मोहर्रम के अवकाश दिवस में बदलाव किया गया हैअब केन्द्र सरकार के सभी प्रशासनिक कार्यालय 15 नवम्बर, 2013 को बंद रहेंगे |
कार्मिक मंत्रालय, लोक शिकायत और पेंशन द्वारा जारी प्रपत्र के अनुसार दिल्ली/नई दिल्ली स्थित केन्द्र सरकार के सभी प्रशासनिक कार्यालय मोहर्रम के कारण 14 नवम्बर, 2013 की बजाय 15 नवम्बर, 2013 को बंद रहेंगे।
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केन्द्र सरकार के दिल्ली/नई दिल्ली में स्थित सभी प्रशासनिक कार्यालय 15 नवम्बर, 2013 को बंद रहेंगे
प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए मौसम का फल,और दही का प्रयोग जरूरी है
प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए मौसम का फल,और दही का प्रयोग जरूरी है | फ़्रांस के बुरग्नि विश्विद्यालय में फिसिलोजी विभाग में २५ वर्षो से मोटापा और मधुमेह पर काम कर रहे नईम खान ने यह विचार व्यक्त किये|
जाग्रति विहार में प्रगति विज्ञानं संस्था के कार्यालय पर पत्रकारो से बात करते हुए उन्होंने बताया कि मौसम का फल,और दही हमारी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है,और इसी विषय पर वे भारत में सफदरजंग असपताल में अतिथि व्यख्यान के लिए भी आये है|
उन्होंने बताया कि अगर इंसान १० साल तक मोटा बना रहे तो उसे मधुमेह का रोग जरुर होता है। उन्होंने बताया कि भारतीय भोजन संसार का सबसे संतुलित भोजन है जिसमे दाल चावल एक दूसरे के पूरक है साथ ही शारीर में ऍफ़ ए एस और सी डी ३६ नामक जीन अतिरिक्त वसा को जलाती हैऔर मोटापे को नियंत्रित रखती है जबकि इनकी कमी वसा को शरीर में इकट्ठा कर लेती है। इससे बचने के लिए चिकनाई और चीनी ना खाये पर 20 मिनट की कसरत जरूर की जानी है |
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जाग्रति विहार में प्रगति विज्ञानं संस्था के कार्यालय पर पत्रकारो से बात करते हुए फ्रांस से आये वैज्ञानिक नईम खान[लेफ्ट] और साथ में प्रगति विज्ञानं संस्था के दीपक शर्मा
लता ने पुरुस्कारों के लिए मांगे जाने पर हर साल की तरह सर्व गुण संपन्न कलाकारों के नाम भेजे :अब कोई सुझाव नहीं देंगी
पद्म पुरुस्कारों के लिए सिफारिश करने वालों में स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम को घसीटे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए लता ने रोमन इंग्लिश में ट्वीट किया है कि हर साल पुरुस्कारों के लिए गठित समिति के पत्र आते रहते हैं और मुझसे पुरुस्कारों के लिए सुपात्रों के नाम पूछे जाते हैं[ ye puraskaar ki jo samitee hai unka letter aata hai aur usme likha hota hai ki aap jo naam uchit samajhti hai’n unke naam aur bio data wo mujhse mangwaate ] उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पद्म पुरुस्कार के लिए अपनी बहन उषा मंगेशकर और सुरेश वाडेकर के नाम सुझाये थे उषा पिछले ५० सालों से पार्श्व गायन में हैंउषा ने असम +गुजराती+हिंदी+मराठी+राजस्थानी भाषाओं में लोक प्रिय गाने गाए हैं|इसी प्रकार सुरेश भी पिछले ४० सालों से अनेक भाषाओं में गा रहे हैं| इसके अलावा आज तक मैंने हर साल कई लोगों के नाम भेजे हैंइनके संगीत विद्यालय हैं और शिष्य विश्व भर में हैं अब ऐसे सर्व गुण संपन्न प्रतिभाओं के नाम नहीं देती तो किनके नाम देती |लेकिन आगे से में ऐसे कोई सुझाव नहीं दूंगी .[ Par aainda se main unhe koi sujhao nahi dungi ] पिछले बीते दिन लता मंगेशकर को बदनाम करने की नियत से यह खबर लीक की गई कि उन्होंने पद्म पुरस्कारों के लिए अपनी छोटी बहन उषा मंगेशकर और गायक सुरेश वाडेकर के नाम की सिफ़ारिश की थी इसे कही न कहीं लता के नरेंद्र मोदी को समर्थन से भी जोड़ कर देखा जा रहा है .| इस बात का मीडिया में जिस तरह से प्रसारण हुआ उससे वो नाराज़ हैं और इसीलिए उन्होंने ट्विटर पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं.
