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ऐ केजरीवाल तो ऐ हजारे के पक्ष+पार्टी का है इसीलिए दिल्ली की केबिनेट का धरने पर बैठना तो बनता ही है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?दिल्ली का चीफ मिनिस्टर बनकर भी ये अरविन्द केजरीवाल नामक महाशय जी अपने धरने प्रदर्शन की आदत से बाज नहीं आ रहे|देख तो कितनी बेशर्मी से कैमरों के सामने अन्ना बाबू राओ हजारे के पावँ छू कर धरने में शामिल होने के लिए आज्ञा मांग ली |ओये भूमि अधिग्रहण के खिलाफ ही सही अब जेड सिक्योरिटी वाले मुख्यमंत्री और उसकी केबिनेट भी जंतर मंतर पर धरने पर बैठने लग जायेंगे तो देश का क्या होगा?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण ऐ केजरीवाल तो ऐ हजारे के पक्ष+पार्टी का है इसीलिए दिल्ली की केबिनेट का धरने पर बैठना तो बनता ही है
आपके कानून को तो बिना मांगे हज़ारे ने समर्थन दे रखा है अब अरविन्द केजरीवाल स्वयं अन्ना के पक्ष और पार्टी की साइड वाला ठहरा|दिल्ली में अगर “आप” पार्टी अन्ना का समर्थन नहीं करती तो आप लोगों ने तो भाजपा के साथ मिल कर इनकी ऐसी की तैसी कर देनी थी