Ad

Archive for: October 2012

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

यश राज चोपड़ा में जब तक जान रही उन्होंने अपनी प्यार मोहब्बत पर आधारित फिल्मो के माध्यम से समाज को दिशा प्रदान करने का काम किया| यह सिलसिला उनके पञ्च तत्व में विलीन

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

होने के बाद भी नहीं रुका है| मरने के बाद भी उन्होंने बहस की एक ऐसी चांदनी बिखेरी है जिसकी रौशनी में आदमी और इंसान के जीवन में लगे डेंगू के दाग पर बहस का नया दौर शुरू हो गया है| पिछले कई वर्षों से डेंगू के मच्छर से लोग बीमार होते आ रहे हैं कुछ मौते भी हो रही हैं| इस मामले में देश के साउथ और नार्थ में कोई भेद भाव नहीं रह गया है|पहले तो बड़े बड़े अखबारों में डेंगू से सम्बन्धित दुर्घटना को लेकर छोटा सा स्पेस पर्याप्त समझा जाता था सरकारें भी जन जागृति के नाम पर विज्ञापन पब्लिश करवा कर पल्ला झाड लेती थी |प्रति वर्ष हज़ारों की संख्या में बीमार और सैंकड़ों मौतें दर्ज़ की जाती हैं| सीजन बदलना भी कुदरत का नियम है सीजन के बदलने के बाद सब कुछ सामान्य चलने लगता है| इस सीजन में भी लोग बीमार पड़ रहे हैं मौतें भी हो रही है लेकिन अबकी बार दिल्ली से हेदराबाद तक के अख़बार डेंगू के प्रकोप से भरे पड़े हैं| टी वी चैनल भी प्रमुखता से [निशुल्क]जन जागृती फैला रहे हैं| इससे राजनीतिकों को भी अपना राजनीतिक जहर निकालने का मौका मिल रहा है|
वैसे तो हर साल इस सीजन में डेंगू को लेकर प्लेटलेट्स की कमी डिटेक्ट की जाती रही है और मरीजों में आम पैनिक देखा जाता रहा है \इस वर्ष भी देश में अब तक 17 हजार से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं।मगर अब इस दिशा में थोड़ी गंभीरता दिखाई देने लग गई है| इस साल अब तक अकेले मुंबई में 650 + और दिल्ली में ७००+ डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। सोमवार को ही दिल्ली में डेंगू के 33 नए मरीज सामने आ चुके हैं|स्थिति की भयावता इससे आंकी जा सकती है की स्वास्थ्य की रक्षक एम्स में कई डाक्टर भी इसी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं |इससे ज्यादा गंभीर यह है की इसके उप निदेशक विनीत चौधरी भी डेंगू की लपेट में आ चुके हैं| इस साल अब तक 100 से अधिक मौते रिकार्ड की जा चुकी हैं| कहने का तात्पर्य है की इन दिनों भी डेंगू बड़ी तेजी से फैल रहा है और इसकी चपेट में लोग आ रहे हैं और व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं|इससे पहले की डेंगू से देश में पैनिक फैले या किसी महामारी की विजय हो हमेशा की तरह मीडिया ने जागरूकता अभियान छेड़ दिया है| कुछ अधिकारी भी इस दिशा में कदम बढ़ाते दिख रहे हैं | मुम्बई में बीएमसी के आला अधिकारी यश चोपड़ा की मौत की समीक्षा करने में जुट गए हैं|लीला वती अस्पताल से चौपडा की मौत के कारण सम्बन्धी रिपोर्ट तलब कर ली गई है| इससे मौत के असल कारण का पता लगाकर नतीजे से स्वास्थ्य मंत्रालय को अवगत कराया जाना है|
अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव सबसे अधिक होने के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक बार फिर परामर्श जारी कर कहा है कि वे डेंगू के फैलाव को रोकें और इससे होने वाली हर मौत से केंद्र को अवगत कराएं। राज्यों के साथ-साथ अस्पतालों से भी कहा गया है कि वे डेंगू के मामलों की जानकारी दें ताकि इस समस्या से निपटने के प्रयासों को और तेज किए जाने में मदद मिले।
डेंगू के बारे में एक गलतफहमी यह है कि यह गंदगी भरे इलाकों में ज्यादा होता है लेकिन जारी आंकड़ों के मुताबिक यह पॉश इलाकों में ज्यादा फैल रहा है। मुंबई और दिल्ली में 60 फीसदी से अधिक डेंगू के मामले पॉश कॉलोनियों में सामने आए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही जन्म लेता है। घर के अंदर लगे मनी प्लांट, फव्वारों, कूलर आदि में भरा पानी इसके पैदा होने के लिए आदर्श जगह होता है। डेंगू का मच्छर 50 मीटर से 200 मीटर तक ही उड़ान भर पाता है इसलिए ज्यादातर मच्छर मरीजों के घर में ही पनपते हैं और पड़ोसियों पर हमला करने की उनकी संभावना बेहद कम होती है।यह कह कर सरकारें बेशक फ़ैल रहे गन्दगी की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़
ले मगर बीमारी के लिए दोषी डेंगू अभी भी कायम है और इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक अभियान की शुरुआत दूर दूर तक कहीं दिखाई नहीं दे रही|
यश चोपड़ा की मौत के बाद डेंगू का हव्वा खड़ा होना तय है लेकिन

