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कोयले की दलाली में उजालागर्दी शुरू होने तक हाथों को कालिख से बचा कर रखने में ही मोदीमंदी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख इसे कहते हैं गुड गवर्नेंस |ओये सुप्रीम कोर्ट ने जो दो सौ से ज्यादा कोयला खदानों के अलॉटमेंट पर तलवार चलाई थी अब हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदरदास मोदी ने इन खदानों में सरकारी कंपनियों से कोयला निकलवाने की ठान ली है| प्राइवेट कंपनियों का भी पूल बनाया जायेगा और प्रादर्शिता से कोयला निकलवा कर बिजली का संकट भी दूर कराया जाएगा| ओये पिछले आठ सालों से से जो कोयले को लेकर अंधेरगर्दी मची हुई थी अब समाप्त हो जाएगी और सफ़ेदउजाला गर्दी शुरू हो जाएगी| मानता है न हसाडे गवर्नेंस को

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी कोयले की दलाली में हाथ काले होने की कहावत अभी भी याद है कि नहीं ?अगर नहीं तो थोड़ा बहुत पढ़ पढ़ा लिया करो |कोयले में हाथ काले करने के लिए आप जी की भगवा ब्रिगेड भी रोजाना व्रत +तीर्थ कर रही हैं | इसीलिए झल्लेविचारानुसार जब तक कोयले की अंधेरगर्दी दूर नहो होती तब तक उजली दाढ़ी को कालिख से बचा कर रखने में ही मोदीमंदी है |