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भारतीय प्रधान मंत्री ने ज्ञान के छेत्र में विगत वर्ल्ड लीडर रहने पर जापान में गर्व व्यक्त किया

[टोक्यो]भारतीय प्रधान मंत्री ने 21वीं सदी को ज्ञान की सदी बताया और तक्षिला और नालंदा जैसे संस्‍थानों का उदारहण देते हुए विगत में विश्‍व लीडर होने पर गर्व किया |टीसीएस जापान प्रौद्योगिकी एवं संस्‍कृति अकादमी के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने यह भाव व्यक्त किये
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज टीसीएस जापान प्रौद्योगिकी एवं संस्‍कृति अकादमी का उद्घाटन किया और टीसीएस (टाटा कंसल्‍टेंसी सर्विसेज) में प्रशिक्षण के लिए भारत जाने वाले छात्रों के पहले बैच को रवाना किया।
यह अकादमी टाटा कंसल्‍टेंसी सर्विसेज और मित्‍सूबिशी कार्पोरेशन का संयुक्‍त उपक्रम है।
छात्रों से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी होगी। उन्‍होंने तक्षिला और नालंदा जैसे संस्‍थानों का उदाहरण देते हुए विगत में भारत के ज्ञान, विरासत और उसके विश्‍व नेतृत्‍व का भी उल्‍लेख किया।
उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि ये छात्र भारत से अच्‍छी यादों के साथ वापस लौटेंगे और भारत के राजदूत बन जाएंगे।
इस समारोह में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के पारम्परिक ड्रम भी बजाये इससे पूर्व एक अन्य कार्यक्रम में मोदी बांसुरी भी बजा कर अपने कला कौशल का प्रदर्शन कर चुके हैं
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi shares a lighter moment with Japanese ceremonial drummers at the inauguration of the TCS Japan Technology and Cultural Academy, in Tokyo, Japan on September 02, 2014.