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महंगी होती जा रही शिक्षा में सुधार लाने के लिए प्रेजिडेंट बराक ओबामा ने बुफ्फ्लो यूनिवर्सिटी का दौरा किया

बेतहाशा महंगी होती जा रही शिक्षा के छेत्र में सुधार लाने के लिए प्रेजिडेंट बराक ओबामा ने बुफ्फ्लो[ Buffalo, ] यूनिवर्सिटी का दौरा किया और उच्च शिक्षा की बढती जा रही कीमतों के विरुद्ध प्रतिरोधक लड़ाई का एलान किया| मिडिल क्लास के लिए अच्छी और वहन करने योग्य शिक्षा उपलब्ध करने अपने दो दिन के आभियान पर निकले ओबामा ने आज तीन सूत्रीय कार्यक्रम सुझाये
[१]सभी युवाओं को उच्च शिक्षा का अवसर मिले
[२]स्कूलों को वित्तीय सहायता मिले+नवीनीकरण और प्रतिस्पर्द्धा को प्रोत्साहन मिले
[३]और कालेज के खर्चे वहन करने यौग्य हों
ओबामा ने कहा कि छात्रों की परफोर्मेंस के अनुसार कालेजों की रेटिंग की जानी चाहिए | मानकों पर खरा नही उतरने वाले कालेजों को आर्थिक सहायता नहीं दी जानी चाहिए| प्रेजिडेंट ओबामा ने कहा कि हमारा उद्देश्य शिक्षा के नाम पर दिए जाने वाले लोन से छात्रों से कमाई करना नहीं है वरनशिक्षा में खर्च करके अमेरिकन्स को वैश्विक स्तर के शिक्षित नागरिक बनाना है| उनके साथ एजुकेशन सेक्रेटरी अर्ने डंकन [ Education Secretary Arne Duncan, ] ने भी रोचेस्टर ,एन यू[ Rochester, N.Y ] कालेज अफ़्फोर्डएबिलिटी बस टूर [ college affordability bus tour ] के दौरान मैगनोलिया डेली &कैफ़े [ Magnolia’s Deli & Café, ] में स्नातक और छात्रों से मुलाक़ात भी की|उन्होंने शिक्षा के महत्त्व पर प्राक्स्श डालते हुए कहा कि जो लोग डिग्री लिए बगैर कालेज छोड़ते हैं उन्हें सारी उम्र पछताना पड़ता है|
कर्टसी व्हाईट हाउस

मनरेगा के तहत १६२ रुपये प्रति मानव दिवस की दर से भुगतान करने वाला पहला प्रदेश बिहार

[पटना]मनरेगा के तहत भारत सरकार द्वारा मजदूरी दर १३८/= प्रति मानव दिवस तय है लेकिन श्रम विभाग ने १६२/=प्रति मानव दिवस तय किया है|२४/की कमी को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जात है|यह दावा आज बिहार सरकार के ग्रामीण विकास सचिव अमृत लाल मीणा ने किया|
मनरेगा+इंदिरा आवास यौजना+जीविका+प्रखंड प्रशासन +,सामजिक आर्थिक+जाति आधारित कार्यों के निष्पादन में उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए सचिव श्री मीणा ने बताया कि मनरेगा के अधिनियम ६ के तहत भारत सरकार द्वारा मजदूरी दर मात्र १३८/=तय की गई है लेकिन श्रम विभाग ने नियत न्यूनतम मजदूरी दर के आधार पर १६२/= प्रति मानव दिवस दिया जाना चाहिए|ऐसे में २४/=प्रति मानव दिवस[१६२-१३८=२४/=] का भुगतान प्रदेश सरकार द्वार किया जा रहा है|उन्होंने दावा किया कि मनरेगा के तहत १६२/= प्रति मानव दिवस का भुगतान करने वाला बिहार पहला राज्य है|

वोट बैंक की तुष्टिकरण के कारण अल्प संख्यको के कल्याणकारी कार्यक्रम फाइलों से बाहर नहीं आ पा रहे हैं

