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अंतर्राष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल[ Crude Oil ]की कीमत 0.30 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल घटी

अंतर्राष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल[ Crude Oil ] की कीमत 05.09.2013 को 0.30 घटकर 111.93 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल हुई|
पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएसी) के अनुसार भारत के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत, 05 सितंबर, 2013 को घटकर 111.93 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल हो गई। यह कीमत 04.09.2013 को रही कीमत 112.23 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल के मुकाबले 0.30 कम है।
रूपये के संदर्भ में भी कच्‍चे तेल की कीमत में कमी हुई है। कच्‍चे तेल की कीमत 05.09.2013 को घटकर 7391.86 रुपए प्रति बैरल हो गई, जबकि ‍यह 04.09.2013 को 7522.78 रुपए प्रति बैरल थी। ऐसा डॉलर के मूल्‍य में कमी‍ और रुपए के मूल्‍य में वृद्धि‍के कारण हुआ। 05.09.2013 को रूपये/डॉलर की विनिमय दर 66.04 रुपए/अमरीकी डॉलर रही, जबकि 04.09.2013 को यह दर 67.03 रुपए/अमरीकी डॉलर थी।
इस संबंध में विस्‍तृत ब्‍यौरा नीचे तालिका में दिया गया है :-
वि‍वरण==========इकाई==================05 सितंबर, 2013 को मूल्‍य
(पिछला कारोबारी दिन अर्थात 04.09.2013)
पिछला पखवाड़ा 16-31 अगस्‍त, 2013
(इससे पहले का पखवाड़ा 01-15 अगस्‍त, 2013)
कच्‍चा तेल=============(भारतीय बास्‍केट)===============डॉलर/बैरल
111.93 (112.78)============110.09 (106.64)=============रूपये/बैरल
7391.86 (7522.78)==========7145.94 (6518.90)
विनिमय दर==========रूपये/डॉलर
67.03 (66.04)==========64.91 (61.13)

नरेन्द्र मोदी ने १९७५ की इमरजेंसी में गिरफ्तारी से बचने के लिए सिख का छद्म वेश धारण किया था

गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षक दिवस पर गुजरात के ३२ सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को सम्मानित करने के साथ ही टेक्नोलोजी के माध्यम से डेड़ करोड़ छात्रों के साथ संवाद भी स्थापित किया| इस अवसर पर नरेन्द्र मोदी ने व्यक्तिगत +राजनीतिक++ प्रशासनिक जीवन से सम्बंधित अनेकों प्रश्नों के उत्तर अपने सर्वोत्कृष्ट रोचक अंदाज में दिए |एक छात्र के प्रश्न पर श्री मोदी ने स्वीकार किया कि १९७५ में आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने सिख का छद्म वेश धारण किया था| एक छात्र ने जब पूछा कि प्रधान मंत्री बनने के बाद भी क्या मोदी उनके प्रश्नों के उत्तर देंगे तो इसके ज़वाब में कहा कि मैं यहाँ २०१७ तक हूँ और आपके प्रश्न के उत्तर देने के लिए ५ सितम्बर की प्रतीक्षा करने की जरुरत नही है वरन कभी प्रश्न किये जा सकते हैं उनका उत्तर तत्काल मिलेगा|
एक अन्य प्रश्न कर्ता ने मोदी का ध्यान सिख के वेश में उनकी एक फोटो की तरफ कराया तो उन्होंने स्वीकार किया कि १९७५ में आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने सिख का छद्म वेश धारण किया था|
एक छात्र ने मोदी से उनके शासकीय ठाठ बाट के विषय में प्रश्न किया गया एक छात्र ने पूछा कि सिक्यूरिटी के साथ रहते रहते बोर नहीं हो जाते ?इस पर सी एम् ने कहा कि ये बुलेट प्रूफ कार वास्तव में कंफर्ट प्रूफ भी है एक दिन इस गाडी में बैठ कर देखो शाम तक तुम्हारी कमर सरे सुखों को बयाँ कर देगी|

.”

