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प्राकृतिक आपदा के लिए बेचारे चाय बेचने वाले मोदी के सर के बचे खुचे बाल तो मत नौचों

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये आसमान भी कैसे कैसे रंग दिखलाता है इसने मौसम को कैसा मोड़ दे दिया कल से बरसे ही जा रहा है |अमरीका में बर्फ गिर रही है यह तो समझ में आता है लेकिन हसाडे मैदानी इलाकों में भी इस बेमौसम हुई बरसात से तिलहन+गेहूं+आलू +दलहन फसलों की बर्बादी की आशंका हो चली है। ओये हसाडे उत्तराखंड+पंजाब+हरियाणा के खड़े खेतों में बड़ा नुकसान हो रहा है और ये मोदी सरकार हाथ पे हाथ धरे बैठी है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान ठीक है आपके उत्तराखंड को सहायता चाहिए मिल जाएगी मगर प्राकृतिक आपदा के लिए बेचारे चाय बेचने वाले मोदी के सर के बचे खुचे बाल तो मत नौचों|