Ad

Tag: GulamNabiAzad

राज्यसभा तो आज भी नहीं चली लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलामनबी आजाद को भावभीनी विदाई जरूर दी गई

[नई दिल्ली]राज्यसभा तो आज भी नहीं चली लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलामनबी आजाद को भावभीनी विदाई जरूर दी गई
श्री आजाद के साथ तीन और सांसद सेवानिवृत होने जा रहे हैं|इन में से कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के दो दो सदस्य हैं |
राज्यसभा ने जम्मू कश्मीर से निर्वाचित हो कर आए अपने चार सदस्यों को आज भावभीनी विदाई दी |
इनका कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी माह में समाप्त होने जा रहा है।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने उच्च सदन के चार सदस्यों.. [१]गुलाम नबी आजाद,
[२]सैफुद्दीन सोज,
[३]मोहम्मद शफी
[४] जी एन रतनपुरी
का कार्यकाल पूरा होने के बारे में भी सदन को सूचित किया।
श्री आजाद और श्री सोज कांग्रेस से तथा
श्री शफी और श्री रतनपुरी नेशनल कॉन्फ्रेन्स से हैं।
समाजवादी पार्टी और जे डी यूं ने आज हाउस में एक नए मुद्दे को लेकर हंगामा किया कियाऔर सदन की कार्यवाही बाधित की |बीते दिन हुए जनता परिवार के सम्मलेन में भेद नहीं जुटा पाने का ठीकरा सरकार पर फोड़ा गया और वेल में आकर सरकार पर आरोप लगाया गया के पोलिस का दुरूपयोग करके भीड़ को सम्मलेन स्थल तक आने से रोका गया था | जिसके फलस्वरूप दोपहर तक के लिए सदन स्थगित किया गया|

पाकिस्तान के दो महीनों में सीजफायर तोड़ने पर सवाल पूछ कर गुलाम नबी आज़ाद स्वयं ही घिर गए

[नई दिल्ली]सीमा पर पाकिस्तान द्वारा किये जा रहे सीजफायर के उल्ल्ंघन पर प्रश्न करके कांग्रेस आज ,मंगलवार,स्वयं ही घिर गई|रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने सीज फायर के उललंघन के आंकड़े प्रस्तुत करके ना केवल यूं पी ऐ सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया वरन पाकिस्तान को भी करारा जवाब दे दिया| कांग्रेस के राज्य सभा में नेता गुलाम नबी आजाद आज राज्य सभा में अपने प्रश्न पर ही निरुत्तर हो गए|
सम्भवत एन डी ऐ सरकार को पाकिस्तान के मुद्दे पर घेरने के उद्देश्य से गुलाम नबी आजाद ने चुनावों के दौरान पाकिस्तान के सामने सर नहीं झुकाने के नरेंद्र मोदी के दावे पर तंज करते हुए मोदी सरकार के दो महीने के कार्यकाल के दौरान हुए सीज फायर उललंघन के आंकड़े मांगे |
इस पर अरुण जेटली ने जवाब दिया कि हमारा सर ना कभी झुका है और ना ही कभी इसे झुकने देंगे
पाकिस्तान के सीजफायर तोड़ने पर जेटली ने बताया कि अटल बिहारी वाजपई की सरकार से जब सत्ता कांग्रेस को मिली थी तब केवल एक सीज फायर का उल्ल्ंघन हुआ था लेकिन जब यूं पी ऐ ने सत्ता छोड़ी तो ुयह आंकड़ा साढ़े तीन सौ पर था और वर्तमान मोदी सरकार के दो महीने के कार्यकाल में [१७ जुलाईतक ] सीजफायर तोड़ने के केवल १९ मामले हैं और सभी में हमलावर को करारा जवाब दिया गया है|
गौरतलब है कि१६ वीं लोक सभा के लिए चुनावी भाषणों में नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ यूं पी ऐ की सरकार को कमजोर साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी| लेकिन आजलगता है कि राज्य सभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद पूरी तैयारी के बगैर ही प्रश्न पूछ बैठे तभी उन्हें जवाब आने पर निरुत्तर होना पड़ गया