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सावधान !पेयजल में कैल्शियम+मैग्निशयम कार्बोनेट ज्यादा है किडनी ख़राब हो सकती है

[मेरठ]सावधान !पेयजल में कैल्शियम+मैग्निशयम कार्बोनेट ज्यादा है किडनी ख़राब हो सकती है|
देश की राजधानी दिल्ली के समीप स्थित ऐतिहासिक शहर मेरठ के पानी में कैल्शियम + मैग्निशयम कार्बोनेट की मात्रा आवश्यकता से बेहद अधिक है। छात्रों के 3 माह के अध्ययन में पाया गया है कि यह पानी किडनी के लिए घातक है
एन. ए.एस.इन्टर कालिज के छात्रों द्वारा बारिश +पीने के पानी का टीडीएस पर किया अध्ध्यन किया जा रहा है |
प्रोजेकट विज्ञान अध्यापक दीपक शर्मा के अनुसार शहर में उपलब्ध हो रहे पीने के पानी के जग का टीडीएस मानक से बहुत ज्यादा है स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ये हमारे शरीर में पथरी बनाता हैं|
जिससे किडनी पर सीधा प्रभाव पड़ता हैं।
एन.ए.एस.इन्टर कालेज के छात्रो ने बीते तीन माह में बाजार+आफिस+ सार्वजनिक कार्यक्रमो में इस्तेमाल हो रहे पेयजल जग के 100 से अधिक नमुने लिये जिनका टीडीएस 400 से लेकर 680 तक आया है यह पीने योग्य तो बिलकुल नही है |यह इस लिए भी घातक है क्योकि अब घरो में पानी शुद्विकरण के उपकरण हैं जिनके कारण प्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है।
बारिश के पानी का टीडीएस 27 से 32 तक आया है।
छात्रों ने 29जून से अब तक हुई बारिश को लगातार मेरठ शहर मे नापा कल हई बारिश 29.4 मिमी नापा गया।छात्रों द्वारा अब तक की इस वर्ष की बारिश का अध्ध्यन किया जा रहा है। जिसे बाल विज्ञान कांगेस के प्रोजेक्ट के रूप में शामिल किया जायेगा। यह प्रोजेकट विज्ञान अध्यापक दीपक शर्मा के निर्देषन में किया जा रहा है। बारिश नापने के प्रयोग के वक्त विज्ञान ज्ञाता डॉ रहमान + प्रधानाचार्या श्रीमती आभा शर्मा ने बाल वैज्ञानिको का उत्साह बढ़ाया।