मेरठ को चंडीगढ़ बनाने का दावा करने वाले मेयर नवचंडी मेले की रौनक तक बरक़रार नहीं रख सके
मेरठ के ऐतिहासिक नौचंदी मेले का औपचारिक उद्घाटन ३ अप्रैल को हो गया है |
उत्तर भारत के ऐतिहासिक नौचंदी मेले का नए विजन वाले कमिश्नर आलोक सिन्हा द्वारा औपचारिक रूप से रविवार शाम को रिबन काटकर उद्घाटन कर दिया गया।
इस दौरान भारी भरकम अधिकारीयों के साथ सत्तारूढ़ सपा के नेताओं का जमावड़ा रहा |भाजपाई नेताओ का भगवा लगभग अनुपस्थित रहा|
जिलाधिकारी पंकज यादव+एसएसपी सुभाष चन्द्र दूबे + महापौर हरिकांत अहलुवालिया आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
इस अवसर पर मेला स्थल पर महापुरुषों की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया।
मेला परिसर स्थित चंडी देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना हुई और बाले मियां की मजार पर चादरपोशी भी की गई ।
भाजपा के पंजाबी कोटे से महापौर +मेला कमेटी के अध्यक्ष हरिकांत अहलुवालिया के द्वारा इस वर्ष अपने समय मेला नौचंदी पूर्ण रूप से लगने का किया गया दावा उदघाटन के दौरान ही उसी प्रकार झूठा साबित हुआ जिसप्रकार उन्होंने मेयर बनते ही मेरठ को चंडीगढ़ बनाने का दावा किया था |रिबन कटाई रीत में वे स्वयं केवल हाथ ही बांधे रहे |पटेल मंडप की पूरी छत से आकाश झांकता रहा|
उद्घाटन स्थल पर पानी का छिड़काव हुआ+फूल लगाए गए +आतिश बजी हुई लेकिन बाकी मेला स्थल पर धूल उड़ती रही अतिथियों के साथ ही क्षेत्र की लाईटें गुल हो गई।
महापौर की जिस प्रकार नगर निगम में केाई सुनने वाला नहीं है शायद नौचंदी मेले में भी उसी की पुनरावृति हो रही है।