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Category: Crime

ग्राम प्रधानो की लडाई में गोलियां चली :पोलिस डी एस पी मार डाला गया

ग्रामीणों की भीड़ द्वारा कुंडा[यूं पी] के पोलिस के डी एस पी जिया उल हक की ड्यूटी पर हत्या कर एक एएसआई और एक गनर को भी बुरी तरह से जख्मी कर दिया गयाहै । डीएसपी हथिगवां क्षेत्र के बलीपुर में शनिवार २ मार्च की रात भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए फोर्स के साथ वहां ड्यूटी पर गए थे।
बताया जा रहा है कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष और फायरिंग में प्रधान के भाई की भी मौत हो गई। मरने वाला प्रधान प्रदेश सरकार के चर्चित दबंग मंत्री रघुराज प्रताप सिंह[ राजा भैया] का समर्थक बताया गया है।

ग्राम प्रधानो की लडाई में गोलियां चली :पोलिस डी एस पी मार डाला गया

ग्राम प्रधानो की लडाई में गोलियां चली :पोलिस डी एस पी मार डाला गया


प्राप्त जानकारी के अनुसार बलीपुर के प्रधान चालीस वर्षीय नन्हें यादव शनिवार रात गांव के चौराहे पर चाय की दुकान पर समर्थकों के साथ बैठे थे। बातचीत के बाद जब घर जाने के लिए उठे तो सामने से आया एक युवक उनके सीने में गोली मारकर भाग निकला। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। उन्हें अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने प्रधान को मृत घोषित कर दिया। प्रधान की हत्या की जानकारी मिलते ही राजा भैया समर्थकों ने पाल बस्ती स्थित आरोपी के घर पर हमला बोल कर उसे फूंक दिया।
इसके बाद हालात काबू करने के लिए बड़ी मात्रा पुलिस बल भेजा गया। पुलिस ने लोगों को हटाना चाहा, तो लोग उससे भिड़ गए। पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष में प्रधान के भाई सुरेश कुमार की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि प्रधान पर दो दिन पहले भी हमला हुआ था। इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इससे लोगों का गुस्सा अधिक थाआनन फानन में गांव में तीन कंपनी पीएसी तैनाती कर दी गई। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हालात का जायजा ले रहे हैं।

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard

[मेरठ] छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने दशकों से खाली+उपेक्षित पड़ी बेशकीमती जमीन पर बने झोपड़ों को बुलडोज करके लगभग १०० परिवारों को भगा दिया|शनिवार २ मार्च को इस बहादुरी के कारनामे को अंजाम दिया गया| छावनी स्थित जाफर वाला बाग में सेना की 21 एकड़ ऐ -वन भूमि है। सैन्य भूमि संख्या-68-69 पर कुछ लोगों ने दशकों पहले झोपड़ी बना ली। पश्चिमी यूपी सब एरिया मुख्यालय ने 22 फरवरी को उन्हें जगह खाली करने का नोटिस दिया था।इसकी मियाद खत्म होने पर शनिवार को पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सब एरिया मुख्यालय की सैन्य यूनिट अतिक्रमण हटाने पहुंची।
जाफरा बाग में अवैध तरीके से रह रहे करीब 100 से अधिक परिवारों की झोपड़ियां तोड़ते समय जवानों को विरोध का सामना भी करना पडा |पीड़ितों ने सरे आम सैन्य अफसरों से कहा कि होटल और बंगलों पर न तो सेना कार्यवाही करती है और न ही बोर्ड ही कोई पहल करता है।
छेत्र वासियों का कहना है कि सेना की इस बहुमूल्य जमीन पर दशकों से ये झोपड़ियाँ बनी हुई हैं पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा में आ रहा था कि इनमे कुछ बंगलादेशी भी रहते हैं|

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard


इस तोड़ फोड़ का समर्थन करते हुए कहा गया है कि अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा है | यह पहले फेज की कार्रवाई की गई है। अगले फेज में अन्य भवनों को तोड़ा जाएगा।
कहा जाता है कि

