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Category: Education

महात्मा गांधी के स्वराज, शास्त्री की सादगी और तत्काल निर्णय लेने की क्षमता की आज बेहद जरुरत है

राष्ट्र ने आज अपने सपूत मोहन दास करम चंद गांधी [महात्मा गांधी]और देश के दूसरी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यात्राएं +सभाएं +श्रधान्जली सभाएं आयोजित की गई| मेरठ में भी जिलाधिकारी और गण्यमान लोगों ने दोनों के चित्रों पर फूल चढ़ा कर अपनी श्रधान्जली अर्पित की|अनेक स्थानों पर वार्ताएं भी आयोजित हुई वक्ताओं ने समाज के सभी वर्गो से दोनों महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। वक्ताओं ने आज के दौर में महात्मा गांधी के स्वराज + शास्त्री सादगी और तत्काल निर्णय लेने की क्षमता को जरूरी बताया | लोगों ने दो मिनट का मौन रख कर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। लोगों ने सत्य, अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए सदैव मानवता की सेवा करने का प्रण लिया।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के दूसरी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर फूल चढ़ा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई

काश्मीरी महिला पोलिस ने भविष्य की नाईटेंगेल्स को जख्मी किया

भारत के स्वर्ग काश्मीर में सब कुछ सामान्य नहीं है | नव निर्वाचित पंचायतों के लगभग पचास सरपंचों के इस्तीफे का मामला अभी सुलझा नहीं था कि अब नर्सिंग छात्रों के असंतोष और उन पर पोलिस के लाठी चार्ज के मामले ने विश्व का ध्यान खींचना शुरू कर दिया है|पाकिस्तानी मीडिया ने भी इसे प्रमुखता से चिन्हित किया है| दूसरों के जख्मों को सिलने वाली भविष्य की फ्लोरेसेंट नाईटएंगेल्स बुधवार को हुए लाठी चार्ज में खुद जख्मी कर दी गई|
गौर तलब है कि जे & के की ग्रीष्म कालीन राजधानी में नर्स छात्राओं ने प्रदर्शन किया |तीसरे साल में ली गई परीक्षाओं में अधिकाँश छात्राओं को फ़ैल कर दिया गया है|इसके विरोध में काश्मीर में शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन किया गया |इसे बर्बरतापूर्वक कुचलने के लिए पोलिस ने लाठी चार्ज कर दिया|आधा दर्ज़न के लगभग छात्राओं को हिरासत में भी ले लिया गया है|

काश्मीरी महिला पोलिस ने भविष्य की नाईटेंगेल्स को जख्मी किया

बाल वैज्ञानिकों ने धुप और छावं से धरती मापी


आज सूरज भूमध्य रेखा पर है और दिन और रात एक समान होंगें| यह प्रयोग अनेकों शहरों में किया गया | एकतरफ जहा उस स्थान का लातितुड आशान्तर निकाला जा सकता है वही सबसे छोटी परछाई से उत्तर दिशा और पृथ्वी की गोलाई नापी जा सकती है| . देश भर में पिछले 8 वर्षो से प्रगति विज्ञानं संस्था इस प्रयोग को बालको में वैज्ञानिक समझ विकसित करने के लिए कर रही है .
आज भी देश भर में भुज में नरेन्द्र गोर,हरियाणा में दर्शन बबेजा ,मेरठ में मतीन अंसारी,बागपत में योगेश कुमार,गाजियाबाद में रोहिणी ,आसाम में गणेश शर्मा ,पुणे में डॉ.अशोक कुमार शर्मा ,डेल्ही में रंजीता रानी ने इस प्रयोग को बाल विज्ञानियो के साथ किया .
मेरठ में एन.ऐ.एस.इंटर कालेज के मैदान पर १५० बच्चो ने इस प्रयोग को केवल समझा ही नहीं बल्कि आशान्तर,उत्तर दिशा ज्ञात करना और पृथ्वी की गोलाई नापना जैसे प्रयोग करने में खूब आनंद लिया ,इस बार के प्रयोग की खास बात ये रही की मोहमद मतीन अंसारी ने एक नयी डिवाइस तैयार [की जो धागे के] जिसके सहयोग से ऑन द स्पोट ही परछाई का कोण मालूम किया जा सकता है .यही डिवाइस आज पुरे समय आकर्षण का केंद्र रही.इस प्रोजेक्ट के रास्ट्रीय कोआर्दिनेतर दीपक शर्मा ने मतीन जी को बधाई दी !
प्रयोग का सीधा प्रसारण बालचेतना के वेब चेनल पर भी किया गया .तकनिकी विशेषग शास्वत रतन ने इसकी बागडोर जबकि कमेंट्री दीपक शर्मा ने की .
इस अवसर पर चरण सिंह ,आबिद ,अजरम अली, और प्रगति विज्ञानं की पूरी टीम ने पूरा सहयोग दिया,

