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रिपब्लिकन रोमनी से कुदरत भी खफा?

अमेरिकी रिपब्लिकन्स के फ्लोरिडा में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन को आईजैक’ नाम के तूफान ने बर्बाद कर दिया|लगता है कि कुदरत भी रोमनी के साथ आँख मिचौली खेल रही है|
फ्लोरिडा के बंदरगाह वाले शहर टंपा बे में रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन तूफान के चलते शुरू नहीं हो पाया। कन्वेंशन सेंटर के आसपास तेज हवाओं और हिलोरे मारते पानी के चलते आयोजकों को सोमवार को होने वाले कार्यक्रम रद्द करने पड़े। मंगलवार को यह शुरू हुआ तो तूफान के चलते इसमें लोगों की भागीदारी उम्‍मीद से काफी कम रही।
इस बार चुनावी टक्कर मौजूदा राष्ट्रपति और डेमोक्रेट उम्मीदवार बराक ओबामा और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी के बीच है।अमेरिका में इस साल 6 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार में टक्‍कर देने के लिए रोमनी पूरी कौशिश कर रहे हैं|

रिपब्लिकन्स सम्मलेन में शबद गायन

रिपब्लिकन्स के राष्ट्रीय सम्मलेन में सिख धर्म के सबद [भजन]गायन का कार्यक्रम होगा|लगता है कि रिपब्लिकन्स ने अपने प्रतिद्वंदी डेमोक्रेट्स की राजनीतिक काट ढूंढ ली है|
फ्लोरिडा में राष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन किया जाना है|सिख सोसायटी आफ सेन्ट्रल फ्लोरिडा से सिख ईश्वर सिंह को सबद गायन के लिए बुलाया गया है|नॅशनल एंथम के तत्काल पश्चात
शबद गायन होगा|
गौरतलब है कि आउट सोर्सिंग का विरोध करके भारतीयों के हितों पर कुठाराघात करने से अप्रिय हुए डेमोक्रेट बराक ओबामा ने भारतीय वोटरों में अपनी पैंठ जमाने के लिए सिखों के प्रति सहानुभूति दर्शानी शुरू कर दी है \
ओक क्रीक विस्कोंसिन गुरुद्वारे में एक श्वेत नसलवादी वेड माईकल पेज द्वारा की गई फायरिंग में छह सीखो की मृत्यु हो गई थी |इसके विरोध में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुकाए गए और प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने गुरुद्वारे के पीड़ित परिवारों के पास जाकर सहानुभूति व्यक्त की थी |
नवम्बर में चुनाव होने हैं और इस कदम से सिख वोटरों का रुझान डेमोक्रेट्स की तरफ हो सकता है संभवत इसी संभावना की काट के लिए रिपब्लिकन्स के राष्ट्रीय सम्मलेन में गुरु ग्रन्थ साहब की अमर वाणी की वर्षा कराने का निर्णय लिया गया है|

पाकिस्तानी कोर्ट ने वर्चस्व का पहला मोर्चा जीता

पाकिस्तानी की मरकजी सरकार और सुप्रीम कोर्ट में चल रही वर्चस्व की लड़ाई में कोर्ट ने आज एक और मोर्चा फतह कर लिया है|प्रधान मंत्री राजा परवेज अशरफ ने अदालत के समक्ष पेश हुए|
उन्हें 18 सितंबर तक की मोहलत दी गई है।
गौरतलब है कि तत्कालीन राष्ट्रपति ने वर्ष 2007 में एक अध्यादेश के जरिए करीब आठ हजार लोगों के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले खत्म किए थे। इसी का लाभ आसिफ अली जरदारी को भी मिला था। सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2009 में उस अध्यादेश को रद करते हुए राष्ट्रपति समेत सभी लोगों के खिलाफ मामले फिर से खोलने के निर्देश दे दिए थे।पूर्व पी एम् युसूफ रजा गिलानी द्वारा स्विस अधिकारियों को पत्र लिखने के आदेश को नजरअंदाज कर दिया गया था इसीलिए उन्हें बर्खास्त किया गया अब उनके स्थान पर बनाए गए पी एम् श्री अशरफ को अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया गया था।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने के संबंध में स्विस अधिकारियों को पत्र लिखने के लिए १८ सितम्बर तक का समय दिया गया है। प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर परामर्श के लिए अदालत से चार से छह सप्ताह का समय मांगा था।
इस मामले में जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ के समक्ष पेश होने वाले अशरफ दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं।