गेहूं के साथ घुन्न भी पिस जाता है

सो इस अभियान में ओल्ड ग्रांट के भवन में बने मकानों पर भी सेना का बुलडोज़र चल गया | रक्षा संपदा विभाग के अधीन बी-3 ओल्ड ग्रांट बंगला नंबर 70 में बने भवन गिरा दिए गए । बुलडोजर ने बंगले में कैंट बोर्ड की अनुमति के बगैर बने तीन भवनों को ध्वस्त कर दिया। यहां ब्रजकिशोर, जगन्नाथ और भारत का परिवार रहता था।
सेना की कार्रवाई का वहां के लोगों ने विरोध किया। उन्होंने उक्त भूमि सेना की न होने का प्रमाण दिया तो सैन्य अफसराें ने बंगला क्षेत्र में कार्रवाई रोक दी। ब्रजमोहन और भारत का कहना है कि बंगले पर जगत प्रसाद गोयल का कब्जा है, वे किरायेदार हैं।
सैन्य छेत्र से खदेड़ने से इन झोपड़ पट्टियों में रहने वाले बँगला देशी या अवैध कब्जे की समस्या का हल निकालने की यह पहल कारगर हो पायेगी इसमें संदेह है|क्योंकि एक छेत्र से उजड़ने के बाद ये लोग दूसरे छेत्र में बस जाते हैं ऐसे अनेको झोपड़े बेगम पुल से लेकर तोपखाने तक दिखाई देते हैं |सरकारें गरीबों के नाम पर ढेरों यौजनाएं बनाती हैं अगर ऐसे लोगों के लिए भी मकान बनवा दिए जाएँ तो शायद समस्या को सुलझाया जा सकेगा|और अगर ये लोग अनधिकृत हैं तो इन्हें डिपोर्ट करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति का प्रदर्शन करना होगा

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भारतीय सिपाही

ओये झल्लेया ये पाकिस्तान को क्या हो गया है ?जब देखो उलटे काम ही करता है|भड़काने वाले काम करता रहता है|अब देखो गलती से एक आवारा कुत्ता समझौता एक्सप्रेस में घुस गया और सबकी नज़रें बचा कर पकिस्तान के लाहौर पहुँच गया|अब इस गलती के जवाब में उन्होंने हिमाकत करते हुए उसी गाड़ी से ५० भूखे +खूंखार कुत्ते हसाड़े मुल्क में भेज दिए|ओये अभी तक तो लड़ाई में इंसान ही भेजे जा रहे थे अब क्या कुत्तों की लड़ाई लड़ी जायेगी|?

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है

झल्ला

ओये जवाना तेरी चिंता वाजिब है लेकिन ये भी तो देख कि हम लोगों ने अपने पूर्वजों की सीख को भुला दिया है लेकिन ये पाकिस्तान ने हसाड़े उपेक्षित पूर्वजों के सिद्धांत का ही पालन किया है “

जल बाड़े नाव में घर में बाड़े दाम ,दोनों हाथ उलीचिये यही सयानो काम

“अब उनके यहाँ कुत्ते ज्यादा हैं तो उन्हें ही उलीच रहे हैं|वैसे अगर आप बुरा नहीं मानो तो एक बात कहना जरुरी है कि आप एक कुत्ता नहीं पकड़ पाए और अगर एक आतंकवादी कुत्ता बन कर गाडी में आ जाये तो……. ?

दोपहिया वाहन से लेकर हवाई जहाज़ में आना जाना अब महंगा हो गया:Ordinary Petrol & A T F Costly

दोपहिया वाहन से लेकर हवाई जहाज़ में आना जाना अब महंगा हो गया है|सरकार ने सधारण पेट्रोल और एविएशन फ्यूल [ऐ टी ऍफ़]के दामो में व्रद्धी कर दी है इसके लिए कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने और

दोपहिया वाहन से लेकर हवाई जहाज़ में आना जाना अब महंगा हो गया:Ordinary Petrol & A T F Costly

दोपहिया वाहन से लेकर हवाई जहाज़ में आना जाना अब महंगा हो गया:Ordinary Petrol & A T F Costly

गिरने को कारण बताया जा रहा है|विपक्षी पार्टियाँ इसका विरोध कर रही हैं|
देसी तेल कंपनियों ने देश में पेट्रोल की कीमतों में 1.40रूपये प्रति लीटर की शुक्रवार एक मार्च मध्य रात्रि से बढोत्तरी कर दी है। इसमें स्थानीय कर शामिल नहीं है| देश की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन ने जारी बयान में बताया कि गत 16 फरवरी को इसकी कीमत में 1.50 रूपये प्रति लीटर की वृद्धि की गयी थी लेकिन इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत 128.57 डालर प्रति बैरल से बढ़कर 131 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गयी है।
इस दौरान अमेरिकी डालर 54.15 रूपये प्रति डालर पर आ गया।अन्तराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमत में तेजी और भारतीय रूपये में गिरावट की स्थिति में पेट्रोल की कीमते बढ़ाने के की मजबूरी दर्शाई जा रही है| दो सप्ताह में लगातार दूसरी बार पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। 15 फरवरी को डीजल की कीमतों में भी 45 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी थी। ।
हवाईजहाजों के ईंधन के दामो में भारी उछाल आया है| ऐ टी ऍफ़ के रेट्स में ३.८% बढोत्तरी का एलान किया गया है|इस बढोत्तरी से दिल्ली में ऐ टी ऍफ़ की कीमत में २५१९.८३ रुपये प्रति किलो लीटर की वृद्धि है| ऐ टी ऍफ़ अब ७००८०.८७ का होगा |इस तेल नीति का सर्वत्र विरोध हो रहा है|मेरठ में भाजपाईयों ने तेल मंत्री का पुतला फूंक कर अपना विरोध जताया है|

दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की

16 दिसम्बर को निर्भया और बीते दिनों में महाराष्ट्र में हुए तीन बच्चियों के साथ हुए वीभत्स बलात्कार के दर्द को और बढाने के लिए दिल्ली में एक बच्ची के साथ स्कूल में बलात्कार की घटना सामने आ गई है| बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी के निगम स्कूल में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना से आक्रोशित लोगों ने आज १ मार्च ,शुक्रवार सुबह को पुलिस चौकी के सामने जमकर हंगामा किया। लोगों ने संजय गांधी स्मारक अस्पताल में भी तोड़ फोड़ किया।बच्ची की मौत की अफवाह सुन कर भीड़ आक्रोशित हुई और बसों में भे तोड़ फोड़ की गई पुलिस की एक जिप्सी को भी निशाना बनाया गया और पुलिस पर पत्थर बरसाए गए अस्पताल परिसर में भी तोड़फोड़ की गई| पुलिस कर्मियों ने लोगों को खदेड़ कर वहां भगाया हल्का लाठी चार्ज भी किया गया|
दक्षिणी दिल्ली में गत वर्ष 16 दिसम्बर को हुई उस वीभत्स बलात्कार की घटना के ढाई महीने बाद हुई है जिसे लेकर पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए थे।बच्ची को तत्काल संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई। बाद में लड़की को प्राथमिक चिकित्सा देकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।कहा जा रहा है के पोलिस ने रिपोर्ट दर्ज़ करने में ढुल मुल रवय्या अपनाया |इससे भीड़ ज्यादा उग्र हुई|
उग्र लोगों ने पुलिस कर्मियों पर जमकर पथराव भी किया। पुलिस ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व उपद्रव फैलाने के मामले में मामला दर्ज कर दस लोगों को हिरासत में लिया है।

 दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की

दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की


सात वर्षीय पीडिता बच्ची मंगोलपुरी में अपने माता पिता व भाई बहन के साथ रहती है। वह एल ब्लाक स्थित निगम प्रतिभा बालिका विद्यालय में दूसरी कक्षा की छात्रा है। बताया गया है कि बृहस्पतिवार को स्कूल में लंच होने पर अपनी कक्षा में अकेले लंच कर रही थी। उसी दौरान किसी ने पीछे से उसके मुंह पर कपड़े रख दिया और स्कूल के एक ही एक खाली कमरे में ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने बच्ची को घटना के बारे में किसी को बताने पर उसके माता पिता व उसे जान से मारने की धमकी भी दी। घर पहुंचने पर जब लड़की तबियत बिगड़ी तो परिजन उसे पास से निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां चिकित्सक ने उसके साथ छेड़छाड़ की आशंका जताई। लेकिन बच्ची ने परिजनों को उस समय कुछ नहीं बताया।
रात में उसके पिता ने उसे पूछा तो उसने बताया कि लंच के समय पहली मंजिल के एक कमरे में उसे ले जाकर आरोपी ने दुष्कर्म किया। शुक्रवार की सुबह आठ बजे परिजन उसे लेकर स्कूल पहुंचे। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। आरोपी अब तक पुलिस पकड़ से बाहर है।स्कूल के ही किसी कर्मचारी के इर्द गिर्द शक की सुई घूम रही है|

