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Tag: नितीश कुमार

बिहार में राजनीतिक रैलियों के लिए मैदान का आवंटन नितीश कुमार के लिए सर दर्द बना

[पटना]रैलियों के लिए मैदान का आवंटन नितीश कुमार के लिए सर दर्द बनता जा रहा है ज्यूँ ज्यूँ १६ वी लोक सभा के लिए चुनाव निकट आ रहे हैं वैसे ही रैलियों के लिए मैदान की मांग भी बढ़ रही हैपिछले दिनों मुख्य मंत्री पर रैली ग्राउंड आवंटन में भेद भाव के आरोप भी लगे थे |मुजफ्फर पुर में भाजपा और राजद के द्वारा एक ही मैदान के लिए आरक्षण कि मांग की गई हैइसी से जुड़े प्रश्न के उत्तर में सी एम् ने प्रेस कांफ्रेंस में यह स्पष्टिकरण दिया
सम्भवत इसीलिए अपनी स्थिति सपष्ट करते हुए बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने समानता के सिद्धांत के प्रति वचनबद्धता को दोहराया है
मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में यह सपष्ट किया कि किसी भी मैदान का आवंटन मुख्य मंत्री के स्तर से नही किया जाता|
यह कार्य जिला प्रशासन द्वारा किया जाता है|जिसका आवेदन पहले आयेगा उसे ही पहले आरक्षण मिलेगा |यहाँ पर समानता का सिद्धांत है जिसका पालन सभी अधिकारी करेंगे |

नितीश ने पहले मोदी को उकसाया अब कह रहे हैं कि मेरे बिहार में तुम्हारा क्या काम है?:पंगा लिया तो भाई भुगतो

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

बौखलाया जे डी यूं छुटभईया

ओये झल्लेया ये कौन सी नई विपदा हसाडे सर पर आ पड़ी है ?ओये हमने भाजपा से नाता तोड़ कर कुछ चैन की साँस ही ली थी कि नरेंद्र मोदी ने हमारा जेना हराम कर दिया |ओये पहले हसाडे ठीक नाक के नीचे पटना के गांधी मैदान में ,रविवार के अवकाश में, रैली कर ली अब वहाँ आतंक वादियों ने बम फोड़ दिए तो हसाडा क्या कसूर ? घर पर आराम से बैठने के बजाय ६ लोग इन धमाकों में मरने आ गए तो उनपर राजनीती करने की क्या जरुरत है ?देख तो आज फिर मोदी बिहार में आ धमके हैं और मृतकों के परिवार जनों को ५-५ लाख रुपये के चेक देकर हसाड़ा मजाक उड़वा रहे हैं| इसके अलावा यार ये तो अस्थि कलश यात्रा निकाल कर हसाडे वोट बैंक की ऐसी की तैसी करने पर तुल गए हैं |

झल्ला

पंगा तो आपजी का ही लिया हुआ है|एक संसद का इलेक्शन लालू प्रसाद यादव से हारते ही आपने कांग्रेस से समझौते की पींगे बढ़ाना शुरू कर दी इसके लिए अपनी जड़ों में बैठे भाजपा से नाता तोड़ लिया|आप तो यहीं नहीं रुके |आपने मोदी की रैली में धमाकों के लिए उन्ही पर ऊँगली उठानी शुरू कर दी और तो और मोदी को उकसाते हुए आपने यह पूछना शुरू कर दिया कि मोदी मृतकों के परिजनों से मिलने क्यूँ नहीं गए ?अब जब मोदी आपजी के ही बिहार में आप ही के विक्टिम्स के प्रतुइ संवेदना प्रगट करने आ गए तो आप जी के पेट में मरोड़ पड़ने शुरू हो गए| भाई पंगा लिया है तो भुगतो

नितीश कुमार ने भाजपा से दूरियां बढाने के बावजूद गंगा नदी के किनारे सभ्यता द्वार बनाने की घोषणा की

