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Category: Social Cause

Raghuram Rajan has taken over charge of Reserve Bank Of India With Many Economic Problems

Raghuram Rajan has taken over charge of Reserve Bank Of India as 23rd Governor
Raghuram Rajan and D Subbarao shook hands warmly & hugged after Rajan signed papers taking over as 23rd Governor of central bank.
Raghuram Rajan, is a former International Monetary Fund chief economist
He takes charge Of many economical problems also.[1] central bank grapples with a weakening rupee,
[2]widening current account deficit and
[3] slowdown in economic growth.
[4]India’s currency has declined 20% against the US dollar since May

भाजपा ने सुन्दर गढ़ में कोयला दुर्घटना की जांच और पीड़ितों को मुआवजे की मांग राज्य सभा में उठाई

भाजपा के राष्ट्रीय महा सचिव और राज्य सभा सदस्य धर्मेन्द्र प्रधान ने सुन्दर गढ़ में कोयला दुर्घटना की जांच और पीड़ितों को मुआवजे की मांग राज्य सभा में उठाई | इस दुर्घटना में १२ शव बरामद हो चुके हैं| ये सभी ट्राईबल जाति के हैं | मलबे में अभी और शव बरामद होने की संभावना जताई जा रही है|सांसद प्रधान ने कोयला मंत्री और श्रम विभाग के साथ ही राज्य सरकार को ११ अगस्त को घटी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया| भाजपा नेता ने राज्य सभा में बताया कि उन्होंने स्वयम कोयला मंत्री को घटना कि सूचना देते हुए जाँच की मांग की लेकिन कोयला मंत्री ने साफ इनकार करते हुए अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर लिया|उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्घटना की ऍफ़ आई आर दर्ज़ कराई जा चुकी है मगर अभी तक इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हुई है|

सिर्फ भगवान ही हमारी अर्थव्यवस्था की सहायता कर सकता है; सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