Narendra Modi Honoured 32 (including 2 Muslims)Best teachers And Stressed On Importance Of Learning

Narendra Modi paid rich tribute to former President of India Dr. Sarvpalli Radhakrishnan and honoured 32 teachers Including two Muslim teachers.
On the occasion of Teacher’s Day, Shri Modi remarked that moving from the era of teaching, we are now in the era of learning and that we must think of ways through which we can make our children learn more. He added that the strength of learning is more important than the strength of teaching.
The Chief Minister paid rich tributes to former President of India Dr. S Radhakrishnan and said, “We have seen many Presidents, Prime Ministers, Ministers etc but some people inspire for generations to come. Dr. Radhakrishnan is one such stalwart. We do not remember him for the files he signed or the decisions he took but we remember him as an excellent teacher.”
He recalled that earlier, this function of honouring teachers was held at a very small scale and the Chief Minister would not even be present on the occasion. But, this has changed in the last decade. Shri Modi remarked that the honouring of teachers is a matter of immense pride for the state and that it should be held on a larger scale.
Shri Modi shared that there are some fresh ideas in his mind regarding the teaching community. He said that the Government is looking at increasing the scale of this event as well as the prize money, which has become imperative considering the fact that the Rupee is in the ICU!
The Chief Minister expressed joy that the teachers are doing great things such as caring for the specially abled and shared that it is good to see teachers reading a lot to satisfy the intellectual curiosity of the students.
Shri Modi stated that there is no age limit as far as learning is concerned and added that it is important that there be a student in every teacher. Shri Modi opined that if the teacher aspires to learn, it shows in the students.
Speaking on the occasion, the Honourable Governor Dr. Kamla congratulated the teachers and opined that education is not merely reading books and taking a degree but it is something beyond that. She stressed on the need of giving back to the society.
Education Minister Shri Bhupendrasinh Chudasama said that apart from Shikshan (Education), Sanskar (values) are equally important. MLA Shri Ashok Patel, Gandhinagar Mayor Shri Rana, Principal Secretary (Education) Shri AM Tiwari and others were present on the occasion.
The teachers Shri Modi honoured include
[1] Madhviben Joshi (Sabarkantha district)
[2] Maheshbhai Patel
[3] B Mafatbhai Patel (Patan district)
[4]Anjanaben Patel (Dahod district)
[5]Shobhnaben Vyas (Kutch district)
[6] Ambabhai Patel (Banaskantha district)
[7] Ramanbhai Somabhai (Anand district)
[8] Bakulaben Bhatt (Kheda district)
[9] Lakshmanbhai (Vadodara district)
[10] Rameshbhai Patel (Navsari district)
[11] Gamanbhai Jogibhai Patel (Navsari district)
[12] Geetaben Vaghela (Surat district)
[13]Chandubhai Amrutiya (Jamnagar district)
[14] Kishorebhai Parmar (Rajkot district)
[15]Pravinbhai Modasaia (Rajkot)
[16]Kanchanbhai (Amreli district)
[17]Sureshchandra Mehta (Talala Taluka)
[18] Vallabhbhai Faldu (Junagadh district)
[19] Sajjansinhbhai (Dahod district)
[20]Kanjibhai Bharwad (Anand district)
[21] Abdullah Ali Patel (Bharuch district)
[22] Kamleshbhai Shukla (Jamnagar district)
[23] Parshottambhai Patel (Amreli district)
[24]Narsinhlal Barot (Banaskantha district)
[25] Amrutlal bhai (Ahmedabad)
[26]Navinchandra Patel (Navsari district)
[27] Mohammed Hussain Ali (Rajkot district)
[28]Sureshbhai Kantilal (Kutch district)
[29] Sudhaben Joshi (Ahmedabad)
[30] Dr. Dineshbhai Anandbhai (Junagadh district)
[31]Ritaben Phulwala (Surat district)
[32] Ramanbhai (Vadodara).

