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Category: Social Cause

न्यायालयों में लंबित मामलों में जुलाई-दिसंबर 2011 के दौरान ६ लाख की कमी हुई है=पी एम्

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने शनिवार को मुम्बई में बताया कि सरकार ने न्याय आपूर्ति प्रणाली में सुधार के लिए राष्ट्रीय न्याय आपूर्ति मिशन [एनएमजेडी] सहित अनेक पहल की है। पिछले वर्ष शुरू हुआ एनएमजेडी मामलों में विलंब और लंबित मामलों को कम कर, और न्यायिक प्रणाली में जवाबदेही बढ़ाकर न्यायिक सुलभता बढ़ाने के दोहरे लक्ष्यों पर जोर देता है।
मनमोहन सिंह ने अगस्त, 1862 को स्थापित मुम्बई हाई कोर्ट के 150वें स्थापना दिवस समारोह में कहा, ‘उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ाने से संबंधित एक संविधान संशोधन विधेयक संसद में है और अखिल भारतीय न्यायिक सेवा की स्थापना के लिए एक व्यापक प्रस्ताव तैयार हो चुका है।श्रीसिंह ने कहा कि चेक बाउंस होने के मामलों से पैदा हो रहे मुकदमों में वृद्धि को रोकने के लिए निगोसिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट में आवश्यक संशोधनों के बारे में जांच-पड़ताल की जा रही है|
प्रधानमंत्री ने कहा कि विधि आयोग के अध्यक्ष के नेतृत्व में एक अन्य समूह एक बेहतर अपराध न्याय प्रणाली के लिए न्यायालयी प्रक्रिया में जरूरी सुधारों की पड़ताल कर रहा है। मनमोहन सिंह ने कहा कि विभिन्न न्यायालयों में लंबित मामलों की संख्या में जुलाई-दिसंबर 2011 के दौरान 600,000 से अधिक की कमी हुई है।
पी एम् ने , ‘बंबई हाई कोर्ट और इसके सहयोगी न्यायालयों ने की योगदान की सराहना भी की |
उन्होंने ने स्वीकार किया कि न्यायिक संस्थान समय पर और सस्ता न्याय मुहैया कराने में अवांछनीय चुनौती का सामना कर रहे है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात के लिए न्यायपालिका की प्रशंसा की कि उसने अपनी जिम्मेदारियां निभाने में खुद को भेदभाव से परे रखे हुए है।

ईस्टर्न यूं पी में हिंसा के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट

आखरी जुमे की अलविदा नमाज़ के बाद शुक्रवार को लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर में उपद्रव और तोड़फोड़ हुई| इसके पश्चात उत्तर प्रदेश सरकारने प्रभावित इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए कडे़ कदम उठाए हैं। [१]सरकार ने बल्क मैसेज पर रोक लगाने के अलावा अफवाह फैलाने वालों से कड़ाई से निपटने के आदेश दिए हैं।[२] संवेदनशील और धार्मिक स्‍थलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
[३] पूरे सूबे में हाई अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस महानिदेशक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है| वैसे यूपी से पूर्वोत्तर के नागरिकों के पलायन की अभी तक कोई खबर नहीं है
राज्य के प्रमुख सचिव (गृह) आरएम श्रीवास्तव ने भी पूर्वोत्तर के लोगों से बहकावे में न आने की अपील की है। श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में उसकी सूचना दें। सभी धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ), रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं।बरेली में शांति को देखते हुए प्रशासन ने सुबह पांच से 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी थी। कड़ी सुरक्षा केचलते शांति बनी हुई है।
इस बीच इलाहाबाद में हालात शांतिपूर्ण होने के बाद शनिवार को [कुछ स्थानों को छोड़ कर] कर्फ्यू हटा लिया गया।
उल्लेखनीय है कि असम और म्यांमार हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के अलावा धर्म नगरी इलाहाबाद और इंडस्ट्रियल कानपूर भी में हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद पुलिस को लाठिया भांजनी पड़ी थी। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए थे।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति के नजराने से अजमेर में बनेगा अस्पताल

पकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा भेजे गए १० लाख डालर के नजराने के एक हिस्से से ख्वाजा गरीब नवाज़ अस्पताल बनेगा |
राष्ट्रपति श्री जरदारी इस साल आठ अप्रैल को अजमेर शरीफ की जियारत पर आए थे तब उन्होंने दरगाह को 10 लाख डॉलर के नजराने का ऐलान किया था.
इस ऐलान के चार महीने बाद जुमा अलविदा को[शुक्रवार ]को पाकिस्तान की ओर से पूर्व विदेश सचिव सलमान बशीर पैसे लेकर अजमेर आए \
इस नज़राने पर ख्वाजा के खादिमों ने अपना हक जताया.
मजबूरन नजराने की रकम तीन हिस्से में बांटी गई, जिसमें दो खादिमों की अंजुमन कमेटियों को करीब दो-दो करोड़ रुपये मिले और दरगाह कमेटी को करीब एक करोड़ पैंतालीस लाख ही मिले|
अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज के खादिमों ने नजराने के 5.5 करोड़ रुपये में से अपनी हिस्सेदारी ले ही ली
नजराने का इस्तेमाल दरगाह के विकास में किया जाना था, लेकिन पैसे का बंटवारा हो जाने के बाद अब दरगाह कमेटी अपने हिस्से के एक करोड़ पैंतालीस लाखसे अस्पताल बनवाना चाहती है.

रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ प्रार्थना करने वाली पंक बैंड को दो साल की सजा

रूस और भारत में एक बात तो समान है दोनों मुल्कों में नेताओं विशेषकर सत्तारूड़ नेताओं के खिलाफ बोलने वालों के लिए जेल ही निश्चित कर दी गई है|
पंक बैंड के तीन महिला सदस्यों को मास्को के एक गिरजाघर में राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ प्रार्थना करने पर दो साल कैद की सजा सुनाई गई है। एक अदालत ने तीनों महिलाओं को धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का दोषी माना है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कोर्ट के इस बर्ताव पर कडा़ एतराज जताया है यूरोपीय संघ में भी इसकी भर्त्सना की जा रही है|
बताते चलें कि माशा +नाद्या+ कात्याके उपनाम से मशहूर नादेज्दा तोलोकोनिकोवा (22), मारिना अल्योखिना (24) और येकातेरीना सामुत्सेविच (30) नामक तीनों महिलाएं अधिकार समूह पुस्सी रायट की सदस्य हैं। यह समूह रॉक कंसर्टों के माध्यम से तमाम समकालीन मुद्दों पर अपना विरोध दर्ज कराता आया है। नेबीती फरवरी में मास्को के क्राइस्ट द सेवियर कैथेड्रलचर्च में सर्विस अटेंड की थी और देश को पुतिन शासन से मुक्त कराने के लिए एक प्रार्थना की थी,यह रूसी आर्थोडाक्स चर्च के अनुयायियों को नागवार गुजरी थी तभी से ये तीनों पुलिस की हिरासत में हैं|
अब भारत की बात करे तो लेटेस्ट घटना बंगाल की है लेफ्टिस्ट को हरा कर गरीबों की मदद को सत्ता में ई टी एम् सी की अध्यक्षा ममता बेनर्जी से एक व्यक्ति ने सवाल कर लिया और वोह बेचारा भी जेल की रोटियाँ तोड़ रहा है|

आखरी जुमे की सामूहिक नमाज़ वेस्टर्न यूपी में शान्ति से पड़ी गई ईस्टर्न शहरों में बवाल