इस महीने के पहले शुक्रवार को नरेंद्र मोदी लता मंगेशकर की ओर से बनाए गए अस्पताल का उद्घाटन करने पुणे में थे।यह अस्पताल लता मंगेशकर के पिता स्वर्गीय दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर है।इस मौके पर लता ने कहा, ‘नरेंद्रभाई मेरे भाई की तरह हैं। हम सभी उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इस दीपावली के मौके पर मैं उम्मीद करती हूं कि हमारी इच्छा पूरी होगी।यदपि मोदी को उद्घाटन के लिए उस वक्त निमंत्रण दिया गया था, जब वह प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं हुए थे लेकिन उसके बाद से ही कांग्रेस और उसके समर्थक दलों द्वारा लता की आलोचना की जाने लगी |पद्म पुरुस्कारों के लिए आर टी आई के माध्यम से लता की सिफारिशी चिट्ठी को लीक किया जाने लगा|इसी कारण लता मंगेशकर को यह स्प्ष्टीकरण देना पड़ा
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अडवाणी ने अपने पुराने शिष्य मोदी को स्पोर्ट करने के लिए ब्लॉग के माध्यम से कांग्रेस को इतिहास पढ़ाना शुरू किया
भारतीय जनता पार्टी [भाजपा]के वयोवृद्ध नेता और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने अपने पुराने शिष्य नरेंदर मोदी को स्पोर्ट करने के लिए कांग्रेस को इतिहास के पाठ पढ़ाने शुरू कर दिए हैं इसके लिए ब्लॉग पर इतिहास की लगातार परतें उधेड़ी जा रही हैं|
इसी कड़ी में अडवाणी ने अपने १० नवम्बर के ब्लॉग में एक बार फिर तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू और गृह मंत्री सरदार वल्ल्भ भाई पटेल में राष्ट्रीयता को लेकर आई खाई को उजागर किया है |इससे पूर्व नवम्बर के पहले सप्ताह में एक नौकर शाह 1947 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी स्वर्गीय श्री एमकेके नायर द्वारा मलयालम भाषा में लिखी गई पुस्तक पर आधारित अडवाणी के ब्लॉग ने एक विवाद खड़ा किया हुआ है।
इस विवाद पर टिपण्णी करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने आडवणी के ब्लॉग और उसमे दी गई एम् के मेनन की जानकारी पर प्रश्न चिन्ह लगाये थे और बताया था कि मेनन की भर्ती ही आजादी के बाद हुए थी |प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी मोदी के इतिहास और भूगोल के ज्ञान के माध्यम से भाजपा कि जबरदस्त आलोचना की है | इससे विचलित हुए बगैर अडवाणी ने अपने ब्लॉग में एक नया रहस्योद्घाटन करते हुए बताया है कि 1947 में कबाइलियों और पाकिस्तान द्वारा जम्मू एवं कश्मीर पर हमले के बाद वहां सेना भेजने के मुद्दे पर भी नेहरु को हैदराबाद जैसी ही आपत्ति थी|‘इसके समर्थन में उन्होंने नेट‘पर उपलब्ध प्रेम शंकर झा द्वारा भारतीय सेना के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ से लिया गया साझात्कार का उदहारण दिया है |इस ब्लॉग में एक विशेष पैरा को हाई लाइट किय गया है जो प्रस्तुत है
