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नेशनल कॅरियर ऐ आई को स्टार अलायन्स का सहारा मिला अब यात्रियों को भी व्यापक लाभ मिलेंगे

नेशनल कॅरियर एयर इंडिया को स्टार अलायन्स में शामिल कर लिया गया है जिसके फलस्वरूप लगातार घाटे मे जा रही एयर इंडिया को अधिक व्यापार और इसके यात्रियों को 195 देशों के 1328 हवाई अड्डों पर व्यापक सुविधाएँ प्राप्त हो सकेंगी|स्‍टार एलाइन्‍स प्रमुख 26 एयर लाइनों का एक सबसे बड़ा समूह है
स्‍टार एलाइन्‍स क्‍लब में एयर इंडिया के शामिल होने की घोषणा करते हुए केन्‍द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू ने यह जानकारी दी। इस अवसर पर नागर विमानन सचिव श्री अशोक लवासा+ एयर इंडिया के मुख्‍य प्रबंध निदेशक श्री रोहित नंदन + स्‍टार एलाइन्‍स के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी श्री जैफरी गोह भी उपस्थित थे।
श्री गजपति ने कहा कि इस एसोसिएशन से जुड़ने के बाद भारत को विश्‍व की सबसे बड़ी एयरलाइनों के समूह के सदस्‍यों को मिलने वाली वर्तमान सुविधाओं का लाभ प्राप्‍त होगा और इसकी व्‍यापक पहुंच और सुविधाएं एयर इंडिया के यात्रियों के लिए भी उपलब्‍ध होंगी। स्‍टार एलाइन्‍स में शामिल होने के बाद एयर इंडिया के राजस्‍व में चार से पांच प्रतिशत तक की वृद्धि की आशा जताई गई है
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा हाल में की गई कुछ पहलों में से विमानन क्षेत्र में स्‍टार एलाइन्‍स में एयर इंडिया का प्रवेश बेहद सकारात्‍मक परिणाम लेकर आएगा। स्‍टार एलाइन्‍स प्रमुख 26 एयर लाइनों का एक सबसे बड़ा समूह है और यह अपने यात्रियों को पूरी दुनिया में बेहतर और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करता है। स्‍टार एलाइन्‍स नेटवर्क के माध्‍यम से 195 देशों के 1328 हवाई अड्डों के लिए प्रतिदिन 21,900 उड़ानों की सुविधा प्रदान की जाती है। वर्तमान में स्‍टार एयर लाइनों के 13 सदस्‍य भारत में भी 10 गंतव्‍यों के लिए अपनी उड़ानें संचालित करते हैं।
स्‍टार एलाइन्‍स का सदस्‍य बन जाने के बाद एयर इंडिया भी दुनियाभर में एलाइन्‍स नेटवर्क के माध्‍यम से अपने यात्रियों को शानदार सुविधाएं उपलब्‍ध कराने के साथ-साथ इस समूह के सदस्‍यों को मिलने वाले लाभों को उपलब्‍ध करा सकेगा।
स्‍टार एलाइन्‍स में एयर इंडिया के शामिल हो जाने से भारतीय विमानन क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण सकारात्‍मक परिवर्तन आने की उम्‍मीद की गई है। इससे एयर इंडिया की अंतर्राष्‍ट्रीय उड़ानों में वृद्धि तो होगी ही साथ ही यात्रियों को समय की पाबंदी के साथ सुचारू और बेहतर संपर्क की सुविधा भी मिल सकेगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार स्‍टार एलाइन्‍स में शामिल होने के बाद एयर इंडिया के राजस्‍व में चार से पांच प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। इसके ग्राहक सीमलेस जर्नी के अलावा माइलेज पॉइंट्स अर्जित करके उनका उपयोग कर सकेंगे और विस्तृत कोड शेयरिंग का भी लाभ उठा सकेंगे |
फोटो कैप्शन
The Union Minister for Civil Aviation, Shri Ashok Gajapathi Raju Pusapati addressing a Press Conference, in New Delhi on June 24, 2014.

