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Category: Crime

Subhas Goswami Has Been Appointed as Director General I T B P

Subhas Goswami Has Been Appointed as Director General I T B P
Shri Subhas Goswami, IPS(AM:77), presently working as Director, Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy, Hyderabad has been appointed as Director General in Indo Tibetan Border Police (ITBP) .
The appointment of Shri Goswami will be effective from the date of taking over the charge of the post and till the date of his superannuation (Dec. 31,2014) or until further orders, whichever event takes place earlier.

Dr.D.Y.Chandrachud Will Be New Chief Justice of High Court of Judicature at Allahabad

Dr. D. Y. Chandrachud Has Been Appointed as the Chief Justice of the High Court of Judicature at Allahabad .This Appointment is Made By The President Shri Pranab Mukherji .
In exercise of the powers conferred by clause (1) of Article 217 of the Constitution of India, the President has appointed Dr. Justice Dhananjaya Yashwant Chandrachud , Judge of the High Court of Bombay, as the Chief Justice of the High Court of Judicature at Allahabad This Appointment Will Be Effective From The Date Dr Chandrachud Assumes charge of New Office.

बिहार में गुटखा,पान मसाला की रोकथाम के लिए फ्लाइंग स्क्वाड बनेगा

[पटना]गुटखा,पान मसाला की रोकथाम के लिए बिहार में फ्लाइंग स्क्वाड[flying Squad ]का गठन किया जायेगा |
स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक संजय कुमार ने बताया कि तम्बाकू के सेवन से मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है|और उपभोक्ता अनेको गम्भीर बीमारियों का शिकार हो जाता है| इसीलिए फ्लाइंग स्क्वाड का गठन किया है ऎसी पहल करने वाला बिहार पहला राज्य बन गया है|यह धावा दल सभी जिलों में छापे मारी करेगी|

Dr Man mohan Singh Expressed Deep Sorrow Over the Loss of lives in Mehabub nagar Bus Inferno

Dr Man mohan Singh Has Expressed Deep Sorrow over the loss of lives in the Mehabubnagar bus Inferno
The Prime Minister has expressed sorrow over the loss of lives in the bus accident today in Mehabubnagar, Andhra Pradesh.
He has extended his heartfelt condolences to the bereaved families and has wished a speedy recovery to those injured .
Forty persons were charred to death as the private luxury bus they were travelling in burst into flames after its fuel tank caught fire in Palem village in Mahbubnagar district in the wee hours today.
As Per The Sources ILL Fated Passengers were apparently asleep when the tank exploded around 100km from Hyderabad and were trapped inside the bus.Seven persons Including driver and conductor manage to escape .

