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“आप”पार्टी लोक तंत्र को गालियां देते देते लोकतंत्र की आवाज को ही दबाने लग गई

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ोए झल्लेया ये “आप” पार्टी वाले अपनी कंकड़ों भरी दाल छुपाने के लिए दूसरों के सालन में कंकड़ डालने लग गए हैं| अपनी कमियां छुपाने के लिए लोकतंत्र का ‘गला तक घोंटने पर उतारू हो गए हैं
हसाडे वित्त मंत्री अरूण जेटली ने भी आम आदमी पार्टी की सरकार को लोकतंत्र की आवाज को दबाने वाली पार्टी करार दे दिया है
ोए हमने दिल्ली में चुनाव हारे हैं लेकिन जोश अभी भी बरकरार है लेकिन ये कांग्रेस वाले जोश और होश दोनों खो चुके हैं शायद इसीलिए “आप” पार्टी की अलोकतांत्रिक गतिविधियों को स्पोर्ट करने लग गए हैं| ोए इनकी नौटंकी ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाली |हमने सबकी पोल खोल देनी हैं |

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी आपजी ने शायद सुना नहीं के असल से नक़ल ज्यादा तेज होती है शायद इसीलिए कांग्रेस की बी टीम के रूप में उभरी “आप” पार्टी वाले लोकतंत्र को गालियां देकर ही सत्ता पर काबिज हुए हैं औरअब ये लोग लोकतंत्र का गला ही घोँटगे