मुक़द्दस रमजान महीने के आख़री जुमे[शुक्रवार]को सुरक्षा के कड़े इम्तेजामो में बड़ी संख्या में सामूहिक [अलविदा] नमाज पड़ी गई औरअमन चैन की दुआ माँगी गई | असाम+मुम्बई+पुणे+रांची में असंतोष के मध्य नज़र ट्रेफिक कंट्रोल करने के लिए मस्जिदों को जाने वाले मार्गों पर विशेष नाके बंदी की गई |
मेरठ में भी मस्जिदों के बाहर कड़ी सुरक्षा में बड़े सुकून से नमाज़ पड़ी गई| बेगम पुल का भी ट्रेफिक डायवर्ट करके नमाजियों को राहत दी गई \

ईस्टर्न यूं पी के तीन शहरों में अपवाद के रूप में अलविदा की नमाज के बाद भीड़ हिंसक हो उठी। राजधानी लखनऊ,के अलावा कानपुर और धर्म नगरी इलाहाबाद में भी बेकाबू भीड़ ने भारी नुक्सान पहुंचाया है|इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह भी लगाया है|

सिखों पर हमलों के कारण अमेरिका में भी सदभावना दिवस मनाना जरुरी हो गया है

अमेरिका में एक और सिख की गोली मार कर ह्त्या कर दी गई है|इससे सिख समुदाय के जख्म फिर से हरे हो गए हैं|
५६ वर्षीय दलबीर सिंह किराने के व्यापार से जुड़े थे|
नार्थ अमेरिका के विस्कोंसिन ओक क्रीक गुरुद्वारे में ५ अगस्त को हुई गोलीबारी की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई की अब उसी राज्य के मिल्वाउकी में भारत की आज़ादी दिवस १५ अगस्त को एक और ओक क्रीक गुरूद्वारे के सदस्य सिख की ह्त्या से समुदाय में रोष और भय का माहौल है|एन डी टी वी ने भी इसे प्रमुखता दी है|
सिखों के धर्मप्रतीक चिन्हों [केश+कंघा+कृपान+कडा+कच्छा] के प्रति अज्ञानता के कारण उन्हें भी आतंकवादी समझ लिया जाता है और नफरत अपराध का निशाना बना दिया जाता है ९/११ के बाद यह कुछ ज्यादा बढ गया है|
अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सिखों के जख्मों पर हर संभव मलहम लगाने के प्रयास किये जा रहे है मगर बुधवार की इस एक और घटना से ऐसे सभी प्रयासों पर पलीता लग सकता है|
इसीलिए अमेरिका में समारोह पूर्वक सदभावना दिवस मनाया जाना चाहिए इससे सिखों के प्रति उनके धर्म प्रतीक चिन्हों के प्रति जागृति आ सकेगी और वहां नस्लवादी हिंसा में कमी आ सकेगी |

राजीव गाँधी का जन्म दिन २० के बजाये १७ अगस्त को मनेगा

देश के सबसे युवा प्रधान मंत्री बने स्वर्गीय राजीव गाँधी का जन्म दिन प्रति वर्ष २० जुलाई को राष्ट्रीय सदभावना के रूप में मनाया जाता है लेकिन सरकारी विभागों में १८ से २० तक अवकाश रहेगा इसीलिए इस वर्ष यह १७ अगस्त को मनाया जाएगा|
राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सदभाव के लिए समूचे भारत वर्ष में यह दिवस मना कर स्वर्गीय राजीव गाँधी को श्रधांजलि अर्पित की जाती है|इस दिन राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सौहार्द के लिए समर्पण भाव से योगदान देने के लिए सरकारी विभागों में संकल्प भी लिया जाता हैऔर सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं|सदभावना एवार्ड भी दिए जाते है|
श्री गांधी को उनके सादा +स्पष्ट खुले जीवन के साथ ही रास्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सौहार्द के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए याद किया जाता है|
श्री गांधी को बोफोर्स घोटाले के आरोप लगा कर बदनाम किया गया और सत्ता से हटाया गया मगर बोफोर्स आज भी सेना में कामयाब हथियार माना जा रहा है और घोटाले को कभी प्रूव नहीं किया जा सका\
सदभावना दिवस पर जो शपथ ली जाती है वह इस प्रकार है
I take this solemn pledge that I will work for the emotional oneness and harmony of all the people of India regardless of caste, region, religion or language. I further pledge that I shall resolve all differences among us through dialogue and constitutional means without resorting to violence.”
आज देश के अनेकों शहरों में साम्प्रदाईक सौहार्द बिगाड़ने के कुचक्र रचे जा रहे है \असाम+मुम्बई+पुणे+रांची+बेंगलूर+ हैदराबाद+चेन्नई के बाद अब दिल्ली में भी कुछ नकारात्मक बातें उठने लगी हैं|
ऐसे में साम्प्र्दाईक सौहार्द को उत्सव की भांति मनाया जाना बेहद जरुरी हो गया है \
बुधिजीविओं का मानना है कि सदभावना एवार्ड्स जाने माने पेरसनेल्ती को ही दिया जाता है इसके साथ अगर ये एवार्ड आम आदमी को भी उसके इस छेत्र में योगदान के लिए समारोह पूर्वक दिया जाये तो शायद इसके सकारत्मक नतीजे मिलने की उम्मीद बढ सकती है|