सरदार पटेल की विरासत को लेकर डॉ मन मोहन सिंह और नरेंदर मोदी भिड़े

जैसी कि आशंका थी ,लौहपुरुष वल्लभ भाई पटेल की विरासत पर आज दो सरदार भिड़ ही गए | स्टेज था अहमदाबाद में सरदार पटेल संग्रहालय के उद्घाटन समारोह का और पात्र थे प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और गुजरात के मुख्य मंत्री नरेंदर मोदी|
नरेंदर मोदी ने अपनी विशिष्ठ शैली में केंद्र में सत्ता रुड कांग्रेस और प्रधानमंत्री पर व्यंग बाण चलाये जिसके जवाब में सदा शांत स्व्भाव वाले मन मोहन सिंह ने भी उसी भाषा में जवाब दिया|
अहमदाबाद में सरदार पटेल स्मारक के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री एक घंटे देर से पहुंचे। पहले वह राजीव गांधी भवन में कांग्रेसियों के पास गए थे। कार्यक्रम शुरू होते ही नरेंदर मोदी ने पटेल पर राजीव गांधी को वरीयता देने पर प्रधानमंत्री पर तंज कसा। साथ ही कहा किजवाहर लाल नेहरू के बजाय सरदार वल्ल्भ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनते तो देश के हालात कुछ और ही होते |
इसके आलावा मोदी लागातार गुजरात के विकास का भी उल्लेख करते गए गौरतलब है कि गुजरात का विकास मॉडल लागातार केंद्रीय नेताओं के निशाने पर रहा है मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने देश में सबसे ज्यादा 90 बार सुशासन के लिए गुजरात सरकार को पुरस्कार दिए हैं।
डॉ मन मोहन सिंह ने अपने सम्बोधन में सरदार वल्ल्भ भाई पटेल की विरासत पर अपनी पार्टी के कॉपी राइट्स का दावा प्रस्तुत करते हुए मोदी के तमाम दावों को ध्वस्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के सरदार पटेल भारत के महान सपूत थे। उन्होंने देश की एकता-अखंडता के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पांच सौ से ज्यादा रजवाड़े एक किए।पीएम ने कहा कि दोनों के बीच गहरा सम्मान और भरोसा था। पटेल वाली कांग्रेस से में[मन मोहन सिंह] भी जुड़ा हूँ| उन्होंने कहा “सरदार साहब हमारे देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं। उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और आज़ादी के बाद भारत के उप प्रधान मंत्री के रूप में राजाओं और नवाबों की 500 से अधिक रियासतों को भारत में शामिल करने के काम का नेतृत्व किया। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि आज दुनिया जिस एक और अखंड भारत को जानती है उसकी बुनियाद रखने में सरदार वल्लभ भाई पटेल का बहुत बड़ा योगदान था। उनकी इच्छा शक्ति और शासन क्षमता अनोखी थीं और इसीलिए उन्हें लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है।
सरदार पटेल जी का नज़रिया पूरी तरह से धर्मनि‍र्पेक्ष था। उन्हें भारत की अखंडता में गहरा विश्वास था। उन्होंने कहा था कि पूरा भारत उनका गांव है और सभी संप्रदाय के लोग उनके दोस्त और रिश्तेदार हैं।

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh inaugurated the Sardar Vallabhbhai Patel Museum, in Ahmedabad on October 29, 2013. The Governor of Gujarat, Smt. Kamla Beniwal, the Chief Minister of Gujarat, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Mines, Shri Dinsha J. Patel are also seen.

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh inaugurated the Sardar Vallabhbhai Patel Museum, in Ahmedabad on October 29, 2013.
The Governor of Gujarat, Smt. Kamla Beniwal, the Chief Minister of Gujarat, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Mines, Shri Dinsha J. Patel are also seen.


सरदार पटेल जी एक जमीन से जुड़े हुए नेता थे। उनका जन्म गुजरात के एक ग्रामीण इलाके में हुआ उन्होंने हमेशा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों और ख़ास तौर पर किसानों की भलाई के लिए उम्रभर काम किया। खेड़ा, बलसाड़ और बारदोली के किसानों को उन्होंने जिस तरह से संगठित करके सवि‍नय अवज्ञा आंदोलन में शामिल किया उसे आज भी याद किया जाता है।”
उन्होंने बताया” इस संग्रहालय में सरदार पटेल और आज़ादी की लड़ाई से संबंधित लगभग 1000 से ज्यादा फोटो, सरदार पटेल के भाषण, उनके पत्र और उनके व्यक्तिगत उपयोग में आई वस्तुएं उपलब्ध रहेंगे। अब से इस राष्ट्रीय स्मारक में भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर एक 3D साउंड एण्‍ड लाईट कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ करेगा।”
पी एम् ने कहा “मैं अपनी बात खत्म करने से पहले सरदार पटेल के महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ किस प्रकार के संबंध थे इसका ज़िक्र करना चाहूंगा। सरदार पटेल जी का मानना था कि महात्मा गांधी उनको उसी तरह का प्यार देते हैं जैसे उन्हें अपने पिता से मिलता। और गांधी जी भी सरदार पटेल को अपने बेटे की तरह मानते थे। दोनों नेताओं ने यरवदा जेल में 1930 के दशक में 16 महीने साथ गुज़ारे। सरदार पटेल का कहना था कि यह 16 महीने बापू के साथ की वजह से बहुत खुशी में गुज़रे।” “कई बार दोनों के बीच मतभेदों का ज़िक्र आता है। लेकिन यह याद रखना बहुत ज़रूरी है कि दोनों के बीच सहमति के विषय कहीं ज़्यादा थे और दोनों नेता एक दूसरे के विचारों का बहुत सम्मान करते थे।
photo caption
[1]” The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh unveiling the plaque to inaugurate the statue of Sardar Vallabhbhai Patel, at the inauguration of the Sardar Vallabhbhai Patel Museum, in Ahmedabad on October 29, 2013.
The Governor of Gujarat, Smt. Kamla Beniwal, the Chief Minister of Gujarat, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Heavy Industries and Public Enterprises, Shri Praful Patel are also seen.

डौडि़याखेड़ा की १२ दिन की खुदाई में १००० टन सोने की चमक आज भी दिखाई नहीं दी

[नई दिल्ली]डौडि़याखेड़ा, संग्रामपुर-जिला उन्नाव (उत्तर प्रदेश) की १२ दिन की खुदाई में १००० टन सोने की चमक आज भी दिखाई नहीं दी|
18.10.2013 से 29.10.2013 डौडि़याखेड़ा, संग्रामपुर-जिला उन्नाव (उत्तर प्रदेश)के राव राम बक्श सिंह के किले में खुदाई की ताजा स्थिति इस प्रकार रही।
18.10.2013 से वाईवीआई के वृत के चतुर्थ भाग के तीसरे हिस्से में खुदाई का काम शुरु हुआ। ईट की दो समानांतर दीवारों (3.00 मीटर x 2.50 मीटर) तक की बीच की दूरी तक खुदाई सीमित रही। यह सतह से 4.80 मीटर की गहराई तक जारी रही और खाई के कंकड़ पत्थर वाले स्तर तक पहुंची। अब इस ट्रैंच का मानचित्रण और फोटोग्राफी की तैयारी प्रगति पर है। भारत के पुरात्व सर्वेक्षण के महानिदेशक ने आज मीडिया को बताया कि दीवार के ढ़ाचे को खत्म करके खुदाई का क्षेत्र बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि सतह संख्या 9 से प्रारम्भिक एतिहासिक काल के नमूने मिले हैं।
[I] इस ट्रैंच से निम्न प्राचीनकालीन वस्तुएं मिलीः१. शीशे की चुड़ियां[२]. लौह नख[३]. कूदने की सामग्री[४]. शेर के आकार के विखरे पत्थर
[५] सुपारी के आकार के मनके
[II ]जले ईंट के आकार[१]. लखौरी-ईंट की दीवार (खाई का दक्षिण पश्चिम कोना)(14 कोर्स)[२]. जली ईंट की दीवार (पूर्व की तरफ का) भाग-1.46 मीटर लंबा (केवल एक कोर्स)-ईंट का आकार 47x24x6.75 सेंटीमीटर
[III] सिगड़ी (०२) संख्यास्थल पर एएसआई के अधिकारियों की सलाह से जीएसआई की टीम ने गंगा नदी से सटे स्थल पर अन्य खोज में परिक्षण के तौर पर खुदाई का सुझाव दिया है। सतह की समुचित साफ-सफाई के बाद एक्सए 2 बिछाया गया है और खुदाई का काम कल शुरु होगा।
उत्तर प्रदेश के पुरातत्व के प्रतिनिधि, उन्नाव जिले के बारा के एसडीएम लाईजनिंग अधिकारी के तौर पर देख रेख कर रहे हैं।

खाद्य प्रदार्थों के लिए गए ५८% नमूनो में मिलावट मिली:चांदी के वर्क और हींग में शत प्रतिशत मिलावट

मेरठ जिले में खाद्य प्रदार्थों के लिए गए ५८% नमूनो में मिलावट पाई गई है|
५० छात्रों ने लगातार १५ दिन घूम घूम के ४१३ सैम्पल्स इकट्ठे किये जिनमे से २४१ नमूनो में मिलावट पाई गई| १० अक्टूबर से प्रारम्भ आर जी कालेज के फ़ूड एंड क्वालिटी विभाग + प्रगृति विज्ञान +जिला विज्ञान +के संयुक्त अभियान में १५ आइटम्स के ४१३ सैम्पल्स लिए गए|इनमे मिर्च मसाले+ पनीर +कॉफ़ी आदि मुख्य हैं| काली मिर्च के मुकाबिले लाल मिर्च में मिलावट ज्यादा पाया गया |
काली मिर्च के २२ नमूनों में से ५ नमूने फ़ैल हुए जबकि लाल मिर्च के ४० में से ३३ नमूने फेल साबित हुए|
चांदी के वर्क में तो शत प्रतिशत मिलावट पाई गई इसके १४ में से १४ नमूने मिलावटी पाये गए|
हल्दी के पाउडरके ५३ में से ४६ नमूने मिलावटी पाये गए|
दूध के १६ में से ७ में मिलावट पाई गई
कॉफ़ी के ३२ में से ९ नमूने फ़ैल हुए
चाय के १४ में से ११ नमूने मिलावटी पाये गए
हींग के तो १६ में से १६ नमूनो में मिलावट पाई गई
लोंग के ३६ में से २३ सैम्पल्स फेल हुए
बेसन के २७ में से २४ सैम्पल्स फेल हुए
पनीर के ६ में से ५ नमूने मिलावटी पाये गए
मावा के ५ में से ३ नमूने फेल हुए
जिला विज्ञानं कल्ब के दीपक शर्मा ने बताया कि त्योहारों के मध्य नजर जनता को जागरूक करने के लिए ये अभियान चलाया गया |