हाई कोर्ट की बेंच के लिए चलाये जा रहे वकीलों के आन्दोलन में मेरठ के डी एम् के तबादले की मांग भी जुड़ी

प्.उ.प्र. में हाई कोर्ट की बेंच के लिए चलाये जा रहे वकीलों के आन्दोलन में मेरठ के डी एम् के तबादले की मांग भी जुड़ गई है |वकीलों ने डीएम के तबादले तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की है | जिसे लेकर वकीलों के प्रदर्शन का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। कलक्ट्रेट पर जमकर हंगामा हुआ+चारों प्रवेश द्वार बंद करा दिए गए+ जिसके फलस्वरूप अफसरों को भी पैदल ही अपने कार्यालयों में जाना पड़ा|कलक्ट्रेटकर्मियों और वकीलों में नोकझोंक भी हुई। । सीएम व डीएम का पुतला फूंका गया। कमिश्नर को ज्ञापन देकर बुधवार को कलक्ट्रेट में हुई घटना की न्यायिक जांच कराने व डीएम के तबादले की मांग की गई। शनिवार को हाईकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति की बैठक में वकील आगे की रणनीति बनाएंगे।

Unrest In Meerut Courts Compound

Unrest In Meerut Courts Compound


गुरुवार को प्रात: 9.30 बजे से ही वकील वेस्ट यूपी हाईकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर कचहरी में घूमे और न्यायिक अधिकारियों के प्रवेश द्वार को छोड़कर अन्य चार गेट पर ताला लगा दिया। डीएम कार्यालय के गेट पर धरना देते हुए वकीलों ने डीएम नवदीप रिणवा के खिलाफ नारेबाजी की। वकीलों ने कहा कि उन्हीं के इशारे पर ही पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उदयवीर सिंह राणा, महामंत्री मुकेश वालिया, जिला बार संघ के अध्यक्ष राजीव त्यागी,महामंत्री रामकुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि अगर शुक्रवार तक डीएम मेरठ का स्थानांतरण नहीं किया गया तो शनिवार को वेस्ट यूपी हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के वकीलों की आपातकालीन बैठक होगी। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इस दौरान सीएम व डीएम का पुतला फूंकने जा रहे वकीलों से पुलिस ने पुतला छीनने की कोशिश की। बाद में नवीन भवन पर पुतला जलाया गया और कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया । दो अफसरों व कई कार्मिकों की वकीलों से नोकझोंक भी हुई। कलक्ट्रेट बंद होने से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा।इससे पूर्व बुधवार को कलक्ट्रेट गेट पर तालाबंदी को लेकर डीएम और वकील आमने-सामने आ गए थे और जमकर बवाल हुआ था। एक वाहन में तोड़ फोड़ होने पर डी एम् ने ना केवल पोलिस अधिकारीयों को लताड़ा वरन केस भी दर्ज़ करवाया |
अब डीएम नवदीप रिणवा के खिलाफ वकीलों ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार की आम सभा में डीएम प्रकरण को लेकर आंदोलन की रणनीति तय होगी।

रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के नए रुतबे से भारतीय रूपया गिरने से रुका

रिजर्व बैंक के २३ वें गवर्नर रघुराम राजन के राज्य में नए रुतबे से रूपया गिरने से रुका| रुपये में सुधार लाने के लिए रघु राम राजन ने आर बी आई का चार्ज लेते ही साहसिक कदम उठाने का ऐलान किया था जिसपर बाज़ार ने भरोसा दिखाया और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे भारतीय रुपये ने गुरुवार को करीब २% तक की शानदार वापसी दर्ज़ की|
रुपये को ६६ के स्तर से नीचे पहुंचने में कामयाबी मिली|
बंबई स्टॉक एक्सचेंज[ BSE ] का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स[ SENSEX ] भी 2.5 % से ज्यादा की तेजी के साथ करीब 500 अंक उछलकर 19,000 के पार पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 150 अंक से ज्यादा मजबूत होकर 5600 के आगे निकल गया। सेंसेक्स 18,979.76 पर और निफ्टी 5,592.95 पर बंद हुआ।

