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महिला कल्याण के लिए कानूनों के साथ समर्पित भाव से संभावनाएं भी पैदा की जानी चाहिए:राष्ट्रपति

[नई दिल्ली]महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए कानूनों के साथ समर्पित भाव से सम्भावांयें भी पैदा की जानी चाहिए:भारत के राष्ट्रपति
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अंतरास्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा
“अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस मनाने से हमें महिलाओं की सुरक्षा और कल्‍याण के प्रति नई प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त करने का अवसर मिलता है। महिलाओं के हितों के संरक्षण के लिए अनेक कानून होते हुए भी इस दिशा में अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है। केवल कानून से महिलाओं का उद्धार नहीं किया जा सकता।
आइए इस वर्ष के अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस पर हम यह संकल्‍प लें कि हम भारत की महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने और उनके लिए अधिक संभावनाएं पैदा करने के लिए काम करेंगे। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर हाल में महिलाओं की गरिमा और उनका सम्‍मान बरकरार रहे”’ अपने इस सन्देश में प्रेजिडेंट मुखर्जी ने गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर के महिला कल्याणकारी उद्गारों को भी व्यक्त किया