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

अरशद वारसी अभिनीत जोली एल एल बी नामक फिल्म में मेरठ से सम्बंधित संवादों को लेकर फिल्म का विरोध शुरू हो गया है|राष्ट्रीय लोक दल के युवा महानगर अध्यक्ष मौहम्मद फुरकान अल्वी ने अपने साथियों के साथ पुतला फूँका और उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री को इसके खिलाफ एक ज्ञापन भी प्रेषित किया|फुरकान अल्वी के अनुसार इस फिल्म में मेरठ को लेकर अनेकों अपमान जनक डायलाग बोले गए हैं जिससे यहाँ के लोगों की भावनाएं आहत हैं| स्वर्गीय प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर चलाई जा रहे इस यूनिवर्सिटी से अनेकों प्रतिभावान नेता और वैज्ञानिक निकले हैं|ऐसी यूनिवर्सिटी के एल एल बी के छात्रों का अपमान है| यह एक निंदनीय अपराध है|उन्होंने फिल्म के आपत्ति जनक डायलाग्स हटाने के मांग की है|सचिव अतीक अल्वी|रविन्द्र कुमार+अरुण+रीकू+नदीम सैफी

गृहंमत्री सुशील कुमार शिंदे ने राज्यसभा में कहा कि अरुण जेटली के फोन टेपिंग में सरकार का हाथ नहीं

बीजेपी के राज्यसभा में नेता [एडवोकेट]अरुण जेटली के फोन टेपिंग के मामले में केन्द्रीय गृहंमत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज १ मार्च , शुक्रवार को संसद में . इस बात से इनकार कर दिया कि जेटली के फोन की टैपिंग हो रही थी|इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में अभी जाँच चल रही है और यह आश्वासन दिया कि मामले के तह तक जरूर जायेंगे| .गृहमंत्री ने कहा कि मामले में सरकार का हाथ नहीं है|
गृहमंत्री ने बताया कि जेटली की कॉल डिटेल्स लीक मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है. पुलिस ने 14 फरवरी को इस मामले में केस दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस ने जेटली के फोन टैपिंग के मामले में एक कॉन्सटेबल डबास और तीन प्राइवेट जासूसों को गिरफ्तार किया है.|
. उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल्स निकालने का आदेश सरकार ने नहीं दिया था|. गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित एक निजी जासूसी एजेंसी के कहने पर कॉन्स्टेबल ने गैरकानूनी तरीके से कॉल डिटेल हासिल करने की कोशिश की| आरोपी अनुराग सिंह का संबंध इसी जासूसी एजेंसी से बताया गया है.
श्री शिंद ने संसद में बताया कि [५] मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल्स निकाल गए है. गिरफ्तार कांस्टेबल डबास 1500 रुपये में नीरज को डिटेल्स देता था. नीरज ये जानकारी नीतीश को देता था
.शिंद ने बताया कि कांस्टेबिल डबास एक साल से [अनधिकृत ]गैरहाजिर था. वह 6 महीने से एसीपी की आईडी की फिराक में था. दिल्ली पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल करके कॉल डिटेल्स निकाली गई.
इस मुद्दे पर अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि ‘इस मामले में फोन टेपिंग नहीं बल्कि कॉल रिकॉर्ड हासिल किए गए थे।
लेकिन गृह मंत्री के बयान से सदन के कई नेता असंतुष्ट रहे। बीजेपी नेता वैंकेया नायडू ने आरोप लगाया कि सरकार जासूसी केस को हल्के में ले रही है।उन्होंने पूछा कि सरकार क्या छिपा रही है? उन्होंने टाईम बाउंड इन्क्वायरी और दोषियों के नाम उजागर किये जाने की मांग की|
बीजेपी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि क्या जासूसी एजेंसी ने सरकार से इजाजत ली थी? क्या कोई सरकारी एजेंसी भी जासूसी में शामिल थी? रविशंकर प्रसाद ने यह भी पूछा कि प्राइवेट व्यक्तियों के हाथों में टेप रिकॉर्ड करने वाले यंत्र कैसे गए? उन्होंने कांस्टेबिल डबास की एक साल से अनुपस्थिति और ऐ सी पी की साईट की हैकिंग और उसकू सुरक्षा के लिए सरकार की कार्यवाही पर प्रश्न उठाये |
बीजेपी के अलावा इस इशु को उठाने वाली सपा के नेता नेता प्रो.रामगोपाल ने गृह मंत्री के ब्यान कि आलोचना करते हुए कहा, ‘गृहमंत्री का बयान आधा अधूरा है। किनकी कॉल डिटेल मांगी गई थी, गृहमंत्री ने उनका नाम नहीं बताया। गृह मंत्री जी आपने कोई नहीं जानकारी नहीं दी। आपसे ज्यादा जानकारी तो मीडिया से मिल रही है।उन्होंने मांग की कि फोन टेपिंग के लिए राज्यसभा के सभापति की अनुमति होनी चाहिए। दोनों सदनों के करीब सौ नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके फोन कॉल डिटेल हासिल किए गए हैं या फोन टेप किए गए हैं।’ सपा नेता रामगोपाल ने गृहमंत्री से यह भी जवाब मांगा कि एक कांस्टेबल को राजनीतिक नेता के कॉल डिटेल की जरूरत क्यों होगी? इसके घटना के पीछे कौन है?