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ को एन एस यु आई ने कब्जाया

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनावों में कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई ने बाजी मारी | अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव पद पर एन एस यु आई ने जीत हासिल कर ली है । ज्वाइंट सेकेट्री पर एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच टाई हो गया। ठीक दोपहर 1 बजे घोषित हुए रिजल्टों के बाद करारी हार मिलने से बौखलाफ भाजपा की छात्र विंग एबीवीपी के कार्यकर्ता भडक़ गए। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने चुनावों में गडबडी की शिकायत करते हुए दुबारा मतदान की मांग की विश्वविद्यालय में मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय+ कैंटीन और डूसू ऑफिस में जमकर तोडफ़ोड़ कर दी। पोलिस ने लाठी फटकारी और प्रदर्शन कारीओं को तीतर बितर किया | कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने की खबर है| पुलिस और गुस्साए कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। एहतियातन डीयू में धारा 144 भी लागू कर दी गई है । इस लाठीचार्ज में एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अंकित धनंजय चौधरी समेत कई कार्यकर्ता घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया। । इस तरह डूसू के नए अध्यक्ष अरूण हुड्डा, उपाध्यक्ष पर वरुण खारी, सचिव पर वरुण चौधरी बन गए हैं। । डूसू चुनाव में जीते प्रत्याशी 13 तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी के घर गए और वहां से सीधे कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात करने 10 जनपथ पहुंचे। सोनिया ने इन प्रत्याशियों को बधाई दी। दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित भी उपस्थित थी

विश्व के टाप विश्व विद्यालयों में हमक्यूं नहीं : राष्ट्रपति

भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज उच्च शिक्षा में भारत के पिछड़े स्टेटस पर चिंता व्यक्त की|
महामहिम ने आई आई टी खगड़पुर के ५८वे दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्रालय को आयना दिखाते हुए कहा कि विश्व के टाप २०० विश्व विद्यालयों में किसी भारतीय विश्व विद्यालय का[आई आई टी सहित] नाम नहीं है यह चिंता का विषय है|इस स्थिति से बैचेनी हो रही है|
उन्होंने उभरती आर्थिक महाशक्ति के स्लोगन पर भी टिपण्णी करते हुए कहा कि महत्त्व पूर्ण प्रश्न है कि हम उभरती आर्थिक महाशक्ति होने के बावजूद अपने मानकों को बढाने में सक्षम क्यूं नहीं हैं कि निर्विवाद रूप से टाप १०/५० या टाप १०० में हमारे किसी संस्थान का नाम होता|
उन्होंने शिक्षा के छेत्र में अग्रणी स्थान पाने के गुर बताये उन्होंने बताया कि प्रतिस्पर्धी कीमत पर उत्साह के साथ आधुनिक प्रोद्योगिकी अपना व्यावसाईक और शिक्षा के लिए वरदान होगी|

