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भाजपा का घोषित जेल भरो आन्दोलन स्थगित: उत्तराखंड में विपदाग्रस्तों की सहायतार्थ आन्दोलन चलेगा :डॉ एल के वाजपई

भाजपा का घोषित जेल भरो आन्दोलन स्थगित कर दिया गया है|यह स्थगन उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के मध्यनजर किया गया है|
उत्तर प्रदेश भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बताया कि २६ से ३० जून तक राष्ट्रीय स्तर पर जेल भरो आन्दोलन चलाया जाना था लेकिन उत्तराखंड में हुई त्रासदी के पीड़ितों के कल्याण के कार्यों को प्राथमिकता दी जानी जरुरी है इसीलिए अब २६ तारीख को जेल भरो आन्दोलन स्थगित कर दिया गया है डॉ वाजपई ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी किया है कि प्रत्येक जिले और तहसील में कार्यकर्ता दान पात्र लेकर जायेंगे और राहत सामग्री+धन राशि एकत्र करेंगे|उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में स्थिति बेहद चिंताजनक है और वहां दवाये+सूखा खाद्य सामग्री+तिरपाल तथा कम्बल भेजे जाने हैं|
डॉ वाजपई ने यह भी बताया कि २६ जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह लखनऊ आयेंगे तब भाजपा के प्रदेश कार्यालय में उन्हें राहत राशि कि पहली किश्त भी सौंपी जाएगा| प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि इससे पूर्व भाजपा के ५५ विधायकों का एक माह का वेतन राहत कोष में भेजा जा चुका है|

“आप” पार्टी के कार्यकर्ताओं को जमानत तो मिली मगर रिहाई नही

आम आदमी पार्टी [आप]के १२ कार्यकर्ताओं को तीन दिन कस्टडी में रखने के पश्चात आज सिटी कोर्ट ने जमानत दे दी| इन्होने सामूहिक बलात्कार की शिकार एक महिला को न्याय दिलाने के लिए गोकुल पूरी पुलिस स्टेशन का घेराव किया था| मुकद्दमे की पैरवी वरिष्ठ वकील शांति भूषण और सोम नाथ भारती ने की जमानत[११] के पश्चात भी तकनीकी कारण बता कर इन्हें रिहा नही किया गया है| इन कार्यकर्ताओं को आज कड कड डूमा ऐ एस जे ब्रिजेश गर्ग की अदालत में प्रस्तुत किया गया|माननीय न्यायाधीश ने प्रतिवाद[ प्रोटेस्ट] के अधिकार को नागरिकों का मूल अधिकार माना और पुलिस की भूमिका की आलोचना की |इसके बावजूद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मस हरलीन सिंह ने केवल एक की जमानत को स्वीकार किया |शेष उम्मीदवारों के लिए प्रस्तुत जमानत को अस्वीकार किये जाने पर आप पार्टी ने आरोप लगाया है कि हरलीन सिंह द्वारा ही रात के २ बजे आप के घायल कार्यकर्ताओं को जुडिशियल रिमांड पर पोलिस के हवाले किया था | पट पड़ गंज से आप के उम्मेदवार मनीष शिशोदिया और गोपाल राय अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ तिहाड़ जेल [गेट ३]पहुंचे और छोड़े गए एक मात्र कार्यकर्ता गुलशन कुमार का स्वागत करके कार्यकर्ताओं का हौंसला बढाया
उल्लेखनीय है कि १९ जून की रात आप पार्टी के १५ कार्यकर्ताओं को पोलिस ने हिरासत में लिया इनमे से महिला कार्यकर्ताओं को अगले दिन जमानत दे दी गई थी |

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इटली में भारतीय एम्बेसडर बसंत कुमार गुप्ता अब रोम से ही सन मरीनो के राजदूत का भी कार्यालय संभालेंगे

