झल्ले दी झल्लियां गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये इन भाजपाइयों को जब कोई नहीं मिला तो अब हसाडे बादशाह शाहरुख़ खान के पीछे ही पढ़ गए ||देख तो विजय कैलाश वर्गीस और योगी आदित्यनाथ जैसे हजारों छेदों वाले नेता भी शाहरुख़ खान को आइना दिखाने लग गए| और तो और बिहार के गिरिराज भी इस अखाड़े में ताल ठोकने लग गए हैं||ओये ये तो असहिषुणता की पराकष्ठा है
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजान जी! लगता है मौसम की तरह आप जी का टाइम टेबल भी बिगड़ गया है तभी आपजी के समर्थक NGOs साहित्यकार+एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के मारे कलाकार भी आपजी की बहाई बेमौसमी गंगा में हाथ धोने आ रहे हैं जबकि ये “गंगा” तो और मैली होने लग गई |इसीलिए बेमौसमी गंगा में अवार्ड्स बहाऊ जी ये गंगा तो पहले से ही मैली है