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

चिकित्सा विशेषज्ञों की राय के अनुसार इससे आम लोगों को ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि जरा सी सावधानियों से डेंगू से पूरी तरह से बचाव संभव है| डेंगू हो भी गया है तो सही वक्त पर सही इलाज से पूरी तरह ठीक भी हुआ जा सकता है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार भारत में डेंगू के एक प्रतिशत से भी कम मामलों में मरीजों की मौत होती है। लेकिन माना जा रहा है कि यश की मौत की जांच की जाएगी। पता चला है कि अब मुम्बई नगर निगम (बीएमसी) इसकी जाच करेगा।
डेंगू के प्रकोप से तिलमिलाई सरकारें एक दूसरे पर दोषारोपण में व्यस्त हो गई हैं|दिल्ली में पिछले वर्ष के मुकाबिले इस वर्ष डेंगू के केस दोगुने दर्ज़ किये जा चुके हैं|डाक्टर ऐ के वालिया ने इसे आउट आफ कन्द्रोल प्रकोप कह कर दाईत्व पूरा कर लिया है| मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बिजली आन्दोलन से घिरी हुई शीला दीक्षित डेंगू के लिए मुस्कुराते हुए भाजपा शासित एम् सी डी पर सारा ब्लेम डाल रही हैं|उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने चेतावनी जारी करवा दी है|देश के स्वास्थ्य मंत्री चेन्नई में मीटिंग ले रहे हैं| एक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने यह कहा कि डेंगू से होने वाली हर एक मौत की जांच की जानी चाहिए। अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव सबसे अधिक होने के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक बार फिर परामर्श जारी कर कहा है कि वे डेंगू के फैलाव को रोकें और इससे होने वाली हर मौत से केंद्र को अवगत कराएं। राज्यों के साथ-साथ अस्पतालों से भी कहा गया है कि वे डेंगू के मामलों की जानकारी दें ताकि इस समस्या से निपटने के प्रयासों को और तेज किए जाने में मदद मिले।
फिल्म निदेशक यश चोपड़ा की मौत के बाद अब देश में स्वास्थ्य की रक्षक एजेंसियों को विशेष रूप से डेंगू के प्रकोप के लिए अपना मुह छुपाने के लिए एक दूसरे पर दोष मड़ने के बजाये एक अभियान छेड़ना होगा और पोलियो के तरह घरों में घुस कर डेंगू को मारना होगा |

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर एयर लाइन्स के हड़ताली कर्मियों को लुभाया

किंग फिशर एयर लाइन्स के मालिक विजय माल्या है| जैसा कंपनी के नाम से दिखाई देता है इन्हें फिशिंग [मच्छी पकड़ना]का शौक जरूर होगा|जहाँ तक मेरी जानकारी है विकसित देशों में रिटायर्ड लोग फिशिंग में समय व्यतीत करते हैं लेकिन माल्या साहब अभी रिटायर नहीं हुए हैं फिर भी फिशिंग से एयर लाइन्स के संकट से उबरना चाहते हैं| शायद इसीलिए विजय माल्या ने हडताली लगभग ४००० स्टाफ को एक महीने का वेतन का चारा डाल कर अपने जल में फांसने क प्रयत्न किया है| हड़ताली स्टाफ से हुई आज की मीटिंग में कम्पनी ने दिवाली तक तीन महीने का वेतन चुकाने का आश्वासन दे दिया है इसमें से एक महीने का वेतन २४ घंटों में दे दिया जाएगा| कंपनी के पास पहले ६६ विमान थे और ६००० कर्मचारी थे अब मात्र सिर्फ 10 विमान परिचालन की स्थिति में हैं और कर्मिओं की संख्या ४००० बताई जा रही है| |इनमे से भी अनेक विमानों की हालत उडान के लायक नहीं समझी जा रही|