वल्ल्भ भाई के नाम पर इकट्ठे होंगे दो सरदार एक मन मोहणा ते दूजा भाजपाई सिपहसालार

वल्ल्भ भाई के नाम पर इकट्ठे होंगे दो सरदार
मन मोहणा ते दूजा भाजापाई सिपहसालार
वल्ल्भ भाई के स्मारक पर बनेगा विशाल स्टेचू

Dr Man mohan Singh

Dr Man mohan Singh

जिसका लोह कद होगा दुनिया में सबसे उदार
कहते हैं कि स्टेचू आफ लिबर्टी से ऊंचा होगा
लेकिन इसकी सुरक्षा का जिम्मा किसके सर होगा
स्टेचू आफ लिबर्टी को अंग्रेजी तोपों से बचाने को
किया गया था स्टेचू के नीचे एक दुर्ग का भी निर्माण
क्योंकि भारत में गुजरात पर है आतंक का साया
Narender Modi

Narender Modi


राज्य और केंद्र पर छाया अविश्वास का घना साया
अभी तो पटेल पर कांग्रेसी और भाजपाई कर रहे दावा
सरदार वल्ल्भ भाई पटेल टेड़ा है पर मेरा ही है लेकिन
अताताईयों से लोहा लेने का काम किसके जिम्मे आया ?

रविवासरीय अवकाश पर पटना में हुए बम विस्फोटों से उपजे तनाव को राष्ट्र हित में कम करने के लिए ही शिंदे रज्जो के राग सुनने गए थे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आक्रोशित भाजपाई

ओये झल्लेया ये हुकुमरान कैसी कैसी बेशर्मी दिखा रहे हैं ?देख तो एक तरफ पटना में हसाडे नरेंदर भाई मोदी कि गांधी मैदान में विशाल रैली में बम फट रहे थे और उधर देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे मुम्बई में बोली वुड के बी श्रेणी के कलाकरों की फ़िल्म रज्जो के म्यूजिक में ही मस्त रहे|ओये पटना में ६ लोग मर गए और ८० घायल हो गए स्थिति को कंट्रोल करने के बजाय ये महाशय जी फ़िल्म की हेरोइन कंगना रानाउत के साथ फोटो खिंचवाते रहे |ये तो भई संवेदनहीनता की हद है |

झल्ला

सेठ जी आप भी छोटी छोटी बातों को लेकर बैठ जाते हो भई रविवार का दिन अवकाश का होता है मौज मस्ती का दिन होता है अब ऐसे में कोई विघ्न डाल कर बम विस्फोट ही करने लग जाये तो मानसिक तनाव तो होता ही है इस तनाव को राष्ट्र हित में कम किया जाना जरूरी है | राष्ट्रीय हित में केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे रज्जो के राग सुनने गए थे|ये तो आप भी मानोगे कि इस प्रकार के तनाव को कम करने के लिए फ़िल्मी माहौल सबसे उत्तम उपाय है |

उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक आगरा में आबादी की केवल २% महिलाओं को ही रोजगार का अधिकार है

