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प्रमिल कुमार माथुर बने विधानसभा सचिव :राजस्थान वि स

[जयपुर]प्रमिल कुमार माथुर बने विधानसभा सचिव :राजस्थान वि स
कांग्रेस नीत राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर आरएचजेएस प्रमिल कुमार माथुर को विधानसभा सचिव के पद पर नियुक्त किया है। इससे पहले वे मेड़ता के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर कार्यरत थे

राजस्थानी कांग्रेस ने चुनावों में शैक्षणिक योग्यता को समाप्त किया

[जयपुर]राजस्थान असेंबली नेचुनावों में शैक्षणिक योग्यता की शर्त समाप्त की
आज विधान सभा में नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2019 और राजस्थान पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, २०१९ ध्वनिमत से पारित किये गए |
स्वायत्त शासन मंत्री शान्ती कुमार धारीवाल ने नगरपालिका (संशोधन) विधेयक पर कहा कि जन घोषणा पत्र में वायदे को पूरा करने के लिए चुनावों में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता को खत्म किया जा रहा है|
उन्होंने कहा कि ऎसे कई मामले सामने आए हैं, जहां झूठे सर्टिफिकेट के आधार पर चुनाव लड़ लिया गया। चुनावों में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता के कारण शिक्षित और अशिक्षित दो वर्ग बन गए। अशिक्षित लोग खुद को हीन समझते हैं, जबकि कॉमन सेंस ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। कई लोग अपने कॉमन सेंस के कारण बड़े प्रशासक साबित हुए।
उन्होंने कहा कि हरिदेव जोशी, भैंरो सिंह शेखावत, ज्ञानी जैल सिंह, राबड़ी देवी और उमा भारती जैसे महत्वपूर्ण लोग भी मैट्रिक पास न होने पर भी अच्छे प्रशासक साबित हुए। उन्होंने कहा कि अशिक्षित व्यक्ति भी अच्छे से अच्छा प्रशासक हो सकता है।
इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने का संशोधन प्रस्ताव ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सचिन पायलट द्वारा लाये गए राजस्थान पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2019 पर
हुई बहस का जवाब देते हुए पायलट ने कहा कि पंचायती राज अधिनियम में पूर्व में किए गए प्रावधान ऎसे थे, जिनसे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किए गए सरपंच भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित हो गये थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के आधार पर समाज को दो श्रेणियों में नहीं बांटा जा सकता, इसलिए अधिनियम के प्रावधान संविधान की मूल भावना के विपरीत थे।
श्री पायलट ने बताया कि संवैधानिक संस्थाओं में शैक्षिक योग्यता की शुरूआत पहले ऊपर के स्तर से संसद और विधानसभा से होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि समावेशी विकास के लिए सरकार की यह कोशिश है कि वंचित लोगो को भी समान रूप से अवसर मिल सके।
इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने के संशोधन प्रस्ताव को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया

भाजपा के कटारिया बने नेता प्रतिपक्ष,रालोपा ने मूंग पर राज्यपाल के भाषण को रोका

[जयपुर]भाजपा के कटारिया बने नेता प्रतिपक्ष बनाया और रालोपा के बेनीवाल ने मूंग की मांग उठाई
राजस्थान विधानसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक हनुमान बेनीवाल ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान किसानों से मूंग की खरीद की मांग उठा कर हंगामा किया।
राज्यपाल कल्याण सिंह ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया] बेनीवाल ने किसानों का मूंग दाल का मुद्दा उठाया। राज्यपाल ने अपना संबोधन जारी रखा और नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई दी। इस बीच संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने राज्यपाल से अपना अभिभाषण सदन के पटल पर रखने का आग्रह किया।
हालांकि कुछ पंक्तियां पढने के बाद राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पटल पर रख दिया और सदन से चले गए।वहीं बेनीवाल व विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के बीच एक बार फिर नोक झोंक देखने को मिली।
इसके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने की घोषणा की गई।
विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने सदन में बताया कि भाजपा ने कटारिया को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने के बारे में सूचित किया था जिसे स्वीकार कर लिया गया है।आठवीं बार विधायक बने कटारिया एक बार सांसद भी रह चुके हैं। वह उदयपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

राजस्थान की १५वीं असेम्ब्ली में गुलाब चन्द कटारिया होंगे प्रोटेम स्पीकर

[जयपुर] राजस्थान असेम्ब्ली में गुलाब चन्द कटारिया होंगे प्रोटेम स्पीकर
राज्यपाल दिलायेंगे विधानसभा सदस्य की शपथ
राज्यपाल कल्याण सिंह सोमवार 14 जनवरी को राजभवन में दोपहर बारह बजे गुलाब चंद कटारिया को 15वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य पद की शपथ दिलायेंगे।
राज्यपाल ने श्री कटारिया को पन्द्रहवीं राजस्थान विधानसभा के लिए सामयिक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) की नियुक्ति को मंजूरी दी है। कटारिया के सहयोग के लिए
भंवरलाल शर्मा,
परसराम मोरदिया और
महादेव सिंह को भी नामांकित किया गया है
फोटो कैप्शन
राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत

कांग्रेस ने राजस्थान असेंबली के प्रश्नकाल का भी बहिष्कार किया

[जयपुर,राजस्थान]कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा के प्रश्नकाल का भी बहिष्कार किया
राहुल गांधी पर भाजपा विधायकों द्वारा की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी पर विपक्षी कांग्रेस ने आज प्रश्नकाल का बहिष्कार किया।
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ने दो भाजपा विधायकों द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी पर कार्यवाही की मांग की जिसे विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने अनसुना करते हुए सूचीबद्ध प्रश्न के लिये आवाज लगाई
जिसपर कांग्रेस सदस्यों ने प्रश्नकाल के बहिष्कार की घोषणा कर दी । कांग्रेस सदस्य जब विधानसभा से बाहर जा रहे थे तो विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के नेता से कहा कि वे उन्हें प्रश्नकाल के बाद सुनेंगे।