झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक दुखी बसपाई
ओये झल्लेया देखो उत्तर प्रदेश में कैसा जुल्म हो रहा है इस सपाई अखिलेशी सरकार से क्राईम तो रुक नहीं रहा |हसाडी लोक प्रिय नेत्री बहन माया वती की मूर्ती तुड़वा कर भी इनका दिल नहीं भरा कि उलटे हसाड़े निर्दोष नेता और बेचारे अफसरों के खिलाफ ही मुकद्दमें दर्ज़ होने लग गए हैं | अब तो हद ही हो गई बेचारे पूर्व केबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह जी पर भी ३००० करोड़ रुपयों के गबन का केस दर्ज़ किया जा रहा है ओये i इतना पैसा इन्होने कभी देखा भी है?
झल्ला
भोले राम जी पंजाबी में एक पुरानी कहावत है जिन्ना ने खाईयां चुपड़ी ठिड पीड उन्हा दे अर्थार्त जिन्होंने चुपड़ी -चोपड़ी खाई हैं पेट में दर्द तो उनके होना ही है |हाँ न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता जरूरी है
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