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प. यूं पी के गरीबों की आहों के असर से अमेरिकी प्रेजिडेंट बराक ओबामा का आगरा दौरा रद्द हुआ ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो हसाडे नाल बढ़ा जुल्म हो गया ओये हम तो पलक पांवड़े बिछाये बराक ओबामा का इन्तेजार कर रहे थे |आगरा के ताजमहल को नहला धुला कर साफ सुथरा बना रहे थे|
इस केंद्र सरकार ने हसाड़ी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया |पता नहीं कब की दुश्मनी निकालते हुए ओबामा का आगरा दौरा ही रद्द करा दिया |ओये यारा अब हसाडे यूं पी का विकास कैसे होगा ?विदेशी निवेश कैसे आएगा?

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी बुजुर्गों ने फ़रमाया हुआ है कि
“दुर्बल को न सताइये जाकी मोटी हाय मुई खाल की सांस सौं लोह भस्म हुई जाये”
इसके बावजूद आप लोगों ने आगरा के वकीलों की ओबामा का विरोध करने की धमकी को नजरअंदाज कर दिया+ताज के आसपास गोबर कंडे पोथने वाले+ +कोयला जलाने वाले निर्धनों का काम बंद करवा कर उनके पेट पर लात मार दी +उसकेआलावा हाई कोर्ट की बेंच के लिए आंदोलरत पश्चिमी यूं पी के तमाम वकीलों की मार्मिक दलीलों को भी दबा दिया |अब इनकी आहों का कुछ तो असर होगा ही|