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लाल कृषण अडवाणी ने भी रक्षा मंत्री ऐ के अंटोनी का उपहास उड़ाया

भाजपा के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने भी अपने ब्लॉग में एक अन्य लेख के माध्यम से रक्षा मंत्री ऐ के अंटोनी का उपहास उड़ाया है |
ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्यलेख) में अडवाणी ने बताया है कि इण्डियन एक्सप्रेस के मुख्य सम्पादक शेखर गुप्ता के सम्पादकीय पृष्ठ पर ‘स्केर्ड विट्लस‘ (SCARED WITLESS) शीर्षक से लेख प्रकाशित हुआ है जिसमे ए.के. एंटोनी की तुलना शेक्सपीयर के नाटक ”जूलियस सीजर” के मार्क एंटोनी से की गई है इस लेख के साथ समाचारपत्र के कार्टूनिस्ट इ.पी. उन्नी द्वारा चोगे में रक्षामंत्री ए.के. एंटोनी के रेखाचित्र भी रेखांकित किया गया है जिसमें ऐ के अंटोनी को ‘मार्क-II एंटोनी स्पीच!‘ के रूप में वर्णित किया है |अडवाणी ने ”इतनी निर्दयता और शानदार ढंग” की इस प्रस्तुति की प्रशंसा की है।
लेख कहता है: ”आपके पास अन्य मंत्रीगण हैं और नानाविध मुद्दों पर उनके वक्तव्य हो सकते हैं। लेकिन नियंत्रण रेखा पर हुई घटना के बारे में रक्षामंत्री ऐसा करें? वह अब कहते हैं कि पहले वह ‘उपलब्ध‘ सूचनाओं के आधार पर बोले और अब वे ज्यादा अच्छा जानते हैं कि आतंकवादी सेना के वेश में न केवल पाकिस्तानी रेगुलर्स (नियमित सैनिक) बन गए अपितु उनकी विशेष फोर्स से भी हैं।

President of India extended greetings to the Government and People of Pakistan on the Occasion of the Independence Day of this neighboring Country

India extends greetings and felicitations to the Government and People of Pakistan on the Occasion of the Independence Day of this neighboring Country
The President of India, Shri Pranab Mukherjee has extended greetings and felicitations to the Government and people of Pakistan on the occasion of the Independence Day of Pakistan (August 14, 2013)
In a message to his counter part in Pakistan Asif Ali Zardari, the President has said, “on the occasion of the Independence Day of Pakistan, I have the pleasure of conveying, on behalf of the Government and the people of India, our felicitations to the Government and the people of Pakistan.
I take this opportunity to reiterate India`s commitment to building a friendly and cooperative relationship with Pakistan that leads to peace in our region and progress and prosperity of our peoples”.President of India to address the nation tomorrow on the eve of Independence Day 2013
Apart from the above Shri Mukherjee will address nation tomorrow on the eve of India’s 67th Independence Day.
The address will be telecast over all channels of Doordarshan in English from 7 P.M. onwards followed immediately by its Hindi translation. AIR will broadcast the regional language versions of the address over its regional channels from 9.30 P.M. onwards.

चालू खाता घाटे को नि‍यंत्रण में रखने के लिए अब सोना, प्‍लैटि‍नम और चांदी पर सीमा शुल्‍क में १०% तक की बढ़ोत्तरी

