[मेरठ] में कल हुआ साम्प्रदाइक दंगा सुनियोजित ढंग से कराया गया था |यह स्वीकारोक्ति आज प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी द्वारा की गई|
प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता+डीजीपी एएल बनर्जी+आइजी आलोक शर्मा+कमिश्नर मनजीत सिंह ने जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की। इसमें भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल+विधायक रवींद्र भड़ाना+ सत्यप्रकाश अग्रवाल + महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने आरोप लगाया किदंगा एक साजिश के तहत कराया गया जबकि मंत्री शाहिद मंजूर ने इसका विरोध किया और दावा किया कि करीब तीन घंटे में पुलिस ने घटना को फैलने से रोक लिया।
अधिकारीयों ने सर्राफा +बजाजा+तीरगरान,का दौरा किया और हिंसा में घायल हुए लोगों को देखने के लिए सुशीला जसवंत राय + ग्रीन वैली अस्पताल+मेडिकल कॉलेज भी गए। मेडिकल कॉलेज में एक सर्राफ के एकमात्र पुत्र शुभम रस्तोगी की हालत गंभीर बनी है। शुभम के सर में गोली लगी है
प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी ने संयुक्त रूप से आश्वासन दिया कि २ साल पहले हटाई गई पोलिस पिकेट व्यवस्था को पूरे जिले में दोबारा लागू किया जाएगा। वारदात स्थल पर भी दो स्थाई पुलिस पिकेट लगाई जाएगी। घटना और स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही की जांच का जिम्मा डीएम को सौंपा गया है। घायलों का इलाज मुफ्त में कराये जाने का एलान किया गया लोगों को मुआवजा दिए जाने का भी भरोसा जताया गया
मेरठ में चल रहा उत्तर भारत का ऐतिहासिक नौचंदी मेला कल की घटना के मद्देनजर एहतियातन समाप्त कर दिया गया है।