झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ
भाजपाई चीयर लीडर
ओये झल्लेया संसद के सेन्ट्रल हाल में हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र दामोदर दास मोदी के तेवर देखे| ओये मोदी भाई ने हसाड़ी पार्टी में चाटुकारिता+चरणवंदना की संस्कृति को नकार दिया है उन्होंने तो २८२ में शामिल बड़े से बड़े नेताओं को भी पावँ छूने के बजाय तैयारी के साथ संसद में आने को कह दिया है| ओये अब तो वाकई लगने लगा है कि अच्छे दिन आ गए |
झल्ला
ओ मेरे भोले सेठ जीभापा मोदी ने घाट घाट का पानी पीया हुआ है|इसीलिए उन्हें अच्छी तरह पता है कि पाँव छूने वाले ही अक्सर या तो पावों से खड़ाऊँ निकाल कर अपना काम चला लेते हैं नहीं तो मौका मिलते ही पावँ खींच लेते है|
Recent Comments