नरेन्द्र मोदी उवाचे :में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया देखा हसाडे नरेन्द्र मोदी के पीछे एवईं लोगी पड़े हुए हैं भाई कई बार कहा है और अब फिर कह दिया है कि प्रधान मंत्री बनने की उनकी कोई इच्छा ही नहीं है |२०१७ तक गुजरात की सेवा करके गुजरातियों के मैंडेट का सम्मान करेंगे |ये मीडिया +कांग्रेस और यहाँ तक की हसाडी अपनी पार्टी के लोग भी महंगाई+भ्रष्टाचार +बेरोजगारी आदि जैसे मुद्दों को छोड़ कर मोदी को ही निशाना बनाये जा रहे है|ऐसे तो बन चुकी २०१४ में हमारी सरकार

झल्ला

ओ सेठ जी दरअसल आये दिन बेचारे मोदी पर राजनितिक सांप और बिच्छू छोड़े जा रहे हैं|अब जेल से आई पी एस बंजारा को भी मोदी पर छोड़ दिया गया है|यहाँ तक कि गवर्नर कमला बेन भी लोकायुक्त के प्रस्ताव को वापिस भेज रही हैं| और तो और नरेंदर के धोके में तड़ी पार ललित मोदी को भी नहीं छोड़ा जा रहा ऐसे में बेचारे मोदी के पास कोई और चारा ही नहीं बचता इसीलिए उन्होंने थक हार कर कह दिया होगा कि में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो

आईओसी द्वारा दागी के चुनाव पर रोक को बरक़रार रखने और खेल मंत्रालय द्वारा उसका समर्थन किये जाने से खेल जगत की राजनीती गरमाई

आईओसी द्वारा दागी के चुनाव पर रोक को बरक़रार रखने और खेल मंत्रालय द्वारा उसका समर्थन किये जाने से खेल जगत की राजनीती गरमाई अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति [IOC ] द्वारा आरोपी या दागी पदाधिकारियों के चुनाव पर रोक को बरक़रार रखने और केन्द्रीय खेल मंत्रालय द्वारा उसका समर्थन किये जाने से खेल जगत में राजनीती गरमा गई है| केन्द्रीय खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने आज अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति [IOC ] के आरोपपत्र संबंधी शर्त पर कायम रहने का फैसला किया और आईओए को अपने संविधान में जरूरी संशोधन करने पर जोर दिया इसे उन्होंने देश के खिलाड़ियों के हित में बताया | इसके ठीक विपरीत आई ओ ऐ के नेताओं ने इसे भारतीय संविधान के विरुद्ध बताया
आई ओ सी ने आज साफ किया कि भारतीय ओलंपिक संघ [IOA ] को सुशासन के लिये दागी पड़ा धिकारियों को हटाना ही होगा|
गौरतलब है कि आईओए ने आई ओ सी से समझौते की राह निकालने के लिए, पिछले महीने ,विशेष आम सभा की बैठक का आयोजन किया जिसमे आईओसी के सामने समझौता फॉर्मूला पेश किया इस में आरोपी व्यक्तियों को चुनाव लड़ने की छूट देने के लिए कहा गया था | आईओए के प्रस्ताव के अनुसार यह नियम उन्हीं अधिकारियों पर लागू होना चाहिए, जिन्हें दो साल से अधिक की जेल की सजा मिली हो। आई ओ ऐ के कार्यवाहक अध्यक्ष और भाजपा के नेता प्रो.वी के मल्होत्रा ने आई ओ सी के निर्णय पर संतुलित+सुरक्षित+संक्षिप्त टिपण्णी की है| उ श्री मल्होत्रा के अनुसार अभी तक आई ओ सी के पत्र का विवरण प्राप्त नहीं हुआ है|उसके बाद ही सभी लोगों से बात चीत करके कोई हल निकालने का प्रयास किया जाएगा|उन्होंने एक टी वी चैनल को कहा कि दागी शब्द कि व्याख्या जरूरी है और अगर उस व्याख्या को पूरा विश्व मनाता है तो भारत को भी मानने में कोई एतराज नहीं होगा|श्री मल्होत्रा ने वर्तमान व्यवस्था पर चुटकी लेते हुए कहा कि भारत में तो धारा १४४ का उल्लंघन करने पर भी चार्ज शीट जारी हो जाती है|आपातकाल में भी लोगों को सजा हुई थी ऐसे में दागी शब्द को परिभाषित किया जाना जरुरी है| अभय चौटाला ने देश के आईओसी प्रतिनिधि रणधीर सिंह को वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के कानून के अनुसार दो साल के सजा याफ्ता चुनाव नहीं लड़ सकते और इसी का पालन होना चाहिए|

