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मेडिकल कालेज में नर्सों की हड़ताल से निबटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था शुरू :डा.विनय अग्रवाल

मेडिकल कालेज में नर्सों की हड़ताल से निबटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था शुरू :डा.विनय अग्रवाल

मेडिकल कालेज में नर्सों की हड़ताल से निबटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था शुरू :डा.विनय अग्रवाल

[मेरठ]मेडिकल कालेज में होली के दिन से चल रहे नर्सों के असंतोष और अब हड़ताल के कारण मरीज और तीमारदारों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है| स्थानीय प्रशासनिक इन्क्व्यारी पर उच्च अधिकारियों की मोहर लगने की बेशक अभी प्रतीक्षा की जा रही है लेकिन इसी बीच वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाने लगी है| मेडिकल कालेज के सर्वोच्च अधिकारी डा विनय अग्रवाल ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में फ़िलहाल १० इन्टरन को लगा दिया गया है इसके साथ ही स्थानीय अस्पतालों से भी नर्सों की मांग की गई है| नर्सों की हड़ताल के समाधान के विषय में सावधानी से बोलते हुए डा.. अग्रवाल ने कहा कि नर्सों द्वारा मांग की गई है कि आरोपी कर्मचारी [ त्यागी] के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के बगैर हड़ताल समाप्त नहीं होगी|यहाँ के प्रशासन ने इन्क्व्यारी पूरी करके उच्च अधिकारियों के भेज दी गई है|इस विषय में आगे की कार्यवाही उच्च अधिकारियों से आदेश प्राप्त होने पर ही की जा सकेगी|डा अग्रवाल के अनुसार स्थानीय प्रशासन को तथ्यों से अवगत करा दिया गया है |मरीजों को हो रहे परेशानी से उन्हें भी चिंता है|मरीजों की सहूलियत के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में अस्थाई इन्टरन लगाये जा रहे हैं और इमरजेंसी वार्ड में इनकी तैनाती शुरू भी कर दी गई है|

मनोज [भारत]कुमार ने शाहरुख़ खान पर केस किया

पुरानी कहावत है कि मज़ाक भी अपने बराबर वालों से करना चाहिए लेकिन शाहरुख़ खान यह भूल गए और अपनी हित फिल्म ॐ शांति ॐ में अपने से बड़े मनोज [भारत]कुमार का भी मजाक उड़ा बैठे |बेशक यह बात छह[२००७] साल पुराणी है |और कई बार आई गई हो चुकी है|लेकिन फिल्म लाईन में आज कल पुरानी हिट को रीमेक का चलन है सो मनोज कुमार ने भी शाहरुख़ खान एंड कंपनी के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज़ करवा दिया है| पाने जमाने के मशहूर [ एवार्डडेड ] अभिनेता +निर्माता+निर्देशक मनोज [भारत]कुमार ने फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के एक दृश्य से कथित तौर पर उनकी छवि खराब होने के मामले में शाहरुख खान और फराह खान पर मुंबई में आपराधिक मामला दर्ज कराया है।इसे पूर्व वानखेड़े स्टेडियम में एक सिक्योरिटी गार्ड से पंगा ले चुके शाहरुख़ खान चर्चा में है