इटली में भारतीय एम्बेसडर अब रोम से ही सन मरीनो के राजदूत का भी कार्यालय संभालेंगे | भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस सप्ताह निम्न नियुक्तियां की हैं|
[१] वर्तमान सूरीनाम में एम्बेसडर एम् सुभाषिनी [ १९८७ बैच आई ऍफ़ एस ] को 19, जून 2013 में सेंट विन्सेंट और ग्रेनादींस [ Saint Vincent and the Grenadines, ] के लिए एम्बेसडर अधिकृत [ accredited ] किया गया है पेरामरिबो Paramaribo.निवास

[२] १९९७ बैच के कुनाल रॉय को 20, जून २०१३ में नाइजर[ Niger] का अगला एम्बेसडर बनाया गया है|
[३] रिपब्लिक आफ इटली में वर्तमान एम्बेसडर १९७९ बैच के आई ऍफ़ एस बसंत कुमार गुप्ता को 21, जून २०१३ में रिपब्लिक आफ सन मरीनो[ Republic of San Marino,] अधिकृत किया गया है| निवास रोम

सिख पंथ के सेवा सिद्धांतों का पालन करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड में तीन जहाज भी लगाए

सिख पंथ के सिद्धांतों का पालन करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड में विपदाग्रस्तों की सहायतार्थ युद्ध स्तर पर मानवीय सेवायें की जा रही है|इन्होने सेवा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए हेलीकाप्टर और हवाई जहाज भी बचाव कार्यों में लगाए हैं|बसों द्वारा पीड़ितों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है|अभी तक १० बसों में यात्रियों को वापिस लाया जा चुका है|
कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह [जी के]अपनी पूरी टीम के साथ पांच राहत शिविर चला रहे हैं|संयुक्त सचिव हरमीत सिंह कालका ने बताया कि जोशी मठ+श्रीनगर[उत्तराखंड]+गौचर+गोबिंद घाट+ऋषिकेश में शिविर लगाए गए हैं|इन शिविरों में जहां लंगर चलाये जा रहे हैं वहीं दवाएं और आर्थिक सहायता देकर पीड़ितों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है|यहाँ तक कि दूसरे शिविरों में फंसे लोगों को ला कर उनके गंतव्य स्थल पर छोड़ा जा रहा है| तीन जहाज +दो ट्रक+इक्कीस बसें लगाई गई है|बीबी मंदीप कौर बक्षी[प्रधान स्त्री अकाली दल] +समर्देप सिंह सन्नी+जसप्रीत सिंह विक्की मान+ परमिंदर सिंह मंजीत सिंह+जगजीवन सिंह+ कुलदीप सिंह भोगल+जतिंदर सिंह[पार्षद]अवतार सिंह कोहली+आदि अनेकों सेवा कार्यों में लगे हुए हैं|