एन डी ऐ के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण आडवाणी ने अपने नए ब्लॉग में भारत की बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर नेताओं की अकर्मण्यता पर निशाना साधा और अर्थ व्यवस्था को बहग्वान के भरोसे बताया | ब्लागर अडवाणी ने स्तम्भकार तवलीन सिंह के लेख (आइए, सोनिया के बारे में बात करें) का हवाला दिया और यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी को असली प्रधान मंत्री बताते हुए समृध्द भारत के सपने के धवस्तीकरण के लिए श्रीमती गाँधी को जिम्मेदार ठहराया|
”निराशा के इतने घने बादल छाए हुए हैं इन दिनों दिल्ली के राजनीतिक आकाश में कि याद करना मुश्किल है कि सोनिया गांधी की सरकार जब बनी थी एक दशक पहले तो मौसम बहारों का था….
उस समृध्द भारत के सपने को सोनिया गांधी की आर्थिक नीतियों ने खत्म कर दिया है, प्रधानमंत्री को दोष देना बेकार है क्योंकि पिछले दशक से इस देश का असली प्रधानमंत्री कौन रहा है, हम सब जानते हैं।”इसी समाचारपत्र के उसी पृष्ठ पर एक और अन्य स्तम्भकार मेघनाद देसाई की टिपण्णी का उल्लेख किया जिसमे कहा गया है के” गरीबी और भ्रष्टाचार भारतीय लोकतंत्र के दो स्तम्भ हैं। ये पवित्र हैं। यदि इन्हें धन्यवाद दिया जाए तो अर्थव्यवस्था ठप्प होती है, कठिन भविष्य कठिनाइयों है।
प्रस्तुत है सीधे एल के अडवाणी के ब्लॉग से :
संसद और मीडिया में पिछले एक महीने से देश के सम्मुख मौजूद गंभीर आर्थिक संकट की चर्चा मुख्य रुप से हो रही है। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत भयावह गति से नीचे जा रही है! इन दिनों टिप्पणीकार बार-बार सन् 1991 के उस संकट की तुलना वर्तमान स्थिति से कर रहे हैं जब पी.वी. नरसिम्हा राव सरकार को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भारत को 67 टन सोना गिरवी रख 2.2 बिलियन डॉलर का आपात कर्जा लेने को बाध्य होना पड़ा था।
दो दिन पूर्व दि इक्नॉमोक्सि टाइम्स (31 अगस्त) ने प्रकाशित किया है: ”सभी प्रयासों के बावजूद रुपए की गिरावट को रोकने में असफल रहने के बाद, अब नीतिनिर्माताओं ने मंदिरों के द्वार खटखटाने की योजना बनाई है।
आंध्र का तिरुपति मंदिर, महाराष्ट्र में शिरडी मंदिर, मुंबई में सिध्दिविनायक और केरल में पद्मानाभास्वामी मंदिर, देश के उन सर्वाधिक अमीर मंदिरों में से हैंजिनके पास सोने का अकूत भण्डार है, से केंद्रीय रिजर्व बैंक उनसे उनके सोने को नकद में परिवर्तित करने को कहेंगे।
arun-jaitleysushma-swarajदोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं सहित संसद में भाजपा के दस नेताओं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष 30 अगस्त को राष्ट्रपति से मिले और उन्हें, वर्तमान आर्थिक संकट के बारे में एक ज्ञापन सौंपा जिसमें हमने कहा है:
”सदैव की भांति भारत सरकार सच्चाई से मुंह मोड़ रही है। इतने भर से वह संतुष्ट नहीं है और वर्तमान संकट के लिए खुद को छोड़कर बाकी सभी पर आरोप लगा रही है। यह विपक्ष, राज्य सरकारों, भारत के रिजर्व बैंक और वैश्विक कारणों पर दोषारोपण कर रही है। गैर-जिम्मेदारी की हद तब पार हो गई जब वित्त मंत्री ने इसका ठीकरा अपने पूर्ववर्ती (वित्त मंत्री) पर थोप दिया और प्रधानमंत्री मौन साधे रहे। महोदय, अर्थव्यवस्था और देश पर छाया वर्तमान संकट मुख्य रुप से विश्वास का संकट है। यहां एक ऐसी सरकार है जो निर्णय लेने, नेतृत्व प्रदान करने या भविष्य के लिए आशा की एक किरण दिखाने में अक्षम है। यह भयंकर भ्रष्टाचार में फंसी है। यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय को भी अब संदेह है कि सरकार महत्वपूर्ण फाइलों को गायब कर साक्ष्यों को नष्ट करने का प्रयास कर रही है।
rajnath_singसंकट के इस मौके पर एक लकवाग्रस्त सरकार है, जो कभी नहीं बोलने वाले प्रधानमंत्री, एक ऐसा वित्त मंत्री जो गलत तरीके से अपने उस पूर्ववर्ती पर दोषारोपण करता है जो अपना बचाव नहीं कर सकता, एक ऐसी सर्र्वोच्च नेता जिसे इसकी चिंता नहीं है कि पैसा कहां से आएगा और एक जड़वत नौकरशाही जो अक्षम है, को देश वहन नहीं कर सकता। इस सरकार के मंत्री बेलगाम हैं और परस्पर विरोधी उद्देश्यों के लिए काम कर रहे हैं। भारत सरकार का राज्य सरकारों, विशेष रुप से गैर-यूपीए शासित राज्यों तथा विपक्षी दलों वाले राज्यों से सम्बन्ध निचले स्तर पर है। इसलिए, हम आप से अनुरोध करने आए हैं कि इस अनिश्चितता को समाप्त करने के लिए इस सरकार को शीघ्रातिशीघ्र नया जनादेश लेने की सलाह दें और अगामी तीन महीनों में होने वाले राज्य विधानसभाई चुनावों के सा

सत्ता की रात घटने लगी है तभी ऍफ़ डी आई को भी मंजूरी मिलने लगी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये एवेंई लोगी कहते फिरते हैं कि हसाडी सोणी ते मन मोहणी सरकार ऍफ़ डी आई[ Foreign Direct Investment ] के लिए रुकावटें डाल रही हैं |ओये आज ही हसाडी सरकार ने लगभग ९९२.६१ करोड़ के ऍफ़ डी आई को लाने के लिए १७ कंपनियों को मंजूरी दे दी है |ओये इसके अलावा जेट एयरवेज में २४% शेयरों कि खरीद के लिए एतिहाद के 2057.66 करोड़ रुपयों के निवेश के प्रस्ताव को भी इकनोमिक अफेयर्स की कैबिनेट समिति के पास भेज दिया है| ओये अब तो देश में रूपया बरसे ही बरसे |

झल्ला

चतुर सुजान जी बड़ी पुराणी कहावत है कि जब रात घटने लगती है तब खैरात बंटने लगती है|अब चुनावी साल सर पर आ खड़ा हुआ है ऐसे में ऍफ़ डी आई को मंजूरी तो देनी ही थी और इसके अलावा आपके तीन सांसदों वाले एक घटक के चुनावों में छिटकने के समाचार भी छप रहे हैं उस घटक के सुप्रीमो तो जेटएयरवेज में इस निवेश के अपने प्रेम को कई बार प्रदर्शित भी कर चुके हैं|