मनोज [भारत]कुमार ने शाहरुख़ खान पर केस किया

मनोज [भारत]कुमार ने शाहरुख़ खान पर केस किया

शाहरुख़ खान पर आपराधिक विश्वासघात+ धोखाधड़ी+ मानहानि और साजिश रचने जैसे अपराधों केआरोप लगाये गए हैं|
गौरतलब है कि 2007 में ॐ शांति ॐ रिलीज हुई ‘जिसके एक दृश्य में शाहरुख ने कथित तौर पर मनोज कुमार का मजाक उड़ाया है। कथित तौर पर इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि मनोज कुमार को एक शो के दौरान एक समारोह में घुसने नहीं दिया जाता।उनसे अपना परिचय पत्र दिखाने को कहा जाता है तो परिचय पत्र में भी उनके मुह ढकने के स्टाइल में ही फोटो लगी होती है|हाथ से मुह ढकने का मनोज कुमार का यह स्टाईल बेहद आलोचनाओं का शिकार रहा है|
इसीलिए 2008 में भी इस दृश्य पर विरोध दर्ज कराते हुए मानहानि का मामला दर्ज किया था लेकिन जब शाहरुख ने निजी तौर पर उनसे माफी मांगकर इस दृश्य को हटाने का आश्वासन दिया तो मामला वापस ले लिया गया।इस मामले को सुलझाने में यश चोपड़ा [अब स्वर्गीय ]ने भी अहम् भूमिका निभाई थी|
अदालत ने भी 2008 में शाहरुख को निर्देश दिया था कि टीवी चैनलों पर फिल्म के प्रसारण से पहले विवादास्पद दृश्य को फिल्म में से हटा लिया जाए।
मनोज कुमार ने अपने वकील अशोक के माध्यम से अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में कहा है कि इस फिल्म को जापान में रिलीज किया गया और उसमे वोह आपत्ति जनक सीन रखे गए हैं| यह न्यायलय का भी अपमान है|

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा दुखी भाजपाई

ओये झल्लेया हसाड़े सोणे नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ये क्या षड्यंत्र रचा जा रहा है?जो कुछ भी करने लगते हैं कांग्रेस और मीडिया वाले अपना खाना पीना सब छोड़ छाड़ कर बेचारे मोदी के पीछे ही पड जाते हैं| मोदी को हमने अपनी पार्टी के केंद्र में लिया तो इनके पेट में मरोड़ उठने लगे |अब देखो सुप्रीम कोर्ट और गवर्नर के आदेशों का पालन करते हुए गुजरात में लोकायुक्त को शक्तिशाली और प्रभावी बनाने के लिए लोकायुक्त बिल पास कराया तो इसे लोक तंत्र पर ही खतरा बता दिया गया|ओये छान तो बोले सो बोले लेकिन छन्नी भी बोली जिसमे सैंकड़ो छेद |इस कांग्रेस ने केंद्र में जन लोकपाल बिल का जिस तरह मजाक बनाया उसे देश अभी तक भूला नहीं है |अब ये लोग हमें ही निशाना बना रहे हैं|कहा जा रहा है कि गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति में अब राज्यपाल की कोई भूमिका नहीं रह गई है।
भाई हमने गुजरात में अब लोकायुक्त के अलावा चार उप−लोकायुक्त भी बना दिए हैं|इनका अनुमोदन सुप्रीम कोर्ट द्वारा किया जाएगा|
जो प्रक्रिया केन्द्र सरकार लोकपाल की नियुक्ति के लिए अपना रही है वही प्रक्रिया गुजरात सरकार लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए अपना रही है इस पर भी इन्हें ऐतराज है| ओये पहले कहा जाता था कि समरथ को नहीं दोष गुसाईं लेकिन अब तो समरथ राजनीतिक मोदी में ही सारे अवगुण तलाशे जा रहे हैं |ओये ये लोग गोस्वामी तुलसी दास जी से भी बड़े हो गए

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी जो आप दिखाना चाह रहे हो वैसा सब कुछ नहीं है| दरअसल राज्यपाल कमला बेनीवाल ने न्यायाधीश आर ऐ मेहता को लोकायुक्त बना कर मुख्य मंत्री को चुनौती दी है|ये न्यायाधीश महोदय गुजरात में मोदी के खिलाफ काम कर रहे एक्टिविस्ट के सहयोगी रहे हैं|इसीलिए अपने ऊपर लटक रहे इस एक पक्षीय तलवार से बचने के लिए मोदी ने ढाल के रूप में लोकायुक्त बिल पास करा लिया है| अब तलवार और ढाल का तो पुराना रिश्ता रहा है|जहां तलवार होगे वहां ढाल भी जरुरी है|

डाक्टर चन्द्र मोहन कोहली ने C G H S के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार संभाला