“सदैव की भांति नेहरु संयुक्त राष्ट्र, रुस, अफ्रीका, सर्वशक्तिमान परमात्मा सहित सभी के बारे में बात करने लगे जब तक कि सरदार पटेल ने अपना धैर्य नहीं खो दिया। उन्होंने कहा ‘जवाहरलाल क्या तुम कश्मीर चाहते हो या इसे गंवा देना चाहते हो।‘ उन्होंने (नेहरु) कहा ‘निस्संदेह, मुझे कश्मीर चाहिए। तब उन्होंने (पटेल) कहा ‘कृपया अपने आदेश दीजिए।‘ और इससे पहले कि वह कुछ कह पाते सरदार पटेल मेरी तरफ मुड़े और कहा ‘तुम्हें अपने लिए आदेश मिल गए हैं।”‘
अडवाणी ने इसी साक्ष्य के आधार पर नेहरू पर ब्रिटिश तुष्टिकरण निति कि तरफ वभी इशरा किया है ” ब्रिटेन साफ तौर पर नहीं चाहता था कि पूरा जम्मू एवं कश्मीर भारत के साथ जाए। लंदन में यह व्यापक धारणा थी कि यदि भारत के नियंत्रण में पाकिस्तान से लगे क्षेत्र रहे तो पाकिस्तान जिंदा नहीं रह पाएगा।
भारत और पाकिस्तान तथा व्हाईटहाल के ब्रिटिश उच्चायोगों के बीच आदान-प्रदान किए गए अत्यन्त गोपनीय ‘केबल्स‘ सच्ची कहानी कहते हैं। कमाण्डर-इन-चीफ नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग से निर्देश प्राप्त कर रहे थे। नेहरु ने पाकिस्तान में कबाइलियों के अड्डों पर हमला करने का निर्णय लिया परन्तु माऊंटबेंटन इसके विरोध में थे।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्री और लुधियाना से सांसद मनीष तिवारी ने आकाशवाणी लुधियाना के एमएफ गोल्ड स्टुडियो का उद्घाटन किया
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और लुधियाना से सांसद मनीष तिवारी ने आकाशवाणी लुधियाना के एमएफ गोल्ड स्टुडियो का उद्घाटन किया |
मनीष तिवारी ने आज लुधियाना में बीएसएनएल भवन में आकाशवाणी के एफएम गोल्डस स्टुडियो और विभिन्नल स्थानीय कार्यक्रमों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर फतेहगढ़ साहिब से सांसद सुखदेव सिंह लिबरा भी मौजूद थे।
बताया गया कि लुधियाना का यह एमएफ गोल्ड स्टुडियो जिले की जरूरतों के मुताबिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने में मददगार होगा। स्थानीय मुद्दों पर ध्या न केन्द्रित करते हुए इस चैनल से हर रोज प्रात: 9.00 बजे से 10.00 बजे तक और शाम को 6.00 बजे से 07.00 बजे तक कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे।
इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक श्री आर वेंकटेश्व्र, मुख्य इंजीनियर श्री आर के बुद्धिराजा और अपर महानिदेशक श्रीमती विजय लक्ष्मी् छाबड़ा भी मौजूद थीं।
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Tewari unveiled the plaque to inaugurate the FM Gold studio of AIR, at Ludhiana of Punjab on November 10, 2013.