Indian Parliament

Indian Parliament

अल्प संख्यको के कल्याण के लिए आज कल तमाम दावे किये + आश्वासन दिए जा रहे है लेकिन आंकड़े बताते हैं के ये तमाम दावे केवल वोट बैंक की तुष्टिकरण ही हैजो की संसद में दिए गए बयानों से साबित भी होता है| अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री श्री निनोंग ईरींग+भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री प्रफुल्ल पटेल के आलावा प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने भी किसी न किसी रूप में इसे स्वीकार किया है और उस पर पर चिंता भी व्यक्त की है| आज देश में नौकरियों के अवसर नहीं हैं +इंडस्ट्रीज निष्क्रिय होती जा रही हैं+महंगाई काबू से बाहर होती जा रही हैं यहाँ तक कि सरकार की विश्वसनीयता+कार्य क्षमता पर देश और विदेश में भी प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं|संसदीय प्रणाली में संसद आये दिन ठप्प की जा रही है|अपनी अक्षमताओं को ढकने के लिए सम्प्रदाईक्ता की मारिजुआना[नशा] हवा में मिलाया जा रहा है|शायद इसी सब से एक बरस में ढाई कोस चालने वाली कहावत अब ज्यादा चरितार्थ हो रही है|
देश में वर्तमान १ ,०२८ ,६१० ,३२८ की जनसंख्या में अल्प संख्यको की संख्या १३८ ,१८८ ,२४० बताई जा रही है जो 13.43%: है| केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रदेशों में कुल बजट का १५% अल्प संख्यको के कल्याण के लिए रखा जाना है| |बिहार में मदरसों के शिक्षकों के वेतन के लिए दस करोड़ की राशी अवमुक्त की जाती है तो उत्तर प्रदेश में अल्प संख्यकों के लिए बजट का २०% आरक्षित किया जाता है| ये सभी बातें अच्छी लगती हैं वास्तविकता इसके अनुरूप दिखाई नही देती ||
भारत में शिक्षा की मौजूदा गुणवत्ता पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने स्वयम कहा है कि सरकारी मंत्रालयों एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग :यूजीसी: की मानसिकता में तेजी से बदलाव नहीं हो रहा और वे अब भी अंधकार युग में ही जी रहे हैं|
जाहिर है इसीके फलस्वरूप कल्याण कारी कार्यक्रम फाईलों से बाहर नहीं आ पाते हैं| यहाँ तक के शिक्षा का स्तर भी ऊपर नहीं उठ रहा है| इसके आलावा
[अ] राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में वित्त तथा कर्मचारियों की कमी है
[१] केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों में कर्मचारियों की संख्या 28 .8 %कम हुई है।
[२]भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने आज लोकसभा को बताया कि 31 मार्च 2012 की स्थिति के मुताबिक कर्मचारियों की संख्या घटकर 13 . 98 लाख रह गयी है जो 1997-98 में 19 . 65 लाख थी।
[३]उन्होंने एक सवाल के लिखित जवाब मेंं बताया कि 31 मार्च 2012 की स्थिति के अनुसार केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों की संख्या 260 थी। 2010-11 में यह संख्या 248 थी।
[४]कर्मचारियों/अधिकारियों की सेवानिवृत्ति के कारण एनसीएम में कतिपय पद खाली पड़े हैं|
[५] एनसीएम [ नेशनल माइनॉरिटी कमीशन ]कोई कल्याणकारी परियोजनाएं नहीं चला रहा है|
[६] राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को संवैधानिक दर्ज़ा नहीं दिया गया है|
अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री श्री निनोंग ईरींग ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पिछले तीन वर्षों और मौजूदा वर्ष में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) को दी गई निधियों के परिव्यय और एनसीएम द्वारा वास्तविक व्यय के ब्यौरे नीचे दिए गए हैं :
(करोड़ रुपये में)
क्रम संख्या
वर्ष== परिव्यय= =व्यय
[१]2010- ११=5.२६= 4.50
[२]2011-१२==5.६५==4.67
[३]2012-१३=6.३६=3.32 (31.12.2013 तक)
[४]2013-१४=5.६३===-
श्री ईरोंग ने यह भी स्वीकार किया कि
[क]एनसीएम पिछले तीन वर्षों के दौरान आबंटित निधियों को व्यय करने में असमर्थ रहा है ।
[का] एक बजटीय संगठन होने से एनसीएम प्रशासनिक मंत्रालय के आईएफडी के माध्यम से सीधे व्यय वहन कर रहा है ।
[ख ]इसके अलावा कर्मचारियों/अधिकारियों की सेवानिवृत्ति के कारण एनसीएम में कतिपय पद खाली पड़े हैं ।
[खा]एनसीएम कोई कल्याणकारी परियोजनाएं नहीं चला रहा है ।

बहुराष्ट्रीय कोका कोला ,भारत में, अपने शीतल पेय का व्यवसाय बढ़ाने के लिए विशेष यौजना बना रही है