वेतन संकट

शुरू में ६००० के स्टाफ को 58 करोड़ का वेतन प्रति माह दिया जाना था| गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी प्रकार का चारा लगा कर कांटा डाला गया था मगर असलियत का पता चलते ही कर्मियों ने फिर से हड़ताल कर दी|अभी तक लगभग ४००० कर्मिओं को पिछले ७ महीने से वेतन नहीं मिला है|

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर हड़ताली कर्मियों को लुभाया

पूर्व में भी वित्तीय संकट के चलते अगस्त २०११ और फिर अक्टूबर से जनवरी २०१२ के वेतन संवितरण में परेशानी हुई|

वित्तीय स्थिति

भारतीय स्टेट बैंक सहित कुल 17 बैंकों के समूह का एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। ८० करोड़ रुपयों के लेनदार फेडरल बैंक ने गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) में पूरा प्रावधान कर दिया।किंगफिशर एयरलाइंस पर 8,000 करोड़ रुपए के नुकसान और 7,524 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ है। स्टेट बैंक कि अध्यक्षता वाली 17 बैंकरों के कंसोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस की उपर्युक्त प्रॉपर्टी के मूल्यांकन का काम एचडीएफसी सिक्योरिटीज को सौंपा है। लायसेंस निरस्त होने पर जहां कंपनी के शेयर गिरे वहीं बैंकर्स ने भी चिंता व्यक्त करने शुरू कर दी है| कर्ज़ देने वाले बैंक मुख्यत निम्न हैं
स्टेट बैंक आफ इंडिया=बैंक आफ बड़ोदा +पी एन बी+ आई डी बी आई+सेन्ट्रल बैंक+बी ओ आई+ कारपोरेशन बैंक+ आदि

प्रोपर्टी कीनिलामी

विजय माल्या की इस संकटग्रस्त एयरलाइन के कर्जदाताओं ने गुरुवार को यह संकेत दिया कि वे किंगफिशर की मुंबई और गोवा स्थित प्रॉपर्टी को बेच सकते हैं। इन प्रॉपर्टी की बिक्री से किंगफिशर एयरलाइंस के कर्जदाताओं को 120 करोड़ रुपये मिलेंगे। हालांकि, किंगफिशर एयरलाइंस पर 7500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज बोझ है। ऐसे में प्रोपर्टी को बीच कर बामुश्किल लगभग २०% कर्ज़ की ही अदायगी हो पायेगी|
किंगफिशर का कहना है कि उसने खुद कुछ माह पहले अंधेरी+गोवा की प्रॉपर्टी बैंकों को बेचने की पेशकश की थी। इन दोनों प्रॉपर्टी मे मुंबई स्थित ‘द किंगफिशर हाउस’ और गोवा स्थित एक विल्ला शामिल हैं।
अब सवाल यह उठता है कि सी बी डी टी +डी जी सी ऐ +स्टाफ +पेमेंट आफ ऐ टी ऍफ़ +लीज+एयर पोर्ट फीस के पेमेंट करने लायक स्थिति तभी हो सकती है जब कोई विदेशी निवेशक का कंपनी के प्रति इंटरेस्ट जगे और तभी सिविल एविएशन मंत्रालय उड़ान की आज्ञा भी देगा| लेकिन अभी किंग फिशर के लिए ये सब मुमकिन नहीं दिख रहा यहाँ तक कि विजय माल्या भी अपनी दूसरी कंपनियों से इस क्रैश हुई रखी एयर लाइंस को बैल आउट देने कोई रूचि नहीं दिखा रहे |इस अवसर मुझे एक पुराना किस्सा याद आता हैएक नवाब साहब सैर के लिए निकले थोड़ी दूर ही गए थे कि पीछे से एक सेवक आया और चिल्लाने लगा नवाब साहब जल्दी चलिए घर में आग लग गई है|इस पर नवाब साहब ने अपने छडी घुमाते हुए कहा कि एक मकान के लिए हम अपनी जीवन भर की चाल नहीं बदल सकते सो खरामा खरामा घर की तरफ चल दिए

समाज नारी की पूजा और प्रतिनिधि नारी का अपमान कर रहे हैं

एक तरफ समाज का बड़ा हिस्सा नवरात्र में दुर्गा +दशहरा में और दिवाली में अधिकार+ लक्ष्मी देवी के रूप में नारी शक्ति की पूजा कर रहा है|कन्यायों में देवी का स्वरुप देख कर उन्हें जिमाया[पूजा] जा रहा है तो दूसरी तरफ इसी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले समाज के प्रतिनिधि नारियों पर हो रहे अपराधों के विरुद्ध आवाज उठाने के बजाये नारी को ही सभी अपराधों की जड़ बता रहे हैं और तमाम तरह की बंदिशें लगाने की वकालत करते फिर रहे है|

