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Tag: Sanjay Dutt In Trouble again

संजय दत्त की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज :सुधारात्मक याचिका का एक अंतिम विकल्प अभी भी शेष है

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गैरकानूनी तरीके से हथियार रखने के अपराध में जेल की सजा के खिलाफ बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की पुनर्विचार याचिका आज खारिज कर दी गई है । अब संजय दत्त को १६ मई तक सरेंडर करना होगा|न्यायमूर्ति पी. एस शिवम् और बी.एस.चौहान की खंडपीठ ने संजय गाँधी की याचिका को खारिज करते हुए निपटारा करते हुए अपने संक्षिप्त आदेश में कहा कि न्यायालय के फैसले की समीक्षा का कोई कारण नहीं दिखता है।
संजय दत्त के वकीलों ने याचिका खारिज किये जाने की जानकारी मीडिया को दी। गौरतलब है कि संजय को ५ साल कि सजा सुनी गई है जिसमे से वोह डेड़ साल की सजा काट चुके हैं| अब उन्हें करीब साढ़े तीन साल जेल में बिताना होगा।
संजय दत्त ने सुप्रीम कोर्ट के 21 मार्च के उस फैसले की समीक्षा का शीर्ष अदालत से अनुरोध किया था, जिसमें उन्हें 1993 के मुंबई बमकांड के सिलसिले में गैरकानूनी तरीके से हथियार रखने का दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई गई थी। युसुफ मोहसिन नलवाला+खलीफ अहमद सैयद+अली नाजिर,+मोहम्मद दाऊद+ यूसुफ खान+ शेख आसिफ यूसुफ+ मुजम्मिल उमर कादरी एवं मोहम्मद अहमद शेख की समान याचिका भी खारिज कर दी गई है|
पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद 53 वर्षीय संजय के पास न्यायालय के माध्यम से राहत पाने के लिये अभी भी सुधारात्मक याचिका का एक अंतिम विकल्प बचा है| अभी भी राज्यपाल के समक्ष क्षमा याचना पेंडिंग है|

संजय दत्त तो सुधर गया है अब तो उसे माफ़ कर दो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

संजय दत्त का एक दुखी चाहने वाला

ओये झल्लेया ये तो हसाडे बड़ा अनर्थ हो गया हसाडे लोक प्रिय अभिनेता संजय दत्त को १९९३ के बम धमाकों के लिए ना तो आरोपी और नाही षड्यंत्रकारी ही माना गया है फिर भी देश की सुप्रीम कोर्ट ने आर्म्स एक्ट की धारा २५[ऐ]के अंतर्गत [न्यूनतम] पांच साल की सजा सुना दी |ओये ऐसे हथियार तो बड़े बड़ों के घरों में सजाये जाते हैं लेकिन माननीय सुनील दत्त के ऊपर राजनितिक बन्दूक चलाने के लिए पहले तो इस बेचारे संजय के कन्धों का इस्तेमाल किया गया | आग्नेय अस्त्र रखने के विषय में सच्चाई दिखाने वाले संजय दत्त को डेड़ साल तक जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया |अब जब वोह सुधर गया है तो फिर से साडे तीन साल की सजा सुना दी गई है|माननीय सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा को तो उम्र कैद में तब्दील कर दिया मगर इस बेचारे को अभी भी सादे तीन साल जेल में काटने होंगे| बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों को अभी भी पकड़ा नहीं जा सका है | तीन तीन सांसदों वाले परिवार से जुड़े इस बेचारे को अपनी सच्चाई की कीमत चुकानी पड़ रही है| ओये यार इस जेल की घरेड से निकलने की कोई सूरत है या नहीं