कोल्ड ड्रिंक के छेत्र में बहुराष्ट्रीय कम्पनी कोका कोला भारत में व्यवसाय बढ़ाने के लिए विशेष यौजना बना रही है| शीतल पेय बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी कोका कोला के लिये भारत अगले सात साल में दुनिया के शीर्ष पांच बाजारों में शामिल हो सकता है। कोका कोला इंटरनेशनल के अध्यक्ष एमेट सी बोजेर ने यह बात कही। भाषा ने एमेट सी बोजेर के हवाले से बताया है कि ‘‘अगर हम[ एमेट ] इस बाजार में सही चीज करने पर ध्यान देते रहे तो भारत 2020 तक कोका कोला के लिये शीर्ष पांच बाजार के रूप में उभर सकता है।’’
अटलांटा स्थित कंपनी के लिये फिलहाल भारत सातवां सबसे बड़ा बाजार है।
गौरतलब है कि एक समय में कोका कोला ब्लैक में भी बिकता था लेकिन श्री मति इंदिरा गाँधी की सरकार के दौरान इस शीतल पेय पर रोक लगा दी गई थी|उसके पश्चात यदपि रोक हटा ली गई लेकिन तभी से कंपनी अपने उखड़े पैरों को जमाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है|

माता-पिता का भरण पोषण के दाईत्व और अधिनियम का पालन नहीं करने वाले पुत्र को एक माह की सजा

माता पिता का भरण पोषण करने के दाईत्व और अधिनियम का पालन नहीं करने वाले एक पुत्र को एक माह की सजा सुनाई गई है|
अनुविभागीय अधिकारी तृप्ति श्रीवास्तव ने वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम के तहत यह सजा सुनाई है|
मप्र के राजगढ़ जिले में नरसिंहगढ़ की अनुविभागीय अधिकारी तृप्ति श्रीवास्तव ने माता-पिता का भरण पोषण नहीं करने वाले बद्रीलाल खाती को माता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम के तहत एक माह के कारावास की सजा सुनाई है।
भाषा के अनुसार माना गांव की वृद्ध महिला गोराबाई खाती ने अपने पुत्र बद्रीलाल खाती द्वारा भरण-पोषण नहीं किये जाने सम्बन्धी शिकायत की थी। जिसकी शिकायत की जांच करने पर इसे सही पाया गया और बद्रीलाल खाती को एक माह के कारावास की सजा सुनाई गई।
माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम, के अंतर्गत मान्य माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण के लिए अधिक प्रभावकारी प्रावधान सुनिश्चित करना है। यह वरिष्ठ नागरिक को भारत के किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है जिसकी आयु 60 वर्ष या अधिक की हो। माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ज़रूरत-आधारित भरण-पोषण और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए यह अधिनियम निम्नलिखित प्रावधन करता है:
[१]बच्चों/संबंधियों द्वारा माता-पिता/वरिष्ठ नागरिकों का अनिवार्य भरण-पोषण जिसके अंतर्गत बच्चों के लिए अपने माता-पिता की देखरेख करना अनिवार्य होगा; इस प्रावधान को न्यायाधिकरणों के माध्यम से प्रवर्तित किया जायेगा
[२]माता-पिता को घर से निकालने पर तीन माह तक की कैद और 5000 रुपए तक का जुर्माना जा सकता है;

तीन महीने के सत्ता सन्यास को समाप्त करके अश्विनी कुमार को सात दिनों के लिए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया

अश्विनी कुमार को करीब तीन महीने के सत्ता सन्यास के पश्चात अब प्रधानमंत्री का विशेष दूत न्युक्त कर दिया गया है| अश्विनी कुमार को प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह का नजदीकी समझा जाता है|
प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने जापान की यात्रा के लिए अश्विनी कुमार को अपना विशेष दूत नियुक्त किया है |यह कैबिनेट मंत्री का दर्जा है। प्रधानमंत्री ने अश्विनी कुमार को विशेष दूत के रूप में सात दिनों की यात्रा के लिए नामजद किया है | जापान के सम्राट और प्रधान मंत्री की आगामी भारत यात्रा की तैयारी के लिए यह नियुक्ति की गई है| इससे उच्च स्तरीय आदान प्रदान की गति बनी रहेगी|
गौरतलब है कि मई महीने में , हफ्तेभर की किन्तु परन्तु के पश्चात , अश्विनी कुमार ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनके आवास 7 आरसीआर पर इस्तीफा सौंपा था| लाखों-करोड़ के कोयला घोटाले में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में बदलाव करने के आरोप झेल रहे कानून मंत्री अश्विनी कुमार को तब बेहद महंगा पड़ा था|

सुधांशु मित्तल के इस्तीफे से भाजपा के दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल के “पर” कतरने की कवायद शुरू

