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आमिर खान स्टार्रर फिल्म”पीके””बैंगन”की तरह किसी को पच रही है तो किसी को पेंच भी रही हैं

आमिर खान स्टार्रर फिल्म “पीके” “बैंगन” की तरह किसी को अच्छी तरह पच कर आर्थिक स्वास्थ्य लाभ पहुंचा रही है तो किसी को पेंच कर किरकिरी भी करा रही है | बैंगन के विषय में बचपन से सुनते आये हैं कि इसके सर पर स्थापित ताज के कारण इसे सब्जियों का राजा मान कर अनेकों सब्जियों में मिला लिया जाता है| मगर इसके रंग और नाम के आधार पर इसे बेगुन अर्थार्त बगैर गुण का भी कहा जाता है |ऐसे अनेकों उदाहरण अकबर -बीरबल आदि किस्सों में भी मिल जायेंगे |
कमोबेश यही स्थिति फिल्म “पीके” की दिखाई दे रही हैं |
इडियट जैसे एलियन आमिरखान द्वारा अभिनीत “पीके” ने ३०० करोड़ रुपये वसूल कर एक नए क्लब को जन्म देने में सफलता प्राप्त कर ली है फिल्म पर हुए खर्च से कई सौ गुना आमदनी की बात कही जाने लगी है | एक विवादित कथानक पर बनी फिल्म “पीके” ने तमाम विरोधो+तोड़फोड़+मुकदद्मे बाजी के बावजूद ३०० करोड़ रुपये वसूल लिए| देश भर में इस फिल्म का विरोध करने वाले ३ करोड़ लोग भी इकठ्ठा नहीं कर पाये। उत्तर प्रदेश और बिहार सरकारों ने फिल्म को टैक्स फ्री जरूर कर दिया |अब इसे शगुन कहा जाये या कोई अपशगुन?
फिल्म निर्माताओं के लिए ३०० करोड़ क्लब बनाने का यह बहुत ही शुभ शगुन है और फिल्म दिखाने वाले सिनेमा घरों में हुई तोड़ फोड़ से सिनेमा मालिकों को हुए नुक्सान के लिए इसे अपशगुन ही कहा जाएगा |दुविधा में फंसी कांग्रेस के लिए मुस्लिम वोट बैंक का सपा+जे डी [यूं] के पाले में छिटकना दिल्ली में होने वाले चुनावों में अपशगुन हो सकता है तो बीजेपी के लिए हिन्दू वोटों के ध्रुवीकरण का शगुन हो सकता है|
हिन्दुत्त्व वादियों ने इसका विरोध करके जहाँ धर्म लाभ कमाने की कवायद शुरू की तो यूं पी में सपाइयों+बिहार में जेदीयूं वालों ने फिल्म पर टैक्स फ्री करके इसे अपने लिए राजनीतिक शगुन बना लिया है |ये और बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री ने पायरेटेड कैसेट देख कर फिल्म को टैक्स फ्री किया |
ऐसा नहीं है कि इस प्रकार का विवाद पहली बार हुआ है इससे पूर्व फिल्म ओएमजी+और अब टीवी सीरियल “नीली छतरी वाला” में भी कमोबेश यही सब कुछ दिखाया गया|थोड़ा और पहले जाएँ तो नास्तिक[अजित]+सन ऑफ़ इंडिया[साजिद]+दीवार[अमिताभ]+में बकायदा भगवान के विषय में तल्ख डायलाग बाजी हुई है
अब तो कटटर हिन्दुत्त्व वादी+राजनीतिक+शंकराचार्य+सभी फिल्म पर केंद्रित बयान बाजी कर रही हैंइतिहास गवाह है कि जब भी किसी भी फिल्म के विषय में कोई विवाद उत्पन्न किया जाता है या विवाद हो जाता है तो उस फिल्म को रिलीज होने से पहले ही हिट मान लिया जाता है
क्यों जी मैं कोई झूठ बोलया ?