अकाली दल के एन गुजराल ने स्मरण कराया कि एक बार अजित सिंह के फोन टेपिंग की बात उठाने पर तत्कालीन मंत्री हेगड़े ने इस्तीफा दे दिया था|

माया सिंह+शिवा नन्द तिवारी,+नरेश कश्यप+डी राजा संजय सिंह आदि ने भी चर्चा में भाग लेकर अपनी चिंता व्यक्त की |
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने भी दावा किया कि उनका फोन कॉल भी टेप किया जा रहा है

।इससे पूर्व सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा कि यह मामला उनके द्वारा उजागर किया गया था लेकिन उनकी पार्टी को सबसे पहले बोलने दिया जाना चाहिए था

सुशील कुमार शिंदे ने राज्यसभा में नेताओं के सवालों की बौछार के बाद जवाब देते हुए कहा, ‘भारत सरकार किसी भी सांसद को फोन टेप नहीं कर रही है। सरकार ने किसी भी नेता के फोन कॉल के रिकॉर्डिंग की मांग नहीं की थी। सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्डिंग) के बारे में कोई कानून नहीं है। इस मामले में अभी तक सिर्फ शुरुआती जांच हुई है।’ गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि जिनका कॉल डिटेल निकालवाने की कोशश की गई थी वह

( अरुण जेटली) आसान आदमी नहीं है। जब सांसदों ने गृहमंत्री की ‘आसान आदमी’ की टिप्पणी पर चुटकी ली तो उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘मेरा आसान आदमी कहने के पीछे आशय साधारण आदमी से था।’ इस दौरान सदन में विपक्ष के नेता अरुण जेटली मुस्कराते हुए नजर आए।

बेशक पुलिस इस बात का पता कर रही है कि पकड़े गए मास्टर माइंड अनुराग सिंह के क्लाइंट कौन-कौन हैं। पुलिस इस बात का भी पता कर रही है कि इन कॉल डिटेल्स में ज्यादातर नेता सिर्फ बीजेपी के ही क्यों हैं। लेकिन सरकार अभी तक अनुराग के क्लाइंट के नामों खुलासा नहीं पाई है।
जो बात अभी तक उभरकर सामने आई है वो यही है कि अनुराग सिंह ने अरुण जेटली के अलावा 60 अन्य लोगों की भी कॉल डिटेल्स निकलवाई थी। अनुराग एक प्राइवेट जासूसी एजेंसी चलाता है। उसके पिता कस्टम विभाग से सेवानिवृत्त आईजी हैं।एक[१] सिपाही एक साल से ड्यूटी से गायब रहता है बकौल शिवा नन्द तिवारी[2] महंगी गाड़ियों में घूमता है [३]अपने ऐ सी पी की साईट का प्रयोग करता है और [४]गैर कानूनी ढंग से फोन डिटेल्स निकलवाता है|इस पर भी दिल्ली की पोलिस की पकड़ से दूर रहता है इसे पोलिस और सरकार की नाकामी कहा जा सकता है और कांस्टेबिल की योग्यता |

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव Am I Lucky ?