 संजय दत्त तो सुधर गया है अब तो उसे माफ़ कर दो

संजय दत्त तो सुधर गया है अब तो उसे माफ़ कर दो

झल्ला

बाऊ जी वड्डे कह गए हैं के पीछे से बेशक हाथी निकल जाये मगर सामने से चींटी भी नहीं निकलनी चाहिए |सामने आने का खिमयाज़ा तो इस मुंजाल ब्राह्मण संजय दत्त को भुगतना ही पडेगा|इससे पूर्व इनके पूर्वजों ने भी एक बड़े युद्ध में पैगम्बर साहेब के परिवार का साथ दिया था और अपना सबकुछ सच्चाई पर कुर्बान कर दिया था |मुसलमान+ हिन्दू ] कुर्बानी वाली इस पीडी के इस प्रतिनिधि की रीड मज़बूत है और एक बार फिर कुंदन बन कर निकलेगी|
झल्लेविचारानुसार उम्मीद पर दुनिया कायम है इसीलिए निराश होने का अभी समय नहीं है|अगर राज्यपाल या राष्ट्रपति चाहें तो निम्न आधार पर पासा अभी भी पलट सकता है|
[१] बालीवुड का लगभग २५० करोड़ रुपया इस सफल अभिनेता संजय दत्त पर लगा हुआ है|यदि संजय को जेल हो गई तो अनेको परिवार बेहाल हो जायेंगे
[२]जेलों को भारत में सुधार गृह कहा जाता है| पिछले बीस साल से अपमान और अनजाने भय के साये में जीने वाले संजय दत्त की जीवनशैली में चमत्कारिक रूप से सुधार देखा जा सकता है|यह पूर्व में जेल में बिताये डेड़ साल का प्रभाव हो सकता है|और शायद यही कोर्ट का उद्देश्य भी होगा|
[३] जस्टिस [रिटायर्ड]मार्कंडेय काटजू ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल से संविधान की अनुच्छेद 1611 के अंतर्गत संजय दत्त को माफी की अपील की है|
[४] इससे पूर इसी प्रकार के एक केस में नानावटी को राहत दी जा चुकी है|

संजय दत्त की फरियादों को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट ने [और] साडे तीन साल की सजा सुनाई

फिल्म अभिनेता संजय दत्त की तमाम फरियादों को नकारते हुए आज सुप्रीम कोर्ट ने [और] साडे तीन साल की सजा सुना दी है| टाडा कोर्ट ने पहले छह साल की सजा सुनाई थी| इसे घटाकर पांच साल कर कर दिया है जिसमे से डेड साल की सजा काटी जा चुकी है| इस फैसले के मद्देनजर अब संजय दत्त को जेल जाना होगा. गौरतलब है कि मुंबई की टाडा अदालत ने संजय दत्त को आर्म्स एक्ट के तहत छह साल कैद की सजा सुनायी थी. जिसके खिलाफ संजय दत्त ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी |

संजय दत्त की फरियादों को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट ने [और] साडे तीन साल की सजा सुनाई

संजय दत्त की फरियादों को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट ने [और] साडे तीन साल की सजा सुनाई


मुंबई में 1993 ब्लास्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है| सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए याकूब मेनन की फांसी की सजा को बरकरार रखा. बाकी दस भगोड़ों की फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील करदिया गया है
सुप्रीम कोर्ट ने अन्य 17 लोगों की उम्रकैद को बरकरार रखा है. एक एचआईवी पॉजिटिव आरोपी की सजा कम कर दी गई है जबकि एक आरोपी जो जुवेनाइल था उसको बरी कर दिया गया है.
याकूब मेमन का टाइगर मेमन का भाई है. याकूब मेमन को साजिश के लिए पैसे जुटाने का दोषी पाया गया है. इसके अलावा याकूब मेमन साजिश की मीटिंग में भी शामिल था.
इस फैसले के मद्देनजर मुंबई में अलर्ट जारी किया गया है और संजय दत्त के घर[हाईट] के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.अपने समय के मशहूर अभिनेता +निदेशक और निर्माता सांसद सुनील दत्त के बेटेऔर सांसद प्रिया दत्त के भाई संजय दत्त को टाडा कोर्ट ने जुलाई 2007 में 6 साल की सजा सुनाई थी. संजय दत्त को अवैध रूप से एके-56 राइफल रखने का दोषी पाया गया था|. एक समय|.देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में 12 मार्च 1993 को सिलसिलेवार 12 धमाके हुए थे, जिसमें 257 लोगों की मौत हुई थी|