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Category: Crime

दिन में स्ट्रीट लाइट जली तो जुर्माना लगेगा

सपा के प्रदेश में आज़मी हुकुमनामे के अनुसार दिन में स्ट्रीट लाइट जलती मिली


तो संबंधित अधिकारियों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
काबिना मंत्री आजम खान ने कहा, ‘राज्य में पहले से ही बिजली संकट है और ऊपर से बिजली की फिजूलखर्ची। इस तरह का रवैया बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ आजम ने कहा, ‘अगर दिन में स्ट्रीट लाइट जलती मिली, तो अधिकारियों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। यदि किसी नगर परिक्षेत्र में लाइट जलती मिली, तो नगर आयुक्त पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में संबंधित अधिकारियों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
नगर निकाय कर्मचारियों की हड़ताल पर सख्त रुख अपनाते हुए आजम ने कहा, ‘वे हड़ताल के बजाय काम में मन लगाएं। हड़ताल को गैर कानूनी ठहराने पर भी विचार चल रहा है।’ उल्लेखनीय है कि निकाय कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उन्होंने संविदा कर्मियों की बहाली के साथ ही एक समान भत्ता देने की मांग की है|
गौर तलब है की इससे पूर्व भी बिजली बचाने के लिए शाम सात बजे प्रदेश के मॉल्स को बंद करने तथा विधायक निधि से लग्जरी गाड़ी खरीदने जैसे तुगलकी फरमान जारी कर प्रदेश सरकार अपनी किरकिरी करा चुकी है|
अब सरकार का यह गुरुवारसीय नया फरमान कहाँ तक लागू होगा यह तो फरमान को लागू करवाने वालों की नियत पर निर्भर करेगा मगर प्रथम दर्शया उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खान का राज्य में बिजली की फिजूलखर्ची पर यह सख्त रुख एक सकारत्मक कदम दिखाई दे रहा है|

मीडिया पर लगाम ब्लाक कराय ट्विट्टर एकाउंट्स

ट्विट ट्विट ट्विट
केद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाम लगाने को पहला कदम बड़ा दिया है|पहले चरण में कुछ ट्विट्टर एकाउंट्स [ जिनमे दो पत्राकारों के बभी हैं] ब्लाक कर दिए गए हैं|
इस कदम को लेकर सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। लोग इसकी तुलना इमर्जेंसी से कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने जो ट्विटर अकाउंट ब्लॉक किए हैं उनमें से एक कुछ दिन पहले तक अंग्रेजी अखबार पायनियर से जुड़े रहे कंचन गुप्ता का है। दूसरा अकाउंट एक न्यूज चैनल में डेप्युटी एडिटर शिव अरूर का है।
ये अकाउंट ट्विटर ने बंद नहीं किए हैं। इंटरनेट सर्विस प्रवाइडर्स की मदद से ये अकाउंट ब्लॉक कराए गए हैं। अकाउंट को एक्सेस करने पर मेसेज आता है, की यह वेबसाइट /यूआरएल कोर्ट के ऑर्डर या डिपार्टमेंट ऑफ डेलिकम्यूनिकेशंस के अगले आदेश तक के लिए ब्लॉक किए जाते हैं।ट्विट ट्विट ट्विट

ट्रैफिक की रफ़्तार अभी तक रेंग ही रही है

ट्रैफिक पोलिस को नई वर्दी मिल गई|नगर निगम को नया मेयर मिल गया|एम् डी ऐ को नया मंत्री मिल गया |मेरठ को फिर से आज़म खान मिल गया मगर मेरठ का नसीब अभी भी वहीं है जहां पहले था | ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन ट्राफिक जाम हर तरफ देखा जा सकता है|
सड़को का यह हाल है कि पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्डे है या गड्डों में सड़क है | इन गड्डों कि उपेक्षा से मेरठ के ट्रैफिक की रफ़्तार अभी तक रेंग ही रही है

