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Tag: Central Government Health Scheme

नवनीत कुमार कांग बने सीजीएचएस के नए महानिदेशक

[नई दिल्ली]पंजाब केडर (1983) के आई ऐ एस अधिकारी श्री नवनीत कुमार कांग को सीजीएचएस का महानिदेशक बनाया | श्री कांग अतिरिक्‍त सचिव के पद पर सी जी एच एस के अलावा स्‍वास्‍थ्‍य एंव परिवार कल्‍याण मंत्रालय में स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण विभाग भी देखेंगे | श्री आर.के.जैन आईएएस,हिमाचल प्रदेश (1981) के स्‍थान पर श्री कांग को नियुक्‍त किया गया है |पंजाब केडर के ही श्री निर्मल जीत सिंह कालसी(1984), को अतिरिक्‍त सचिव बनाया गया है।मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा कुल ग्यारह नियुक्तियों में यूं पी केडर के श्रीअनूप चंद्र पांडे[१९८४], आईएएस, ), को रक्षा मंत्रालय में अतिरिक्‍त सचिव, पूर्व सैन्‍य कर्मचारी, कल्‍याण विभाग,बनाया गया है।
I. श्री केवल कुमार शर्मा, आई.ए.एस. (केंद्रशासित प्रदेश, 1983) वर्तमान कैडर, श्री ए.बी. जोशी (भारतीय डाक सेवा) के रिक्‍त पद के मद्देनजर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में अतिरिक्‍त सचिव नियुक्‍त किए गए हैं।
II. श्री बी.एन. सतपथि, आईईएस-1980, वर्तमान कैडर, सलाहकार अंतर्राज्‍यीय परिषद सचिवालय, गृह मंत्रालय में श्री विनोद अग्रवाल, आईएएस, जेएच (1980) के स्‍थान पर इसी पद एवं वेतनमान में अतिरिक्‍त सचिव नियुक्‍त किए गए हैं।
III. श्री के.पी. कृष्‍णा, आईएएस, कर्नाटक (1983), महानिदेशक एवं अतिरिक्‍त सचिव, मुद्रा निदेशालय, आर्थिक मामलों के विभाग, वित्‍त मंत्रालय को श्री प्रभुदयाल मीणा, आईएएस, मध्‍यप्रदेश (1980) के स्‍थान पर अतिरिक्‍त सचिव, भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय बनाया गया है।
IV. श्री अजय त्‍यागी, आईएएस, हिमाचल प्रदेश (1984), संयुक्‍त सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को श्री के.पी. कृष्‍णा, आईएएस, कर्नाटक (1973) के स्‍थान पर अतिरिक्‍त सचिव एवं महानिदेशक, मुद्रा निदेशालय, आर्थिक मामलों के विभाग, वित्‍त मंत्रालय बनाया गया है।
V. श्री अनूप चंद्र पांडे, आईएएस, उत्‍तर प्रदेश (1984), संयुक्‍त सचिव, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को श्री अनुज कुमार बिश्‍नोई, आईएएस, उत्‍तर प्रदेश (1981) के रिक्‍त पद पर अतिरिक्‍त सचिव, पूर्व सैन्‍य कर्मचारी, कल्‍याण विभाग , रक्षा मंत्रालय बनाया गया है।
VI. श्री नवनीत कुमार कांग, आईएएस, पंजाब (1983), महानिदेशक एवं अतिरिक्‍त सचिव, सीजीएचएस, स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण विभाग, स्‍वास्‍थ्‍य एंव परिवार कल्‍याण मंत्रालय में श्री आर.के. जैन आईएएस, हिमाचल प्रदेश (1981) के स्‍थान पर नियुक्‍त किए गए हैं।
VII. श्री करण बीर सिंह सिद्धू, आईएएस (1984), संयुक्‍त सचिव, आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय को श्री ए.के. अंगुराणा, आईएएस, जम्‍मू कश्‍मीर (1980) के स्‍थान पर प्रबंध निदेशक, ट्राइफेड, अनुसूचित जनजाति मामलों के मंत्रालय नियुक्‍त किया गया है।
VIII. श्री आर राजगोपाल, आईएएस, तमिलनाडु, (1984), प्रबंध निदेशक, नेफेड को श्री अरविंद कौशल, आईडीएएस (1979) के स्‍थान पर अतिरिक्‍त सचिव, कृषि, शोध एवं शिक्षा विभाग , कृषि मंत्रालय बनाया गया है।
IX. श्री निर्मल जीत सिंह कालसी, आईएएस, पंजाब (1984), सलाहकार, अंतर्राज्‍जीय परिषद सचिवालय, गृह मंत्रालय को अतिरिक्‍त सचिव बनाया गया है।
X. श्री टी. जैकब, आईएएस, (तमिलनाडु 1984), संयुक्‍त सचिव, खाद्य एवं जन वितरण विभाग, उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं जन वितरण मंत्रालय को श्री भास्‍कर खुलबे, आईएएस, पश्चिम बंगाल, (1983) के रिक्‍त पद पर संयुक्‍त सचिव, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग बनाया गया है।
XI. श्री आलोक कुमार, आईएएस (एएम 1984), संयुक्‍त सचिव, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, कार्मिक, जन शिकायतें एवं पेंशन मामलों के मंत्रालय को सचिव केंद्रीय सतर्कता आयोग बनाया गया है। उनका पद एवं वेतनमान संयुक्‍त सचिव DownGradedस्‍तर का होगा।