समाज नारी की पूजा और प्रतिनिधि नारी का अपमान कर रहे हैं


मुजफ्फर नगर में एक पंचायत सभा में जिस बसपा की मुखिया एक महिला हैं,उसी बसपा के सांसद राज पाल सैनी ने लापता चल रही एक कन्या की तलाश करवाने के बजाय लेक्चर झाड़ते हुए सारा दोष कन्या के सर पर मड़ते हुए कह दिया कीलडकियां मोबाईल से बिगड़ जाती हैं इसीलिए लड़कियों को मोबाईल नहीं देना चाहिए और जिन्हें दिया हुआ है उनसे वापिस ले लेना चाहिए||
इस ब्यान की सपा ने कड़ी आलोचना की है|इसके अलावा महिला संघठन भी आगे आ रहे हैं|
इससे पूर्व अभी हाल ही में कांग्रेस के सांसद ने हरियाणा में फरमाया था की ९०% बलात्कार आपसे रजामंदी से होते हैं|उनके कहने का अभिप्राय है की बलात्कार कोई अपराध नहीं है इसीलिए उनकी सरकार को बदनाम किया जाना अनुचित है|उनकी अध्यक्षा एक महिला होने के बावजूद यह दलील देती हैं की ये बलात्कार तो देश भर की समस्या है|
योग गुरु बाबा राम देव ने तो सारी मर्यादाएं तक पर रख कर इस अध्यक्षा की बेटी के विषय में सार्वजानिक रूप से अप्रिय टिपण्णी कर दी
खाप पंचायतों ने तो सीधे सीधे प्रेम विवाह को नाजायज़ बताते हुए नारी को घर में रहने और बिना की साथी के बाहर जाने पर भी रोक लगा दी है|
यह वास्तविकता है की देश में अपराध बढ रहे हैं और नारियां ही शिकार हो रही हैं|चैन स्नैचिंग से लेकर किडनैपिंग और बलात्कार की घटनाएँ बढ रहे हैं यह समाज और सरकारों पर कलंक है |हो सकता ही की इसी अव्यवस्था से पीड़ित समाज नारी को ही परदे में रखने के वकालत करने लगा है लेकिन आज के दौर में जब नारी अन्तरिक्ष में जा रही है| हमारा समाज नव रात्रा और दशहरा मन कर नारी की पूजा कर रहा है ऐसे में उसके पर कतरना जागरूक समाज में स्वीकार्य नहीं होगा|यह महिलाओं को उनके मूल अधिकारों से वंचित करना होगा|

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चीयर लीडर कांग्रेसी

ओये झल्लेया देखा हसाड़े कमांडरों का कमाल+ कर दिया अरविन्द केजरीवाल का बुरा हाल+ हुन नहीं रहना उसका कोई हवाल+

जल्द खत्म हो जाएगा उसका सारा जलाल |हसाड़े राजा जी दिग्विजय सिंह वाले २७ सवालों के भामबढ भूसे से ये केजरीवाल अभी तक निकल नहीं पाया है कि अब हसाड़ी सोणी दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने केजरीवाल पर अपराधिक मानहानि का दावा कर दिया है\ अब देखना ४८ घंटों के बाद केजरीवाल जमीन+बिजली +कोयला+पानी को भूल कर जेल की सलाखें गिन रहा होगा|

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें

झल्ला

हाँ मेरे चतुर सुजान जी वाई पी सिंह+दिग्विजय सिंह+एनी कोहली के बाद अब शीला दीक्षित से और कुछ हो या न हो लेकिन इस बेचारे को बोझ से तो दबा ही देंगें