भारतीय रेलवे नए डीजल के १२ इंजनों में इंधन बचाने के उपकरण लगाएगा

डीजल की बचत के लिए भारतीय रेल नए डीजल के १२ इंजनों में नए उपकरण लगाएगा| |इससे प्रति वर्ष ६० करोड़ रुपयों की बचत होगी और पर्यावरण के लिए हानि कारक प्रदूषकों का उत्‍सर्जन भी कम होगा।
रेल मंत्रालय के अनुसार रेल के डीजल इंजनों में इंधन की बचत के उद्देश्‍य से ऑक्‍ज़ीलरी पावर यूनियन (एपीयू) नामक एक उपकरण लगाया जायेगा। इससे प्रतिवर्ष प्रत्‍येक इंजन में 20 लाख रूपये से अधिक की बचत होगी। इस उपकरण को अभी बारह डीज़ल इंजनों में लगाया गया है। भविष्‍य में ऑक्‍ज़ीलर पॉवर यूनिट सभी नए डीजल इंजनों में लगाए जाऐंगे। ऐसा करने से अनुमान है कि प्रति वर्ष साठ करोड़ रूपये की बचत होगी। इस उपकरण के प्रयोग से कार्बन डाईआक्‍साइड, कार्बन मोनो ऑक्‍साइड तथा हाइड्रो कार्बन जैसे प्रदूषकों का उत्‍सर्जन भी कम होगा।
रेलगाडि़यों की संख्‍या अधिक और पटरियों की संख्‍या कम होने से गाडि़यों को काफी समय तक रूक कर एक-दूसरे को आगे जाने का मौका देना पड़ता है। ऐसे समय इ्ंधन की बचत करने में इस एपीयू उपकरण की भूमिका महत्‍वपूर्ण है।
दस मिनट से अधिक अगर डीजल इंजन रूकता है तो एपीयू उपकरण का मुख्‍य इंजन बंद हो जाता है और 25 हॉर्स पावर के इंजन काम शुरू कर देते हैं तथा बैटरियों और एयर ब्रेक फाइट को चार्ज करना शुरू करते हैं। मुख्‍य इंजन की तुलना में प्रति घंटे एपीयू में केवल तीन लीटर डीजल की खपत होती है जबकि मुख्‍य इंजन में एक घंटे में 25 लीटर डीजल की खपत होती है। केवल इंधन की बचत की बात की जाए तो डीजल इंजन में एपीयू के लगे होने से प्रति इंजन/प्रति वर्ष 20 लाख रूपये तक की बचत होने की संभावना है।
ऑक्‍ज़ीलरी पावर यूनिट में एक छोटा डीजल इंजन है जो कि एक कॉम्‍प्रेसर तथा ऑल्‍टरनेटर के साथ जुड़ा हुआ है ताकि बैटरी चार्ज हो सके। इसमें नियंत्रण तथा अन्‍य आवश्‍यकताओं के लिए विशेष व्‍यवस्‍था है और यह इंजन के नियंत्रण के लिए लगे हुए माइक्रोप्रोसेसर का अभिन्‍न अंग है।