राजभाषा को प्रोन्नत करने के लिए भी आरक्षण का प्रावधान भी करो

१४ सितम्बर १९४९ को राजभाषा का दर्जा प्राप्त होने के उपरांत आज ६३ साल बाद भी हिंदी राष्ट्रीय स्वरुप को पाने को तरस रही है| देश भर में आज हिंदी दिवस मनाया जा रहा है|लेकिन आज भी मात्र ओपचारिकता भर ही दिखाई देती है| दिल्ली के विज्ञानं भवन तक में आयोजित राष्ट्रीय हिंदी दिवस में हिंदी की दुर्दशा देख कर बेहद दुःख हुआ| राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जब तक लिखा भाषण पड़ते रहे हिंदी में पड़ते रहे मगर भाषण की ओपचारिकता समाप्त होते ही उन्होंने अंग्रेज़ी में क्षमा मांगनी शुरू कर दी और अंग्रेज़ी में ही अगले साल हिंदी सुधारने का आश्वासन देकर पोडियम माईक छोड़ा | हिंदी को लेकर गंभीरता कहीं दिखाई नहीं देती|यहाँ तक की मंत्रालयों की लाखों रूपये खर्च करके बनाई गई वेब साईट्स पर हिंदी के बजाय अंग्रेज़ी को ही प्राथमिकता दी जा रही है|आज कल आरक्षण का दौर है|इसीलिए क्या राजभाषा को राष्ट्र भाषा में प्रोन्नत करने के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जा सकता है|
भारत में हिंदी को 14 सिंतबर 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसके बाद राजभाषा अधिनियम 1963 और फिर राजभाषा नियम 1976 बनाया गया जिसके तहत केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों, कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों व अन्य संस्थाओं में हिंदी में कामकाज को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। अलग से हिंदी अनुभाग बनाये गए प्रति वर्ष हिंदी की प्रतियौगिताएं आयोजित होती है|शिक्षण संस्थानों ने हिंदी दिवस मनाया जाता है| लेकिन राजभाषा आज भी राष्ट्र भाषा नहीं बन पाई है| राष्ट्रपति पहले अनेकों मंत्रालय संभल चुके हैं ऐसे में उन मंत्रालयों में हिंदी की प्रग्रती को समझा जा सकता है|पी एम् की साईट पर भी अंग्रेज़ी का ही बोल बाला है|
लोकसभा की वेबसाइट में अंग्रेजी की वेबसाइट हिंदी की तुलना में बहुत समृद्ध है। उदाहरण के तौर पर लोकसभा के अधीन विभागों से संबंद्ध स्थायी 16 समितियों के प्रतिवेदन को ले सकते हैं|
राज्यसभा की हिंदी वेबसाइट में हिंदी में प्रेस रिलीज की संख्या कम है। इस साल अंग्रेजी की साइट पर 9 जनवरी, 17 अप्रैल, 30 अप्रैल, 18 मई और 6 जून को प्रेस रिलीज अपलोड की गई जबकि हिंदी में 19 मार्च, 17 अप्रैल, 18 मई, 6 जून को प्रेस रिलीज अपडेट की गई।
अधिकाँश मंत्रालयों की साइट्स पर लगभग सभी महत्वपूर्ण आदेश अंग्रेजी में हैं।
विपक्ष के रूप में भाजपा की वेब साईट पर भी हिंदी के बजाय अंग्रेज़ी को ही महत्त्व दिया जा रहा है| अध्यक्ष एल के अडवाणी का ब्लाग तो अंग्रेज़ी में ही है|
सरकारी कार्यालयों में प्रथक हिन्ढी अनुभाग है+ कक्ष है+अधिकारी है स्टाफ है मगर ज्यादातर को दुसरे कायों में लगा दिया जाता है| मेरठ में केन्द्रीय सरकार के एक विभाग में तो यह आलम है कीएक अधिकारी को दो कार्यालयों का प्रभार दिया गया है|स्टाफ को दूसरे कामो पर लगाया गया है|इन्हें तो केवल रिपोर्ट्स बनाने की ओपचारिकता पूर्ण करने के लिए बुला लिया जाता है|

स्कूलों में सीखे प्रोजेक्ट जीवन में रोज़गारपरक गतिविधि से जोड़ते हैं

आज कल शिक्षण संस्थानों में विशेषकर सरकारी संस्थानों में प्रोजेक्ट बनवाने पर जोर दिया जा रहा है मगर अधिकाँश बच्चे बाज़ारों में बैठे प्रोजेक्ट व्यापारियों से ही प्रोजेक्ट बनवा कर सबमिट कर देते हैं|
इससे बच्चे का सर्वांगिक विकास तो होता नहीं शिक्षा का उद्देश्य भी प्राप्त नहीं हो पाता|शिक्षा पर व्यय व्यर्थ ही चला जाता है|इसीलिए अविभावकों को प्रोजेक्ट के महत्त्व को समझ कर अपने बच्चों में इसके प्रति रूचि पैदा करनी होगी|

बाल विज्ञान कांग्रेस के संयोजक -दीपक शर्मा ने प्रोजेक्ट बनाने के लिए लाभप्रद जानकारी देते हुए कहा है कि बाल विज्ञानं कोंग्रेस एक उद्देश्यपूर्ण गतिविधि है जिसमे किसी समस्या के समाधान हेतु स्वाभाविक परिस्थितियों में स्वतंत्रतापूर्वक रुचिपूर्ण संलग्नता के साथ प्रयास किया जाता है प्रोजेक्ट के किर्यान्वयन से किसी परिणाम की प्राप्ति होती है।
उन्होंने एक अच्छे प्रोजेक्ट के निम्न गुण बताये हैं|
[१]प्रोजेक्ट में समस्या का होना आवश्यक है समस्या होने पर ही बच्चो को कार्य में लगाया जा सकता है साथ ही ये भी ध्यान रखे की समस्या जीवन की परिस्थितियों से जुडी हुई हो।
[२]कार्य के लिए स्वाभाविक वातावरण होना चाहिए .
[३]समस्या का हल छात्र स्वयं करे।
[४]प्रोजेक्ट का उद्देश्य स्वयं कार्य ही है जो जीवन उपयोगी होने के साथ ही बालको की आवश्यकता को पूरी करता हो .
[५]प्रोजेक्ट का महत्व हो तभी बालक उसे पूरा करेंगे . और प्रोजेक्ट तभी महतवपूर्ण होगा जब वह बालक द्वारा अनुभव की गई आवश्यकताओ को पूरा करता हो ,प्रोजेक्ट का महत्व उसकी पूर्ति के बाद भी हो और उससे बालको को ज्ञान ,आदत ,कौशल तथा रुचियों की प्राप्ति हो।

