट नविता सिंह को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया
[१]श्री विजय लखीचंद अचलिया को मुंबई हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
[२]सुश्री नविता सिंह को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
इस संबंध में जारी अधिसूचना के अनुसार भारत के राष्ट्रपति ने भारत सरकार के कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 224 की उपधारा (1) के प्रावधानों के तहत ये नियुक्तियां दो वर्षों के लिए की है जो उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी।

श्री कृषण के श्री राधा रानी के साथ महा रास की मन मोहक प्रस्तुति से भक्त जन देर रात तक मन मुग्ध झूमते रहे

शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर श्री कृषण के श्री राधा रानी के साथ महा रास की मन मोहक प्रस्तुति से भक्त जन देर रात तक झूमते रहे|यह आयोजन राधा गोबिंद इंजीनियरिंग कालेज में हुआ|
अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक ग्रुप बांसूरी के कलाकारों ने मन मोहन के मोहक महारास का ऐसा महा आनंद लुटाया के दर्शक गण मन मुग्ध होकर अंत तक निहारते रहे | बृज वंदना के पश्चात मयूर नृत्य+चक्र नृत्य+बृज रसिया+रास लीला+दीपक नृत्य की प्रस्तुति और भजनों से ऐसा लगा मानो स्वयम कान्हा अपनी गोपियों संग जीवन हो उठे|
कालेज के चेयर मैन योगेश त्यागी ने वृन्दावन से ए विनय गोस्वामी को शाल भेंट कर उनका स्वागत किया|

अर्थ शास्त्री डॉ मन मोहन सिंह ने अपने कालेज के साथी भारतीय चि‍त्रकला विशेषग्य प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के निबंधों का विमोचन किया

अर्थ शास्त्री डॉ मन मोहन सिंह ने अपने कालेज के साथी भारतीय चि‍त्रकला विशेषग्य प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के निबंधों का विमोचन किया
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज अपने कालेज के साथी प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के सम्‍मान में निबंधों की एक पुस्‍तक का विमोचन किया।
इस पुस्‍तक का नाम है- इंडि‍यन पेंटिंग: थीम्‍स, हि‍स्‍ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स ।
पी एम् ने प्रोफेसर गोस्‍वामी के विषय में बताया कि उन दि‍नों में प्रति‍ष्‍ठि‍त सेवा, आईएएस को छोड़ना अनसुनी बात थी, लेकि‍न प्रोफेसर गोस्‍वामी सदा दृढ़ वि‍श्‍वास के व्‍यक्‍ति‍ थे। उन्‍होंने जीवन के शुरू में अपने दि‍ल की आवाज को स्‍पष्‍ट रूप से सुना था। और यह कला के जगत के लि‍ए एक अच्‍छी बात थी।
आज हम उनका 80वां जन्‍मदि‍वस मनाने के लि‍ए यहां एकत्र हुए हैं जो दोहरा लाभ है। इस दौरान प्रोफेसर गोस्‍वामी ने एक प्रति‍ष्‍ठि‍त स्‍थान प्राप्‍त कर लि‍या है। उनकी रचनाएं, वि‍शेष रूप से भारतीय चि‍त्रकला के क्षेत्र में अत्‍यधि‍क प्रभावशाली रही हैं। उन्‍होंने कुल मि‍लाकर वि‍श्‍व को, अमरीका और यूरोप के वि‍श्‍ववि‍द्यालयों में शि‍क्षण सहि‍त वि‍भि‍न्‍न तरीकों से भारतीय कला की बारीकि‍यों से अत्‍यधि‍क अवगत कराया है।
यह प्रोफेसर गोस्‍वामी के लि‍ए उचि‍त श्रेय की बात है कि‍ समूचे वि‍श्‍व से ख्‍याति‍ प्राप्‍त वि‍द्वान उनके सम्‍मान में प्रकाशि‍त की जा रही इस वि‍शेष पुस्‍तक इंडि‍यन पेंटिंग: थीम्‍स, हि‍स्‍ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स में योगदान करने के लि‍ए यहां एकत्र हुए हैं।
उन्होंने कहा “मैं समझता हूँ कि‍ भारतीय चि‍त्रकला के वि‍भि‍न्‍न पहलुओं पर नए दृष्‍टि‍कोण उजागर करने के अलावा इस पुस्‍तक में अनेक नए अनुसंधानों के बारे में जानकारी भी है। मुझे इस पुस्‍तक का वि‍हंगम दृष्‍टि‍पात करने का अवसर प्राप्‍त हुआ है और इस वि‍षय के बारे में मुझे बहुत कम ज्ञान होने के बावजूद यह पुस्‍तक यथार्थ रूप में प्रमाणि‍क और प्रभावशील है। मुझे वि‍श्‍वास है कि‍ यह पुस्‍तक उन सभी के लि‍ए अत्‍यधि‍क उपयोगी होगी जो भारतीय कला और खासकर भारतीय चि‍त्रकला के वि‍षय में रूचि‍ रखते हैं”।
फोटो कैप्शन
[१] प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह अपने साथी प्रो.बी एन गोस्वामी कि पुस्तक इंडियन पेंटिंग थीम्स हिस्ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स [ Indian Painting: Themes, History and Interpretations ] का विमोचन करते हुए