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सीपीडब्‍ल्‍यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने कल्याणार्थ उपराष्‍ट्रपति को झंडा बेचा

सीपीडब्‍ल्‍यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने उपराष्‍ट्रपति से चंदा लिया
सीपीडब्‍ल्‍यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने भारत के उपराष्‍ट्रपति मोहम्‍मद हामिद अंसारी से आज मुलाकात की। संघ की अध्‍यक्ष श्रीमती रेख गुप्‍ता ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्‍व किया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने उपराष्‍ट्रपति को एक झंडा दिया। यह संघ प्रत्‍येक वर्ष मार्च के महीने को सीपीडब्‍ल्‍यूडी कर्मचारी कल्‍याण महीने के रूप में मनाता है। संघ की कल्‍याणकारी गतिविधियों के लिए झंडों को बेचकर धन जमा किया जाता है।
केन्‍द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्‍ल्‍यूडी) अधिकारियों की पत्नियों का संघ एक ऐसा संगठन है जो सीपीडब्‍ल्‍यूडी के जरूरतमंद कर्मचारियों की सहायता तथा कल्‍याण, निर्माणरत स्‍थलों पर बाल बसेरा (क्रेच) को चलाने तथा जरूरतमंद महिलाओं के उत्‍थान व व्‍यावसायिक प्रशिक्षण आदि के लिए कार्य करता है।
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A delegation of CPWD Officers’ Wives Association led by its President Mrs Rekha Gupta called on the Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari, in New Delhi on March 14, 2014.

टी वी और मोबाइलके क्रांतिकारी दौर में अपना महत्व बनाये रखने वाले रेडियो के कार्यक्रमो को पुरुस्कृत किया