यूं पी सरकार ने आखिरकार मेरठ सहित चार हवाई पट्टियों को भारतीय विमानपत्तन को हस्तांतरित करने का निर्णय ले ही लिया

उतर प्रदेश सरकार ने आखिरकार मेरठ सहित चार हवाई पट्टियों को भारतीय विमानपत्तन को हस्तांतरित करने का निर्णय ले लिया है|
अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद् की बैठक में आज यह निर्णय लिया गया |
यह स्थानान्तरण यथा स्थिति में किया जाएगा| बताया गया है के उत्तर प्रदेश में बेहतर एयर कनेक्टिविटी को विकसित करने और सी श्रेणी के हवाई जहाजों का सिविल शेड्यूल आपरेशन प्रारम्भ करने के उद्दश्य से यह निर्णय लिया गया है|
[१]डॉ भीम राव आंबेडकर मेरठ परतापुर
[२]मुरादाबाद
[३]फैज़ा बाद
[४]सैफई
मुरादाबाद और फैज़ा बाद में आवश्यक अतिरिक्त भूमि को क्रय /अर्जन करके निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा| व्यय की व्यवस्था २०१३-१४ में अनुपूरक मांग के माध्यम से की जायेगी|

उत्तर प्रदेश में सेवानिवृत चिकित्सा शिक्षक अब ७० वर्ष तक संविदा पर कार्य कर सकेंगे

उत्तर प्रदेश में सेवानिवृत चिकित्सा शिक्षक अब ७० वर्ष तक संविदा पर कार्य कर सकेंगे|
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद् की बैठक में यह निर्णय लिया गया|
इस बैठक में प्रदेश के सभी राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेजों में सेवानिवृत चिकित्सा शिक्षकों को संविदा पर नियुक्त किये जाने की अधिकतम आयु ६५ वर्ष से बढा कर ७० वर्ष किये जाने का निर्णय लिया गया है|यह निर्णय मेडिकल कालेजों में वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों की कमी को देखते हुए लिया गया है|

उत्तर प्रदेश में गरीबी की रेखा से नीचे की महिलाओं को साड़ी और वृद्ध जनों को कम्बल वितरण की यौजना को हरी झंडी

उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाज वादी सरकार ने गरीबी की रेखा से नीचे की महिलाओं को साड़ी और वृद्ध जनों को कम्बल वितरण की लोक लुभावन यौजना को हरी झंडी दे दी गई है| मंत्री परिषद् की बैठक में यह निर्णय लिया गया|भूख मुक्ति एवं जीवन रक्षा गारंटी यौजना के अंतर्गत प्रदेश की बी पी एल महिलाओं को दो दो साडी और वृद्ध जनों को एक एक कम्बल दिए जाने के १९ मार्च २०१३ के शासनादेश में संशोधन परिवर्धन के पश्चात इस यौजना को मंजूरी दी गई है|साड़ियों की टेस्टिंग के लिए वस्त्र समिति कानपूर की लैब को भी शामिल किया गया है|इसके अलावा वितरण की जाने वाली सामग्री पर पंचायती राज विभाग के टैग लगाने को आवश्यक बनाया गया है|

बिहार में खाद्य आपूर्ति सम्बन्धी विभागों में अनेकों स्वीकृत पद रिक्त हैं और दुकानदार राशन नहीं उठा रहे

बिहार में खाद्य आपूर्ति सम्बन्धी विभागों में अनेकों स्वीकृत पद रिक्त हैं और दुकानदार राशन नहीं उठा रहे |
फ़ूड सिक्यूरिटी बिल की हिमायती जे डी यूं के अपने बिहार में खाद्य आपूर्ति सम्बन्धी विभागों में राज्य खाद्य निगम के स्वीकृत १२८ और २६६ प्रखंड आपूर्ति [नए] पदों पर भी रिक्तियां हैं| इसके अलावा पांच राज्यों के ८६५ राशन दुकानदारों ने राशन नहीं उठाया है| यह स्वीकोरोक्ति आज खाद्य एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग के मंत्री श्याम रजक ने स्वयम की है|उन्होंने इन पदों को शीघ्र भरने का आश्वासन भी दिया है|मंत्री श्याम रजक ने इन रिक्तियों को भरने के लिए आदेश दिए जाने का दावा भी किया है| मंत्रालय में समीक्षा बैठक में मंत्री ने बताया कि गौदाम निर्माण के सम्बन्ध में राज्य सरकार कि यौजना के अंतर्गत ५ लाख में.टन के प्रीफेब्रिकेटेड [ Prefabricated ]गौदाम निर्माण की यौजना नाबार्ड को भेजी जा चुकी हैं |राज्य खाद्य निगम के अपर प्रबंध निदेशक ने मंत्री को अवगत कराया कि पांच जिलों से ८६५ दुकानदार खाद्यान के उठाव के लिए नहीं आये हैं|इनका विवरण निम्न है :
[१]जहानाबाद से १५
[२]अरवल से १००
[३]बक्सर में ५३
[४]रोहतास से ५८६
[५]मुजफ्फर पुर से २११
२ करोड़ १९ लाख राशन कार्ड का विवरण बेल्तोन को उपलब्ध कराया जा चुका हैं|और १ करोड़ ७८ लाख डाटा एंट्री हो भी चुकी है| बैठक में प्रधान सचिव शिशिर सिन्हा +सत्यानन्द +संजय कुमार+दिलीप कुमार+डॉ सिद्धार्थ +आदि अनेको वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे|

