आरएसएस के दशहरा पर भी लगा राजनीतिक ग्रहण:खबर चलाने के लिए डी डी की आलोचना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर सेक्युलर पार्टियां अक्सर भाजपा की आलोचना करती आई है आज भी सरसंघचालक मोहन भागवत के दूरदर्शन पर टेलीकास्ट को लेकर प्रधान मंत्री पर निशाना साधा गया है |कांग्रेस+लेफ्टिस्ट सी पी आई +आम आदमी पार्टी आदि ने पब्लिक ब्राडकास्टिंग का दुरूपयोग बताया है| सत्ता रुड भाजपा ने आर एस एस प्रमुख की बातों को प्रासंगिक बताया|आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत ने जहाँ नरेंद्र मोदी की सरकार की पीठ थपथपाई वहीं मोदी ने भी सर संघ चालक द्वारा उठाये गए सुधारों के मुद्दो को स्पोर्ट किया |
आर एस एस का ८९ वां स्थापना पारम्परिक तरीके से देश भर में मनाया गया |इस दशहरे पर प्रतिवर्ष की भांति गणवेश में मार्च पास्ट निकाला गया |नागपुर के रेशम बाग़ मुख्यालय पर सरसंघचालक मोहन भागवत का भाषण हुआ|अबकी बार सत्ता परिवर्तन होने के फलस्वरूप दूरदर्शन ने भी अन्य चैनलों के साथ इसका प्रसारण किया|क्योंकि यह पहली बार हुआ है सो विपक्ष को मौका हाथ लग गया |कांग्रेस और सी पी आई ने इस प्रसारण को पब्लिक ब्रॉडकास्टर का दुरूपयोग कह कर इसका विरोद्ध किया |एक इतिहासकार रामचन्द्र गुहा ने ट्वीट करके इन मुद्दे को यह कह कर हवा दी कि विजय दशमी भाषण की लाइव कवरेज सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग है|
कांग्रेस ने भी इसे केरी करते हुए एक घंटे के टेलीकास्ट को खतरनाक परंपरा बताया और आर एस एस को विवादित संघठन बताने में देरी नहीं की |
इनफार्मेशन एंड ब्राडकास्टिंग मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर ने यह कह कर पल्ला झाड़ा कि प्रसार भारती को स्वयत्तता है और ख़बरों के महत्व के अनुसार उन्हें निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता हैप्रधान मंत्री ने स्वयं रक्षा कमान सँभालते हुए मोहन भागवत के भाषण को सार्वगर्भित और प्रसांगिक बताया
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