Ad

मोदी भापे को अमेरिकी अन्न नहीं,डॉलर्स चाहियें,सो जी भर के $ पिलाओ+$ ओढ़ाओ

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

चिंतित अमेरिकन भारतीय

ओये झल्लेया ये तो गड़बड़ हो गई ओये बढे सालों के बाद ये भागां भरया ध्याडा चढ़ रह है |हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर मोदी अमेरिका आने वाले हैं |उनके सम्मान में एक से बढ़िया एक कार्यक्रम और व्यंजन बनाने के कार्यक्रम है लेकिन मोदी भाई ने तो सुना है कि उन्होंने यहाँ के अन्न को ग्रहण करने से ही मना कर दिया है |
ओये यारा हसाड़ी तो सारी तैयारी धरी की धरी रह गई |ढोकला+फावड़ा+खाकड़ा +काकड़ा++++खिलाने की आरज़ू आसूओं में ही बह जाएगी

झल्ला

ओ भोले शाह जी मोदी भापे को अमेरिकी अन्न नहीं,डॉलर्स चाहियें,सो जी भर के $ पिलाओ+$ ओढ़ाओ |
हसाडे मंजीत भाई मोदी को अमेरिकन पी एल ४८० अन्न का स्वाद अभी तक भूला नहीं है|इसीलिए मोदी भापे को अन्न नहीं ,अमेरिकी डॉलर्स चाहियें |नवरात्रों में केवल पिएंगे इसीलिए इस प्यास को बुझा कर पुण्य भी कमाओ||जी भर के डॉलर्स पिलाओ और डॉलर्स ओढ़ाओ |