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नहीं रहा वोह घर ,कान्हा,नहीं रही वोह यमुना,मुख्य मंत्री भी हर साल बधाई देकर करते इतिश्री

kali paltan mandir meerut2नन्द घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की ,हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की
घुट्टी ले माखन दूध की खड़ा हिंदुस्तान ,लोग लुगाई आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
नहीं रहा घर तुम्हारा नहीं रही वोह यमुना, मुख्य मंत्री मात्र बधाई देकर करते इतिश्री
फिर भी दिल्ली से मुंबई जहाँ तक नजर गई बूढ़ा बच्चा बन गोविंदा झूमे घडी घडी
जन्म लिया कान्हा ने फिर से उम्मीद जगी मिट जाएगी देश से महंगाई+क्राइम +बदी
कंस भरे है घर घर कान्हा राह नहीं आसान ,सुदर्शन होना चाहिए ऐ के ४७ से महान तभी
हो सकता है बहें फिर मख्हन+दूध+ दही ,झल्ले की अरदास है ये सपना सच हो कभी