चालू खाता घाटे को नि‍यंत्रण में रखने के लिए किये जा रहे उपायों में अब सोने और प्‍लैटि‍नम पर सीमा शुल्‍क में 8 से 10 प्रति‍शत तक और चांदी पर 6 से 10 प्रति‍शत वृद्धि‍ की गई है।इस विषय में संसद में आज अधि‍सूचना प्रस्‍तुत कर दी गई। इसके चलते अयस्‍क सोने/सांद्र सोने, सोना डोर छड़ और चांदी डोर छड़ पर सीमा शुल्‍क में समायोजन कि‍या जा रहा है। इसी प्रकार अयस्‍क/सांद्र सोने, सोना डोर छड़ पर सीमा शुल्‍क 6 से 8 प्रति‍शत, जबकि‍ चांदी डोर छड़ पर 3 से 7 प्रति‍शत सीमा शुल्‍क में बढोत्‍तरी की जा रही है।
गौरतलब है कि भारत इन धातुओं का बढ़ा आयातक देश है जिसके बदले में विदेशी मुद्रा बाहर जाती है| अप्रैल से मात्र चार महीनों में चांदी के आयात में कीमत के भुगतान के हिसाब से २००% कि बढ़ोत्तरी हुई है जबकि सोने के इम्पोर्ट में यह वृधि ६८% है|
सोने और चांदी पर सीमा शुल्‍क में बदलाव के परि‍णाम स्‍वरूप अयस्‍क/ सांद्र सोने से बनी सोने की शुद्ध छड़, सोने/चांदी डोर छड़ या तांबे पर उत्‍पाद शुल्‍क में 7 से 9 प्रति‍शत की वृद्धि‍ की गई है। उसी तरह, अयस्‍क/सांद्र चांदी से बनी, सोने/चांदी डोर छड़ या तांबे, जिंक या पि‍घले सीसे पर उत्‍पाद शुल्‍क में 4 से 8 प्रति‍शत की बढ़ोत्‍तरी हो रही है।
भारत, सोने और चांदी का एक प्रमुख आयातक देश है। इस वर्ष 2012-13 के दौरान आयाति‍त सोने की मात्रा 845 मी‍ट्रि‍क टन थी जि‍सका मूल्‍य 2,45,862 करोड़ रूपए था। वर्ष 2012-13 में 10,691 करोड़ रूपए मूल्‍य की 1963 मी‍ट्रि‍क चांदी का आयात कि‍या गया। 17 जनवरी 2012 से पहले 99.5 शुद्धता वाले स्‍टैंडर्ड सोने पर आयात शुल्‍क 300 रूपए प्रति‍ 10 ग्राम था। 17 जनवरी 2012 से शुल्‍क में 2 प्रति‍शत की वृद्धि‍ कर दी गई। उसके बाद 2012-13 के बजट में इसमें 4 प्रति‍शत की वृद्धि‍ की गई जि‍से 21 जनवरी 2013 को और बढाकर 6 प्रति‍शत कर दि‍या गया।
उसके बाद 5 जून 2013 से सोने पर आयात शुल्‍क 6 से 8 प्रति‍शत की दर से बढ़ा दि‍या गया।
शुल्‍क बढ़ाने का मूल उद्देश्‍य सोने के आयात पर अंकुश लगाना था। चांदी पर पि‍छली बार 17 जनवरी 2012 से शुल्‍क दरें संशोधि‍त की गई थीं।
17 जनवरी 2012 से पहले, चांदी पर सीमा शुल्‍क 1500 रूपए प्रति‍ कि‍लोग्राम के वि‍शेष मूल्‍य पर आधारि‍त था जि‍से 17 जनवरी 2012 से 6 प्रति‍शत बढ़ाया गया था।
हाल के महीनों में सोने और चांदी के आयात में उछाल देखा गया है। मात्रामक रूप में अप्रैल से जुलाई 2013 में सोने का आयात 205 मीट्रि‍क टन से बढ़कर 383 मीट्रि‍क टन हो गया जो कि‍ 87 प्रति‍शत की वृद्धि‍ है। मूल्‍य के रूप में देखें तो आयात, 56,488 करोड़ रूपए से बढ़कर 95,092 करोड़ रूपए के मूल्‍य का हो गया जो कि‍ करीब 68 प्रति‍शत बढ़ोत्‍तरी दि‍खाता है। अप्रैल से जुलाई 2013 के दौरान चांदी का आयात अप्रैल से जुलाई 2012 के 4,281 करोड़ रूपए के मुकाबले 12,789 करोड़ रूपए मूल्‍य का रहा, जो‍ करीब 200 प्रति‍शत बढ़ोत्‍तरी है। कल, वि‍त्‍त मंत्री ने सोने और चांदी के आयात को कम करने की आवश्‍यकता पर बल दि‍या था।