अमेरिका और भारत बनेंगें भू राजनीतिक सहयोगी

अमेरिकी व्हाईट हाउस की रेस में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स दोनों ही भारतीय मूल के लोगों को लुभाने में लगे हैं|डेमोक्रेट बराक ओबामा जहां सिखों के जख्मो पर हमदर्दी का मलहम लगा रहे हैं तो उनके विरोधी रिपब्लिकन रोमनी की पार्टी ने भारत को अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी स्वीकार किया है। पार्टी अगले सप्ताह टांपा में आयोजित होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत को अपना भू राजनीतिक सहयोगी + रणनीतिक व्यापारिक भागीदार घोषित कर सकती है|इसके साथ ही पार्टी ने अमेरिकी निवासी भारतीयों की सुरक्षा की भी मांग की है।
रिपब्लिकन पार्टी प्लेटफार्म कमिटी की विदेश नीति व रक्षा उप समिति ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ मजबूत रिश्ते कायम करने के प्रस्तावित मसौदे को मंजूरी दे दी है। पार्टी द्वारा भारत के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सहित आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से रिश्ते मजबूत करने की इच्छा जताई गई है|

चरमपंथी कमांडर बदरुद्दीन हक्कानी ड्रोन हमलों में मारे गए हैं|

चरमपंथी कमांडर बदरुद्दीन हक्कानी ड्रोन हमलों में मारे गए हैं|
पाकिस्तान के कबायली इलाके, उत्तरी वज़ीरिस्तान में एक अमरीकी ड्रोन हमले में चरमपंथी हक्कानी नेटवर्क के एक प्रमुख कमांडर बदरुद्दीन हक्कानी मारे गए हैं. वहीं तालिबानी संघठन ने अफगानिस्तान में छिपे उनके नेता मुल्लाह दादुल्लाह के मारे जाने की पुष्ठी की है|गौरतलब है कि अमेरिका के ड्रोन हमलों में १८ चरमपंथी मारे गए थे जिस पर पाकिस्तान में कड़ी प्रतिक्रिया की गई थी

वृद्धा को घूँसा मारने वाली को होगी सज़ा

संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में वृद्धों पर हाथ उठाना महँगा साबित होता है इसे एक बार फिर न्युयोर्क जूरी ने साबित कर दिया है|७० साल की महिला को घूँसा मारने के आरोप में जेक्युटा साईमंस को दोषी करार दिया गया है|अब अमेरिकी कानून के मुताबिक़ २ से सात साल तक की सज़ा हो सकती है|

अमेरिकी ड्रोन हमलों में१७ संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए

अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में लगातार किये जा रहे ड्रोन हमलों पर पकिस्तान सरकार के विरोध के बावजूद सामरिक सहयोगी के ड्रोन हमले जारी हैं| शुक्रवार को उत्तरी-पश्चिमी कबायली इलाके में कई ड्रोन हमले किए गए जिसमें लगभग 17 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उर्दू समाचार चैनल ‘आज’ के हवाले से इसका खुलासा कारते हुए कहा है कि लगभग दोपहर के समय उत्तरी वजीरिस्तान में तीन विभिन्न ठिकानों पर पांच अमेरिकी ड्रोन विमानों से छह मिसाइल दागे गए।
इन हमलों में डांदरा, दर्रे नश्तर और शावल इलाके में मकी घर समेत कई घरों को निशाना बनाया गया।
समाचार चैनल जियो न्यूज ने १६ लोगो के मारे जान एकी पुष्ठी की है|
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने ईद उल फितर से पहले या उस त्योहार के दौरान किए गए ड्रोन हमलों का विरोध दर्ज कराने के लिए गुरुवार को एक अमेरिकी राजनयिक को सम्मन भेजकर इस्लामाबाद बुलाया था। इसके अगले ही दिन ये ड्रोन हमले हो गए जिनमे १७ लोग मारे गए हैं|