अमेरिका के विस्कोंसिन में फिर गोली बारी:तीन महिलाओं की मृत्यु ,चार घायल

यूनाईटेड स्टेट्स आफ अमेरिका में चुनावी सरगर्मियां चरम पर पहुँच चुकी हैं|डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स में तीन चरणों की डीबेट में आम आदमी के लिए रोज़गार के दावे किये जा रहे हैं मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आती है| बेरोजगारी से वहां भी जनता त्रस्त है | बाह्य आतंक वाद को बेशक कुछ हद तक कंट्रोल कर लिया गया है लेकिन आंतरिक अपराधों का ग्राफ लगातार ऊपर उठता ही जा रहा है|केवल विस्कोंसिन में ही गोली बारी की घटनाएँ आम बेक़सूर जिंदगियों को लील रही हैं|विस्कोंसिन स्टेट भी अपराध स्टेट बनता जा रहा है|
[१] विस्कोंसिन राज्य के मिल्वोकी में 21 तारीख को गोलीबारी की एक और घटना हुई, जिसमें 3 व्यक्ति मारे गए और अन्य 4 घायल हुए।
स्थानीय अखबारों में छपे समाचार के अनुसार सुबह लगभग 11 बजे 45 वर्षीय एक निग्रो( ब्लैक मैन ) ने ब्रुकफील्ड स्कवेयर मॉल के नजदीक अजाना सैलून और स्पा में ,गोलियां चलाकर 3 व्यक्तियों की हत्या की और अन्य 4 को जख्मी कर दिया। बताया जा रहा है की यहाँ उसकी पत्नि कार्यरत है पुलिस का दावा है की इस पुरुष ने अपनी पत्नि से झगड़ा करने के बाद गोलीबारी की।स्थानीय अदालत द्वारा प्रस्तुत सामग्री से पता चलता है कि उस की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।यह रिपोर्ट राजनीती का आईना हो सकती है| अमेरीकी संघीय जांच ब्यूरो(एफबीआई) भी इस मामले की जांच में जुटा है शूटर की पहचान 45 साल के रैडक्लिफ एफ ह्यूगटन के तौर पर हुई है| ब्राउन डीयर के रहने वाले इस शूटर का शव भी मिल गया है|

अमेरिका को आर्थिक सम्रद्धि के साथ ही आन्तरिक कानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|


क़ानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|
[२] बीते 2 महीनों में मिल्वोकी में गोलीबारी की यह दूसरी घटना है।
समाचार पत्र की रपट में बताया कि मॉल की पार्किंग में 12 से अधिक आपातकालीन वाहन खड़े हुए हैं और पुलिस अधिकारी ऑटोमैटिक हथियारों के साथ मॉल के आसपास गश्त लगा रहे हैं। यहाँ बम लगाये जाने की भी संभावनाएं जताई जा रही है|
[३] ५ अगस्त में विस्कॉन्सिन ओक क्रीक गुरुद्वारे में वेड एम् पेज नामक गौरे नस्ल वादी ने , छह श्र्धालू सिखों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह मिल्वोकी के समीप है|
[४] इस दुर्भाग्यशाली स्पा,ब्यूटी सैलून से लगभग पौन मील पर स्थित में ब्रूक फील्ड के एवंजेलिकल चर्च में एक व्यक्ति ने अंधाधुध गोलियां बरसा कर दो अवयस्क के साथ पांच लोगों को मौत के घात उतर कर स्वयम को भी गोली मार ली थी|
अपराध के इस बढ़ाते ग्राफ पर वहां की पोलिस और जनता चिंतित हो उठी है|जाहिर है अब अमेरिका को आर्थिक सम्रद्धि के साथ ही आन्तरिक कानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|

गौरी नारायणी नमोस्तुते

आज देवी के आठवें स्वरुप में सर्व मंगलकारी माँ महागौरी के पूजन का विधान है| आज कन्यायों का पूजन किया जाता है|सौभाग्य+धन+सम्पदा+सौन्दर्य+स्त्री गुणों की अधिष्ठात्री माँ गौरी को अठारह गुणों का प्रतीक माना जाता है|इन्हें अष्टांग योग की अधिष्ठात्री भी कहा जाता है|लोक कथाओं के अनुसार माँ गौरी ने भगवान शिव को वर के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया जिससे उनकी काया काली पड़ गई उस समय भगवान शिव ने गंगाजल छिड़क कर माँ को महा गौरी का स्वरुप प्रदान किया|तभी से इन्हें महागौरी कहा जाता है

गौरी नारायणी नमोस्तुते

|माँ के इस स्वरुप को श्रृष्टि का आधार और महिलाओं के अखंड सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है|