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ऍफ़ ऐ ऐ द्वारा, भारतीय नागर विमानन छेत्र को डाउन ग्रेड किये जाने से स्टार अलायन्स पर प्रभाव नहीं

भारतीय नागर विमानन छेत्र को फेडरल एविएशन एडमिनिस्‍ट्रेशन[FAA] द्वारा, सुरक्षा को लेकर, डाउन ग्रेड किये जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगायह दावा नागर विमानन राज्‍य मंत्री श्री के. सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में किया |
नागर विमानन राज्‍य मंत्री श्री के. सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में जानकारी दी कि एयर इंडिया के स्‍टार एलायंस में जुड़ने से फेडरल एविएशन एडमिनिस्‍ट्रेशन (एफएए) द्वारा भारतीय विमानन क्षेत्र की डाउन ग्रेडिंग से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
स्‍टार एलायंस ने इसकी पुष्टि भी की है कि एफएए सुरक्षा आकलन, संबंधित सरकारों तथा विमानन प्राधिकरण से संबंध रखता है तथा इसका स्‍टार एलायंस में एयर इंडिया के जुड़ने से प्रत्‍यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पिछले वर्ष दिसंबर, 2013 में स्‍टार एलायंस द्वारा की गई घोषणा के बाद इसके मुख्‍य कार्यकारी बोर्ड (सीईबी) ने सर्वसम्मति से पुन: एकीकरण को स्‍वीकार किया है। एकीकरण के तहत स्‍टार एलायंस की विभिन्‍न अपेक्षाओं+ प्रक्रियाओं + मानकों को अपनाना पड़ता है।
एयर मंत्री ने बताया कि करगिल के लिए अभी तक नियमित उड़ान शुरू नहीं हुई है ,जम्मू-कश्मीर में करगिल को हवाई सेवा से जोड़ने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। हालांकि यह हवाई सेवा प्रदाता एयरलाइनों पर निर्भर करता है कि वे विशेष स्थानों पर सेवा उपलब्ध कराते हैं या नहीं। यह मार्ग पर ट्रैफिक की मांग और वाणिज्यिक तौर पर मुनाफे पर भी निर्भर करता है।
करगिल तक पहली उड़ान 7 जनवरी, 2014 को उद्घाटन के मौके परभरने वाले ,एयर मंत्री ने बताया था कि क्षेत्रीय एयरलाइन परियोजना में सुधार दोबारा मूल्यांकन किया जा रहा है। ऑपरेटर ने आंतरिक मूल्यांकन, उड़ान संबंधी नीतियां बनाने और विलय एवं अधिग्रहण जैसे काम के लिए और समय मांगा था। आज की तारीख तक करगिल से या करगिल तक कोई घरेलू उड़ान की सुविधा नहीं है।
देशभर में हवाई परिवहन सेवाओं के बेहतर नियमन के लिए सरकार ने रूट डिसपर्सल गाइडलाइन्स (आरडीजी) का प्रस्ताव रखा है। आरडीजी के अनुसार, कैटेगरी-1 (मेट्रो) मार्ग पर अधिसूचित सभी एयरलाइन्स के लिए कैटेगरी-1 और कैटेगरी-2 मार्ग पर तैनात एयरलाइंस की पूरी क्षमता का 10 फीसदी होना जरूरी है। कैटेगरी-2 के मार्ग से पूर्वोत्तर राज्यों, जम्मू-कश्मीर (करगिल सहित), अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप के हवाई अड्डे जुडे हैं

पिछले महीने एयर इंडिया के खाने में से कीड़े निकले तो कल इसी कंपनी के ड्रीम लाइनर के पेनल ही निकल गए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