उत्तराखंड में सिविल राहत राशि और सेना के खर्चे का आडिट भी करा लेना चाहिए

उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा से हुई जान माल की भारी हानि को लेकर बढ रहे ग्राफ में इस सप्ताहांत तक कोई स्थिरता नही आ पाई है | आने वाले दो तीन दिनों में वर्षा का अनुमान लगाया जा रहा है जिससे भयावहता के बढने की आशंका जताई जाने लगी है| भारतीय सेनाओं और आम जनता द्वारा राहत कार्य जारी हैं लेकिन राजनितिक दलों में हमेशा की तरह इस विपदा पर भी राजनीति शुरू हो गई है|
विपक्ष इस आपदा की विभीषिका को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किये जाने की मांग करने लगा है तो सत्ता रुड सरकारें इससे बचती दिख रही है|इसके बावजूद भी केंद्र सरकार ने एक हज़ार करोड़ रुपयों की सहायता का एलान किया है जिसमे से १४५ करोड़ रुपये रिलीज भी किये जा चुके हैं| कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने अपनी पार्टी के एम् पी और एम् एल ऐ को एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं|दूसरे प्रदेशों के सिख सगत +विपक्षी एम् एल ऐ+राहत भेजने लगे हैं यहाँ तक कि गुजरात के बहु चर्चित मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देहरादून का दौरा करके गुजराती तीर्थ यात्रियों को बाहर निकालने में दिलचस्पी दिखाई है|कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने एक माह का वेतन दान करने की घोषणा की है|
आज न्यूज चैनलों ने एक चौंकाने वाला समाचार दिया है जिसके अनुसार स्थानीय प्रशासन ने सेना के हेलीकाप्टरों को तेल [ ऐ टी ऍफ़ ]देने से मना कर दिया है|
चैनलों पर लगातार दिखाया जा रहा है कि राहत कार्यों के तमाम दावे केवल हवाई ही साबित हो रहे हैं| अब यह स्वाभाविक सवाल पैदा उठता है कि सहायता राशि कहाँ जा रही है ? इस के मद्दे नजर यह कहना अभी जल्द बाजी कहा जा सकता है मगर पुराने अनुभवों को देखते हुए जरुरी जरुरी है कि सहायता राशि का साथ साथ आडिट भी कराया जाना चाहिए| स्वयम प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने मनरेगा के एक कार्यक्र में मंत्री जय राम रमेश को सलाह देते हुए कहा था कि देखा गया है कि कई वर्षों के बाद आडिट में गड़े मुर्दे खुलते हैं ऐसे में हाथो हाथ आडिट करा लिया जाना चाहिए| उसी भावना के अंतर्गत अब इस राहत राशि का भी आडिट करा लिया जाना जरुरी है|
इसके अलावा यह भी देखा गया है कि सेना जब भी ऐड टू सिविल पॉवर में लगाई जाती है तो उसका खर्चा स्टेट को डेबिट किया जाता है |और उस खर्चे के आडिट का भी वोही हाल होता है जो सिविल में आडिट का होता है|इसीलिए सेना के खर्चे का भी आंतरिक और बाह्य आडिट करा लिया जाना चाहिए|
चूंकि आज कल इस विपदा को मानव निर्मित बता कर इसकी जांच कि मांग भी की जाने लगी है ऐसे में कोई शक नही कि मात्र एक वर्ष बाद होने वाले चुनावों में इसे मुद्दा बनाया जा सकता है इसीलिए अभी समय रहते दूध का दूध और पानी का पानी करलेना ही उचित होगा|इससे सरकार शासन का अस्तित्व दिखाई देगा| और समय रहते भ्रष्टाचार को हतोत्साहित किया जा सकेगा|

सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सांसदों, विधायकों , को एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश दिए

उत्तराखंड में विपदाग्रस्त लोगों की सहायतार्थ यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सांसदों+ विधायकों +विधान परिषद के सदस्यों को अपना एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश जारी किये हैं|
कांग्रेस की सर्वोच्च नेत्री ने सभी लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों को यह भी निर्देश दिया है कि वे राहत कार्यों के लिए सांसद निधि से 10-10 लाख रुपये उत्तराखंड की लिए दें।
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक विपदा के हवाई निरीक्षण करने के बाद कांग्रेस ने अब ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। श्री मति सोनिया पुनः उत्तराखंड में राहत कार्यों का जायजा लेने जायेंगी|
।जान और मॉल की हानि का ग्राफ निरंतर ऊपर जा रहा है| भारतीय फौज का भी यही कथन है कि इससे पूर्व ऐसा विशाल अभियान नहीं छेड़ा गया यहाँ तक कि फौज का सबसे बड़ा हेलीकाप्टर राहत कार्यों में लगाया गया है पार्टी सचिव संजय कपूर और सेवा दल प्रमुख महेंद्र जोशी को राहत कामों की निगरानी के लिए देहरादून रवाना किया गया है\
बेशक अभी तक सरकार ने इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा नही माना है लेकिन राहत कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर किये जाने के निर्देश दिए जाने लगे हैं| अजय माकन को कांग्रेस कि छवि सुधारने के लिए मंत्री मंडल से अलग किया गया लेकिन उसके तत्काल पश्चात अजय माकन की क्षमता की परीक्षा भी शुरू हो गैई है|शुरू में उन्होंने पार्टी की वेबसाईट पर १९ जून तक श्रीमती सोनिया गांधी के दौरे की संक्षिप्त जानकारी तोअप लोड की लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से जूझने के लिए इन नवीनतम आदेशों को २१ जून तक अप्लॉद करना भूल गए |