मुम्बई के कमिशनर अरूप हटाये गए

महाराष्ट्रा में कांग्रेस कोटे के चीफ मिनिस्टर पृथ्वीराज चव्हाणने आज एक तीर से दो शिकार करके अपने कुर्सी पर छाए अनिश्चितत्ताके बादल छांट दिए|पोलिस कमिश्नर अरूप पटनायक को प्रोन्नत करके मुम्बई से बाहर करके मनसे प्रमुख राज ठाकरे की आधी मांग मान ली तो दूसरी तरफ एन सी पी कोटे के गृह मंत्री आर आर पाटिल और सपा के अबू आज़मी के चहीते कमिशनर को बाहर का रास्ता दिखा कर इन दोनों का कद नीचे कर दिया|
असाम दंगों को लेकर मुम्बई का आज़ाद मैदान में भड़की हिंसा को रोक पाने में नाकाम कमिशनर और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर राज ठाकरे ने आज्ञा नहीं होने के बावजूद मार्च निकाल कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया |
इस सारे घटनाक्रम से कांग्रेस के चीफ मिनिस्टर की अब तक बेदाग रही छवि और क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने शुरू हो गए |
सहयोगी दल एन सी पी के कोटे के गृह मंत्री को हटा कर शरद पवार सरीखे कद्दावर नेता की नाराजगी को दावत देने के बजाय उनके प्रिय कमिश्नर को हटाना ज्यादा उचित था|अरूप के स्थान पर अब यूं पी मेरठ के निवासी डाक्टर सत्यपाल सिंह को मुम्बई का कमिश्नर बनाया गया है|
राज्य में सपा के एक मात्र एम् एल ऐ अबू आज़मी ने तो खुले आम प्रोमोशन पर भी कमिशनर को नहीं हटाये जाने की मांग की थी|गृह मंत्री स्वयम भी कमिशनर को हटाने के पक्ष में नहीं थे |लेकिन अब कमिशनर को दंड स्वरुप ट्रांसफर करने के बजाये कमिशनर को प्रोन्नत करके वहां से हटाया जा रहा है|

गुरुद्वारे में फायरिंग की अमेरिकी कांग्रेस में सुनवाई की मांग

विस्कोंसिन ओक क्रीक

की गई है|
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में १५० से अधिक संगठनों के समूह द्वारा विस्कॉन्सिन के ओक क्रीक गुरुद्वारे में ५ अगस्त को हुई गोलीबारी पर अमरीकी कांग्रेस में सुनवाई की अपील की गई |
है ५ अगस्त के रविवार को अमरीकी सेना में काम कर वेड माईकल पेज ने गोलीबारी की थी। इसमें 6 सिख श्रद्धालु[५ पुरुष+१ महिला] मारे गए थे और पुलिस की कार्रवाई में पेज भी मारा गया और एक सुरक्षा अधिकारी घायल हुआ था
वाशिंगटन स्थित ‘सिख कोयालिशन के नेतृत्व में विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों से जुड़े १५० से अधिक संगठनों ने बीते दिन सीनेट की न्यायिक समिति को पत्र लिखा है|
इस पत्र में घृणा अपराधिओं वाले समूहों को लेकर सुनवाई आयोजित करने की मांग कीगई है|

कैग ने अब रक्षा लेखा विभाग पर भी टिपण्णी कर दी है

आडिट अथारिटी कैग को लगता है कि लेखा जोखा चेक करते करते अब टिप्पणियां करने की भी आदत हो गई है| कोयला घोटाले को उजागर करके देश में सरकार के उत्तेजना फैला कर अति उत्साहित कैग ने अब रक्षा मंत्रालय के आंतरिक आडिट विभाग पर भी अकर्मण्यता का आरोप लगा दिया है|
नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक [कैग]ने रक्षा मंत्रालय की लैब डिफैंस मेटेरियल्स एवं स्टोर रिसर्च डेवेलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट का आडिट किया |इसमें दो करोड़ रुपयों का गोल माल को उजागर किया|
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद भी १.५२ करोड़ रुपयों की खरीददारी को बुक किया गया है|इसके अलावा एलाटमेंट से ४६ लाख ज्यादा खर्च किया गया है|
गौरतलब है कि २००५ में सैनिकों की वर्दी के लिए शोध कराया गया था जिसके लिए साड़े आठ करोड़ का बजट रखा गया था|दिसंबर २००९ में यह प्रोजेक्ट पूरा कर लिया गया इसका अडिट करते समय यह दो करोड़ रुपतों का घोटाला सामने आया है|अपनी रिपोर्ट में कैग ने आंतरिक आडिट द्वारा इस घोटाले को नहीएँ पकडे जाने पर प्रश्न चिन्ह लगाया है|
सूत्रों के अनुसार आन्तरिक आडिट रक्षा लेखा विभाग द्वारा किया जाता है यह केवल आंतरिक आडिट तक ही सिमित है |जबकि हायर आडिट के लिए टेस्ट आडिट टीम आती हैं यह टेस्ट अडिट कैग का ही सब आफिस होता है|
आंतरिक आडिट पर टिपण्णी करते समय कैग यह नहीं देख पाया कि उनकी टिपण्णी उनके अपने सब आफिस के विरुद्ध ही है|