टी वी और मोबाइलके क्रांतिकारी दौर में अपना महत्व बनाये रखने वाले रेडियो के कार्यक्रमो को पुरुस्कृत किया बेशक आज के दौर में टी वी और मोबाइल के प्रति रूचि बड़ी है लेकिन संचारऔर मनोरंजन के पुराने साधन रेडियो का महत्व अभी तक बना हुआ है|वर्त्तमान में भी रेडियो के श्रोताओं की संख्या बहुत बड़ी है शायद इसीलिए वैश्विक संस्था यूनेस्को द्वारा भी १३ फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाया जाता है|
इसीलिए रेडियो कार्यक्रमो को प्रात्साहित करने के लिए आज सामुदायिक रेडियो पुरस्‍कार दिए गए
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव बिमल जुल्‍का ने आज तीसरे सामुदायिक रेडियो पुरस्‍कार का वितरण किया। 68 सामु‍दायिक रेडियो स्‍टेशनों से प्राप्त कुल 131 आवेदनों में से पुरस्‍कार प्राप्‍त करने वालों की सूची इस प्रकार है:
[अ]-सर्वाधिक सृजनात्‍मक/नवाचारी कार्यक्रम विषय वस्‍तु पुरस्‍कार
यह पुरस्‍कार सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों को कार्यक्रमों और उनके प्रस्‍तुतिकरण में नयेपन तथा समुदाय के बीच प्रभावी रूप से पारंपरिक संवाद के माध्‍यम से विकास के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिया जाता है।
[१] ”फसल बुआई तथा कृषि तरीकों में पर्यावरण बदलाव के अनुसार परिवर्तन” कार्यक्रम के लिए येरला प्रोजेक्‍ट सोसाइटी, सांगली, महाराष्‍ट्र द्वारा संचालित येरलावनी सामुदायिक रेडियो।
[२] ”सुन्‍नो थेके सुरू-चतुर्भुज के प्रकार” कार्यक्रम के लिए जादवपुर विश्‍वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल द्वारा संचालित जेयू सामुदायिक रेडियो।
[आ]तथ्‍यात्‍मकता पुरस्‍कार
यह पुरस्कार सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों को समुदाय के हित और आवश्‍यकता के अनुरूप कार्यक्रम बनाये जाने के लिए दिया जाता है।
[१] ”पुथोली” कार्यक्रम के लिए एजुकेशनल मल्‍टीमीडिया रिसर्च सेन्‍टर, अन्‍ना विश्‍वविद्यालय, चैन्‍नई, तमिलनाडु द्वारा संचालित अन्‍ना सामुदायिक रेडियो
[२] ”बाजार लाए बोछार” कार्यक्रम के लिए द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्‍टीट्यूट, उत्‍तराखंड द्वारा संचालित कुमाऊं वाणी।
[३] ”गृहासन से सिंहासन” कार्यक्रम के लिए प्रजा पिता ब्रह्म कुमारी र्इश्‍वरीय विश्‍वविद्यालय, राजस्‍थान द्वारा संचालित रेडियो मधुबन।
[इ]समुदाय भागीदारी पुरस्‍कार
यह पुरस्कार सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों को समुदाय को कार्यक्रमों की योजना, विषय वस्‍तु, प्रोडक्‍शन तथा प्रसारण में प्रभावी रूप से शामिल करने के लिए दिया जाता है।
[१] ”खासो साशन” कार्यक्रम के लिए साईरे जो संगठन, गुजरात द्वारा संचालित साईरे जो रेडियो।
[२ ]”विजयपथम” कार्यक्रम के लिए श्री विष्‍णु इंजीनियरिंग कॉलेज फॉर वूमेन, आंध्र प्रदेश द्वारा संचालित रेडियो विष्‍णु।
[३] ”गांव की बात” कार्यक्रम के लिए कृषि एवं तकनीक जी. बी. पंत विश्‍वविद्यालय, उत्‍तराखंड द्वारा संचालित पंत नगर जनवाणी।
[ई]स्‍थानीय संस्‍कृति को प्रोत्‍साहित करने के लिए पुरस्‍कार
यह पुरस्कार सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों को स्‍थानीय प्रतिभा और परंपराओं को अपने कार्यक्रमों में शामिल करने के लिए दिया जाता है।
[१] ”कंधाई कथा” कार्यक्रम के लिए शिक्षा अनुसंधान विश्‍वविद्यालय, भुवनेश्‍वर ओडिशा द्वारा सं‍चालित वॉयस ऑफ एसओए समुदाय।
[२] ”अमा, कला, अमा संस्‍कृति” कार्यक्रम के लिए एसोसिएशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवेलपमेंट, ओडिशा द्वारा संचालित रेडियो किसान।
[३] ”डुडी नालिके (कुनिथा)” कार्यक्रम के लिए सेंट एलोयसियस कॉलेज, मंगलोर, कर्नाटक द्वारा संचालित सामुदायिक रेडियो सारंग।
[उ]टिकाऊ विकास मॉडल पुरस्‍कार
यह पुरस्कार सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों को अपने लिए धन की व्‍यवस्‍था करने के लिए नये-नये तरीकों और मॉडल को विकसित करने के लिए दिया जाता है।
[१]सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कम्‍युनिकेशन, केरल द्वारा संचालित रेडियो मीडिया विलेज।
इस वर्ष के राष्‍ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्‍कार के लिए आवेदन 31 जनवरी, 2014 तक आमंत्रित थे। 68 सामु‍दायिक रेडियो स्‍टेशनों से कुल 131 आवेदन प्राप्‍त किये गये। पुरस्‍कार के लिए पात्र सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों का चयन करने के लिए स्‍वतंत्र चयन समिति का गठन किया गया।
वर्ष 2012 में सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों पर बेहतर कार्यक्रमों को प्रोत्‍साहित करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा राष्‍ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्‍कार का आरंभ किया गया। ये पुरस्‍कार ऊपर उल्लिखित पाँच श्रेणियों में दिये जाते हैं।

