झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
आये झल्लेया!ये संसद में पिछले तीन सप्ताह से क्या हो रहा है?अब तो भाजपा के ही लाल कृष्ण आडवाणी ने भी व्यथा व्यक्त कर दी है |आये वयोवृद्ध आडवाणी जी ने तो इस्तीफे देने का मन बना लिया है|आये अब तो मोदी सरकार को समझ आ जाना चाहिए के बकौल आडवाणी यदि लोक सभा का शीतकालीन सत्र नोटबंदी पर बिना चर्चा के ही समाप्त हो गया तो सारी संसद ही हार जाएगी
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजान!आडवाणी जी की आवाज को नक्काराए अवाम समझो |इसीलिए आखरी दिन में ही सही चर्चा कर ही लो|आडवाणी जी ने धीमे आवाज में ही सही लेकिन जनभावना व्यक्त की है इसीलिए झल्लेविचारानुसार आडवाणी जी में अगला राष्ट्रपति बनने के सभी गुण मौजूद हैं