महिलाओं को रोजगार देने में उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक आगरा सबसे पिछड़ा शहर है| यहाँ की आबादी के केवल २% महिलाओं को ही रोजगार पर अधिकार दिया गया है| इसके पश्चात वाराणसी में सर्वाधिक ३५ % महिलाएं रोजगार में लगी हुई हैं |ये चौंकाने वाले आंकड़े केन्‍द्रीय सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी किये गए हैं|
केन्‍द्रीय सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा रोजगार और बेरोजगारों पर कराये गये 8वें पंचवर्षीय राष्‍ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) के अनुसार 2004-05 और 2009-10 के बीच प्रथम श्रेणी के शहरों में से वाराणसी में सर्वाधिक 35 %महिलाएं और आगरा में सबसे कम २%महिलाएं रोजगार में लगी हुई थी।
एनएसएस का यह 66 वां दौर जुलाई, 2009 से जून, 2010 तक पूरा किया गया। इस सर्वेक्षण में 7,402 गांवों और 5,252 शहरी ब्‍लॉकों के एक लाख 957 परिवारों के चार लाख 59 हजार 784 व्‍यक्तियों को शामिल किया गया है। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार दस लाख और उससे अधिक जनसंख्‍या वाले नगर पहली श्रेणी में, 50 हजार से दस लाख तक के नगर दूसरी श्रेणी में और 50 हजार से कम जनसंख्‍या वाले कस्‍बे तीसरी श्रेणी में शामिल है। इस सर्वेक्षण से सामने आये महत्‍वपूर्ण तथ्‍य इस प्रकार है :-
•] प्रथम श्रेणी के नगरों में वर्ष 2004-05 से 2009-10 के बीच 15 वर्ष से अधिक आयु की जनसंख्‍या में सूरत में सर्वाधिक 87 प्रतिशत और मेरठ में सबसे कम 49 प्रतिशत व्‍यक्ति रोजगार प्राप्‍त थे।
•] इसी अवधि में प्रथम श्रेणी के नगरों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरूष बेरोजगारों की संख्‍या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ, जबकि उनकी संख्‍या में दूसरी श्रेणी के नगरों में एक प्रतिशत और तीसरी श्रेणी के नगरों में दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसी दौरान प्रथम श्रेणी के नगरों में महिला बेरोजगारों की संख्‍या एक प्रतिशत बढ़ी। हालांकि दूसरी और तीसरी श्रेणी के नगरों में बेरोजगार महिलाओं की संख्‍या दो प्रतिशत कम हुई।
•] इसी अवधि में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरूषों में प्रथम श्रेणी के नगरों में 52 प्रतिशत, दूसरी श्रेणी के नगरों में 43 प्रतिशत और तीसरी श्रेणी के नगरों में 31 प्रतिशत श्रमिक नियमित रूप से वेतनभोगी पाये गये, जबकि प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के नगरों में ऐसी महिलाओं की संख्‍या क्रमश: 58, 42 और 23 प्रतिशत पायी गई।
•] प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के नगरों में इस दौरान इसी आयु वर्ग में क्रमश: 39, 40 और 45 प्रतिशत पुरूष स्‍वरोजगार प्राप्‍त थे, जबकि स्‍वरोजगार प्राप्‍त महिलाओं की संख्‍या क्रमश: 33, 41 और 47 प्रतिशत थी।
•] वर्ष 2009-10 के दौरान प्रथम और द्वितीय श्रेणी में नगरों में नियमित रूप से वेतनभोगी महिलाओं और पुरूषों की संख्‍या स्‍वरोजगार प्राप्‍त अथवा दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों की संख्‍या से अधिक रही, जबकि तीसरी श्रेणी के नगरों में स्‍वरोजगार प्राप्‍त महिलाओं और पुरूषों की संख्‍या अधिक थी।
.] वर्ष 2009-10 में सभी श्रेणी के नगरों में त़ृतीय वरीयता प्राप्‍त क्षेत्र में अन्‍य दोनों क्षेत्रों प्राथमिक और माध्‍यमिक की तुलना में श्रमिकों की संख्‍या सर्वाधिक थी। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरूष श्रमिकों में से शहरी क्षेत्रों में 59 प्रतिशत पुरूष श्रमिक तृतीय वरीयता प्राप्‍त क्षेत्र (अर्थात् सेवा क्षेत्र), 35 प्रतिशत पुरूष श्रमिक माध्‍यमिक क्षेत्र और छह प्रतिशत पुरूष श्रमिक प्राथमिक क्षेत्र में कार्यरत थे। इन क्षेत्रों में महिला श्रमिकों की संख्‍या क्रमश: 53, 33 और 14 प्रतिशत थी।