न्युयोर्क में अंधाधुंध गोलीबारी से छह लोग मारे गए

अमरीका के न्यूयॉर्क शहर की ऐतिहासिक एम्पायर स्टेट बिल्डिंग के पास हुई गोलीबारी में कम से कम छ लोगों के मारे जाने की खबर है, हमलावर भी मारा गया है |
शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक एक व्यक्ति ने ये गोलियां चलाई जिसे बाद में पुलिस ने मार दिया है.
एक युवती को भी गोली लगी जिसके बाद वो जमीन पर गिर गई. बी बी सी और सी एन एन के अनुसार एम्पायर स्टेट बिल्डिंग न्यूयॉर्क के सबसे मशहूर पर्यटनों स्थलों में से एक है. 1,453 फुट ऊंची इस गगनचुंबी इमारत को हर साल लगभग चालीस लाख पर्यटक देखने आते हैं.न्यूयॉर्क शहर के एम्पायर स्टेट बिल्डिंग के सामने शुक्रवार को एक बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलबारी कर पांच लोगों की जान ले ली। बाद में पुलिस ने उसे मार गिराया।
गोलबारी की सूचना मिलते ही पुलिस ने सुबह नौ बजे एम्पायर स्टेट बिल्डिंग की घेराबंदी की।
एजेंसी के मुताबिक़ गोलीबारी फिफ्थ एवेन्यू और पश्चिमी 34वीं गली में हुई।
अग्निशमन विभाग का आकस्मिक दस्ता कुछ ही मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच गया।
इस घटना में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और तीन या चार अन्य नागरिक घायल हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने अकारण गोलीबारी करने वाले शख्स को मार गिराया

चीन बोला इंटरनेट सामाजिक अस्थिरता पैदा कर सकता है

सोशल मीडिया पर लगाम लगान के मामले में चीन भी अब भारत के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है| समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार चीन के एक सरकारी अखबार ने सोशल मीडिया की बाढ़ से निपटने में देश की परेशानी बयान की है और भारत का उदाहरण दिया है। इसमें कहा है कि विदेशी वेबसाइटों की ओर से फैलाई गई अफवाहों के चलते पूर्वोत्तर भारत के लोगों का पलायन दिखाता है कि वेबसाइट्स कैसे सामाजिक उथल-पुथल फैला सकती हैं।
ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में चीन की ओर से ट्विटर और फेसबुक को बैन करने के चीन के फैसले का बचाव करते हुए कहा गया है कि भारत के कुछ शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन ‘अनियंत्रित वेबसाइटों’ द्वारा फैलाए गए अफवाह का नतीजा है। आगे लिखा गया है कि यह स्थिति चीन के लिए कोई नई नहीं है। भारत में जो हुआ उससे पता चलता है कि क्या इंटरनेट सामाजिक अस्थिरता पैदा कर सकता है और वह ऐसा कैसे करता है। नॉर्थ-ईस्ट के लोगों का पलायन दहशत का नतीजा था जो अफवाह के जरिए आसानी से भड़काई गई। भारत इस बात को लेकर परेशान है कि अफवाहें बाहर से फैलाई गईं।
अमेरिका पर निशाना साधते हुए सोशल नेटवर्किंग साइटों की खोज करने वाले अमेरिका को इन्हें कंट्रोल करना आता है लेकिन इन वेबसाइट्स ने दूसरे देशों में दिक्कतें पैदा की हैं। पिछले साल ब्रिटेन में भी इसी तरह की दिक्कत हुई और सरकार इन साइटों को ब्लॉक करने पर विचार करने लगी तो उसका जमकर विरोध हुआ।
हालांकि चीन के इस अखबार ने इस बात का जिक्र नहीं किया है कि भारत में नफरत फैलाने वाले ज्यादातर मैसेज और तस्वीरें उसी के नजदीकी दोस्त पाकिस्तान से अपलोड हुई थीं।

सिखों के विरुद्ध दबे अपराध अब उजागर होने लगे हैं

अमेरिका में सिखों के विरुद्धकिये जा रहे अपराध जो दबे रह गए थे अब उजागर होने लगे हैं लाईम लाईट में आने लगे हैं|
26 जुलाई को न्यूजर्सी में ग्लेन रॉक गुरुद्वारे की स्थापना करने वाले सदस्यों में से एक ७० वर्षीय अवतार सिंह की उसके पड़ोसी ने कथित तौर पर पिटाई कर दी और बाद में उन्हें ‘कृपाण’ रखने के आरोप में गिरफ्तार भी करा दिया|
सिख संगठन ‘यूनाइटेड सिख’ के अनुसार कि यह घटना विस्कोंसिन में ओक क्रीक गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना से लगभग 10 दिन पहले 26 जुलाई को हुई थी। एक गैस स्टेशन के मालिक और न्यूजर्सी में ग्लेन रॉक गुरुद्वारे की स्थापना करने वाले सदस्यों में से एक अवतार सिंह अपने पड़ोसी एडवर्ड कोसकोवस्की की दुकान पर गए और कहा कि वह उनके गैस स्टेशन के प्रवेश द्वार के सामने खड़े अपने ट्रक को हटा ले। संगठन ने कहा कि इस पर दोनों में विवाद हो गया और अवतार सिंह की बेरहमी से पिटाई कर दी गई।
घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने ७० वर्षीय अवतार सिंह को कृपाण रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया[ एजेंसी]