६ अप्रैल को आस्ट्रेलिया में होगी बैसाखी की बल्ले बल्ले:Mela Melna da

आज एक प्राप्त हुई एक मेल से यह जान कर प्रसन्नता मिली कि देश की संस्कृति के प्रचार प्रसार का ध्वज युवाओं ने थाम लिया है|बैसाखी का पर्व पूरे भारत वर्ष में हर्षोल्लास से मनाया जाता है इस त्यौहार कि खुशियां बटोरने के लिए आस्ट्रेलिया के बोमन हॉल ब्लैक टाउन [ Bowman Hall Blacktown – Blacktown ]
में ६ अप्रैल को बैसाखी मेला[ Mela Melna da ] का आयोजन किया जाना है इस मेले में पंजाब के युवा कलाकार ड्रेस्ड विश्व प्रसिद्द लोक गीत और नृत्य भांगड़ा+गिद्दा+जागो+सम्मी+मालवाई गिद्दा+पेश करेंगे |इसके अलावा चटोरों और चटौरियों के लिए गोल गप्पे/पानी पूरी/बताशे/फुटका/भी होंगे
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बीते साल इंडिया के पंजाबी समाज के पदाधिकारी एक कार्यक्रम में भंगड़ा डालने से अपने आप को रोक नहीं पाये

Vice President Tought ,Future Journos From Pune, Good And Bad Of TV Journalism

Vice President M.Hamid Ansari Tought ,Future Journos From Pune University , Good And Bad Of TV Journalism
The Vice President of India Shri M. Hamid Ansari interacted with the students of Department of Communication and Journalism, University of Pune here today. These students led by Shri Sanjay Vishnu Tambat, Assistant Professor of the Department, are on a Study tour to the national capital. Interacting with the students, the Vice President said that now the public is much better informed and gets very wide range of news. The responsibility of individual media person has increased and that is why the Media studies have taken off.
He opined that in earlier times, people used to judge quality of newspaper on the basis of news contents and its editor. Editor used to get good respect in society and used to maintain mutual confidentiality. With the advent of TV news channels, it is much changed. Now the Reporter of a channel, who reports on the spot, matters more. It is a good thing as well as a bad thing. Quantitatively we have expanded but not qualitatively. The basic system needs change. He wished all the students good success in their professional career ahead.
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The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari interacting with the students of University of Pune, Department of Communication and Journalism, in New Delhi on March 12, 2014.

अडवाणी ने बापू की हत्या के लिए आर एस एस पर कांग्रेस के आरोपों को निंदात्मक दोषारोपण बताया

एल के अडवाणी ने महात्मा मोहन दास करम चंद गांधी [बापू] की हत्या के लिए कांग्रेस के आर एस एस पर दोषारोपण को निंदात्मक दोषारोपण बताते हुए आरएस एस को क्लीन चिट दी |बीते दिन भी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए आर एस एस को दोषी बताया RahulGandhiथा
भाजपा के वयोवृद्द नेता और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में महात्मा गांधी की हत्या के लिए आर एस एस पर कांग्रेस के दोषारोपण का उत्तर दिया है अपने नवीनतम ब्लॉग के टेलपीस[ TAILPIECE ] में ब्लॉगर ने महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी की बायोग्राफी[page472,] का उल्लेख किया है इस बायोग्राफी में लेखक ने तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्ल्भ भाई पटेल की फाइंडिंग्स को कोट[ Quote ] करते हुए बताया है की सरदार पटेल ने पूरी जांच करवा कर यह निष्कर्ष निकाला था कि महात्मा गांधी की हत्या में आर एस एस का हाथ नहीं है | लेखक ने सरदारपटेल द्वारा तत्कालीन प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को 27.02.1948 में लिखे पत्र के आधार पर बताया है कि बापू की हत्या के केस में प्रोगेस वाच कररहे सरदार पटेल ने गुप्तचर विभाग के संजीवी[ Sanjeevi (head of intelligence and I.G. of Police, Delhi) ] से भी निरंतर सम्पर्क रखा जिसके आधार पर सरदार पटेल ने अपने पी एम् को सूचित किया कि बापू की हत्या में आर एस एस का हाथ नहींथा|
“I have kept myself almost in daily touch with the progress of the investigation regarding Bapu’s assassination case. I devote a large part of my evening to discussing with Sanjeevi (head of intelligence and I.G. of Police, Delhi) the day’s progress and giving instructions to him on any points that arise.
All the accused have given long and detailed statements… It emerges clearly from these statements that the RSS was not involved in it at all”. इससे पूर्व सरदार पटेल के मुस्लिम विरोधी दुष्प्रचार का जवाब देते हुए अडवाणी ने अपने पूर्व के ब्लॉग में ”रफीक जकरिया के माध्यम से सरदार पटेल के मुस्लिम विरोधी होने का खंडन किया था