47 Sub-Saharan African countries Will Switch over to digital television in 2015

[Geneva]Africa set to deploy digital television in 2015
47 Sub-Saharan African countries Will Switch over to digital television in 2015
It has been stated by I T U That Frequency coordination negotiations have succeeded in setting up the mechanism ,as a result of which, 47 Sub-Saharan African countries. are agreed to this switch over to digital television
The consolidation of national plans to implement the digital switchover in the African region is in conformity with the deadlines of June 2015 (for UHF) and June 2020 (for VHF in 33 countries) set in 2006 by ITU’s Regional Radiocommunication Conference (RRC-06), which adopted the GE06 TV Plan.

युवाओं में सभ्‍यता से उपजे मूल्‍य भरना शिक्षकों का दायित्‍व है:शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

राष्ट्र ने आज शिक्षक दिवस पर डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन को याद किया इस अवसर पर देश भर में शिक्षकों को सम्मानित किया गया|
राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन में देशभर के चयनित[336] शिक्षकों को राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया। १७७ प्राईमरी टीचर्स + १४० सेकेंडरी टीचर्स के आलावा 6 संस्कृत टीचर्स + 4 मदरसा टीचर्स को भी सम्मानित किया गया| सम्मानित शिक्षक को एक प्रशस्तिपत्र+सिल्वर मैडल और २५००० रुपये की नकद राशि दी जाती है|
इस अवसर पर राष्‍ट्रपति ने कहा कि ठोस शिक्षा प्रणाली प्रबुद्ध समाज की रीढ़ है। उन्‍होंने कहा कि शिक्षा वह आधार है, जिस पर प्रगति‍शील और लोकतांत्रिक समाज खड़ा होता है और जहां कानून का शासन चलता है और समाज के लोग एक दूसरे के अधिकारों को सम्‍मान देते हैं।
श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि विकास का अर्थ लोगों से है, लोगों के मूल्‍यों से तथा सांस्‍कृतिक विरासत के प्रति आस्‍था से है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि मूल्‍यों को आकार देने के लिए शिक्षा की भूमिका महत्‍वपूर्ण होनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि नैतिक क्षितिज बढ़ाने के लिए शिक्षकों की भूमिका अति महत्‍वपूर्ण है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि युवाओं में सभ्‍यता से उपजे मूल्‍य भरना शिक्षकों का दायित्‍व है।

The President, Shri Pranab Mukherjee presenting the National Award for Teachers-2012 to Smt. F. Lalramliani, Mizoram,

The President, Shri Pranab Mukherjee presenting the National Award for Teachers-2012 to Smt. F. Lalramliani, Mizoram,


राष्‍ट्रपति ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्‍ता की लगातार समीक्षा के लिए हमें एक प्रणाली विकसित करनी होगी। हमारे शैक्षणिक संस्‍थानों में ऐसे शिक्षक हैं, जो युवाओं के विचारों को नया रूप से दे सकते हैं। शब्‍दों और कर्मों के जरिए ऐसे शिक्षक विद्यार्थियों को प्रेरित करने के साथ-साथ उन्‍हें कार्य कुशलता और सोच के नये स्‍तर पर ले जा सकते हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एम एम पल्‍लम राजू, मानव संसाधन विकास राज्‍य मंत्री श्री जितीन प्रसाद और मानव संसाधन विकास राज्‍य मंत्री डॉ. शशि थरूर भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन Present
President, Shri Pranab Mukherjee paying floral tributes at the portrait of the former President of India, Dr. Sarvepalli Radhakrishnan, on the occasion of his Birth Anniversary, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on September 05, 2013.