जेट एयरवेज एयर लाइन अब मोबाईल खरीदने पर भी जे पी माइल्स देगी

जेट एयरवेज एयर लाइन अब मोबाईल खरीदने पर भी जे पी माइल्स देगी
भारत की अग्रणी निजी एयर लाइन्स जेट एयरवेज ने मोबाईल स्टोर से व्यावसाईक समझौता करके अपने ग्राहकों का दायर बढ़ा लिया है |मोबाइल स्टोर देश में पहला टेलिकॉम रिटेल स्टोर है |इस समझौते से इस टेलिकॉम स्टोर के उपभोक्ता भी एयर लाइन्स के जे पी माइल्स अर्जित कर सकेंगे|
जेट एयरवेज के सी सी ओ सुधीर राघवन ने बताया कि यह अपने किस्म कि पहली और अनूठी पार्टनर शिप है जिसके अंतर्गत १०० शहरों में चल रहे ९०० स्टोर से मोबाईल या टेबलेट खरीदने से जेट एयरवेज एयर लाइन्स में जे पी माईल्स का लाभ अर्जित किया जा सकेगा| इसके आलावा ओन लाइन खरीददारी पर भी यह सुविधा उपलब्ध रहेगी|

पाकिस्तान के आक्रमण पर बदल बदल कर दिए गए रक्षा मंत्री के बयानों से देश और सरकार की प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंची है : लाल कृषण अडवाणी

भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने संसद सत्र को व्यर्थ करने के लिए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की | अडवाणी ने अपने ब्लाग में बताया है कि संसद के मानसून सत्र में तेलंगाना के गठन को लेकर सरकार की ढुल मुल नीति + सीमा पर हुए पाकिस्तान के आक्रमण पर बदल बदल कर दिए गए रक्षा मंत्री के बयानों से देश और सरकार की प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंची है प्रस्तुत है सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
इन इकतालीस वर्षों के अपने संसदीय जीवन में मैंने पहले कभी भी नहीं देखा कि किसी सरकार ने संसद सत्र को इतनी बुरी तरह से व्यर्थ कर दिया हो जैसाकि यूपीए सरकार ने संसद के वर्तमान मानसून सत्र को किया है।
तीन सप्ताह का सत्र घोषित किया गया था। पहला सप्ताह समाप्त हो गया है। एक दिन भी न तो प्रश्नकाल हो सका या न ही कोई अन्य कामकाज। समूचे सप्ताह में रोज हंगामा होता रहा। और यह हंगामा मुख्य रुप से आंध्र से जुड़े कांग्रेसजनों ने किया-जो तेलंगाना का विरोध और आंधा प्रदेश को संयुक्त रखने की मांग कर रहे थे।
पहले सप्ताह के व्यर्थ जाने में मुख्य कारण तेलंगाना के बारे में घोषणा करना रहा। भाजपा सदस्य सरकार से बार-बार अनुरोध करते रहे कि वह अपनी पार्टी के सदस्यों को संयम में रखें परन्तु इस दिशा में कोई कोशिश होती भी नहीं दिखाई दी! इससे आश्चर्य होता है कि आने वाले दो सप्ताहों के सत्र की सत्तारुढ़ दल कैसे योजना बनाएगा!
तेलंगाना आंदोलन के दशकों पुराने इतिहास में जाए बगैर मुझे स्मरण आता है कि 9 दिसम्बर, 2009 का, जब यूपीए सरकार ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की थी, तब केंद्रीय गृह मंत्री श्री पी. चिदम्बरम ने घोषणा की कि भारत सरकार एक पृथक राज्य तेलंगाना बनाने की रुकी हुई प्रक्रिया को राज्य विधानसभा में विधेयक पारित कराकर शुरु करेगी। सभी को लगा था कि इस हेतु आवश्यक विचार-विमर्श कांग्रेस पार्टी के भीतर हो गया होगा। लेकिन इस घोषणा से आंध्र और रायलसीमा में विरोध शुरु हो गया। 23 दिसम्बर, 2009 को भारत सरकार ने दूसरी घोषणा की कि जब तक सभी दलों से एक आम सहमति नहीं बन जाती तब तक तेलंगाना पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
इसका अर्थ हुआ गृह मंत्रालय की घोषणा का उलट होना। अब जो हो रहा है उससे तेलंगाना के लोग महसूस कर रहे हैं कि यह घोषणा आगामी चुनावों में फायदा उठाने के उद्देश से की गई है और सत्तारुढ़ दल ने एक बार फिर से उन्हें वेबकूफ बनाया है।
मुझे याद है कि एनडीए शासन के दौरान तीन नए राज्यों-उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़ और झारखण्ड-का निर्माण कितनी सहजता से हुआ। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और बिहार-इन तीन राज्यों जिनमें से उपरोक्त तीनों राज्यों का जन्म हुआ, की विधानसभाओं ने इनके पक्ष में प्रस्ताव पारित किए और संसद के दोनों सदनों में लगभग सर्वसम्मति से आवश्यक विधेयक पारित किए। यह सब इसलिए हासिल हो सका क्योंकि भाजपा इन नए राज्यों के बारे में इच्छुक थी और इस सम्बन्ध में आवश्यक आधार कार्य कर लिया गया था।
तब भी भाजपा तेलंगाना के पक्ष में थी लेकिन चूंकि उस समय हमारी सरकार को समर्थन दे रही सहयोगी पार्टी तेलुगूदेसम इसके पक्ष में नहीं थी, अत: हमारी सरकार इसके बारे में बात तक नहीं कर सकी।
तेलंगाना मुद्दे को गलत ढंग से ‘हैंडल‘ करने के चलते अब तक का संसद सत्र एकदम व्यर्थ गया है। परन्तु पिछले सप्ताह नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक गंभीर त्रासदी घटी, जिसने इस सरकार की प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है-विशेष रुप से रक्षा मंत्री ए.के. एंटोनी द्वारा त्रासदी के दिन गड़बड़ करने से।
मैं कहना चाहूंगा कि यदि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर घात लगाकर हमारे पांच जवानों को मार गिराया, तो एंटोनी के वक्तव्य से व्यथित भारतीय संसद ने रक्षा मंत्री पर हमलाकर उन्हें अपने पहले दिन के अस्पष्ट वक्तव्य को वापस लेने पर बाध्य किया और उसके स्थान पर दूसरा वक्तव्य आया जो पाकिस्तान के विरुध्द राष्ट्रीय आक्रोश को पूरी तरह से प्रकट करता है।
संसद में रक्षा मंत्री के वक्तव्य के बारे में चौंका देने वाली यह बात कि उन्होंने इस घटना के बारे में सेना द्वारा जारी किए अधिकारिक बयान में जानबूझर बदलाव किए-बदलाव पाक सरकार और पाक सेना को इस हमले जिम्मेदारी से बचाने के लिए किए गए।
सेना के बयान में बदले गए अंश का उदाहरण:
पीआईबी (रक्षा विभाग) का प्रेस वक्तव्य कहता है: ”हमला पाक सेना के जवानों के साथ लगभग 20 भारी हथियारबंद आतंकवादियों द्वारा किया गया।” रक्षा मंत्री एंटोनी ने कहा: ”हमला 20 भारी हथियारबंद आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहले लोगों से साथ मिलकर किया।”
संसद का वर्तमान सत्र शुरु होने से पूर्व ही प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के हवाले से मीडिया में प्रकाशित हुआ था कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ वार्ता करने वाले हैं और वह भी 26/11 के मुंबई के आतंकवादी हमलों के अपराधियों को भारत को सौंप जाने की शर्त को भुलाकर। इसलिए संसद को एंटोनी के 8 अगस्त के संशोधित वक्तव्य में यह देखकर प्रसन्नता हुई कि ”पाकिस्तान की आतंकवादियों के नेटवर्क संगठन और ढांचे को नेस्तानबूद करने में निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए और नवम्बर, 2008 में मुंबई पर आतंकी हमले के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने में संतोषजनक कदम उठाने चाहिए ताकि शीघ्र न्याय हो सके।
घटनास्थल पर सेनाध्यक्ष के दौरे और रक्षा मंत्री को पूरे तथ्यों की जानकारी देने के बाद संसद में मंत्री के संशोधित संस्करण में पाकिस्तान को निम्न शब्दों में चेतावनी दी गई:
”निश्चित तौर पर इस घटना का पाकिस्तान के साथ हमारे सम्बन्धों और नियंत्रण रेखा पर हमारे व्यवहार पर असर पड़ेगा। हमारे संयम को कमजोरी नहीं समझना चाहिए और हमारी सशस्त्र सेना की क्षमता को तथा हमारे इस दृढ़ निश्चय को कि हम नियंत्रण रेखा का उल्लंघन नहीं होने देंगे, कम करके नहीं आंका जाना चाहिए था।”