केजरीवाल के खिलाफ रिले रेस चालू है आज एनी कोहली ने विरोध की बैटन संभाली

लगता है अरविन्द केजरीवाल आज कल सभी राजनीतिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र बनते जा रहे है तभी इन्हें घेरने के लिए रोज नए चेहरे मैदान में उतर रहे हैं| ऐसा प्रतीत हो रहा ही की केजरीवाल को पछाड़ने के लिए कोई रिले रेस चल रही है | रोजाना नए धावक आ रहे हैं और विरोध की बैटन थाम कर दौड़ में शामिल हो रहे है|
केजरीवाल के ही सहयोगी रहे वाई पी सिंह ने मुम्बई में प्रेस कांफ्रेंस करके अरविन्द केजरीवाल पर शरद पवार को बचाने का आरोप मडा\इसके अगले दिन ही कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने २७ प्रश्नों की झाड़ी लगा दी |आज एक और नए खिलाड़ी एनी कोहली ने अपने कुछ समर्थकों के साथ केजरीवाल के ही प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा कर दिया| एनी कोहली नाम की इस अधेड़ महिला ने अचानक जोर-जोर से बोलना शुरू कर दिया। अपने को इंडिया अगेंस्ट करप्शन की पूर्व सदस्य बताने वाली एनी कोहली अपने समर्थकों के साथ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन पर उतारू हो गए। इसको लेकर एनी कोहली और केजरीवाल के बीच तीखी बहस भी हो गई। जोर जोर से बोलने वाली यह महिला प्रश्न कम पूछ रही थी और आरोप स्वरुप भाषण ज्यादा दे रही थी | हालांकि कोहली के बारे में पूछने पर अरविंद ने बताया कि वह उन्हें नहीं जानते।एनी कोहली ने कहा की वह मुम्बई से आई हैं और कल से जंतर मंतर पर केजरीवाल के खिलाफ धरने पर बैठने जा रही हैं|

केजरीवाल के खिलाफ रिले रेस चालू है आज एनी कोहली ने विरोध की बैटन संभाली


इससे पूर्व आज रविवार को सुबह आई ऐ सी के लगभग २०० कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मुख्य मंत्री और श्रीमति सोनिया गाँधी के दामाद राबर्ट वढेरा के दिल्ली स्थित आवासों के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुतले भी फूंके|इस अवसर पर पोलिस द्वारा पानी की बौछारें और लाठियां चलाई गई |कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके प्रदर्शन में महिलायें भी थी लेकिन उन पर भी पुरुष पोलिस ने ही लाठियां चलाई | एक महिला कार्यकर्ता को पुरुष पोलिस अधिकारी ने लाठी मार कर घायल कर दिया है|
इसके पश्चात तमाम विरोधों के बावजूद घायलों को अस्पताल से इंडिया अगेंस्ट करप्शन [आइएसी] के कौशांबी स्थित कार्यालय पर लाया गया | यहाँ प्रेस कांफ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दामाद को बचाने के लिए सरकार असंवेदन शील हो गई है| भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को रोकने व जन लोकपाल की लड़ाई में रोड़े डालने के लिए कांग्रेस व भाजपा आपस में मिल गई हैं। पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाए।हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर पुलिस पिटाई से जख्मी हुए करीब आधा दर्जन कार्यकर्ता प्रेस वार्ता में रहे। उन्होंने बताया कि हुड्डा के आवास पर पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने डंडे बरसाए और जमकर पिटाई की, जिसमें 70 से अधिक लोग घायल हुए है। इनमें बुजुर्ग भी है। केजरीवाल पुलिस की पिटाई में घायल हुए नवीन और अजय कादियान को भी मीडिया के सामने लाए।
नवीन ने बताया कि उनकी मांग है कि हरियाणा सरकार भूमि अधिग्रहण के मसले पर श्वेत पत्र लाए। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। वहीं इन लोगों का कहना था कि पुलिस का बल प्रयोग बेहद निंदनीय है।

डेंगू मच्छर ने रोमांस फिल्मो के बादशाह यश राज चोपड़ा को छीन लिया

रोमांस फिल्मो के बेताज बादशाह कहे जाने वाले प्रड्यूसर +डायरेक्टर यश राज चोपड़ा का आज रविवार शाम को मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह 80 साल के थे। उन्हें डेंगू से पीड़ित होने के चलते १३ अक्टूबर को लीला वती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। २२ फिल्मो का निर्देशन करके ‘दादा साहब फालके’ पुरस्कार + आठ फिल्मफेयर और एक नेशनल अवार्ड जीतने वाले पद्मश्री यश चोपड़ा के चले जाने से पूरा बॉलीवुड दुखी और हतप्रभ है। इनके परिवार में पत्नी पामेला चोपड़ा, पुत्र आदित्य और उदय हैं। जमोस न्यूज डाट काम परिवार की तरफ से उन्हें भाव भीनी श्रधान्जली|अभी २७ सितम्बर को उन्होंने अपना ८० वां जन्म दिन मनाया था और जब तक है जान फिल्म के बाद निर्देशन के छेत्र से संन्यास लेने की घोषणा भी की थी |ये भी इत्तेफाक ही है कि फिल्म में केवल एक गाने की ही दीवार रह गई थी उसे पार करने के लिए विजय की चांदनी मशाल लेकर उन्हें हर लम्हे एक नए दौर में लेकर जा रहे थी लेकिन ये वक्त बड़ा शक्ति शाली है यह वक्त कभी कभी सभी सिल सिले धूल में ही मिला देता है|