डाक्टर चन्द्र मोहन कोहली ने C G H S के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार संभाला

डाक्टर चन्द्र मोहन कोहली ने C G H S के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार संभाला

डाक्टर चन्द्र मोहन कोहली को केन्द्रीय कर्मचारी स्वास्थय यौजना[CGHS] का अतिरिक्त निदेशक[ADDITIONALDIRECTOR] बनाया गया है|डाक्टर कोहली ने नए वितीय वर्ष में नया पद भर ग्रहण कर लिया है|
इससे पूर्व डा. कोहली कंकर खेडा स्थित वेलनेस सेंटर के इंचार्ज थे | आर्थोपेडिक सर्जन डा. कोहली ने १९ ७९ में एम् बी बी एस और ८९ में गोल्ड मैडल के साथ डाक्टरेट की उपाधि ग्रहण कीथी|विश्व स्वास्थ्य संगठन [WHO]के फेलो हैं|गौरतलब है कि केन्द्रीय कर्मचारियों केलगभग१० हज़ार परिवारों के स्वास्थ्य सेवा के लिए मेरठ के कंकर खेडा के अलावा+सूरज कुंड+ विजय नगर+मोहन पूरी+आबू लेन आदि में वेल नेस सेंटर हैं|

उपवासी नेता केजरीवाल शारीरिक कमजोरी के चलते समर्थकों को ११वे दिन संबोधित नहीं कर पाए

उपवास के ११वे दिन आज उपवासी नेता अरविन्द केजरीवाल शारीरिक कमजोरी के चलते सुन्दर नगरी स्थित उपवास स्थल से समर्थकों को रोजाना की भांति संबोधित नहीं कर पाए|
आम आदमी पार्टी [आप] प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन के अनुसार आज ११वे दिन की समाप्ति पर केजरीवाल का स्वास्थ्य बुलेटिन इस प्रकार है
[१] ब्लड प्रेशर == ११०/६९
[२]पल्स=========७४
[३]शुगर=========११३
[४]केटों[Ketone]====३+
[५] वजन ========५७.५ क. ग.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार पर तीनो डिस्कोम कंपनियों के साथ मिली भगत का आरोप लगाया और कहा के जान बूझ कर डिस्कोम को फायदा पहुँचाने के लिए कैग से इनके एकाउंट्स का आडिट नहीं कराया जा रहा|सरकार का यह कहना है के केस अभी हाई कोर्ट में लंबित है और ही कोर्ट में सरकार ने एफिडेविट दे कर आडिट करवाने को सहमति दे दी है लेकिन क्यूंकि मामला कोर्ट में लंबित है इसीलिए इस विषय में कार्यवाही नही की जा रही| दिल्ली सरकार की सहायता के लिए ये डिस्कोम कम्पनियाँ आगे आ गई है|इन कंपनियों ने कहा है के आप के आन्दोलन से उनकी आमदनी पर कोई फर्क नहीं पड़ा है|इससे साफ़ साबित होता है के सरकार और डिस्कोम में कोई न कोई गुप्त समझौता हुआ है|दिल्ली की सरकार की इस दलील पर आप का कहना है के हाई कोर्ट ने कहीं भी कैग से आडिट करवाने पर स्टे नहीं दिया है|इसके बावजूद केवल बहाने बाजी ही की जा रही है|
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उपवासी अरविन्द केजरीवाल का स्वास्थ्य११ वे दिन स्थिर और असहयोगियों की संख्या साड़े ८ लाख पहुंची

