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“आप”और कांग्रेस ने अपने रिश्तों की राख से उठी उम्मीदों की नई चिंगारी पर इंकार का पानी डाला

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया कांग्रेस और उसके नए रिश्तेदार “आप” पार्टी वालों की नंगई तो देख |दिल्ली राज्य में दोबारा चुनाव से बचने के लिए अंदर खाने ये दोनों जुगत लड़ा रहे हैं और पब्लिक में पाक साफ़ बनने का नाटक कर रहे हैं| “आप” पार्टी के अरविन्द केजरीवाल और कांग्रेस के अजय माकन दोनों ही बाकायदा प्रेस रिलीज़ जारी करके कहरहे हैं कि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए इन दोनों रिश्तेदारों में कोई समझौता नहीं हुआ है |इनका हाजमा भी कमाल का है ओये यारा अजय माकन यह इल्जाम लगा रहे हैं कि “आप” ने सत्ता को दोबारा पाने के लिए यह खबर उड़ाई है और “आप” वाले मीडिया पर ही अपने तेवर दिखा रहे हैं |

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी केजरीवाल जी और माकन जी इस चिंगारी को बुझाने के लिए बेशक लाख ट्यूब वेल खोदें लेकिन यह सत्य है कि पुराने रिश्तों की राख से भी उम्मीदों का धुआं उठता है|