[मेरठ]भाजपा को पता ही नहीं कि मेरठ में दशकों पूर्व से ड्राईपोर्ट सैंक्शंड है|
दशकों पूर्व जिलाधिकारी [आई ऐ एस] दीपक सिंघल [प्रिंसिपल सेक्रेटरी] के प्रयासों मेरठ में न केवल ड्राई पोर्ट[शुष्क बंदरगाह] सैंक्शन हुआ था वरन चलाया भी गया|बीती सदी के नौवें दशक के अंत में इसकी घोषणा उन्होंने उधमियों के बीच चैम्बर आफ कॉमर्स[किर्तामी सभागार] में की भी थी|
मेरठ -हापुड़ लोक सभा से भाजपा के एमपी राजेन्द्र अग्रवाल ने मेरठ में ड्राई पोर्ट बनवाने के लिए अपील की है|उन्होंने अपने दल के केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकत करके यह मांग की है |मीडिया में छपी ख़बरों के अनुसार सांसद ने दलील दी है कि मेरठ में हैंडलूम +खेल सामान+ स्वर्णाभूषण+कैंची+ब्रास बैंड का अरबों रुपयों का बाजार है |सासंद ने अपनी इस मांग पर केंद्रीय मंत्री द्वारा गंभीरता से अमल करने का दावा भी किया है |गौरतलब ही कि छेत्र के उत्पादों को ड्राई पोर्ट के माध्यम से निर्यात करने के महत्व को दशकों पूर्व समझा गया लेकिन मेरठ में ड्राई पोर्ट होने के बावजूद इसका पर्याप्त लाभ उठाया नही जा सका है
Tag: RajendraAgrawalMP
भाजपा को पता ही नहीं कि मेरठ में दशकों पूर्व से ड्राईपोर्ट सैंक्शंड है
स्थानीय चुनावी वैतरणी पार करने के लिए एक राष्ट्रीय चेहरे की पतवार की ही तलाश है: मेरठ में भाजपा हारी
[मेरठ]ऐतिहासिक छावनी बोर्ड के आठ वार्डों के लिए हुए चुनावों में भाजपा को करारी शिकस्त मिली है|आठ सीटों में से केवल दो सीटों पर ही सफलता मिली |
मेरठ कैंट बोर्ड चुनाव में भारतीय जनता पार्टी[भाजपा]को करारा झटका लगा है। राष्ट्रीय पार्टी को 8 वार्डों में से केवल 2 सीटों पर ही संतोष करना पडा। इन नतीजों से भाजपा के स्थानीय न्रेतत्व के सदस्यता अभियान के दावों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है | मात्र आठ सीटों के लिए हुए चुनावों में लगभग ४०,००० मतदाताओं के रुझान और ध्रुवीकरण को समझ पाने में नाकाम स्थानीय न्रेतत्व द्वारा सदस्यता अभियान के भारी भरकम दावों की सत्यता पर भी यह चुनाव सम्भवत बढ़ा प्रश्न चिन्ह है ???शायद स्थानीय भाजपा को स्थानीय चुनावी वैतरणी पार करने के लिए में अभी भी एक अदद राष्ट्रीय चेहरे की पतवार की ही तलाश है
चुनावों के नतीजे निम्न है
वार्ड एक से रिनी जैन,
वार्ड 2 से बुशरा कमाल,
वार्ड तीन से बीना वाधवा,
वार्ड चार से नीरज राठौर,
वार्ड पांच से अनिल जैन,
वार्ड 6 से मंजू गोयल,
वार्ड सात से धर्मेन्द्र सोनकर व
वार्ड आठ से विपिन सोढी विजयी रहे।
गौरतलब है कि यहाँ के विधायक[सत्यप्रकाश अग्रवाल]+सांसद [राजेंद्र अग्रवाल]भाजपा से हैं |इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपाई भी इसी शहर से हैं|शहर के मेयर[हरिकांत अहलूवालिया ] भी भाजपा के ही हैं |यहाँ तक कि स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अमित अग्रवालभी इसी छेत्र से हैं इसके बावजूद यहाँ मिली करारी हार से पार्टी की कार्यविधि पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है|
जानकारों के अनुसार प्रत्याशियों के चयन में एक वर्ग विशेष की अनदेखी से भी यह अप्रिय स्थिति उत्प्न्नहुई है|भाजपा के अपने असंतुष्टों ने ही भाजपा के विजय रथ को रोका है| देश में 62 और यूपी के 23 कैंट बोर्ड हैं अन्य की तरह मेरठ में भी भाजपा का कैंट बोर्ड चुनाव में सफाया हो गया है।
यहाँ भाजपा ने अपने सिंबल पर प्रत्याशी उतार कर प्रयोग किया था लेकिन सफलता नहीं मिली।यह अपने आप में विचारणीय है कि अधिकाँश शहरों में भाजपा ने अपने मेयरों को विजय दिलाने में सफलता पाई लेकिन इन्ही शहरों के कैंट बोर्डों में करारी हार का सामना करना पढ़ा है
चुनावी प्रक्रिया के दौरान जनता ने अपने नेताओं से १५ वी लोक सभा का हिसाब मांगना शुरू किया
मेरठ के सूरजकुंड मार्ग पर स्पोर्ट्स कालोनी है इस कालोनी में अधिकतर देश विभाजन में विस्थापित परिवार रहते हैं|इस विषय में जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ वाजपई से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वोह इसे जल्द दिखवाते हैं|
सूरज कुंड स्पोर्ट्स कालोनी रेजिडेंट एसोसिएशन की शिकायतें निम्न हैं
[१]इस छोटी सी कालोनी में गड्ढों में सड़क है+
[२]इस आवासीय कालोनी के पीछे गन्दा नाला बहता है
[३]जिसकी सफाई दशकों से नहीं हुई+
[४]नाले के किनारे कच्चे हैं
[५]नाले की दिवार भी नहीं है
[६] जिसके फलस्वरूप नाले का गंदा पानी बिना बरसात के भी घरों में प्रवेश करता है
आश्चर्यजनक रूप से इस छेत्र के सभासद राजकुमार + मेयर हरिकांत अहलूवालिआ+ विधायक डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपाई +सांसद राजेन्द्र अग्रावल और यहाँ तक की पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ वाजपई एक ही पार्टी “भाजपा” के हैं यहाँ का वोट बैंक भी भाजपा का ही माना जाता है
Recent Comments