आम आदमी पार्टी[आप] ने आज दिल्ली की सरकार के समक्ष कुछ प्रश्न उठाये हैं[१]यदि आप द्वारा बिजली पानी के लिए चलाये जा रहे सविनय अवज्ञा आन्दोलन से देश में अराजकता का खतरा है तो ८ लाख दिल्ली वासियों की आवाज को दिल्ली की मुख्य मंत्री द्वारा अनसुना कर देना क्या कुशासन नहीं है
[२] दिल्ली वासिओं की व्यथा का वर्णन करने वाले ८ लाख पत्रों को रोकने के लिए १००० पोलिस वालों की शक्ति वेस्ट की गई| ट्राफिक व्यवस्था को जाम कराया गया| दिल्ली की सरकार का एक दो कर्मचारी इन पत्रों को क्या स्वीकार नही कर सकता था|[३].दिल्ली की सडकों पर रोजाना इतना हेवी ट्राफिक रहता है हज़ारों वेहिकल्स चलते रहते हैं ऐसे में मात्र २७२ आटो रिक्शा से क्या खतरा हो सकता था |[४]इन के लिए कोई विशेष व्यवस्था या मार्ग की मांग नहीं की गई फिर इन्हें भैरों मंदिर के समीप क्यूं रोक दिया गया| [५]दिल्ली के पावर मिनिस्टर हारुन युसूफ ने इस आन्दोलन को कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाला बताया हैऐसे में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार करके बेतहाशा बढोत्तरी करने से क्या कानून का पालन हो रहा है|

आन्दोलन को समर्थन

पार्टी प्रवक्ता के अनुसार बिजली पानी के बिलों को नहीं देने की शपथ लेने वालों की संख्या ८३३४६४ पहुँच गई है| अनेकों सोशल आर्गेनाईसेशन्स इस आन्दोलन को समर्थन देने आ रहे है|अरुणा रॉय के एम् के एस एस और मेध पाटेकर की संस्था एन ऐ पी एम् ने आप के इस सिविल डिसोबेडिएंस मूवमेंट को समर्थन दे दिया है|

डिस्कोम पर हमला

आप के नेताओं ने दिल्ली में डिस्कोम्स के नवीनतम स्टेटमेंट को आड़े हाथों लेते हुए कहा है के यदि इस आन्दोलन से तीनो डिस्कोम कंपनियों को कोई हानि नहीं है तो उन्हें अभी तक के अपने कलेक्शन को पारदर्शी बनाना चाहिए| यदि उनके एकाउन्स में कोई हेरा फेरी नहीं है तो इन्हें अपने एकाउन्स कैग से आडिट करलेने में परहेज क्यूं है?

हेल्थ बुलेटीन

प्रवक्ता के अनुसार उपवास कर रहे अरविन्द केजरीवाल का स्वास्थ्य आज ११ वे दिन स्टेबल है| स्थिर है|
[१] ब्लड प्रेशर ===१०८/७१
[२]पल्स========६७
[३]शुगर =======१२३
[४]केटों [Ketone] =३+

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नो प्रॉफिट नो लास के आधार पर कालोनियों में पैंठ लगवा कर आम आदमी को राहत दी जासकती है

[मेरठ]फोटो कोलाज में दिखाया गया स्थल एतिहासिक मेला नौचंदी स्थल नहीं है क्योंकि मेला नौचंदी लगभग तीन सप्ताह बाद सजेगी |कोलाज में दिखाया गया स्थल पॉश गंगानगर में लगाने वाली साप्ताहिक पैठ का है|यहाँ रौजाना की जरुरत का हर सामान[विशेषकर रसोई] उपलब्ध है|बाज़ार से सस्ता और ताज़ा है|सप्ताह के प्रत्येक सोमवार को यह पैंठ सजाई जाती है|इसके माध्यम से सैंकड़ों छोटे कारोबारी अपना रोज़गार पाते हैं और हज़ारों छेत्र वासी शापिंग का लाभ प्राप्त करते हैं|
इस कोलाज में तीन तथ्यों को कैद किया गया है[१] दिन में भी सरकारी लाईट जल रही है[२]शाम के समय पैंठ में छोटी छोटी लगभग सौ लाईटें जल रही है[३]दिन में कारोबारी बेटरी की लाईट का इन्तेजाम कर रहा है|

नो प्रॉफिट नो लास के आधार पर कालोनियों में पैंठ लगवा कर आम आदमी को राहत दी जासकती है

