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अरुण जेटली को सयाना बनने के लिए,चुनावों के बाद ही सही, सयाने मन मोहने की तारीफ करना सयानपंति है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे ते मन मोहने पी एम को एवंई भेड़े लोगि कमजोर+बेकार+रिमोटकंट्रोलड+ कहते रहते हैं| ओये मन मोहने को पहली बार पी एम ओ के सौ लोगों ने भाव पूर्वक विदाई देकर सम्मानित किया है|और तो और विपक्षी अरुण जेटली ने भी राज्य सभा के नेता मन मोहने को ज्ञानी+और विद्वान स्याणा बता कर उनकी व्यतिगत निष्ठां का मान बढ़ाया है अब तो मानता है न कि हमने मन मोहन सिंह को बेफाल्तू में पी एम नहीं बनाया था

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी ये तो सयानो की सयानी गल्लाँ हैं|जेटली को अपना स्यानापन दिखाने के लिए चुनावों के बाद सयाने पी एम की तारीफ करना लाजमी है|