आधी आबादी की एक तिहाई महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार है: 1/3 of 1/2 community is Victim of Physical or sexual violence

[ जिनेवा ] दुनिया की आधी आबादी की एक तिहाई महिलायें घरेलू हिंसा की शिकार है। एशिया और मध्य पूर्व के देशों में स्थिति और भी गंभीर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लन्दन स्कूल आफ हाईजीन & ट्रोपिकल मेडिसिन्स +साउथ अफ्रीकन मेडिकल रिसर्च कौंसिल के साथ मिल कर इकठ्ठा किये गए दुनिया के 80 देशों के आंकड़ों के आधार पर बृहस्पतिवार को यह बात कही है।
पहली बार दुनिया भर के महिलाओं के खिलाफ हिंसा और इसका उनके स्वास्थ पर पड़ने वाले प्रभाव के आंकड़ों का अध्ययन किया गया है। इसके आधार पर डब्लू एच ओ ने कहा है कि दुनिया भर में 30 % महिलाएं अपने जीवन साथी के हाथों ही हिंसा का सामना करने को अभिशिप्त हैं| यहाँ तक कि उच्च आय वाले देशों में भी चौंकाने वाले आकडे आये हैं| एशिया में भारत, श्रीलंका, थाइलैंड, बांग्लादेश, म्यांमार जैसे देशों की 37.7 %महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार हैं। दूसरे नंबर पर खाड़ी के देश हैं जहां यह दर 37 % है। अफ्रीकी देशों में यह 36.6 % है।
इस प्रकार की हिंसा का प्रभाव बताते हुए कहा गया है कि अस्थि भंग से लेकर गर्भ पात और मानसिक रोग भी देखे गए हैं डब्लू एच ओ की माहा निदेशक |डॉ मार्गरेट चान ने इसे एपिड्मिक प्रोपोर्शन [ . epidemic proportions ] जैसा घातक बताया है|
रिपोर्ट के अनुसार पार्टनर्स द्वारा ३८% महिलाओं की हत्या हुई+४२% अन्य घरेलू हिंसा की शिकार है|
स्टडी में महिलाओं के प्रति हिंसा के लिए जीरो टालेरेंस की गाईड लाईन दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है| रोकथाम के लिए बेहतर रिपोर्टिंग +ट्रेनिग+ परामर्श केंद्र जरुरत बताई गई|
डॉ चान ने मार्च २०१३ में संयुक्त राष्ट्र में महासचिव का कार्य भार संभाला था| और महिलाओं के प्रति हिंसा कि घटनाओं के लिए जीरो टालेरेंस की गाईड लाईन दी थी|

प्राकृतिक विपदा पर राजनीतिक दोषारोपण के गेम को जवाब देते हुए सेना और समाज उतरदाईत्व निभा रहे हैं