[पटना]˜नितीश कुमार ने भाजपा से दूरियां बढाने के साथ ही हिंदूवादी प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अपनी छवि को बनाना जारी रखा है इसी कड़ी में गंगा नदी के किनारे सभ्यता द्वार बनाने की घोषणा की गई है | इससे पूर्व नितीश कुमार ने गंगा में प्रदुषण को रोकने के लिए डॉलफिन पार्क की घोषणा की है|
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सिंचाई भवन परिसर स्थित अधिवेशन भवन में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आठ मंजिले नियोजन भवन का कार्यारंभ कराया इस अवसर पर उन्होंने इसकी खूबियों का वर्णन करते हुए बताया कि नियोजन भवन के निर्माण अपने तरह का अनोखा होगा|
[१] आठ मंजिला भवन हरित व पूर्णत: भूकम्परोधी होगा
[२] नई पीढ़ी के लिए ज्ञान केंद्र होगा
[३] बाहर से आने वालों के लिए यह आकर्षण का केंद्र होगा।
[४]यहां पार्किंग के साथ-साथ इसके आस-पास
[५]फूड कोर्ट का भी इंतजाम रहेगा।
[६]यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के बिहार म्युजियम होगा यह नई पीढ़ियों के लिए ज्ञान एवं आकर्षण का केंद्र होगा
[७] इसमें सेंट्रल एवं स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के साथ-साथ अन्य संस्थानों को भी लाया जायेगा।

पर्यावरण सरंक्षण में महत्व पूर्ण भूमिका निभाने वाली डॉल्फिन की सुरक्षा के लिए बिहार में रिसर्च सेंटर बनेगा

[पटना] पर्यावरण सरंक्षण में महत्व पूर्ण भूमिका निभाने वाली डॉल्फिन की सुरक्षा के लिए मनाये गए डॉल्फिन दिवस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वपूर्ण जीव की सुरक्षा के लिए राज्य में डॉल्फिन रिसर्च सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। शनिवार को रविंद्र भवन पटना में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य मंत्री ने कहा कि डॉल्फिन की रक्षा के लिए इसे जलजीव घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से अनुरोध एवं सुझाव देकर डॉल्फिन को राजकीय जलजीव घोषित कराया गया है।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष पांच अक्टूबर को डॉल्फिन दिवस के रूप मनाया जाता है। वन एवं पर्यावरण विभाग ने पिछले वर्ष से डॉल्फिन दिवस मनाये जाने की अच्छी शुरुआत की है |डॉल्फिन की संख्या घटती जा रही है। गंगा नदी में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और डॉल्फिन की संख्या घटती जा रही है।
मुख्यमंत्री ने गंगा नदी में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की और जनता से गंगा को प्रदूषण से बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शहर का गंदा पानी नालियों से गंगा नदी में जा रहा है। गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए गंगा रिवर बेसिन ऑथोरिटी का गठन किया गया है। गंगा नदी के तटवर्ती राज्यों को इसमें शामिल किया गया है। डॉल्फिन को राज्यस्तरीय जलजीव घोषित करने के लिए प्रो. आरके सिन्हा ने अभियान चलाया। डॉल्फिन पर हो रहे कार्य का श्रेय उन्हें जाता है।वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने ,डालफिन रेस्क्यू की नयी कहानी लिखी है। मछुआरा समाज के संयोग के बिना डॉल्फिन की सुरक्षा संभव नहीं |
वर्तमान में राज्य में 11 सेंचुरी और एक नेशनल पार्क है। डॉल्फिन की आधी आबादी बिहार के पास है। अपर मुख्य वन संरक्षण डीके शुक्ला ने धन्यवाद दिया | एसएस चौधरी, प्रो आरके सिन्हा, प्रो. सुनील कुमार चौधरी, प्रदूषण परिषद के अध्यक्ष प्रो. सुभाष चन्द्र सिंह, सचिव अतीश चन्द्रा, विशेष कार्य पदाधिकार गोपाल सिंह सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।फोटो कैप्शन
अमेरिका के लॉस वेगास में आकर्षक डॉलफिन पार्क