नो प्रॉफिट नो लास के आधार पर कालोनियों में पैंठ लगवा कर आम आदमी को राहत दी जासकती है

भारत में पैंठ का चलन पौराणिक काल से चला आ रहा है सो मेरठ में पैंठ लगाना कोई अजूबा नहीं है यह आम जन की सुविधा है +जरुरत है |दुर्भाग्य से वर्तमान कर्णधार इस तरफ से आँखें मूंदे हैं और बड़े बड़े माळ+शोरूम बनाने में ही व्यस्त हैं|इस मानसिकता के चलते आम जन प्रति दिन पिसने के लिए अभिशिप्त है|इस बात के समर्थन में इस पैंठ में एक उद्हारण देना जरुरी है|यहाँ दिन से ज्यादा शाम को खरीदरी ज्यादा होती है ग्राहक कहीं अन्धेरा देख कर वापिस न लौट जाये ठेले और फड़ वाले छोटे छोटे कारोबारी भी किराए की लाईट लेने को मजबूर हो जाते हैं|इस छोटी सी एक लाईट को मात्र दो तीन घंटे के लिए किराए पर लेने के लिए २५ से ३० रुपये देने पड़ते हैं|अब मीलों दूर पैदल चल कर यहाँ रोज़गार करने वाले महज १०० या १२५ रुपये ही कम पाते हैं ऐसे में अपनी कमी का एक चौथाई उन्हें लाईट का किराया देना पड़ जाता है|
दूसरी तरफ स्ट्रीट लाईट्स दिन में भी जलती रहती है| अर्थार्त गवर्नेंस का भाव है|अब यह कहना तो अनुचित नहीं होगा के कमोबेश सारी राजनीतिक पार्टियां +सरकारें +निगम और परिषद् आम आदमी के हित की बात करती रहती हैं लेकिन आम आदमी से कितनी दूर रहती हैं यह इस चित्र में साफ दीखता है|अगर हर नई कालोनी में एक पैंठ के लिए जगह एलोट कर दी जाये वहां स्ट्रीट लईतें लगवा दी जाये तो आम आदमी को कुछ राहत मिल सकेगी|यहाँ यह अभिप्राय कतई नही है के इन्हें फ्री में लाईट या जगह दी जाये | आवश्यक नो प्रॉफिट नो लास के आधार पर व्यवस्था की जा सकती है |
आज कल माळ कल्चर के चलते बेशक एअरपोर्ट के निर्माण के लिए प्रदेश और केंद्र सरकारें आमने सामने आगई हैऔर विकास के झंडे गाड़ने को तत्पर दिख रही हैं इसीलिए बेशक शहरों में विकास के नाम पर शोरूम बनाओ बड़े बड़ेमाल बनाओ लेकिन उसके साथ ही आम आदमी के लिए पैंठ कल्चर को भी आगे बढाओ इससे अतिक्रमण +अपराध और यातायात आदि अनेकों शहरी समस्याएं स्वत दूर हो जायेंगी |

चारि पदारथ जे को मांगै, साध जना की सेवा लागै

चारि पदारथ जे को मांगै, साध जना की सेवा लागै
जे को आपुना दुखु मिटावै, हरि-हरि नामु रिदै सद गावै
जे को अपुनी सोभा लोरै, साध संगी इह हउमै छोरै
जे को जनम मरण ते डरे , साध जना की सरनी परै .
भाव: चारों पदार्थों ( धर्म, अर्थ,काम,मोक्ष) में से कोई कुछ चाहे तो उसे सद्गुरु की सेवा करनी चाहिए. अगर किसी को
दुःख और कष्टों से छुटकारा पाने की इच्छा हो तो उसे अपने आन्तरिक ह्रदय आकाश की गहराई में जाकर शब्द (नाम)
के साथ संपर्क स्थापित करना चाहिए. अगर किसी को अपनी प्रसिद्धि और नाम की इच्छा हो तो किसी संत की संगत
में जाकर अपने अहंकार का त्याग करना चाहिए. अगर किसी को जीने- मरने के कष्ट से डर लगता है तो किसी संत
के चरण कमलों का सहारा ढूँढना चाहिए.
वाणी गुरु अर्जुन देव जी,
प्रस्तुति राकेश खुराना