संसद कोयले की फाईलों में दबी रही और रूपया और बाज़ार फिर धडाम हो गए

संसद कोयले की फाईलों में दबी रही और रूपया और बाज़ार फिर धडाम हो गए |
भारतीय संसद आज भी कोयला जैसे घोटालों की फाइलों में उलझी रही और भारतीय अर्थ व्यवस्था आज भी खून के आंसूं बहाती दिखी | एक अमेरिकी डॉलर को खरीदने के लिए जहाँ ६८ रुपये तक का भुगतान करना पडा वहीं शेयर बाज़ार भी धडाम हो गया| सेंसेक्स ने ६५१ पॉइंट्स खोये |इस गिरावट के पीछे सीरिया में आये संकट को भी दोषी बताया जा रहा है|अमेरिकी प्रेजिडेंट बराक ओबामा ने सीरिया पर अटैक करने के लिए अपनी कांग्रेस से इजाजत लेने की बात कही है लेकिन नवीनतम घटना क्रम के अनुसार सेन्ट्रल मेडिटरेनीयन सी [ central Mediterranean Sea. ] में दो मिसाईल लौन्चेस [two missile launches ]मिलने की बात की जाने लगी है| इससे बाज़ार में ज्यादा हड़बड़ी रही|

बाड़ की गंभीर स्थिति से जूझ रहे बिहार में बारिश की संभावना से नदियों के जलस्तर के और बढने का अंदेशा

बाड़ की गंभीर स्थिति से जूझ रहे बिहार में बारिश की संभावना से नदियों के जलस्तर के और बढने का अंदेशा |
२० जिलों में बाड़ की गंभीर स्थिति से जूझ रहे बिहार में बारिश को देखते हुए वहां नदियों के जल स्तर के और बढ़ने की संभावना पर चिंता व्यक्त की जा रही है|भारत मौसम विज्ञान विभाग की सूचनानुसार ३ सितम्बर की प्रात तक बिहार की सभी नदियों के जल ग्रहण छेत्रों में साधारण वर्षा होने की संभावना है जिसके फलस्वरूप नदियों के जलस्तर में २० सेंटीमीटर तक वृद्धि होने का अनुमान है यह खतरे के निशान से ज्यादा है|
जल संसाधन विभाग ने केन्द्रीय जल आयोग के हवाले से जानकारी दी है के गंगा नदी का जलस्तर भागल पुर +भागलपुर+गाँधी घाट+पटना+मुंगेर+साहेब गंज+फरक्का में खतरे के निशान से न्यूनतम ४८ से.मी.से अधिकतम १९१ तक था|इन सभी पर न्यूनतम ४ और अधिकतम २० से मी की वृद्धि की सूचना दी गई है|इसके आलावा घाघरा नदी का जलस्तर ने कमी होने की संभावना बनी है|सोन+कोसी+बूढी गंडक+कमल-बलान में बढ़ोत्तरी की संभावना है |
विशेष कार्य पदाधिकारी विपिन कुमार रॉय ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया के बाढ़ पीड़ित परिवारों को एक एक क्विंटल खद्यान देयता के मानकों के अनुसार २ लाख ५८ हज़ार ७९६ क्विंटल खाद्यान+५८५०० पोली शीट्स वितरित की जा चुकी है|८५ राहत शिविर स्थापित किये गए हैं| १६० बाढ़ मृत्यु के एवज में अनुग्रह अनुदान भी दिए गए हैं|२७९९ देसी नाव लगाईं गई है|