Ad

Tag: indian railways

बिना टिकट रेल यात्रा करने वाले सावधान हो जाएँ:13 स्‍टेशनों पर1000 तक बिना टिकट यात्री पकड़े गये हैं

बिना टिकट रेल यात्रा करने वाले सावधान हो जाएँ क्योंकि 13 बड़े स्‍टेशनों पर विशेष जांच अभियान में 1000 तक बिना टिकट यात्री पकड़े गये हैं| भारतीय रेलवे अब बिना टिकट रेल यात्रा करने वालों के खिलाफ जांच में तेजी ला रहा है|
बिना टिकट यात्रा नियंत्रित करने के लिए सितंबर 2013 में विभिन्‍न श्रेत्रीय रेलवे द्वारा जांच की श्रृंखला शुरू की गर्इ। पिछले महीने ऐसी जांच लखनऊ+ पटना+ भोपाल+ नागपुर+ विजयवाड़ा+ चेन्‍नई+ हावड़ा+ दिल्‍ली और पुणे जैसे 13 बड़े स्‍टेशनों पर की गई। कुछ बड़े स्‍टेशनों पर जांच के दौरान 500 से 1000 तक बिना टिकट यात्री पकड़े गये। इस तरह की जांच आगे भी जारी रखने का प्रस्‍ताव है।
गौरतलब है कि बड़ी संख्‍या में टिकट की जांच करने वाले व्‍यक्तियों (100 से अधिक) को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मियों के साथ तैनात किया जाता है। क्षेत्रीय मुख्‍यालयों के वरिष्‍ठ वाणिज्यिक अधिका‍री, डिवीजनल रेलवे प्रबंधक/अतिरिक्‍त डिवीजनल रेलवे प्रबंधक और अन्‍य वरिष्‍ठ डिवीजनल अधिकारी इस तरह की जांच में बिना टिकट यात्रा करने वालों पर नजर रखते हैं।
क्षेत्रीय रेलवे को टिकट जांच में मजबूती लाने और निकास द्वारों पर सादे कपड़ों में टिकट जांच करने वालों को तैनात करने के निर्देश दिये गये हैं।

भारतीय रेलवे नए डीजल के १२ इंजनों में इंधन बचाने के उपकरण लगाएगा

डीजल की बचत के लिए भारतीय रेल नए डीजल के १२ इंजनों में नए उपकरण लगाएगा| |इससे प्रति वर्ष ६० करोड़ रुपयों की बचत होगी और पर्यावरण के लिए हानि कारक प्रदूषकों का उत्‍सर्जन भी कम होगा।
रेल मंत्रालय के अनुसार रेल के डीजल इंजनों में इंधन की बचत के उद्देश्‍य से ऑक्‍ज़ीलरी पावर यूनियन (एपीयू) नामक एक उपकरण लगाया जायेगा। इससे प्रतिवर्ष प्रत्‍येक इंजन में 20 लाख रूपये से अधिक की बचत होगी। इस उपकरण को अभी बारह डीज़ल इंजनों में लगाया गया है। भविष्‍य में ऑक्‍ज़ीलर पॉवर यूनिट सभी नए डीजल इंजनों में लगाए जाऐंगे। ऐसा करने से अनुमान है कि प्रति वर्ष साठ करोड़ रूपये की बचत होगी। इस उपकरण के प्रयोग से कार्बन डाईआक्‍साइड, कार्बन मोनो ऑक्‍साइड तथा हाइड्रो कार्बन जैसे प्रदूषकों का उत्‍सर्जन भी कम होगा।
रेलगाडि़यों की संख्‍या अधिक और पटरियों की संख्‍या कम होने से गाडि़यों को काफी समय तक रूक कर एक-दूसरे को आगे जाने का मौका देना पड़ता है। ऐसे समय इ्ंधन की बचत करने में इस एपीयू उपकरण की भूमिका महत्‍वपूर्ण है।
दस मिनट से अधिक अगर डीजल इंजन रूकता है तो एपीयू उपकरण का मुख्‍य इंजन बंद हो जाता है और 25 हॉर्स पावर के इंजन काम शुरू कर देते हैं तथा बैटरियों और एयर ब्रेक फाइट को चार्ज करना शुरू करते हैं। मुख्‍य इंजन की तुलना में प्रति घंटे एपीयू में केवल तीन लीटर डीजल की खपत होती है जबकि मुख्‍य इंजन में एक घंटे में 25 लीटर डीजल की खपत होती है। केवल इंधन की बचत की बात की जाए तो डीजल इंजन में एपीयू के लगे होने से प्रति इंजन/प्रति वर्ष 20 लाख रूपये तक की बचत होने की संभावना है।
ऑक्‍ज़ीलरी पावर यूनिट में एक छोटा डीजल इंजन है जो कि एक कॉम्‍प्रेसर तथा ऑल्‍टरनेटर के साथ जुड़ा हुआ है ताकि बैटरी चार्ज हो सके। इसमें नियंत्रण तथा अन्‍य आवश्‍यकताओं के लिए विशेष व्‍यवस्‍था है और यह इंजन के नियंत्रण के लिए लगे हुए माइक्रोप्रोसेसर का अभिन्‍न अंग है।