मेडिकल कालेज में संघों के आपसी टकराव के चलते प्रशासन और पोलिस किंकर्तव्यर्विमूड और मरीज परेशां

लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज में दो संघों के आपसी टकराव के चलते प्रशासन और पोलिस किंकर्तव्यर्विमूड हो गई है और मरीज और उनके तीमारदारों की परेशानियाँ पांचवें दिन भी कम नहीं हुई| पौने तीन सौ नर्सो के कार्य बहिष्कार के जवाब में अब कर्मचारी संघ भी सड़क पर उतर आया है|
नर्सो ने सोमवार को डीआईजी से मुलाकात कर तत्काल कार्रवाई की गुहार लगाई। उन्होंने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया और प्रशासन का दरवाजा खटखटाया।
गौरतलब है कि होली की रात 28 मार्च को नर्स बब्बन मेस्सी ने कर्मचारी नेता विपिन त्यागी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। अगले दिन नर्सो ने मेडिकल कालेज में विरोध प्रदर्शन कर प्राचार्य से शिकायत की। साथ ही थाना मेडिकल में प्राथमिकी भी दर्ज कराई। लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई। नर्सो ने एलान किया है कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई होने तक विरेाध स्वरूप चिकित्सा कार्य ठप्प रखा जाएगा।

“आप” के सविनय अवज्ञा आन्दोलन की उर्जा के झटकों से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को बचाने के लिए पोलिस ने सक्रीय भूमिका निभाई

आम आदमी पार्टी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन की उर्जा के झटकों से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को बचाने के लिए आज पोलिस ने सक्रीय भूमिका निभाते हुए आप के कार्यकर्ताओं को अप्रैल फूल बनाया | मुख्य मंत्री से मिलवाने का आश्वासन देने के बावजूद पोलिस ने आप’ के समर्थकों को इंद्रप्रस्थ मेट्रो पर पकड़ने के बाद छोड़ दिया |केजरीवाल समर्थकों को मुख्‍यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया|केजरीवाल ने १०वे दिन उपवास आगे जारी रखने का ऐलान किया और सविनय अवज्ञा आन्दोलन को और अधिक शक्ति से चलाने का आह्वाहन किया|गौरतलब है की इससे पूर्व सामूहिक बलात्कार के मामले में शीला दीक्षित ने पोलिस की आलोचना की थी और पोलिस की भूमिका को कटघरे में खड़ा कर दिया था अब पोलिस ने ऐसा कोई मौका नहीं दिया और आन्दोलन कारियों को शीला दीक्षित से दूर रखने में सफलता पाई
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई के बाद केजरीवाल के सहयोगी मनीष सिसौदिया ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर का घेराव करेगी.इससे पहले बिजली-पानी पर आंदोलन कर रहे आम आदमी पार्टी के समर्थक पुलिस की वादाखिलाफी पर भड़क गए थे. उन्होंने इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास धरना शुरू कर दिया था|
आम आदमी पार्टी के के लोगों का काफिला २७२ टेम्पों +ऑटो रिक्शा पर सवार होकर निकला |ये लोग 7 लाख 92 हजार समर्थकों की चिठ्ठियों को लेकर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिलने जा रहे थे| भैरों रोड पर उनका काफिला रोक दिया गया था|इस काफिले से पूर्व भे कुछ लोग निजी वाहों से शीला दीक्षित के निवास पर पहुँच गए थे उन्हें [२०]वहां से बस में भर ले जाया गया|इसके बाद 272 कार्यकर्ताओं को 4 बसों में भरकर पुलिस ये कहकर ले गई कि सभी को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिलवाया जाएगा|
लेकिन इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास बसों को रोक दिया गया और कहा गया कि मुलाकात नहीं कराई जाएगी|