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सोलहवीं लोकसभा की पहले दिन की बैठक में लोकतांत्रिक सियासत के अनेकों उलट फेर दिखाई दिए

यधपि सोलहवीं लोकसभा की पहली बैठक आज गोपी नाथ मुंडे को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दी गई लेकिन इस पहली बैठक ने सियासत के अनेकों उलट फेर दिखाए |१६वी लोकसभा की आज की बैठक केंद्रीय मंत्री मुंडे को श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
नवनिर्वाचित 16वीं लोकसभा की आज राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई पहली बैठक का नजारा[ scenario] १५वी लोकसभा से एकदम उल्टा [contrasts] था।
१५ वीं लोकसभा में विपक्ष में बैठने वाली भाजपा अब पूर्ण बहुमत हासिल करके राजग के अपने सहयोगी दलों के सदस्यों के साथ १६ वीं लोक सभा के सत्ता पक्ष[Treasury benches] की सीटों पर विराजमान थी।
जबकि अब तक की सबसे कम 44 सीटों पर सिमटी कांग्रेस के सदस्य विपक्षी बेंच पर बैठे थे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी बेंचों पर पीछे की तरफ बैठे नजर आये।
वह पार्टी सहयोगी असरार उल हक +शशि थरूर के साथ नौंवीं पंक्ति में बैठे थे।
विपक्ष की आगे की पंक्तियों में सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खडगे+कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी+ एम वीरप्पा मोइली और के एच मुनियप्पा आदि बैठे थे|
गांधी परिवार के ही वरूण गांधी सत्ता पक्ष भाजपा में होने के बावजूद पीछे की बेंच पर बैठे नजर आये।
पहले दिन की कार्यवाही शुरू करते हुए प्रोटेम स्पीकर :अस्थायी अध्यक्ष: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा कि आज हम एक पुनीत अवसर पर एकत्र हुए हैं। नयी लोकसभा निर्वाचित हुई है। देश और जनता का हमारे उपर व्यापक उत्तरदायित्व है।
इस लोक सभा में आज के दिन शपथ लेने वाले वोह एक मात्र सांसद थे |अगले २४ घंटे तक वोही एक मात्र शपथ प्राप्त सांसद रहेंगे |