New case of Human Infection with Avian Influenza A(H7N9) virus Has Been Detected In China

11 AUGUST 2013 – First new case of human infection with avian influenza A(H7N9) virus has been detected and confirmed since 20 July 2013.The patient is in a critical condition.
As per the W H O this infected patient is a 51-year-old woman from Huizhou, Guangdong Province. She became ill on 27 July 2013, was admitted to a local hospital on 28 July 2013 and transferred to a hospital in Huizhou City on 3 August 2013. She is currently in a critical condition.
Laboratory test conducted by Guangdong Provincial Centre for Disease Control on 9 August 2013 was positive for avian influenza A(H7N9) virus infection, and was confirmed by the Beijing Municipal Center for Disease Control (CDC) on 10 August 2013.
To date, WHO has been informed of a total of 135 laboratory-confirmed human cases with avian influenza A(H7N9) virus including 44 deaths.
Currently, four cases are hospitalised and 87 have been discharged. There is no evidence of sustained human to human transmission.The Chinese government continues to take strict monitoring, prevention and control measures, including: strengthening of epidemic surveillance and analysis; deployment of medical treatment; conducting public risk communication and information dissemination; strengthening international cooperation and exchanges; and is continuing to carry out scientific research.
WHO does not advise special screening at points of entry with regard to this event, nor does it currently recommend any travel or trade restriction

अल्‍पसंख्‍यक’ शब्‍द की परिभाषा संविधान में नही हैं फिर भी अल्प संख्यक कल्याणार्थ करोड़ों रुपयों की यौजनाएं बन रही है

अल्‍पसंख्‍यक’ शब्‍द की परिभाषा संविधान में नही हैं फिर भी अल्प संख्यक कल्याणार्थ करोड़ों रुपयों की यौजनाएं बन रही है

अल्‍पसंख्‍यक’ शब्‍द की परिभाषा

संविधान में नही हैं| बेशक इसका विवरण संविधान की धाराओं में शामिल है| केंद्र सरकर ने यह स्वीकारोक्ति आज संसद में एक लिखित उत्तर में की|
अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय राज्‍य मंत्री श्री निनॉन्‍ग ईरिंग ने आज एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि भारतीय संविधान में ‘अल्‍पसंख्‍यक’ शब्‍द का विवरण धारा 29 से लेकर 30 तक और 350ए से लेकर 350बी तक शामिल है। इसकी परिभाषा कहीं भी नहीं दी गई है। भारतीय संविधान की धारा 29 में ‘अल्‍पसंख्‍यक’ शब्‍द को इसके सीमांतर शीर्षक में शामिल तो किया गया किंतु इसमें बताया गया है कि यह नागरिकों का वह हिस्‍सा है, जिसकी भाषा, लिपि अथवा संस्‍कृति भिन्‍न हो। यह एक पूरा समुदाय हो सकता है, जिसे सामान्‍य रूप से एक अल्‍पसंख्‍यक अथवा एक बहुसंख्‍यक समुदाय के एक समूह के रूप में देखा जाता है।
भारतीय संविधान की धारा-30 में विशेष तौर पर अल्‍पसंख्‍यकों की दो श्रेणियों – धार्मिक और भाषायी, का उल्‍लेख किया गया है। शेष दो धाराएं – 350ए और 350बी केवल भाषायी अल्‍पसंख्‍यकों से ही संबंधित हैं।
इसके अलावा