भारतीय सेना के जाबांजों की शहादत के प्रति बिहार के असंवेदनशील नेताओ के कई चेहरे सामने आये

भारतीय सेना के जाबांजों की शहादत के प्रति बिहार के असंवेदनशील नेताओ के कई चेहरे सामने आये हैं जिससे राजनीती में उबाल आ गया है| सोमवार की देर रात.जम्मू कश्मीर के पूँछ एल ओ सी के समीप मारे गए पांच जवानो में चार बिहार प्रदेश के थे| वैसे तो शहीद पूरे राष्ट्र का होता है लेकिन उसका अंतिम संस्कार चूंकि उसके परिजनों द्वारा किया जाता है इसीलिए शहीद के पार्थिव शरीर को उसके प्रियजनों को सौंपा जाता है|इसी प्रक्रिया में चार लाडलों के शव बिहार लाये गए|
सरकार ने हालांकि शहीदों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा के साथ ही राजकीय सम्मान के साथ शहीदों का अंतिम संस्कार भी किया गया लेकिन सत्ता रूड दल जे डी यूं के मंत्री ने मीडिया में ऐसा असंवेदना पूर्ण बयाँ दिया जिसके फलस्वरूप देश में आक्रोश व्याप्त हो गया इसे शांत करने के लिए मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को माफ़ी मांगनी पड़ी|
पाकिस्तानी सेना के हमले में मारे गए पांच भारतीय जवानों में से चार बिहार राज्य से थे| गुरुवार को इन सैनिकों के शव उनके पैतृक गांव लाये गए| शहीदों के शव जब रात के 10 बजे पटना के हवाई अड्डे पर पहुंचे तो बिहार सरकार का कोई मंत्री श्रद्धांजलि देने के लिए वहां उपस्थित नहीं था। जिसे लेकर मीडिया ने स्वाभाविक सवाल किये
बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह ने . जवानों के सम्मान में मंत्रियों की अनुपस्थिति के संबंध में एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि सेना और पुलिस में जवान शहीद होने के लिए ही शामिल होते हैं.|भड़के भीम सिंह मीडिया से ही उल्टे सवाल करने लगे कि क्या आप वहां उपस्थित थे आपके माता पिता उपस्थित थे और अगर आप उपस्थित थे, तो अपने वेतन का काम कर रहे थे.
क्या आपके माता-पिता उपस्थित थे, वे भी तो नागरिक हैं.
राज्य सरकार की उदासीनता पर तब ज्यादा हंगामा हो गया जब शहीदों के अंतिम संस्कार में भी सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा|
बिहार सरकार के प्रवक्ता के सी त्यागी ने जहाँ इसे दुर्भाग्पूर्ण बताया और मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्री भीम सिंह के असंवेदनशील बयान पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी और कहा कि पूरा देश भारतीय सैनिकों का कर्जदार है, शहीदों को सम्मान देना हमारा कर्तव्य है. साथ ही उन्होंने भीम सिंह के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.
सी एम् ने इसे शहीदों का अपमान बताया|
मुख्यमंत्री के दबाव के चलते भीम सिंह ने भी अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी|
.इससे पूर्व पार्टी के ही सांसद शिवानन्द तिवारी ने भी कमोबेश ऎसी ही असंवेदनशीलता का परिचय दिया |
उन्होंने संसद में दिए गए रक्षा मंत्री के ब्यान पर टिपण्णी करते हुए कहा कि एल ओ सी पर पाकिस्तान सेना की वर्दी में कुछ लोग थे जिन्होंने भारतीय जवानो की हत्या की उन्होंने रक्षा मंत्री के बयाँ का समर्थन करते हुए पाकिस्तान की सेना को अभय दान देने में देर नही लगाई| श्री तिवारी भोजपुर से हैं और जे डी यूं के राज्य सभा में सदस्य हैं|इससे पूर्व आपने आपत्ति जनक बयानों के चलते पार्टी प्रवक्ता का पद खो चुके हैं इनके स्थान पर के सी त्यागी को पार्टी प्रवक्ता बनाया गया था|

बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भी आज केन्द्रीय न्रेतत्व की क्षमता का परिचय दिया

[दिल्ली]के रामलीला मैदान में आयोजित अधिकार रैली में बिहार गरजा तो विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर केंद्र ने भी नरम रुख दिखाया बिहार के बहाने नीतीश ने भी दूसरे पिछड़े राज्यों का नेतृत्व खुद ही संभाल कर नरेन्द्र मोदी के पी एम् के पद और शीला दीक्षित के दिल्ली के क्लेम को चुनौती दे डाली| आज १७ मार्च रविवार को रामलीला मैदान की रैली में लगभग 70 हजार की भीड़ में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के नारे के साथ ही बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा भी मांगा गया|।बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शक्ति है| अब उसे संसाधन मुहैया कराना केंद्र का काम है। बदले में बिहार देश के विकास की राह तैयार करेगा| कोई इसे भीख न समझे| यह बिहार का हक है| रैली के तुरंत पश्चात केन्द्रीय राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मांगों के प्रति नरम रुख जताकर नीतीश की ओर कांग्रेस के बढ़ते कदम का संकेत दे दिया।

बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भी आज केन्द्रीय न्रेतत्व की क्षमता का परिचय दिया

बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भी आज केन्द्रीय न्रेतत्व की क्षमता का परिचय दिया


नीतीश ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे दूसरे पिछड़े राज्यों का न्रेतत्व भी सँभालते हुए कहा कि रामलीला मैदान की यह लड़ाई सभी पिछड़े राज्यों के लिए है। उड़ीसा+पश्चिम बंगाल+ झारखंड जैसे कई दूसरे राज्यों ने भी इसके लिए दबाव बढ़ाया है। नीतीश ने परोक्ष रूप से मुख्य सहयोगी भाजपा को आगाह कर जदयू की राजनीतिक रणनीति का भी अहसास करा दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा लेने की बात कही। बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इस बाबत एक संकल्प को ध्वनिमत से पारित कराया।उधर भाजपा के सांसद शत्रुघन सिन्हा ने इस मांग को जायज बताया तो शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस सरकार इस मांग को पूरी नहीं करने वाली|
एन डी ऐ के सत्ता में आते ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया जायेगा|कांग्रेसी प्रवक्ता शकील अहमद ने दबे जुबान इस रैली के माध्यम से राजनीती का आरोप भी लगा दिया|
रिक्शा+ रेहड़ी+ तिपहिया+ टेंपो+ बस के आगमन का सिलसिला रैली के अंत चलता रहा।गौरतलब है कि बीते दिन गुजरात के मुख्य मंत्री ने आज तक के कानक्लेव में अपनी क्षमता का परिचय दिया था |

ऍफ़ डी आई पर पाला बदलने वाले जे डी यू के उपेन्द्र कुशवाहा ने पार्टी की सदस्यता और सांसद पद को छोड़ा

जे डी यू के उपेन्द्र कुशवाहा

जनता दल यूनाइटेड(जेडीयू) के बागी राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी से इस्तीफा दे कर नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है| नई पार्टी का नाम ‘बिहार नवनिर्माण मंच’ होगा।एफडीआई के मुद्दे पर जेडीयू के मतभेद होने के चलते राज्यसभा में सरकार के पक्ष में वोट देने वाले जेडीयू सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है।
हालांकि कुशवाला ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के तानाशाही व्यवस्था के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का मन दो साल पहले ही बना लिया था, इसीलिए इसे एफडीआई मामले से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। इससे पहले जे डी यू के अध्यक्ष शरद यादव ने अपने बागी सांसद कुशवाहा को ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर पार्टी लाईन का उल्लंघन करने के लिए नोटिस जरी करने का एलान किया था| बिहार में जेडीयू के लिए और राज्यसभा में मात्र ६४ सदस्यों वाली एन डी ऐ के लिए बड़ा झटका है|