चिंतित हवाई यात्रीओये झल्लेया ये सिविल एविएशन में क्या हो रहा है? प्राइवेट एयर लाइन्स वाले अपनी देन दारी सरकार को नहीं चुका रहे सरकारी एयर इंडिया में प्रशासनिक कुशलता की तरफ किसी का ध्यान नहीं है ओये पिछले महीने एयर इंडिया के खाने में से कीड़े निकले तो कल इसी कंपनी के ड्रीम लाइनर[७८७]के पेनल ही निकल गए ओये ऐसा कैसा चलेगा?
झल्ला
दरअसल आप जी इनकी मजबूरी नहीं समझ रहे भाई साहब इनकी सरकार के दिन जा रहे हैं इसीलिए इनका समय घडी और तिजोरी को देखने में ही बीत रहा है ऐसे में आप ही बताओ के इंडिगो +स्पाइस जेट आदि से कर्जा वसूली +यात्रियों के खाने की गुण वत्ता+और ड्रीम लाइनर की सुरक्षा जांच करने के लिए समय ही किस के पास है|जब समय मिलेगा तो ड्रीम लाइनर के बोइंग वाले मालिकों से भी कर्जा वसूली के लिए ब्यान दे दिए जायेंगे

चौधरी अजित सिंह अरबों रुपयों की लेनदारी तो वसूल नहीं पा रहे अब एयर इंडिया के निजी करण के लिए बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

वाम पंथी चिंतित नेता

ओये झल्लेया ये चौधरी अजित सिंह को कौन सा कीड़ा काट गया ओये अच्छे खासे चलते चलते अब सरकारी करियर एयर इंडियाका निजीकरण करने पर तुल गए हैं|ओये[१] निजी एयर लाइन्स से दो हज़ार करोड़ की लेन दारी इनसे वसूली नही जा रही[२] ड्रीम लाइनर की एवज में बोइंग कंपनी से हर्जाना माँगा नहीं जा रहा[३] इनसे विदेशी निवेश लाया नहीं जा रहा[४] अपने गृह प्रदेश के साथ मंडल में भी छोटे एयर पोर्ट के निर्माण के लिएइनकी दाल नहीं गल रही ऐसे में अब ये महाशय एयर इंडिया के ही निजी करण के लिए लट्ठ घुमाने लग गए हैं|सिविल एविएशन मंत्री की हेसियत से चौधरी अजित सिंह ने चुनावों से मात्र छह महीने पहले मीडिया के समक्ष फरमाया है कि यदि राजनितिक इच्छा शक्ति जागृत हो जाये तो एयर इंडिया को ज़िंदा रखने के लिए इसका निजी करण किया जाना चाहिए|ओये ये लोग अपने खर्चे तो कम नहीं कर रहे उलटे बड़े जहाज भर कर लोगों को फ्री में लन्दन तक की सैर करा रहे हैं और अपनी पार्टी के लिए निशुल्क पब्लिसिटी लेने में लगे हैं और दूसरी तरफ ऐसे कर्मचारी विरोधी ब्यान देने में लगे हैं|

झल्ला

ओ मेरे भोले कामरेड ये तो आप जी ने भी मान लिया कि चुनाव आ रहे हैं ऐसे में चौधरी अजित सिंह की सारी उड़ानों पर पाबन्दी लगनी शुरू हो गई है| बेशक इनकी एयर इंडिया बेल आउट की मोहताज है लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने बीते दिनों साडे छह हज़ार करोड़ रुपयों के बेल आउट की मांग कर दी इसमें से जितनी राशि इस वर्ष दी जानी थी उस पर भी वित्त मंत्रालय ने वीटो लगा दिया | चुनावों में इनकी पार्टी तीन सांसदों को तेरह करने में जुटी है मगर उत्तर प्रदेश में सपा की साइकिल से बार बार धकेला जा रहा हैअब ये तो आप भी मानोगे कि २००९ में दस सीटों पर चुनाव लड़ा पांच पर जीते इनमे से भी दो भाग गए अब बचे तीन इन्हें तेरह करके ही अगली संसद में दाएँ तरफ अच्छी सीट मिल सकेगी इसीलिए लगता है कि चौधरी अजित सिंह जिस तरह बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं उन्हें यूं पी ऐ से पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही |कांग्रेस का बाहर से समर्थन कर रही सपा के चलते जाट और मुस्लिम समीकरण भी बिगड़ गया है ऐसे में कामरेड नए विकल्प तलाशना तो जायज है और उसके लिए इस प्रकार से भूमिका बाँधना तो बनता ही हैक्यों ठीक है न ठीक ?