अच्छा तो शाहरुख़ बेटा हम चलते हैं


यश राज चोपड़ा ने सहायक निर्देशक के तौर बॉलीवुड में कैरियर की शुरुआत की थी अपने बड़े भाई बी आर चोपड़ा द्वारा प्रोडियूस फिल्म धूल का फूल (१९५९] से निर्देशन के छेत्र में कदम रखा | इसके बाद उन्होंने हिट फिल्मों की लाइन लगा दी..| यश चोपड़ा ने कुछ दिन पहले ही निर्माणाधीन शाहरुख खान स्टारर ‘जब तक है जान’ के बाद रिटायर होने का ऐलान किया था। 1973 में यश राज फिल्म्स नाम से अपनी प्रॉडक्शन कंपनी खोलने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री को न सिर्फ कई हिट फिल्में दीं, बल्कि कई स्टार भी दिए। 1975 में आई उनकी फिल्म दीवार ही थी, जिसने अमिताभ बच्चन को ऐंग्री यंग मैन के तौर पर स्थापित किया था। उन्होंने एक के बाद एक कई हिट फिल्में दीं। 1993 में आई उनकी फिल्म डर से ही शाहरुख खान ने कामयाबी की नई ऊंचाइयों का छुआ।।यश चोपड़ा ने कुछ दिन पहले अपना 80वां जन्म दिन मनाते हुए अपनी रिटायरमेंट अनाउंस कर सभी को हैरान कर दिया था। शाहरुख़ खान को एन दी टी वी पर दिए एक लम्बे इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ‘जब तक है जान’ उनकी बतौर डायरेक्टर आखिरी फिल्म होगी। लेकिन इस फिल्म के रिलीज होने के पहले ही वह इस दुनिया को छोड़कर चले गए। यह फिल्म 13 नवंबर को रिलीज होने जा रही है।
यश चोपड़ा का जन्म 27 सितंबर 1932 में पार्टीशन से पहले लाहौर में हुआ था.| आठ भाई बहनों में सबसे छौटे थे| परिवार चाहता था कि वे[यश] इंजीनियर बने और लंदन जाने के लिए उनका पासपोर्ट भी तैयार हो चुका था, लेकिन तकदीर को कुछ और ही मंजूर था और वे फिल्म इं‍डस्ट्री से जुड़ गए।यह स्वयम उन्होंने शाहरुख़ खान को दिए इंटरव्यू में स्वीकार की है|
निर्देशक के रूप में यश चोपड़ा की पहली फिल्म थी ‘धूल का फूल'[१९५९ ] इसके बाद उन्होंने ‘वक्त'[१९६५] बनाई जो सुपर हिट गई। यह बॉलीवुड की पहली मल्टी स्टार फिल्म थी।
1973 में यशराज फिल्म प्रोडक्शन शुरू हुआ था और तब उसके बैनर तले बनी पहली फिल्म थी ‘दाग’ [त्रिकोणप्रेम] इसके बाद दीवार[अपराध] (1975), कभी कभी (1976), त्रिशूल (1978), सिलसिला[पुनः त्रिकोण] (1981), मशाल (1984), विजय (1988), चांदनी (1989), लम्हे (1991), डर (1993), दिल तो पागल है (1997), वीरजारा (२००४]और निर्माणाधीन , जब तक है जान | इस फिल्म का एक गाना हिट भी हो गया है|

मन तो एक ही है चाहे संतों को दे दो या जगत को दे दो:पूज्यश्री भगत नीरज मणि ऋषि

श्री रामशरणम् आश्रम, गुरुकुल डोरली , मेरठ के परमाध्यक्ष पूज्यश्री भगत नीरज मणि ऋषि जी ने
आश्रम में उमड़े श्रधालुओं को अमृत वाणी की वर्षा करके निहाल किया| प्रस्तुत है उनके प्रवचन का एक अंश
” हम मुख से कह तो देते हैं कि हे प्रभु मैं तेरी शरण में आ गया हूँ। तेरी शरण में आना मेरा काम था और पार लगाना तेरा
काम है। हम यह बात वाणी से तो कहते हैं परन्तु मन से प्रभु की और समर्पित नहीं होते हैं। हमने अपना मन तो जगत में
दिया हुआ है, ईर्ष्या द्वेष , मान अपमान में दिया हुआ है फिर कहते हैं हमारा मन परमात्मा की भक्ति में नहीं लगता , प्रभु
के नाम में लीनता लाभ नहीं करता। हम, नाम रुपी बीज को सत्संग रुपी जल से नहीं सींचते तथा संतों की सुवचनों रुपी खाद
इसमें नहीं डालते , फिर कहते हैं कि बीज अंकुरित नहीं होता , पोधा नहीं बनता ।