राहुल गांधी जी देश को चौकीदार+अधिकार+भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन वाले कॉम्बो[Combo] की जरुरत है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे राहुल गांधी जी ने तो नरेंद्र मोदी के गढ़ में ही “कमळ” की असलियत बता कर अपने “हाथ” का कमाल दिखा दिया|ओये ये मोदी जगह जगह रैलियां करके देश का चौकीदार बनने के लिए अप्लाई करता फिर रहा है लेकिन अब हसाडे राहुल गांधी ने कह दिया है कि गुजरात में किसानों की जमीनों की चोरी करवाने वाले चौकीदार की देश को जरुरत नहीं है|देश को चौकीदार कि नहीं वरन अधिकार की जरुरत है और वोह कांग्रेस ही दे रही है|
Jhalla Sablok

झल्ला

अरे चतुर सुजाण जी आज कल Combo का फेशन है |एक के साथ एक + सम्मिश्रण वाली थाली + /संगीत मंडली की मांग ज्यादा है इसीलिए झल्लेविचारानुसार चौकीदार+अधिकार+भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन की जरुरत हैऔर हाँ एक बात और दूसरे की लाइन को छोटा करने के लिए उस लाइन को रबर से मिटाना करना हमेशा लाभकारी नाही होता इसीलिए दूसरे की लाइन को छोटा साबित करने के लिए अपनी लाइन को बड़ा खींचने से वांछित परिणामों की लाइन लग सकती है |

112 हेलीकाप्टर यूनिट को स्‍टेंडर्ड तथा भारतीय वायु सेना के 4 बीआरडी को ध्‍वज मिला

राष्‍ट्रपति ने 112 हेलीकाप्‍टर यूनिट को स्‍टेंडर्ड तथा भारतीय वायु सेना के 4 बीआरडी को ध्‍वज प्रदान किया
राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज कानपुर (उत्‍तर प्रदेश) में 112 हेलीकाप्टर यूनिट को स्‍टेंडर्ड तथा भारतीय वायु सेना के 4 बीआरडी को ध्‍वज प्रदान किया।
इस अवसर पर राष्‍ट्रपति ने कहा कि 112 हेलीकाप्टर यूनिट को स्‍टेंडर्ड तथा भारतीय वायु सेना के 4 बीआरडी को ध्‍वज पिछले वर्षों में उनके द्वारा की गई उत्‍कृष्‍ट सेवा के प्रतीक के रूप में प्रदान किया है। राष्ट्रपति ने यह विश्‍वास जताया कि ये इकाइयां आने वाले वर्षों में राष्‍ट्र की सेवा निस्‍वार्थ एवं पेशेवर उत्‍साह व उत्‍कृष्‍टता के साथ जारी रखेंगी।s2014031153371 उन्‍होंने सभी वायुसैनिकों, नागरिकों एवं 112 एचयू एवं 4 बीआरडी के परिवारों को उनकी निष्‍ठा तथा समर्पण के लिए सराहना की।
राष्‍ट्रपति ने बताया कि भारतीय वायुसेना भारतीय आकाश की सुरक्षा तथा हमारे राष्‍ट्र की सम्‍प्रभुता की संरक्षा के अधिदेश का पूरी तरह पालन कर रहा है। विभिन्‍न प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हमारे नागरिकों को राहत तथा सहायता पहुंचाने में यह सदैव आगे रहा है।
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[१] The President, Shri Pranab Mukherjee presenting the Standard to 112 Helicopter Unit (HU) of Indian Air Force, at Kanpur (Uttar Pradesh) on March 11, 2014.