[नयी दिल्ली]२२ अगस्त | सुधांशु मित्तल के इस्तीफे से भाजपा के दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल के “पर” कतरने की कवायद शुरू
भाजपा के दिल्ली में चुनाव प्रकोष्ठ के संयोजक पद से सुधांशु मित्तल ने बीते दिन इस्तीफा दे दिया है | इसे प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल की दिल्ली प्रदेश में राजनीतिक अक्षमता के विरुद्ध एक बगावत के नतीजे के रूप में देखा जा रहा है| सुधांशु मित्तल विजय गोएल के नजदीकी समझे जाते हैं|
सुधांशु मित्तल के इस इस्तीफे से अब यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल के पर कतरने की कवायद शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा की चुनाव अभियान समिति की घोषणा एक-दो दिन में की जाने वाली है इसमें प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल के विरोधी खेमे के लोगों को सांत्वना दी जा सकती है|इसी कड़ी में सुधांशू मित्तल को एक भी एक नई जिम्मेदारी दी जा सकती है| श्री मित्तल के इस्तीफे से संकेत मिल रहे हैं कि अब गोयल विरोधी खेमे के लोगों को कुछ हद तक संतुष्ट किया जा सकेगा|
कांग्रेस के प्रदेश में[१] फ़ूड सिक्यूरिटी कार्यक्रम को चालू किये जाने और उभरती[२] “आप” पार्टी के जवाबों की तलाश करती भाजपा में असंतुष्टों की नाराजगी को दूर करने की कवायद पार्टी में शुरू कर दी गई है|

राष्‍ट्रीय फोटो प्रतियोगिता में चिन्‍मय,संतोष कुमार,रिशभ को पहले तीन पुरुस्कार दिए गए

राष्‍ट्रीय फोटो प्रतियोगिता में चिन्‍मय,संतोष कुमार,रिशभ को पहले तीन पुरुस्कार दिए गए
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाई के फोटो प्रभाग ने सभी के लिए टिकाऊ ऊर्जा’ नामक शीर्षक से 24वीं राष्‍ट्रीय फोटो प्रतियोगिता का आयौजन किया |

 राष्‍ट्रीय फोटो प्रतियोगिता

राष्‍ट्रीय फोटो प्रतियोगिता


ऑल इंडिया फाइन आर्ट एवं क्राफ्ट सोसाइटी कॉम्‍प्‍लेक्‍स में आयौजित इस प्रतियोगिता में संयुक्‍त्‍ सचिव, श्री अनुराग श्रीवास्‍तव ने विभिन्‍न श्रेणियों में विजेताओं को पुरस्‍कार प्रदान किये एवं फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
रंगीन श्रेणी में कोलकाता के श्री चिन्‍मय भट्टाचार्य, मिदनापुर(ई) के श्री संतोष कुमार जेना, इंदौर के श्री रिशभ मित्‍तल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं त़ृतीय पुरस्‍कार प्राप्‍त किेये। इनके अलावा सर्वश्री शेषाद्री मोइत्रा, उदयपुर; क्रेतन सोनी, धार; शिब नारायण आचार्य, जम्‍मू; पियूष रागणेकर, इंदौर; बनवारी आर.राजपूत, अहमदाबाद; प्राची तिवारी, इंद्रौर; सोमनाथ मुखोपाध्‍याय, बीरभूम; देवेन्‍द्र शर्मा, पूरनजीत गंगोपाध्‍याय, कोलकाता; प्रशान्‍त बिश्‍वास, कोलकाता को रंगीन श्रेणी में सराहना पुरस्‍कार प्रदान किये गये।
13 राज्‍यों एवं केन्‍द्र शासित प्रदेशों के 105 प्रतियोगियों से 439 फोटोग्राफ प्राप्‍त किये गये। प्रथम पुरस्‍कार के लिए 25,000 रूपये, द्वितीय पुरस्‍कार के लिए 20,000 रूपये और तृतीय पुरस्‍कार के लिए 15,000 रूपये की राशि तथा सराहना पुरस्‍कार के लिए 5,000 रूपये की राशि निर्धारित की गई है।
फोटो कैप्शन [१]The Joint Secretary, Ministry of Information & Broadcasting, Shri Anurag Srivastava, the Director General, CAG, Shri Govind Bhattacharjee and the Director, Photo Division, Ministry of Information & Broadcasting, Shri Debatosh Sengupta jointly lighting the lamp to inaugurate the 24th National Photo Contest on the theme of Sustainable Energy for All, in New Delhi on August 22, 2013.