मन तो एक ही है चाहे संतों को दे दो या जगत को दे दो


मन तो एक ही है चाहे संतों को दे दो या जगत को दे दो। हम जीवन भर जगत की वस्तुओं के भिखारी बने रहते हैं । संत जन समझाते हैं की परमात्मा से, संतों से मांगने वाली
केवल एक ही वस्तु है और वह है ” प्रभु का नाम”, हमें परमात्मा से यही प्रार्थना करनी चाहिए ” हे प्रभु हमारे अन्दर आपके नाम
की झंकार हो , हमारा मन लीनता लाभ करे । प्रभु के नाम की पूँजी एकत्र करने के बाद कुछ मांगने को शेष नहीं रह जाता।”
श्री रामशरणम् आश्रम, गुरुकुल डोरली , मेरठ

खुली बहस के लिए किसी बॉस को तैयार करलो सभी सवालों का जवाब दे देंगें: अरविन्द केजरीवाल

इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने आज अपने स्टाईल में कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह के सवालों के जवाब दे दिए हैं|अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेसी नेताओ को सार्वजनिक बहस की चुनौती दे डाली है जबकि आई ऐ सी ने दिल्ली में राबर्ट वढेरा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुतले फूंक दिए |
बीते दिन दिग्विजय सिंह ने अरविन्द केजरीवाल से २७ सवाल किये थे उनमे कुछ चुभते हुए व्यतिगत भी थे|पहले तो आई ऐ सी के सदस्यों ने इन सवालों का जवाब देने में आनाकानी करते रहे जिससे कांग्रेस और अन्य राजनितिक दलों को मौका मिल गया और स्वाद ले ले कर सवालों के मुद्दे को उठाया जा रहा है|इससे आई ऐ सी का प्रेशर में आना स्वाभाविक ही था |लेकिन अरविन्द केजरीवाल ने अपने एन जी ओ को संकट से निकालते हुए ट्विट किया कि वोह सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं|उन्होंने गेंद को फिरसे कांग्रेस के पाले में डालते हुए दिग्विजय सिंह को उकसाया कि प्रधान मंत्री+श्रीमती सोनिया गाँधी या राहुल गांधी में से किसी एक को तैयार कर ले और जो भी सवाल आई ऐ सी ने पहले पूछे हैं उनका जवाब देदें उसके बाद केजरीवाल भी सारे सवालों के जवाब दे देंगे|केजरीवाल ने आगे बढ़ते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने किसी भी एक बॉस को तैयार[कन्विंस] कर ले और सार्वजनिक बहस करवा ले|

दिग्विजय सिंह के सवालों जवाब देंगें, खुली बहस करा लो : अरविन्द केजरीवाल

इसके अलावा आज सुबह आई ऐ सी के लगभग २०० कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मुख्य मंत्री और श्रीमति सोनिया गाँधी के दामाद राबर्ट वढेरा के दिल्ली स्थित आवासों के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुतले भी फूंके|इस अवसर पर पोली द्वारा पानी की बौछारें और लाठियां चलाई गई |कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके प्रदर्शन में महिलायें भी थी लेकिन पर भी पुरुष पोलिस ने ही लाठियां चलाई | एक महिला कार्यकर्ता को पुरुष पोलिस अधिकारी ने लाठी मार कर घायल कर दिया है|
अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने दिग्विजय सिंह के एक विवादास्पद ब्यान को आधार बना कर कांग्रेस और भाजपा में भ्रष्टाचार को लेकर आपसी मिली भगत का आरोप मड दिया |एक चैनल के एंकर करण थापड़के शो में दिग्विजय सिंह ने काफी न नुकर के बाद यह स्वीकार किया कि उनके पास भाजपा के वरिष्ट नेताओं के बेटे और दामादों से सम्बंधित भ्रष्टाचार से जुड़े पर्याप्त सुबूत हैं लेकिन वोह उन्हें[सबूतों]इस्तेमाल नहीं करेंगे|और कांग्रेस कभी भी परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्य नहीं किया है|इसके पीछे कहीं न कहीं विपक्ष और आई ऐ सी द्वारा उठाया जा रहा राबर्ट वढेरा और राहुल गाँधी डी एल ऍफ़ विवाद की पीड़ा भी थी|