परमात्मा को छल कपट से नहीं सच्चे प्रेम से पाया जा सकता है

जिस मन में छल कपट हो, उस में न भक्ति मेल,
जिस तरु जड़ में आग हो, उस पर चढ़े न बेल.

संतजन मनुष्यों को समझाते हुए कहते हैं कि प्रभु की आराधना निष्काम,निष्कपट एवं सच्चे मन से करो क्योंकि अगर हमारे मन में छल कपट हो तो भक्ति भवानी जाग्रत नहीं हो सकती.
परमात्मा को छल कपट से नहीं वरन प्रेम से पाया जा सकता है. जैसे किसी वृक्ष की जड़ में अगर आग लगी हुई हो तो कोई भी बेल उस पेड़ पर नहीं चढ़ती.
स्वामी सत्यानन्द जी द्वारा रचित भक्ति प्रकाश ग्रन्थ का एक अंश
श्री रामशरणम् आश्रम, गुरुकुल डोरली, मेरठ

विलास राव को संसद ने आज भावपूर्ण श्रधांजलि अर्पित की

मराठा नेताऔर केन्द्रीय मंत्री विलास राव देश मुख को आज संसद के दोनों सदनों में भावपूर्ण श्रधांजलि अर्पित की गई जिसके बाद संसद के बिजनेस को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया|
किडनी और लीवर के फेल्यौर का इलाज करवा रहे विलासराव देश मुख का चेन्नई के अस्पताल में निधन हो गया था |बीते दिन उन्हें पैत्रक गावं में अंतिम विदाई दी गई|

ममता के खिलाफ चलेगा हाई कोर्ट में मुकद्दमा

|ममता बेनर्जी के खिलाफ याचिका को कलकत्ता की कोर्ट में स्वीकार कर लिया गया है|
बंगाल की मुख्यमंत्री और टी एम् सी की फायर ब्रांड नेत्री ममता बेनर्जी को अब अपनी भाषा का संयम खोने का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है\
पिछले दिनों ममता ने अदालतों के बिजनेस पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा था कि अदालतों में फैसले पैसे दे कर खरीदे जाते हैं| अपने इस आरोप पर डटे रहते हुए ममता ने यहाँ तक कह दिया था कि इसे लेकर उनके खिलाफ मुकद्दमा कायम हो सकता है उन्हें सजा भी सुनाई जा सकती है|यह आरोप किसी एक केस को लेकर किये गए होंगे मगर यह वकीलों और राजनेताओं को भड़काने के लिए पर्याप्त था | केन्द्रीय क़ानून मंत्री ने भी इस पर टिपण्णी करने से कन्नी काटना ज्यादा मुफीद समझा |
इसी गुस्से का इज़हार करने के लिए एक वकील ने ममता के खिलाफ याचिका दायर कर दी जिसे कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है|