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मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी तो यारा पूरे बेशर्म ही हैं देख तो १६ वी लोक सभा का चुनाव बुरी तरह से हारने के बावजूद अबनंगे पर उतर आये हैं |४४ सांसदों के बल पर लोक सभा में नेता विपक्ष का रूतबा मांग रहे हैं और इसके लिए लगातार राज्य सभा को किसी ना किसी पंगे में डाल कर दबाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं |ओये अब तू ही बता जब अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी साहब ने कह कह दिया है कि नेता विपक्ष के लिए ५५ सीटों का होना लाजमी है और कांग्रेस के पास ओनली ४४ सीटें ही हैं ऐसे में इन्हें नेता विपक्ष कैसे मान लें?

झल्ला

वाकई सेठ जी सत्ता का ही सारा खेल है अब देखो ना सत्ता से बाहर क्या हुए कांग्रेसियों ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को ही संसदीय बोर्ड की मीटिंग कैंसिल होने की सूचना नही दी बेचारी को कल बेरंग ही राष्ट्रपति से मिलने जाना पड़ा |झल्ले विचारानुसार मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष