अंग्रेज़ी में एक कहावत है कि चाय की
प्याली होटों तक लाते लाते कई अगर +मगर [ईफ एंड बट्स]आ सकते हैं वाल मार्ट के मुद्दे पर सरकार के साथ संसद में कुछ कुछ ऐसा ही हो रहा है| यदपि संसद में ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर सरकार ने जीत हासिल करके वाल मार्ट जैसे बहु राष्ट्रीय कम्पनी के भारतीय खुदरा व्यापार में प्रवेश पर मोहर लगा दी मगर वाल मार्ट द्वारा लोबिंग पर १२५ करोड़ खर्च करने के मुद्दे से सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा करने का प्रयास शुरू हो गया है| इस मुद्दे को लेकर सोमवार को संसद नहीं चली और आज भी दोनों सदन हंगामे की भेंट चड़ गए| आज भाजपा और वाम पंथियों के अलावा सरकार के कई सहयोगी दलों ने भी समयबद्ध जांच की मांग की और संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी | भाजपा ने जहाँ न्यायिक जाँच कि मांग की तो वाम पंथ और अन्य दलों ने जायंट पार्लिअमेंट कमेटी के द्वारा जांच कराये जाने पर जोर दिया| सी बी आई से जांच का विरोध किया गया |वहीं संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि इसकी जांच करने के लिए कोई हिचक नहीं है कोई संकोच नहीं है|वॉलमार्ट के मुद्दे पर लोकसभा में बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि वॉलमार्ट ने रिटेल लाने के लिए पैसे खर्च किए हैं, ये सिद्ध हो गया है। वो पैसे उन्होंने भारत में खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि किस चीज पर पैसे खर्च किए गए और किसको ये पैसे दिए गए, इसकी जांच होनी चाहिए। कौन है जो वॉलमार्ट का पैसा लेकर बैठा हुआ है इसकी ज्यूडीशियल जांच होनी चाहिए। इसके बाद शून्यकाल शुरू हो गया लेकिन हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले वॉलमार्ट लॉबिंग रिपोर्ट पर विपक्षी दलों द्वारा जमकर हंगामा किए जाने के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 12 बजे तक लिए स्थगित कर दी गई। सुबह संसद में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक भी हुई।
लोकसभा में यशवंत सिन्हा और राज्यसभा में वेंकैया नायडू ने लॉबिंग मामले को उठाया। दोनों नेताओं ने इस संबध में सदन में नोटिस दिया। विपक्ष को आश्वस्त किया गया को वॉलमार्ट के मुद्दे पर उसे बोलने का मौका दिया जाएगा लेकिन हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई और दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन को स्थगित करना पड़ा।
वहीं राज्यसभा के उपसभापति ने हंगामे को देखते हुए कहा कि आजकल आलम ये है कि चेयर को असहाय होकर प्रश्नकाल की कार्यवाही में हर क्षण खड़े हो रहे व्यवधान देखना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी ने भी न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ी रही राष्ट्रीय जनता दल ने भी वॉलमार्ट पर लगे लॉबिंग के आरोपों की जेपीसी से जांच करवाए जाने की मांग की है। ऐ आई ऐ डी एम् के [जयललिता]ने भी भाजपा के साथ समय बद्ध जाँच की मांग उठाई|
उधर वाम पंथी सीता राम येचुरी ने भाजपा से दूरी बानाने का प्रयास करते हुए एक चैनल को यह बताया है कि वाल मार्ट के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों मिले हुए हैं| सरकार ने नियम १८४ के अंतर्गत ऍफ़ डी आई पर चर्चा करा कर भाजपा को ओब्लाईज़ किया है जिसके बदले में भाजपा सरकार को अन्दरखाने सपोर्ट कर रही है|