अल्‍पसंख्‍यकों के कल्‍याण के लिए यौजनाओं का विवरण निम्न दिया गया है

वर्ष 2013-14 के वर्तमान वित्‍त वर्ष के दौरान अधिसूचित अल्‍पसंख्‍यक समुदायों के लिए जिन योजनाओं को 12वीं पंचवर्षीय योजना में शामिल किया गया था, उन्‍हें स्‍वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
योजना
बीई 2013-14
(रुपये करोड़ में)
खर्च की गयी धनराशि
अल्‍पसंख्‍यक छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए शिक्षा ऋण पर ब्‍याज सब्सिडी
2.00
अब तक इस मद में कोई खर्च नहीं हुआ है। कोई राज्‍यवार वित्‍तीय प्रावधान नहीं है।
संघ लोक सेवा आयोग/कर्मचारी चयन आयोग, राज्‍य लोक सेवा आयोग आदि द्वारा आयोजित प्रवेश-परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों की सहायता
4.00
‘सीखो और कमाओ’ नामक कौशल विकास पहलें
17.00
योजनाओं के दायरे में मुसलमानों सहित अधिक से अधिक अल्‍पसंख्‍यकों को शामिल करने के लिए अल्‍पसंख्‍यक बहुल जिलों को प्राथमिकता देते हुए इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया और समाचार पत्रों के माध्‍यम से योजनाओं के कार्यान्‍वयन के बारे में जानकारी प्रदान करने के उपाय किये गए हैं।
आज राज्‍य सभा में एक लिखित उत्‍तर में अल्‍पसंख्‍यक मामलों के राज्‍य मंत्री श्री निनांग एरिंग ने यह जानकारी दी।

राष्‍ट्रीय अल्‍पसंख्‍यक आयोग ने उत्‍तराखंड के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में योगदान दिया

राष्‍ट्रीय अल्‍पसंख्‍यक आयोग के अध्‍यक्ष, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्‍तराखंड में आई विनाशकारी आपदा के पीडि़तों के लिए अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया है। आयोग ने प्रधानमंत्री राहत कोष के कार्यालय में 08 अगस्‍त, 2013 को 31054 रुपये का चेक जमा कराया

जमीन से जमीन पर 350 किमी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल का परीक्षण सफल

जमीन से जमीन पर 350 किमी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल का परीक्षण सफल
सामरिक बल कमान (एसएफसी) की मिसाइल इकाई ने आज सुबह देश में ही विकसित जमीन से जमीन पर मार करने वाली परमाणु शक्ति से सम्‍पन्‍न पृथ्‍वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 350 किलोमीटर तक है। इसे ओडिशा तट के निकट चांदीपुर स्थित परीक्षण स्‍थल से छोड़ा गया था। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन के रडारों, इलेक्‍ट्रा-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली और ओडिशा तट पर स्थित टेलीमेट्री स्‍टेशनों से मिसाइल की उड़ान की निगरानी की गयी। मिसाइल का निर्धारित लक्ष्‍य बंगाल की खाड़ी में स्थित था।
इस मिसाइल को भारत के प्रतिष्ठित समेकित मार्गदर्शित प्रक्षेपास्‍त्र विकास कार्यक्रम (आईजीएमडीपी) के अंतर्गत रक्षा अनुसंधान विकास संगठन ने तैयार किया है। मिसाइल की उड़ान गतिविधियों का निरीक्षण करने के लिए कार्यक्रम निदेशक श्री अदालत अली, परियोजना निदेशक श्री एन. शिवा सुब्रमण्‍यम और अन्‍य वैज्ञानिक उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी ने पृथ्‍वी-2 टीम को इस सफलता के लिए बधाई दी है।

भारतीय सड़क कांग्रेस की 200वीं बैठक में सड़क निर्माण के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जारी किए