बैंक कर्मचारियों ने आज बैंकिंग ठप कर दी


देश के लगभग १०लाख बैंक कर्मिओं की आज से शुरू दो दिवसीय हड़ताल से बैंको का कम काज ठप्प हो गया |इसमें राष्ट्रीयकृत के अलावा अन्य गैर सरकारी बैंको के कर्मियों ने भी भाग लिया|इस हड़ताल से लगभग ७५००० शाखाओं का कम काज प्रभावित हुआ है|
बैंको में विदेशी और देसी निवेश को मंजूरी दिए जाने के साथ आउट सोर्सिंग से काम करने को लेकर भी यूनियनों में विरोध है| यह हड़ताल कल भी चलेगी|

भाजपा ने २ जी घोटाले का फ्रंट भी खोला

भाजपा ने आज 2 जी घोटाले का फ्रंट भी खोल दिया है| इस घोटाले की जांच कर रही जेपीसी को मज़ाक करार देते हुए बीजेपी के 5 नेताओं ने मीटिंग को छोड़ कर बाहर आ गए|
वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के अनुसार कांग्रेस पक्ष के सदस्यों ने बेहद अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया जिस पर रोक लगाने की कोशिश समिति के अध्यक्ष की ओर से नहीं हुई। इसीलिए उन्होंने समिति की बैठक से वॉक आउट करने का फैसला किया।
श्री सिन्हा का कहना है कि जितनी सभ्य भाषा में संभव था उतनी सभ्य भाषा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी. चिंदबरम की संयुक्त संसदीय समिति के सामने पेशी की मांग कि गई| इस पर कई कांग्रेस के सदस्य उखड़ गए। उन्होंने भद्दे शब्दों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। जब चेयरमैन ने भी उन सदस्यों को रोकने की कोशिश नहीं की तब हमारे [ बी जे पी] सामने बैठक से बाहर आने के अलावा और कोई उपाय नहीं रह गया।
कांग्रेस सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि वे पीएम और चिदंबरम को जेपीसी के सामने बुलाए जाने का विरोध कर रहे थे। कांग्रेस का रुख था कि इस वक्त अहम पदों पर बैठे लोगों को बुलाया जाता है, तो उन लोगों को भी बुलाया जाए जो एनडीए सरकार के दौरान जिम्मेदार पदों पर थे।