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव

पिछले चार दिन से सुबह मोर्निंग वाक् के दौरान एक ही द्रश्य में सुखद और दुखद दोनों अनुभव हुए|अरसे के बाद स्ट्रीट पर लगी अधिकाँश लाइट्स जल रही थी इसे देख कर अच्छा लगा चलो सरकार के बदलने पर व्यवस्था सुधारने के लिए जनाब आज़म खान का फरमान चल गया |ज्यूँ ज्यूँ आगे बढता गया लाइट्स जली मिलती गई|लेकिन यकायक एक जगह मोबाईल पर घंटी बजी कालर का नाम देखा तो नज़र टाईम पर भी अटक गई|मोबाईल की घड़ी सात बजा रहे थी |ऊपर देखा तो सूर्य देव भी अपनी किरणोंके साम्राज्य को फैला रहे थे|यह अपने आप में एक दुखद अनुभव था | चार दिन से लगातार यह मिक्स्ड अनुभव मिल रहा है|जहां बिजली के लिए रात दिन की मारामारी चल रही हो दिन में बिजली जलाने पर कार्यवाही के लिए आज़म खान जैसे ओखे मिनिस्टर चेतावनी दे चुके हों वहां बिजली की ऐसी बर्बादी वाकई एक दुखद अनुभव था | फिर सोचा के आज़म खान साहब कौन सा मेरठ में रहते हैं जो उन्हें पल पल की खबर रहेगी |मार्ग पर बिजली विभाग का बड़ा दफ्तर भी है लेकिन उनका समय तो सरकारी है समय से पहले उनकी कोई जिम्मेदारी तय करना किसी छत्ते में हाथ डालना होता है सो यह रिस्क लेने को कोई तैयार नहीं है| इसी मार्ग पर मेरठ के माननीय महापौर हरिकांत अहलुवालिया का निवास बोर्ड भी लगा है| मेयर महोदय पंजाबी कोटे से भाजपा के हैं सो उनके बोर्ड के सामने भी सभी नियम कायदे ताक पर दिखाई दिए |बोर्ड के सामने लाईट जली मिली|मेयर साहब के निवास का सूचक बोर्ड को देखा तो बात समझ में ये आई के बोर्ड पर बना तीर का निशान जिस तरफ था उसके विपरीत दिशा में लाईट्स जल रहे थी |सो मेयर साहब भी बच ही गए |बोले तो तीनो ही बच गए

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

[मेरठ ]: उत्तर प्रदेश के बाद अब केंद्र ने भी स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली पी चिदम्बरम के बजट में इस अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त उद्योग को कोई राहत नही दी गई है| करों के ग्रहण से कराह रही स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को करों में रियायत + उत्पाद करों की सीमा बढ़ाना+ निर्यात प्रोत्साहन यौजना के आलावा स्कूल कालेजों में स्पोर्ट्स को आवश्यक किये जाने की उम्मीद थी मगर ये सारी अपेक्षाएं उपेक्षित ही रही|
गौरतलब है के खेलकूद उद्योग हमेशा उत्पाद कर मुक्त रहा लेकिन वर्ष 2011 में 1.5 करोड़ टर्नओवर वाले खेल उद्योगों को इसके दायरे में ले आया गया। इससे विशेषकर निर्यातकों पर प्रभाव पड़ा |महंगाई के कारण पांच करोड़ टर्नओवर सीमा तय करने की मांग की गई थी
इसके अलावा फिटनेस कारोबार पर 14 फीसदी ट्रेड टैक्स लगा दिया गया, जिसको लेकर इस बजट में खास चर्चा नहीं हुई। आल इंडिया स्पो‌र्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग संघ के महासचिव सुनील शर्मा कहते हैं कि हमें उम्मीद थी कि प्रदेश बजट में ट्रेड टैक्स हटाया जाएगा।स्पोर्ट्स को कम्पलसरी किया जाएगा मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ |रेल भाडा बढाये जाने पर श्री शर्मा का कहना है के अधिकांशत उधमियों का मोह रेल से टूट चूका है इसीलिए कोरियर को प्राथमिकता दी जाती है|

बीडी के बण्डल के भाव ५० गुना बढ गए इसीलिए गन्ना भाव भी एक हज़ार रुपये क्विंटल होना चाहिए

बीडी के बण्डल के भाव ५० गुना बढ गए इसीलिए गन्ना भाव भी एक हज़ार रुपये क्विंटल होना चाहिए

बीडी के बण्डल के भाव ५० गुना बढ गए इसीलिए गन्ना भाव भी एक हज़ार रुपये क्विंटल होना चाहिए

[मेरठ]किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार से शुरू किया गया धरना आज ब्रहस्पति वार को भी जारी है |किसानो के जत्थे आने का क्रम जारी है|सरदार वी एम् सिंह की जिदाबाद के नारों से प्रशासन को जगाने का प्रयास जारी है|मेजर डा.हिमाशु ने आन्दोलन को लम्बा खिंचता आन्दोलन को सफल बनाने के लिए कमेटियों का ऐलान किया |आज वक्ताओं ने हक़ लिए बगैर धरना समाप्त करने से इंकार करते हुए लम्बी लड़ाई का ऐलान किया |वक्ताओं का कहना था कि बीडी के बण्डल से लेकर सोने[गोल्ड] का भाव पचास गुना बड़ा है उसके अनुपात में गन्ने का भाव कम से कम एक हज़ार रुपये तो होना ही चाहिए| ऐसे ही गेंहूं का भाव भी तय किया जाना चाहिए|