ट्रेंड पायलट्स की कमी से जूझ रही सरकार एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण के लिए ही यौजनाएं बनाने में जुटी है

ट्रेंड पायलट्स की कमी से जूझ रही सरकार एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण के लिए ही यौजनाएं बनाने में जुटी है विमानपत्‍तनों की संख्‍या सरकार एक तरफ तो यह स्वीकार कर रही है कि देश में टाइप रेटेड पायलट्स (Type rated Pilots or Pilot-in-Command) की बेहद कमी है और निजी विमान कम्पनियां चीख चीख कर कह रही हैं कि हाल ही में ७८ विदेशी पायलट्स और कम हो गए हैं | सरकार कहती है कि फॉरेन एयरक्र्यू टेम्पररी औथोराइसेशन (FATA) और को- पायलट्स से काम चलाया जा रहा है|इसके उपरांत भी केवल विमानों की अंधाधुंध खरीद और एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण+ स्‍तरोन्नयनके नाम पर ही सारी यौजनाएं बनाई जा रही है|
नागर विमानन मंत्रालय में राज्‍य मंत्री श्री के सी वेणुगोपाल ने आज लोक सभा में पूछे गए एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि हवाईअड्डों के आधुनिकीकरण तथा स्‍तरोन्नयन के‍ हिस्‍से के रूप में, कोलकाता+ चेन्‍नई+रांची+ रायपुर+पुडुचेरी+ भुवनेश्‍वर तथा जैसलमेर (सिविल इन्‍क्‍लेव) में हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों को निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। ये टर्मिनल अत्‍याधुनिक यात्री सुविधाओं ये युक्‍त हैं। एएआई ने गोवा, तिरूपति, तेज, बड़ोदरा, चण्‍डीगढ़, पेक्‍योंग,कडप्‍पा तथा खजुराहो एयरपोर्ट में नए टर्मिनल भवनों का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
बेशक आधारभूत संरचना [ INFRASTRUCTURE ] की बेहद जरुरत है और इस दिशा में कार्य किये भी जाने चाहिए लेकिन एयर लाइन्स के छेत्र में पिलोत्स्स के महत्त्व को नकारा नही जा सकता|सरकार ने इनकी हड़ताल को तोड़नी में तो सफलता प्राप्त कर ली लेकिन पायलट्स की कमी को पूरा करने के लिए कोई प्रभावी कदम उठता नही दिख रहा|यहाँ तक कि डोमेस्टिक टूरिज्म को बढावा देने के लिए भी छोटे एयर पोर्ट्स को अनदेखा किया जा रहा है|मेरठ और लुधिआना का उद्हारण दिया जा सकता है| इसके आलावा यहाँ याह भी बताना जरुरी है कि आधुनिकीकरण के नाम पर जो यौजनाएं बनी जा रही हैं उनकी असलियत जानने के लिए आई जी आई एयर पोर्ट में आये दिन जल भराव से फ्लाईट्स के कैंसिलेशन के आंकड़ों को आसानी से देखा जा सकता है|

दिल्ली विधान सभा चुनावों के लिए अपनी छठी लिस्ट में “आप” पार्टी ने दो ऑटो चालको को भी शामिल किया

दिल्ली विधान सभा चुनावों के लिए अपनी छठी लिस्ट में “आप” पार्टी ने दो ऑटो चालको को भी शामिल किया आम आदमी पार्टी[आप]ने दिल्ली के चुनावों के लिए तीन और सीटों के लिए संभावित १३ उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्ट जारी कर दी है|पार्टी अब तक दिल्ली की ७० सीटों में से ४२ सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है|
पार्टी द्वारा जारी की जा रही इस छठी शॉर्टलिस्ट में [१]कालकाजी,[२]किराड़ी और तुगलकाबाद शामिल हैं. पार्टी ने जहां दो ऑटो चालकों को इस लिस्ट में जगह दी है वहीं चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, लैंग्वेज एक्सपर्ट्स, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं. इस शॉर्टलिस्ट में पहले लोकजनशक्ति पार्टी और सीपीआई(एम) से जुड़े लोगों को भी जगह मिली है.
इन तीन सीटों के लिए कुल 36 आवेदन आए थे. स्क्रीनिंग कमेटी ने आवेदकों से चर्चा के बाद 13 लोगों के नाम संभावितों की सूची में रखा है.
पार्टी जनता से अनुरोध करती है कि अगले सात दिनों में इस शॉर्टलिस्ट में शामिल लोगों के नामों पर अपनी राय देकर पार्टी को योग्य प्रत्याशी के चयन में सहयोग करे.कुछ अन्य सीटों के लिए कुछ समय पहले शॉर्टलिस्ट जारी हुई थी जिस पर कार्यकर्ताओं की राय जानने के बाद प्रत्याशियों के नामों की घोषणा जल्द की जाएगी.