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CGHS के विदेश जाने वाले लाभार्थी केवल ३ महीने तक ही दवाएं ले सकेंगें

CGHS के विदेश जाने वाले लाभार्थी केवल ३ महीने तक ही दवाएं ले सकेंगें |
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना सीजीएचएस में केवल 1,447 जेनरिक और 622 ब्रांडशुदा दवाओं की ही सलाह दी जाएगी।यह आदेश आज डॉ हर्षवर्धन ने जारी किये
स्वास्थ मंत्री ने बताया कि सीजीएचएस चिकित्सकों द्वारा मान्य दवा सूची के अतिरिक्त ब्रांडशुदा दवाओं की सलाह देने की शिकायतें भी मिलती रही हैं। इसे ध्यान में रखते लाभार्थियों और आम लोगों की सूचना के लिए ऐसी दवाओं की सूची उपरोक्त वैबसाइट पर प्रकाशित करने का फैसला किया गया है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भविष्य में केवल 1,447 जेनरिक और 622 ब्रांडशुदा दवाओं की ही सलाह दी जाएगी। केंसर और उससे मिलती जुलती बीमारियों में अपवाद स्वरूप इसके अतिरिक्त दवाएं लिखी जा सकती हैं।
इसके अतिरिक्त ये भी फैसला किया गया है कि सीजीएचएस लाभार्थियों को अधिकतम केवल एक महीने की दवाएं ही निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि यदि वो अतिरिक्त इलाज के लिए विदेश जाते हैं तो ऐसे मामलों में निशुल्क दवाएं तीन महीने तक उपलब्ध कराई जाएंगी।
सीजीएचएस चिकित्सक ऐसी जांच और प्रत्यारोपण की सलाह नहीं देंगे जो कि सूचीबद्ध नहीं है। दवा, जांच, प्रणाली, प्रत्यारोपण तथा चिकित्सा प्रणाली की सूची को अपडेट करने के लिए तकनीकी समिति का गठन किया जा चुका है।
योजना में भ्र्ष्टाचार की रोकथाम के लिए ३० दिन से अधिक समय से लंबित मेडिकल क्लैम्स को वेबसाइट पर डाला जाएगा
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि वो मंत्रालय के सभी विभागों में व्यापक स्तर पर सुधार पर विचार कर रहे हैं। “मैं हमारे कामकाज की जांच करने के लिए लोगों, खासकर मीडियो को प्रोत्साहित करता हूं ताकि कर्मचारियों को भ्रष्टाचार की कोशिश में नाकामी का अहसास होने लगे। इसके अतिरिक्त मैं भ्रष्टाचार के स्रोत को समाप्त करने के लिए सूचना और तकनीक का भी इस्तेमाल करूंगा।”
फाइल फोटो

C G H S Has Two Years Rotational Transfer Policy For Sensitive Posts

Central Government Health Scheme [C G H S ]Has Rotational Transfer Policy For Sensitive and Non Sensitive Posts :Gulam Nabi Azad
There is rotational transfer policy for sensitive/non-sensitive post holders under Central Government Health Scheme (CGHS) with transfer of staff posted at sensitive posts in two years and at non-sensitive posts in three years.
While Replying In Lok Sabha,Ghulam Nabi Azad, Union Minister for Health and Family Welfare,stated that Transfers are made in CGHS on regular basis. However, in certain cases officers are allowed to continue keeping in view the exigencies of administration and public interest. Minister Informed the house that Recently, Committees have been constituted for transfer and posting in respect of different categories of CGHS officers.

Private Hospitals Also empanelled To Provide Cashless Facility TO CGHS Beneficiaries

Private Hospitals Are empanelled To Provide Cashless Facility TO CGHS Beneficiaries
Central Government Health Scheme (CGHS) empanels private hospitals for providing inpatient medical treatment to its beneficiaries. They may avail the requisite treatment with prior permission for procedures advised by CGHS and other government specialists / CMO–in-charge. CGHS pensioner beneficiaries are entitled for cashless medical treatment in the CGHS empanelled private hospitals. The empanelled private hospitals under CGHS provide treatment to the pensioners on credit /cashless basis for the procedures for which they are empanelled.
Ghulam Nabi Azad, Union Minister for Health and Family Welfare in a written reply to the Lok Sabha said that in case of emergency conditions empanelled hospitals are expected to provide treatment to pensioners on credit basis, even for conditions for which they are not empanelled and they are expected to shift the patient to another empanelled hospital after stabilization as per the Memorandum of Agreement (MoA) signed with government.
In case of violation of the terms of the Memorandum of Agreement, suitable action, including depanelment can be initiated against errant hospitals.
This was stated by Shri Ghulam Nabi Azad, Union Minister for Health and Family Welfare in a written reply to the Lok Sabha