उतराखंड में आई प्राकृतिक विपदा के कारणों पर दोषारोपण की राजनीति को दरकिनार करके जहाँ भारतीय फौजें जी जान से विपदाग्रस्त लोगों को बचाने का सराहनीय प्रयास कर रही हैं वही सीमाओं के अन्दर सुरक्षित जनता भी अपने सामजिक उतरदाईत्व का निर्वाह करते हुए प्रतिदिन राहत सामग्री भेज रहे हैं|दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और मेरठ से शिव कांवड़ सेवा संघ ने राहत सामग्री भेजी है|
दी एस जी एम् सी ने २१ बसों को लगाया है और २ ट्रक भर कर राहत सामग्री भेजी है जिसमे से ४ बसें तीर्थ यात्रियों को सकुशल लेकर लौट आई हैं|उन्हें उनके घरों पर पहुँचाया गया है|इससे पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह जी के के निगरानी में दो हवाई जहाज भर कर दवाये और खाद्य सामग्री भेजी जा चुकी हैं|गौचर हेलीपैड पर विशेष लंगर शिविर लगाया गया है|यहाँ दवाओं की व्यवस्था भी की गई है|इसके अलावा दिली यमुना किनारे बाड़ शिविरों में भी ५००० लोगों के लिए लंगर भेज गया है| समर्दीप सिंह+सुखविंदर सिंह+जसप्रीत सिंह+आदि सेवा दे रहे हैं|
मेरठ में दाता राम गुप्ता की अध्यक्षता में एक जत्था उत्तराखंड शास्त्री नगर से रवाना किया गया | जीतेन्द्र अग्रवाल+ममता ने झंडी दिखा कर रवाना किया गया |ताहिर अली+राम गोपाल अग्रावाल+मुनीश संजय+आदि उपस्थित थे| सुशील कुमारपटेल +अनिल भाई+सुरेन्द्र सिंघल+मोनू+सोनू+डॉ एस मालिक+

सूर्य के कर्क रेखा पर रहते समय पृथ्वी की परिधि का प्रयोग भारत सहित विश्व के सात देशों में किया गया

[मेरठ]सूर्य के कर्क रेखा पर रहते समय पृथ्वी की परिधि का प्रयोग भारत सहित विश्व के सात देशों में किया गया |मेरठ के एन ऐ एस इंटर कालेज में विडियो कांफ्रेंसिंग में भारत+ताईवान+फ्रांस सहित ६ अन्य देशों से आंकड़े प्राप्त किये गए|मेरठ का दिन सबसे बड़ा दिन बताया गया धरती पर परछाई भी सबसे छोटी दिखाई दी| गीता सचदेवा +मौ.मतीन अंसारी+ एस रतन[ यमुना नगर]ललित[भुज]अर्पित[उधमपुर +अनुप्रिया[भदरवाह]माला[गाजिआबाद]अदि ने आंकड़े प्रस्तुत किये| जिला विज्ञानं समन्वयक दीपक शर्मा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम को निर्देशित किया|रोहित कुमार ने संचालन किया|

पारस लोहे को सोना बनाता है , पारस नहीं बनाता लेकिन सच्चा संत हमें भी संत बना देता है

सत्संग का प्रभाव
[१]सुभर भरे प्रेम रस रंग , उपजे चाव साध के संग ।
भावर्थ
महापुरुष प्रेम के रस और मस्ती के लबालब भरे प्याले के समान हैं । उनको देखकर हरि मिलन का चाव उपजता है । जैसे पहलवान को देखकर पहलवान बनने का चाव उपजता है, खरबूजे को देख खरबूजा रंग पकड़ता है , ऐसे ही आध्यात्मिक पुरुषों का प्रभाव हमें आध्यात्मिक बना देता है । सब पर प्रेम की बूंद छिडकी जाती है । पढ़ा, अपढ़ सब उससे रंग ले जाते हैं । सतगुरु का दिव्य आकर्षण जैसा भी पात्र हो , उसको आकृष्ट करता है । उसके मंडल में बैठे हुए समय का भान नहीं रहता ।
इसी सन्दर्भ में आता है –
[२]पारस और संत में बड़ो अन्तरो जान।
वह लोहा कंचन करे , वह करले आप समान।
अर्थात पारस और संत में बड़ा अंतर है । पारस लोहे को सोना बनाता है , पारस नहीं बनाता । परन्तु संत हमें संत बना देता है ।
महापवित्र साध का संग, जिस भेंटत लागे हरि रंग ।
साधू की संगति निर्मलता प्रदान करती है , उससे प्रभु का रंग मिलता है ।
प्रस्तुती राकेश खुराना