Poverty Is An Eloquent Commentary On Failure of Society:M. Hamid Ansari

[NewDelhi] M.Hamid Ansari Called Poverty,an eloquent commentary on failure of society
The Vice President of India Shri M. Hamid Ansari released a book entitled “Sunrise in Slums”This Book Is authored by Padamshri Dr. Ravindra Nath Shrivastava ‘Rajhans’, a renowned poet
. Addressing on this occasion, Vice President said that Poverty, wherever it exists in any form, is an eloquent commentary on failure of our society.
Economists look at it in one way and political figures look at it in a different way. Both are valid and both are incomplete. Whenever poverty has been written about by a writer or poet, new meanings and sentiments emerge. The translation of this book in other languages will help in its wider reach to people.
The book is an anthology of Dr Shrivastava’s poems in Hindi and is unique in the sense that it has poems both in Hindi and its translated version in English side by side, to reach out to larger audience. It is essentially on the helpless and hapless street children of the Third World countries, who look for the support of the priviledged sections of the society so that they could also lead their childhood phase of life like a normal child.
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The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari releasing a book entitled “Sunrise in Slums”, authored by Padamshri Dr. Ravindra Nath Shrivastava, a renowned poet, at a function, in New Delhi on March 10, 2014.

अडवाणी ने”ब्लॉग”में साम्यवादी षड्यंत्रों पर चोट और ईश्वरीय शक्ति के अस्तित्व के प्रति आशावादी दृष्टिकोण की सराहना की

भाजपा के वयोवृद्ध नेता और ब्लॉगर लाल कृषण अडवाणी ने पचास वर्ष पूर्व लिखी गई एक पुस्तक के माध्यम से साम्यवाद पर चोट करते हुए ईश्वरीय शक्ति के अस्तित्व के प्रति आशावादी दृष्टिकोण की सराहना की|
अपने नए ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्य लेख) में श्री अडवाणी ने चेम्बर्स की आत्मकथा का उल्लेख करते हुए इसे आशा की पुस्तक बताया है
५० वर्ष पुरानी इस पुस्तक की नई प्रस्तावना पर चर्चा करते हुए वरिष्ठ पत्रकार अडवाणी ने कहा” पचासवीं वर्षगांठ संस्करण में राबर्ट डी नोवाक ने एक नईं प्रस्तावना लिखी है कि चेम्बर्स वास्तव में अपने समूचे जीवन में निराशावादी रहे। राबर्ट डी0नोवाक रीडर्स डाइजेस्ट के सहायक सम्पादक हैं। नोवाक लिखते हैं:
वह विधाता ही था जिसने अंतत: चेम्बर्स को हिस केस में इतने निजी दाम पर ‘जीतने‘ दिया। उसे निडर थामस मरफी के फेडरल थामस मरफी के फेडरल प्रॉसीक्यूटर का चयन होने में ईश्वर का हाथ दिखा और वह भी तब जब ट्रूमैन प्रशासन का अधिभावी रवैया, राष्ट्रपति से लेकर नीचे तक अपमान और उपहास से भरा था। यदि तैंतीस वर्षीय कांग्रेस सदस्य केलिफोर्निया से रिचर्ड एम. निक्सन यदि नहीं होते जिसने चेम्बर्स केस को आगे बढ़ाया, तो यह हिस के झूठों और छल के तले दब गया होता। वस्तुत: अपने देश के लिए अपना जीवन त्यागने जैसी मजबूती और शक्ति जो चेम्बर्स में थी, को ईश्वरीय विधान कहा जा सकता है।
लेकिन वह दुनिया के संघर्ष के बारे में इतने निराशावादी क्यों थे? दि स्कूल फॉर डिकटेट्रस में इगना जिया साइलोन की भांति, चेम्बर्स एक ऐसे नागरिक की भूमिका को नहीं धारण कर पाए जो बीसवीं सदी के देश में आधुनिक पुलिस और सैन्य शक्ति पर पार पा सके। यह संशयवाद 1953 में पूर्वी जर्मनी, 1956 में हंगरी और 1968 में चेकोस्लोवाकिया में कम्युनिस्ट शासन के परकोटे एक आंधी में गिरने लगे जो अंतत: क्रेमलिन तक पहुंचा।विटटेकर चेम्बर्स की प्रसिध्द पुस्तक ‘विट्नस‘ विटटेकर चेम्बर्स की नरक और वापसी की खौफनाक यात्रा का लेखा जोखा है – जासूसी, देशद्रोह और आतंक के माध्यम से अंतत: विश्वास की एक कहानी है।
लालकृष्ण आडवाणी के ब्लॉग से