कमजोर पी एम् पर १.८६ लाख करोड़ का बोझ


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?अब तो सरकार की सी ऐ जी ने भी जी जी कहते हुए सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये के नुकसान के आरोप पर अपनी भी मोहर लगा दी है|
कोयला ब्लॉक आवंटन में घोटाले पर सीएजी की रपट संसद के पटल पर भी रख दी गई है| आप जी के प्रधान मंत्री उस समय कोयला मंत्री भी थे इसीलिए उन्हें[पी एम्] इस महा घोटाले की जिम्मेदारी ले लेनी चाहिए|
हमारे सोणे नेता अरुण जेटली ने कोयला खंड एलाटमेंट मामले में प्रधानमंत्री कोपूरा जिम्मेदार ठहरा दिया है| कह दिया है कि पी एम् को इस बारे में पूरी जानकारी थी। इसीलिए संसद में जारी गतिरोध को समाप्त
करने के लिए इस केंद्र सरकार के पास एक ही रास्ता है कि प्रधानमंत्री इस पूरे मामले की जिम्मेदारी स्वयं ले लें और उचित कदम लेने का प्रयास करें।
झल्ला
ओ मेरे भोले शाह जी एक तरफ तो आप यह कहते हुए नहीं थकते कि हसाड़े सोणे ते मन मोहने पी एम् बहुत कमजोर प्रधान मंत्री हैं अब १.८५ लाख करोड़ रुपयों के भारी भरकम घोटाले को उन कमजोर कन्धों पर डाल रहे हो
और यह भी कहते जा रहे हो कि ये कंधे जिम्मेदारी नहीं उठा रहे | ये तो सरासर नाइंसाफी है जी | ऐसे कैसे चलेगा ???

आरक्षण का अलाव जलाने का मौसम आ गया

अखंड भारत में आरक्षण का अलाव जला कर अलग से राजनीतिक रोटियाँ सेंकने का मौसम फिर आ गया है| नौकरियों में आरक्षण के अलावा प्रोमोशन में आरक्षण की मांग जोर पकड़ रही है|सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रोमोशन में आरक्षण की अपील को ठुकराए जाने के बावजूद माननीय सांसद इस दिशा में संविधान में संशोधन की तैय्यारी में लग गए हैं|बसपा की आड लेकर केंद्र सरकार अब प्रोमोशन में आरक्षण देने को मन बना चुकी है|इस दिशा में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई|लेकिन पहले दौर की यह बैठक बीते दिन शाम को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास, 7 रेसकोर्स में मंगलवार को बुलाई गई थी |
पहले दौर की यह बैठक शाम तीन घंटे तक चली| सर्वदलीय बैठक बेनतीजा खत्म हो गई। सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति और जनजाति की पदोन्नित में आरक्षण पर सहमति बनाने के लिए ये बैठक बुलाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पदोन्नति में आरक्षण को खारिज कर दिया था। सरकार ने संकेत दिया है कि वो इसके लिए तैयार है।
पीएमओ में राज्यमंत्री नारायण सामी का कहना है कि सरकार कानूनी तौर पर वैध बिल लेकर आएगी वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती इसी सेशन में लाये जाने पर अड़ी हैं|
आरक्षण को अपनी राजनीति का अहम हिस्सा मानने वाले कई नेता इस बिल पर हीला-हवाली करते दिख रहे हैं|। जेडीयू नेता शरद यादव और आरजेडी नेता लालू यादव ने कहा है कि अगर पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को भी ये सुविधा दी जाए, तो वे समर्थन पर विचार कर सकते हैं। सपा पहले भी प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध कर चुकी है और अभी भी समाजवादी पार्टी पदोन्नति में आरक्षण का खुला विरोध कर रही है। एसपी सांसद प्रोफ़ेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि पार्टी इसके खिलाफ है।
मुख्य विपक्षी दल बीजेपी हमेशा की तरह कोई निर्णय नहीं ले पाई है इसीलिए पार्टी द्वारा फिलहाल कोई राय नहीं जताई गई है। बी जे पी ने मांग की है कि सरकार पहले प्रस्तावित बिल का मसौदा सामने लाए तभी उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की जायेगी|। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता मे हुई इस बैठक में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, लालकृष्ण आडवाणी,सुषमा स्वराज समेत सभी पार्टियों के नेता मौजूद थे।
कोयले के मुद्दे पर संसद को पूरे दिन के लिए स्थगित कराने वाले ये पक्ष +विपक्ष और सहयोगी सभी इस सर्वदलीय बैठक को सुचारू रूप से चलाते रहे |
कुछ बुद्धिजीविओं का कहना है कि अपनी विफलताओं को ढकने के लिए आरक्षण का लिबादा ओडने का प्रयास है|
जबकि कुछ का मानना है कि मंडल और कमंडल का खेल फिर से शुरू करके वोट बैंक की बन्दर बाँट की तैय्यारी चल रही है|