[ नई दिल्ली] सड़क निर्माण छेत्र में सबसे पुराणी संस्था भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) की 200वीं मध्यावधि परिषद बैठक में सड़क निर्माण गतिविधियों में उत्सर्जित सामग्री के इस्तेमाल में मदद के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जारी किए। तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन करते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री श्री सर्वे सत्यनारायण ने सड़क क्षेत्र में सरकार के प्रयासों में सहायता देने के लिए भारतीय सड़क कांग्रेस के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि आईआरसी द्वारा तैयार किए गए दिशा-निर्देशों, व्यवहार संहिता और नियमावली की बदौलत सरकार सड़क क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा कार्यक्रम प्रारंभ करने में सफल हुई है। भारतीय सड़क कांग्रेस ने सड़क क्षेत्र के समक्ष आने वाले विभिन्न मुद्दों के समाधान में समयानुकूल सहायता उपलब्ध कराई है। मंत्री ने इस अवसर पर पांच महत्वपूर्ण दस्तावेज जारी किए। ये इस प्रकार हैं:-
[1]. आईआरसी: 113-2013 ‘‘नरम अवभूमि पर जिओसिंथेटिक री-इनफोर्स्ड् एम्बैंकमेंट्स के डिजाइन और निर्माण के लिए दिशा निर्देश।’’
[2]. आईआरसी: 114-2013 ‘‘ रिजिड पेवमेंट में सिलिका फ्यूम के इस्तेमाल के लिए दिशा निर्देश।’’
[3]. आईआरसी: एसपी: 46-2013 ‘‘फाइबर री-इन्फोर्स्ड कंकरीट पेवमेंट्स के डिजाइन और निर्माण के लिए दिशा निर्देश।’’
[4]. आईआरसी: एसपी: 50-2013 ‘‘शहरी जल निकासी के लिए दिशा निर्देश।’’
[5]. आईआरसी: एसपी: 97-2013 ‘‘सड़क कार्यों के लिए कम्पैक्शन उपकरण के बारे में दिशा निर्देश।’’
इन दस्तावेज से सड़क निर्माण गतिविधियों में उत्सर्जित सामग्री के इस्तेमाल में मदद मिलेगी और सड़क निर्माण गतिविधियों में सिविल एजेंसियों को समस्याओं के पर्यावरण अनुकूल समाधान खोजने और आर्थिक दृष्टि से व्यवहार्य प्रौद्योगिकी के उन्नयन में भी सहायता मिलेगी।
इससे पहले, आईआरसी के अध्यक्ष श्री सी. कंडासामी, जो सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार में महानिदेशक, (सड़क विकास) और विशेष सचिव भी हैं, ने आशा प्रकट की कि एक्सप्रेस मार्गों के लिए नियमावली को जल्दी ही अंतिम रूप दिया जाएगा, जो अनुबंध समझौते का हिस्सा होगी और उसका पालन अनिवार्य होगा।
गौरतलब है कि भारतीय सड़क कांग्रेस की स्थापना 1934 में तत्कालीन भारत सरकार द्वारा की गई थी। यह इस क्षेत्र में सबसे पुराना और शीर्ष संगठन है। इसका मुख्य उद्देश्य सड़क क्षेत्र के बारे में आयोजना, डिजाइन, निर्माण, प्रचालन एवं रख रखाव से संबंधित सभी मामलों में अनुभव, विशेषज्ञता और विचारों का नियमित पूल प्रदान करने के लिए एक राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराना है।
सड़क क्षेत्र के इस शीर्ष संगठन की मध्यावधि परिषद बैठक पहली बार नई दिल्ली में हो रही है। पिछली बैठक तमिलनाडु सरकार के निमंत्रण पर कोयम्बटूर में आयोजित की गई थी और अगली बैठक असम सरकार के निमंत्रण पर गुवाहाटी में आयोजित की जाएगी।
फोटो कैप्शन The Minister of State for Road Transport & Highways, Shri Sarvey Sathyanarayana releasing the “Guidelines on Compaction Equipment for Road Works”, at the inauguration of the 200th Mid-Term Council Meeting of Indian Roads Congress, in New Delhi on August 11, 2013.

Barack Obama Will Honour 16 Dedicated Personalities With highest civilian honor Presidential Medal of Freedom

Presidential Medals of Freedom has been announced Dedicated 16 Personalities Will Be Honored With Presidential Medal of Freedom . Former President Bill Clinton+ Baseball player Ernie Banks,and Oprah Winfrey will be as three of the sixteen recipients of this National Award
Fifty years ago, President Kennedy signed an Executive Order establishing the Presidential Medal of Freedom, which is the Nation’s highest civilian honor.
President Obama said, “The Presidential Medal of Freedom goes to men and women who have dedicated their own lives to enriching ours. This year’s honorees have been blessed with extraordinary talent, but what sets them apart is their gift for sharing that talent with the world. It will be my honor to present them with a token of our nation’s gratitude.”
This year, the Presidential Medal of Freedom will be awarded to:
[1]Ernie Banks
[2]Ben Bradlee
[3][Bill Clinton
[4]Daniel Inouye
[5]Daniel Kahneman
[6]Richard Lugar
[7]Loretta Lynn
[8]Mario Molina
[9]Sally Ride
[10]Bayard Rustin
[11]Arturo Sandoval
[12]Dean Smith
[13]Gloria Steinem
[14]Cordy Tindell “C.T.” Vivian
[15]Patricia Wald
[16]Oprah Winfrey