Ad

सुब्रत राय एक दिन में ही सारे कर्जे का भुगतान कर सकते हैं बशर्ते याद आ जाये पैसा कहाँ रखा है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

सहारा का बेसहारा इन्वेस्टर

ओये झल्लेया शुक्र है सबसे वड्डी कानूनी अदालत का |कानूनी हथौड़े की मार से “सहारा “ग्रुप के बेसहारा हो चुके सुब्रत राय ने एक साल की पांच किश्तों में २० हजार करोड़ रुपयों का भुगतान करने का आश्वासन दे दिया है|ओये अब एक साल में ही सही हसाड़ी डूबी कमाई हमें मिल जानी है अब तो सहारा के खतों से रोक हटा ली जानी चाहिए

झल्ला

ओये भोले सेठा एक साल की छोड़ों सुब्रत राय एक दिन में ही कर्जे का भुगतान कर सकते हैं एक साल का समय तो उन्होंने यह याद करने केलिए मांगा है कि उनका पैसा कहाँ कहाँ रखा है