The Member Parliament from Fatehgarh Sahib, Shri Sukhdev Singh Libra and Local MLA, Shri Surinder Dawar are also seen
आत्म श्रद्धा पाने के लिए आत्म विश्लेषण परम आवश्यक है :स्वामी सौमेसवरानन्द
[मेरठ] स्वामी विवेकानन्दके १५० वी जन्मशती पर भारत भ्रमण पर निकले विवेक रथ का आज मेरठ स्थित राधा गोबिंद इंजीनियरिंग कालेज में स्वागत किया गया |कालेज के चेयर मैन योगेश त्यागी ने स्वामी सौमेसवरानन्द का माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया और स्वामी विवेकानन्द की आदम कद की दो प्रतिमाओं का माल्यार्पण किया गया |
स्वामी सौमेसवरानन्द ने कालेज के छात्रों को विवेकानंद की जीवनी के प्रेरणादायक प्रसंग भी सुनाये |
उन्होंने फ्रेंच लेखक की एक पुस्तक के माध्यम से बताया भारत को जानने के लिए स्वामी विवेका नन्द को जानना पर्याप्त है |उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को आत्म श्रद्धा को पाने के लिए आत्म विश्लेषण परम आवश्यक है|इस अवसर पर प्रो.इकराम हुसैन +डॉ राजेश तिवारी+डॉ सिम्मी +डॉ अमित शर्मा+ आदि उपस्थित थे |
मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लिए प्रणब मुखेर्जी+डॉ मन मोहन सिंह+मो.हामिद अंसारी+नरेंदर मोदी ने इसरो को बधाई दी
राष्ट्रपति प्रणब मुखेर्जी + प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह+उप राष्ट्रपति मो.हामिद अंसारी तथा भाजपा के पी एम् प्रत्याशी नरेंदर मोदी ने मंगल[MARS ] यान के श्री हरिकोटा से सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो[ ISRO ] को बधाई दी |यह अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो गया है|
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने पीएसएलवी-सी25 पर मंगल कक्षीय अंतरिक्षयान के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ-इसरो) को बधाई दी है।
इसरो के अध्यक्ष डॉ. के राधाकृष्णन को एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “पीएसएलवी-सी25 पर मंगल कक्षीय अंतरिक्षयान के प्रक्षेपण के बाद इसे पृथ्वी के कक्ष में सफलतापूर्वक स्थापित किये जाने पर मैं आपको और आपकी टीम को बधाई देता हूं। भारत का पहला समर्पित मंगल कक्षीय अंतरिक्षयान हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम और अंतरिक्ष के इस्तेमाल के क्षेत्र में प्रगति का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दिन होने के साथ ही एक ऐसा दिन है, जो हमारे वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमारे राष्ट्रीय लक्ष्यों तक पहुंचने में और भी ऊंची छलांगें लगाने के लिए प्रेरित करेगा।
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज मंगल ग्रह पर भेजे गए मंगलयान मिशन के सफल प्रक्षेपण पर इससे जुड़े सभी वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि इसका सफलतापूर्वक प्रक्षेपण मिशन के पूरा होने की दिशा में पहला आवश्यक कदम है और यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के वैज्ञानिकों की प्रक्षेपण तकनीक विशेषज्ञता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि मैं इस महत्वाकांक्षी परियोजना के अगले चरणों के लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं क्योंकि यह हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। मुझे भरोसा है कि इसरो के वैज्ञानिक इस पूरे अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देंगे।
भाजपा के नेता नरेंदर मोदी और उपराष्ट्रपति मो हामिद अंसारी ने भी आईएसआरओ की टीम को बधाई दी
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[१]PSLV-C25 Mars Orbiter Mission Spacecraft Mangalyan, successfully launched from Sriharikota on November 05, 2013.
President ,and Prime Minister Greeted fellow countrymen on the occasion of Diwali
President ,and Prime Minister Have sent Their greetings to fellow countrymen on the occasion of Diwali.
the President Of India Pranab Mukherjee has said, “On the auspicious occasion of Diwali, I extend my warm greetings and good wishes to all my fellow countrymen and to all friends of India, within the country and abroad.
Diwali marks the triumph of hope over despair, good over evil and light over darkness. The fact that it is celebrated across India by people of different faiths is a strong re-affirmation of our secular traditions. May this year’s celebration strengthen the bonds of goodwill and brotherhood between us and further promote mutual understanding. Let us, on this day, dedicate ourselves to spreading the message of compassion, love, brotherhood and peace. May this Diwali be an occasion to bring the light of happiness and joy into the lives of the needy.
In his message, the Prime Minister Dr. Manmohan Singh said that Deepawali, is a celebration of the victory of good over evil, light over darkness, and knowledge over ignorance. It is an occasion for strengthening the bonds of love and brotherhood in our society.
May this Deepawali usher in hope, joy and prosperity to all, the Prime Minister added.
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