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने स्त्री शक्ति पुरस्कार प्रदान किए

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने प्रतिष्ठित महिलाओं के नाम पर स्त्री शक्ति पुरस्कार प्रदान किए महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश को दो दो ओडिसा और दिल्ली को एक एक पुरुस्कार मिला
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज छह महिलाओं को विशिष्ट उपलब्धियों के लिए स्त्री शक्ति पुरस्कार प्रदान किए। स्त्री शक्ति पुरस्कार पाने वालों को राज्य सरकारें, सांसद, अति विशिष्ट व्‍यक्ति और स्व प्रेरणा पर मनोनित करते है और राष्ट्र स्तरीय एक स्क्रीनिंग कमेटी उनका चुनाव करती है । भारत की प्रतिष्ठित महिलाओं के नाम पर छह पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी। पुरस्कार के तौर पर तीन लाख रुपये नकद और सम्मान-पत्र दिया जाता है। इस वर्ष की पुरस्कार विजेताओं का विवरण-
[1]ओडिशा की श्रीमती मानसी प्रधान को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार 2013 से सम्मानित किया गया।
[2]आंध्र प्रदेश की डॉ. एम. वेंकैया को महिलाओं के स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान के लिए रानी रुद्रम्मा देवी पुरस्कार 2013 से सम्मानित किया गया।
[3]महाराष्ट्र की श्रीमती बीना शेठ लश्करी को शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में योगदान के लिए माता जीजाबाई पुरस्कार 2013 से सम्मानित किया गया।
[4]आंध्र प्रदेश की श्रीमती टी. राधा के. प्रशांति को अनाथों, दृष्टिबाधितों, विकलांगों और बेसहारा महिलाओं की सहायता करने के लिए कन्नगी पुरस्कार 2013 से सम्मानित किया गया।
[5.]दिल्ली की डॉ. वर्तिका नंदा को मीडिया के माध्यम से महिलाओं से जुड़े मुद्दों के विषय में जागरूकता पैदा करने के लिए रानी गायडिन्ल्यू ज़ेलियांग पुरस्कार 2013 से पुरस्कृत किया गया।
[6] महाराष्ट्र की डॉ. सीमा सखारे को महिलाओं और लड़कियों को महिला अधिकार, लैंगिक मुद्दों, कानूनी परामर्श और संस्थागत सहायता के लिए देवी अहिल्याबाई होल्कर पुरस्कार 2013 प्रदान किया गया।
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं गृहणी, माता और शिक्षक के रूप में देश की भावी पीढ़ी तैयार करती हैं। वे कॉरपोरेट वर्ल्ड में व्यवसायी और सहायक रूप में कार्य करती हैं। वे अपने प्रयासों से राष्ट्र निर्माण में बड़े और छोटे योगदान देती हैं। जीवन के सभी क्षेत्रों में एक सम्मानित पेशेवर के रूप में महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। वे विज्ञान, अंतरिक्ष और अनुसंधान सभी क्षेत्रों में योगदान दे रही हैं। राष्ट्रपति ने खाद्य सुरक्षा सहित कृषि क्षेत्र में महिलाओं के योगदान का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि देश में निर्माण क्षेत्र में पुरुष से कंधे से कंधा मिलाकर भी महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि नए कानूनों को हमें उचित रूप से लागू करना होगा। कानून अकेले महिलाओं को बंधन मुक्त नहीं कर सकता है। इसलिए हमें अपने मानसिक और नैतिक मूल्यों में आधारभूत परिवर्तन करना होगा। हमें हमारी नागरिक सूझबूझ और सामाजिक व्यवहार में भी बदलाव लाना होगा। इसके लिए हमारी माताओं और बहनों को हमारी परम्परा के अनुसार सम्मान और इज्जत देनी होगी। इस तरह हम खुद भी सम्मानित होंगे।
इस मौके पर महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ, योजना आयोग की सदस्य श्रीमती सईदा हामिद, समाज सेविका श्रीमती मोहिनी गिरि और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।