जून को समाप्त तिमाही के लिए रेलवे के मालभाड़ा राजस्व अर्जन में 8.41 % की वृद्धि

जून को समाप्त तिमाही के लिए रेलवे के मालभाड़ा राजस्व अर्जन में 8.41 % की वृद्धि दर्ज की गई |
रेलवे ने 1 अप्रैल से 30 जून 2013 के दौरान मालभाड़े यातायात से 22795.55 करोड़ का राजस्‍व अर्जित किया है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह राशि 21027.96 करोड़ रूपये थी इस प्रकार राजस्‍व अर्जन में 8.41 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। रेलवे ने इस अवधि के दौरान 256.79 मिलियन टन माल की ढुलाई की जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान इसने 244.81 मिलियन टन माल की ढुलाई की थी। इस प्रकार 4.89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस आय का विवरणनिम्न बताया गया है|
जून 2013 के दौरान कुल अर्जित 7471.30 करोड़ रूपये की आय में 3360.90 करोड रूपये 42.33 मिलियन टन कोयले की ढुलाई से, 668.91 करोड़ रूपये लौह अयस्‍क की निर्यात, इस्‍पात सयंत्रों और अन्‍य घरेलू उपभोक्‍ताओं को ढुलाई से, 660.35 करोड़ रूपये 8.23 मिलियन टन सीमेंट की ढुलाई से, 563.70 करोड़ रूपये 4.15 मिलियन टन अनाज की ढुलाई से, 447.67 करोड़ रूपये 3.60 मिलियन टन पैट्रोलियम तेल और लुब्रीकेंट की ढुलाई से, 473.48 करोड़ रूपये 2.96 मिलियन टन पिग आयरन और परिष्‍कृत इस्‍पात सयंत्रों और अन्‍य जगहों से ढुलाई करके, 378.4 करोड रूपये 3.77 मिलियन टन उर्वरकों की ढुलाई से, 120.01 करोड़ रूपये 1.49 मिलियन टन कच्‍चे माल की इस्‍पात सयंत्रों (लौह अयस्‍क को छोड़कर) में ढुलाई करके और 356.28 करोड़ रूपये 3.48 मिलियन टन की ढुलाई कंटेनर सर्विस द्वारा और 441.60 करोड़ रूपये 5.12 मिलियन टन अन्‍य सामानों की ढुलाई करके अर्जित की है।

कोयला ढो कर लौट रही माल गाडी के इंजन में आग लगी:रेल मंत्रालय की वेबसाईट पर सूचना नही

मेरठ] छावनी रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब जलती हुई एक माल गाड़ी स्टेशन पर आ पहुंची |जलता हुआ इंजन कैंट स्टेशन पहुंचा तो अफरा- तफरी मच गयी। सूचना पा कर पहुंचे दमकलकर्मियों ने घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू किया
शुक्रवार को मुगलसराय से कलांनौर थर्मल पावर में कोयला खाली कर सहारनपुर से गाजियाबाद की और वापस लौट रही थी।पावली स्टेशन के आगे मालगाड़ी के इंजन से एकाएक धुआं उठने लगा। दोपहर करीब पौने दो बजे चालक डाल चंद ने धुआं देख फौरन इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी।
कैंट स्टेशन पर मालगाड़ी को प्लेटफार्म नंबर एक पर लाया गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपचंद यादव,+लोको इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह आदि ने आग पर मिट्टी व पानी डालकर काबू पाने का असफल प्रयास किया| सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ी ने पानी की बौछार कर करीब सवा घंटे में आग पर काबू पाया। अभी आग से हुए नुक्सान और इसके कारणों का पता नही चल पाया है|इंडियन रेलवे की वेबसाईट पर भी इस दुर्घटना की कोई सूचना नही है|