उपरोक्त गुणों के कारण ही बाल विज्ञानं कोंग्रेस के प्रोजेक्ट मानव जीवन का हिस्सा बन सकते हैं

ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रों की कमी

ब्रिटेन की आप्रवासन या इमिग्रेशन की नीति के कारण भारतीय छात्रों के दाखिले में ३०% तक कमी आई है|इससे वहां के शिक्षा उद्योग को इस नए संकट का सामना करना पड़ रहा है|
ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में भ्र्र्तीय छात्रों के पसंदीदा विषय विज्ञान, तकनीक, इंजीनियर और गणित रहे हैं| अब भरतीय छात्रों की कमी के चलते इन विषयों की पदाई वहां अब या तो बेहद महंगी होगी या फिर ठप्प हो सकती है|
यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार इस महीने के अंत से शुरू होने वाले आगामी अकादमिक सत्र में भारतीय छात्रों की संख्या में 20 से 30 फीसदी की कमी आई है.
शिक्षा छेत्र के जानकारों की राय के अनुसार इस समस्या से जूझने के लिए भारत और यूरोपीय संघ के बाहर से आने वाले छात्रों को आप्रवासन या इमिग्रेशन की सूची से निकाल देना चाहिए क्योंकि इनमें से ज्यादार पढ़ाई करने के बाद वापस चले जाते हैं.हालांकि इन सिफारिशों को सरकार ने खारिज कर दिया क्योंकि वो यूरोपीय संघ के बाहर से आने वालों की संख्या में कटौती करना चाहती है.

कई साक्षर आये और हिस्से के अक्षर ले कर निकल गए|


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सपाई नेता

ओये झाल्लेया मुबारकां ओये हासाड़े यंग मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव ने एलान कर दिया है की अगले दस सालों में प्रदेश में किसी को निरक्षर नहीं रहने देंगे |ओये अखिलेश का साथ देने के लिए मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी भी दिल्ली से बाहर निकल आन्ध्र प्रदेश होते हुए अब यूं पी आ गए हैं|हुन तो हासाड़े प्रदेश के ६६ जिले साक्षर हो ही जायेंगे| उपराष्ट्रपति के आदेशानुसार अनपढ़ों को साक्षर बनाने के लिए हमारा समाज अहम भूमिका निभाएगा| कन्या विद्या धन योजना+ अल्पसंख्यक बालिकाओं के लिए सहायता यौजना + लैपटाप-टैबलेट वितरण आदि योजनाओं से भी साक्षरता को बढ़ावा दिया जाएगा| अब तो देश तरक्की की राह पर दोड़े ही दोड़े

झल्ला

मेरे भोले भाले यदुवंशी
| पिछले ढाई दशकों से ऐसे उदघाटन होते देख रहा हूँ | निरक्षरों को साक्षर बनाने को कई साक्षर आये और अपने हिस्से के अक्षर ले कर निकल गए|मेरठ में निरक्षरों की संख्या कम नहीं हुई|मुझे याद है की मेरठ के तत्कालीन डी एम् श्री तुलसी गौड़ ने भी यही दावा किया था मगर उनके जाने के बाद ना तो वो दावा दिखाई दिया और नहीं दावा करने वाला | इसीलिए कहता हूँ कि

जे माई दुर्गे कई आये ते कई तुर गए

प्रक्रति के रंग स्कूलों में बच्चों के संग

आज स्कूलों में प्रक्रति से प्रेम करना सिखाया गया| मेरठ में वेस्टर्न रोड पर स्थित दीवान पब्लिक स्कूल में जहाँ बच्चों को योग सिखाया गया वहीं उसके नज़दीक दर्शन एकेडमी में पौधा रोपण समारोह पूर्वक मनाया गया |इसके अलावा चेंबर आफ कामर्स में भारत विकास परिषद् के तत्वधान में समूह गान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया |प्रस्तुत हैं कुछ झलकें

yoga class in Diwan Public School

plantation In Darshan Acedmy

Smooh Gaan